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मेरठ की छावनी के नए सीईओ भी पुराणों की तरह चले ही जायेंगे

Meerut Abulane

Meerut Abulane

[मेरठ,यूपी ] मेरठ की छावनी के नए सीईओ भी पुराणों की तरह चले ही जायेंगे क्योंकि “जय माई दुर्गे कई आये ते कई तुर गए”
जी हाँ यह वाक्य ऐतिहासिक मेरठ की छावनी में चरितार्थ होता है
नए सीईओ ने जोर शोर से आबूलेन की सेन्ट्रल पार्किंग को खत्म करवा कर
यहां का सौन्द्रीयकरण करने की घोषणा कर दी
आनन फानन में डीवाइडर बन गया+गमले लग गए+तोप के महंगे मॉडल लॉग दिए गए +यहां तक बीच सड़क में फुव्वारा भी लग गया
पार्किंग के लिए कब्जाए गए बंगलों में पैसा फूँका गया
CEO MEERUT लेकिन दुर्भाग्य से बोर्ड के काले इतिहास ने अपने को ही दोहराया+अतिक्रमण कब हटेगा -ज्ञात नहीं+ झुग्गियां कब हटेंगी -जानते नहीं
फव्वारा कब चलता है- पता नहीं+तोप के मॉडल कब साफ़ होतें है -मालूम नहीं+पार्किंग में गाड़ियां क्यूँ नहीं खड़ी की जाती -जानकारी नहीं
कहने का भाव है के गाड़ियां भी आबूलेन पर ही खड़ी हो रही है+फव्वारा कभी चलता नहीं है+टॉप के मॉडल अपनी रौनक खोने लगे हैं|
वैसे जानकारी के लिए बताते चलें के आबूलेन को मेरठ का कनाट प्लेस कहा जाता है |और यहां की छावनी देश की प्रतिष्ठित छावनियों में से एक है |ऐसी प्रतिष्ठित मेरठ छावनी परिषद की चुनौतियों का सामना करने को राजीव श्रीवास्तव ने सीईओ पदभार ग्रहण किया था