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राज्य सभा में कर्कश तू तू -में में राजीव और रवि शंकर में नोँकझोँक से माहौल कुछ खुशनुमा हुआ

[नई दिल्ली]राज्य सभा में कर्कश तू तू -में में राजीव और रवि शंकर में नोँकझोँक से माहौल कुछ खुशनुमा हुआ|
संसद के दोनों सदनों में चल रही कर्कश तू तू – मै मै के बीच राज्य सभा में २९ अप्रैल को कुछ रोचक क्षण भी देखने को मिले |पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्टर एम वैंकैया नायडू + जे डी यूं के के सी त्यागी में रियल स्टेट अमेंडमेंड बिल को लेकर बहस छिड़ी तो और कांग्रेस के राजीव शुक्ला के साथ कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद में न्यायिक सुधारों को लेकर हुई बहस से कई चेहरों पर मुस्कान तैरी तो ठहाके भी लगे|गौरतलब है कि जे डी यूं और भाजपा में वर्ष २०१३ में तलाक हो चूका है जबकि कांग्रेस और भाजपा नदी के दो विपरीत किनारे हैं |
नायडू ने जे डी यूं के अध्यक्ष शरद यादव से उनके अपने सांसद के सी त्यागी की मजाकिया लहजे में शिकायती प्रतिवाद करते हुए कहा कि देखिए शरद जी आपके त्यागी जी मेरी तरफ देख तो प्यार से रहे हैं +मुस्कुरा रहे हैं+ मेरी बात का समर्थन कर रहे हैं लेकिन बोल कैसे रहे हैं |इस पर वरिष्ठ सांसद के सी त्यागी ने उसी शैली में जवाब दिया कि बेशक जे डी यूं और भाजपा में तलाक हो चूका है मगर इद्दत [Iddat]का समय बीता नहीं है|इसीलिए क्लैश झगड़े की कोई जगह नहीं है
इसके अलावा कांग्रेस के राजीव शुक्ला न्यायिक सुधारों पर बोल रहे थे तो उन्होंने जजों पर भ्र्ष्टाचार और सेलेब्रेटी वकीलों की महंगी फीस को लेकर टिपण्णी कर दी इस पर रवि शंकर प्रसाद और सभापति ने उन्हें टोका तो राजीव शुक्ला ने कहा कि ये[रवि शंकर]इसीलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि ये स्वयं भी लाभार्थी हैं|
मालूम हो के मंत्री रवि शंकर प्रसाद स्वयं भी सुप्रीम कोर्ट के महंगे वकीलों में से हैं |इस पर मंत्री कहाँ चूकने वाले थे उन्होंने भी झट कह दिया कि इनके [कांग्रेस ]अनेकों सहयोगी कुलीग सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने लगे हैं |बताते चलें कि रवि शंकर प्रसाद और राजीव शुक्ला बेशक अलग अलग पार्टियों से संबंधित हैं मगर दोनों नजदीकी रिश्ते दार भी हैं|

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