अंतराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ के अखाड़े में मूर्छित पड़ी कुश्ती की प्रतिस्पर्धा को एक लाइफ लाइन मिल गई है| इससे भारतीय खेल जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है| फाइनल मुकाबिला 8 सितंबर को ब्यूनस आयर्स की मीटिंग में होगा \
मास्को के सेंट पीट्सबर्ग में बुधवार रात हुई बोर्ड की बैठक में 8 दावेदारों में से 3 खेलों का चयन किया। अब 8 सितंबर को ब्यूनस आयर्स में होने वाली आईओसी की आमसभा की बैठक में कुश्ती को स्क्वॉश तथा एवं बेसबॉल से मुकाबला करना होगा। इन तीनों में केवल एक खेल को ओलंपिक 2020 के मुख्य खेलों में जगह मिलेगी।
पांच अन्य खेलों वुशु, वेकबोर्ड, क्लाइम्बिंग, कराटे और रोलर स्पोर्ट्स को बाहर कर दिया गया है| आई ओ ऐ के कार्यकारी अध्यक्ष प्रोफ. वी के मल्हौत्रा + पहलवान सुशील + योगेश्वर ने कुश्ती को उन तीन खेलों में शामिल करने के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के फैसले का प्रसन्नता से स्वागत किया।
श्री मल्हौत्रा ने कहा है के कुश्ती भारत के शहर से गावों तक बेहद लोकप्रिय खेल है और आईओसी का यह अच्छा कदम है।लेकिन इसके साथ ही उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए बताया के 8 सितंबर को ब्यूनस आयर्स में होने वाली आईओसी की आमसभा की बैठक के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी|
गौरतलब है के कुश्ती आधुनिक ओलंपिक ही नहीं बल्कि प्राचीन ओलंपिक खेलों का भी हिस्सा रही है। समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार छत्रसाल स्टेडियम में 150 जूनियर पहलवान अभ्यास करते हैं
मालूम हो के ओलंपिक के सबसे पुराने खेल कुश्ती को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के कार्यकारी बोर्ड ने फरवरी में 2020 होने वाले ओलंपिक के मुख्य खेलों की सूची से हटा दिया था।हालांकि इस पर अंतिम फैसला सितंबर में ब्यूनस आयर्स में होगा। स्क्वॉश तथा साफ्टबॉल एवं बेसबॉल से मुआईओसी की समिति ने आठ खेलों में से कुश्ती, स्कवैश और बेसबॉल या साफ्टबॉल को 2020 ओलंपिक में शमिल करने के लिए शॉर्टलिस्ट किया है। इनमें से एक खेल को 2020 ओलंपिक में जगह मिलेगी।