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२०० कोचों की कमी से जूझ रही खेल व्यवस्था की समीक्षा करके खेल मंत्री ने समुचित व्यवस्था के लिए निर्देश दिए

२०० कोचों की कमी से जूझ रही खेल व्यवस्था की समीक्षा करके खेल मंत्री ने समुचित व्यवस्था के लिए निर्देश दिए
२०० कोचों की कमी से जूझ रही भारतीय खेल व्यवस्था की आज स्पोर्ट्स युवा मामलों और खेल-कूद के युवा मंत्री जितेन्द्र सिंह ने समीक्षा की। बैठक में श्री सिंह ने इस बात पर असंतोष जाहिर किया कि कुछ ही खेल-कूद परिसंघ पदक जीतने वाले संभावित खिलाड़ियों के प्रशिक्षण विवरण दे पाए हैं।नई दिल्ली में आयोजित एक बैठक में अगले साल के कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई खेलों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए खेल मंत्री ने मुख्य कोच को निर्देश दिए कि वे हर प्रतियोगिता के लिए टीम की तैयारी की जिम्मेदारी सौंपें और समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि सचिव (खेल-कूद) की अध्यक्षता में संचालन समिति की बैठक हर हफ्ते होनी चाहिए, ताकि हर प्रतियोगिता की समस्याएं दूर की जा सकें।
खेल-कूद मंत्री ने कहा कि भारत अगले राष्ट्रमंडल खेलों में कुछ प्रतियोगिताओं के शामिल न किए जाने के कारण कम से कम 30 पदक कम जीत पाएगा। इन प्रतियोगिताओं में तीरंदाजी, ग्रीको-रोमन कुश्ती, और शूटिंग में टीम प्रतियोगिताएं शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं के शामिल न होने से भारत की स्थिति काफी प्रभावित होगी।
गौरतलब है के वर्तमान में १८ खेलों में २०० स्थाई कोचों का अभाव है ये खेल १३५ अस्थाई कोचों के भरोसे चलाये जा रहे हैं ऐसे में टीम की समुचित व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगान स्वाभाविक ही है