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हिंदू कारीगर ने मुहर्रम के लिए ताजिया बनाकर सौहार्द का संदेश प्रसारित किया

[वडोदरा,गुजरात]हिंदू कारीगर ने मुहर्रम के लिए ताजिया बनाकर सौहार्द का संदेश प्रसारित किया
गुजरात में हिंदू कलाकार बनाते हैं मुहर्रम के लिए ताजिया:
मंदिरों के ध्वज पताका बनाने की अपनी पारिवारिक परंपरा से अलग राह अपनाते हुए 32 वर्षीय एक हिंदू कारीगर ने मुहर्रम के लिए रंग बिरंगे और कलात्मक ताजिया बनाकर सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश प्रसारित करने का अनूठा रास्ता अपनाया है ।
मुस्लिम श्रद्धालुओं द्वारा निकाले जाने वाले ताजिये के बीच विपुल कंसारा का कलात्मक ताजिया भी है । इस 12 फुट के ताजिये के लिए 150 किलोग्राम जर्मन सिल्वर, मेटल ब्रास और अल्युमिनियम से बनाया गया है।
समाचार एजेंसी के अनुसार आणंद जिले में मुस्लिम बहुल भलेज कस्बे से मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष फिरोज खान अकबर खान पठान की ओर से आर्डर मिलने के बाद कंसारा ने ताजिया बनाया । 45 दिन लगा कर मुहर्रम की पूर्व संध्या पर इसे पहुंचा दिया गया।’
इसमें चार मीनार के साथ ही कुरान की आयतें अरबी और उर्दू में लिखी हुयी है ।
कंसारा अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी से हैं जो कि प्रसिद्ध अंबाजी, शामलाजी और वडतल में स्वामीनारायण मंदिर तथा देश के अन्य जगहों पर ध्वजा तैयार करते रहे हैं ।
सिंबॉलिक फोटो
मेरठ में शोगवार ताज़िये निकालते हुए