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केंद्र में खिले हुए “कमल” का रस भोगने के लिए ठाकुर अमर सिंह सपाई “साइकिल” की सवारी को बढे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

चिंतित बसपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया यूं पी में ये क्या हो रहा है?देख तो राजनितिक “घाघ” ठाकुर अमर सिंह अपने राजनितिक गुरु मुलायम सिंह यादव की शरण में पहुँच गया|कल तक हसाडे पार्कों का पोस्ट मार्टम करने वाले सपाई आज जनेश्वर मिश्रा के नाम पर कैसे नंगई से एशिया में सबसे बढे पार्क का निर्माण कर रहे हैं आज उसका उद्घाटन भी करने जा रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे भोले सुजाण गल हसाड़ी सुन दे के ध्यान | फ़तेह पुर सिकरी में राष्ट्रीय लोक दल के नलके की हत्थी चलाते चलाते पसीने छूट गए मगर १६वी लोक सभा के लिए जीत का पानी नहीं निकला| अब राज्य सभा का कार्यकाल भी इस साल के अंत तक समाप्त होने जा रहा है ऐसेमे रालोद में प्यासा मरने में काहे की अक्लमंदी जी | अब ये तो आप भी मानोगे कि ठाकुर अमर सिंह ठहरे अनुभवी सियासी भंवरे सो सूखे नलके को खींचने में पसीना बहाने से अच्छा होगा, केंद्र खिले हुए कमल का रस भोगने के लिए सपाई साइकिल की सवारी