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नरेंद्र मोदी ने अपनी जीवनी को पाठ्य क्रम में शामिल किये जाने की मुहीम की हवा निकाली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जीवनी को पाठ्य क्रम में शामिल किये जाने की मुहीम की हवा निकाली |
१६ वीं लोक सभा में रिकॉर्ड बहुमत से आये १५ वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जीवन वृतांत स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने का विरोध किया है |
गौरतलब है कि भाजपा शासित गुजरात +मध्यप्रदेश के राज्यों में नरेंद्र मोदी की सफलता को पाठ्यक्रमों में शामिल करने की मुहीम चली है| मोदी ने इस कदम का आज यह कहते हुए विरोध किया कि जीवित व्यक्तियों को स्कूल के पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी के इस कदम ने उन्हें अपने विरोधियों से एक कदम और आगे खड़ा कर दिया है|मालूम हो कि पूर्व में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और आर जे डी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जीवनियों से सम्बंधित खबरें आती रही है|मुलायम सिंह यादव के ७४ वें जन्म दिन पर मुलायम सिंह यादव को समर्पित मंदिर के निर्माण और समाजवादी चालीसा को बेहद चर्चा मिली थी |लालू प्रसाद यादव और उनकी धर्म पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी को भी यही सम्मान दिया जा चूका है| इनमे से किसी भी नेता ने उस सम्मान का विरोध नहीं किया|