Ad

Tag: आम आदमी पार्टी

आप पार्टी ने तीसरी लिस्ट में आठ विधान सभाओं के लिए अट्ठारह उम्मीदवारों को फाईनल किया

[दिल्ली ]आम आदमी पार्टी[आप]ने आज तीसरी लिस्ट जारी करके ८ विधान सभा छेत्रों के लिए १८ प्रत्याशियों को फायनल किया है जिनमे से ८ महिलायें हैं|
ये आठ छेत्र हैं[१] Ballimaran, [२] Delhi Cantt,[३] Hari Nagar, [४]Karawal Nagar,[५] Mangolpuri,[६] Narela, [७]Sangam Vihar [८] Timarpur.
कुल ९५ आवेदनों में से १८ आवेदकों को चुना गया है|

“आप” पार्टी ने ११ विधान सभाओं के लिए नई छवि के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करके स्थापित पार्टियों को चुनौती दी

आम आदमी पार्टी [आप]ने दिल्ली की 11 विधानसभाओं के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. करीब एक महीने से चल रही प्रक्रिया के बाद जारी इस सूची में सेना के पूर्व अधिकारी,+ पत्रकार,+ वकील,+ इंजीनियर,+ खिलाड़ी और सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि के नाम शामिल हैं. मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज के लिए फायनल किया गया | ९७ उम्मीदवारों में से सलेक्ट किये गए ११ प्रत्याशियों की सूची निम्न हैः
[ 1.] बिजवासन- कर्नल देवेंद्र सहरावत
[2.] ग्रेटर कैलाश- सौरभ भारद्वाज
[३]. कोंडली(सु.)-मनोज कुमार
[4.] मालवीय नगर- सोमनाथ भारती
[५]. मटियाला- गुलाब सिंह यादव
[6.] नजफगढ़- मुकेश कुमार डागर
[७]. पटपड़गंज- मनीष सिसोदिया
[8.] आर.के.पुरम- शाजिया इल्मी
[9.] सदर बाजार- सोमदत्त शर्मा
[१०]. सीमापुरी(सु.)- संतोष कोली
[११]. त्रिलोकपुरी(सु.)- राजू घींगान
उम्मीदवारों की औसत उम्र 37 साल बताई गई है.|पार्टी द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार इन ११ सीटों के लिए कुल 97 आवेदन प्राप्त हुए थे. आवेदकों में से अधिकतर अन्ना के जनलोकपाल आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं. आवेदनकर्ताओं के साथ पहले चरण में स्क्रीनिंग कमेटी ने लंबी बातचीत करके हर विधानसभा से कुछ लोगों के नाम शॉर्टलिस्ट किए. शॉर्टलिस्ट में शामिल नामों पर जनता की राय ली गई तथा सक्रिय कार्यकर्ताओं की राय जानने के लिए प्रेफरेंशियल वोटिंग कराई गई. वोटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं को राइट टू रिजेक्ट का भी अवसर दिया गया. इसके बाद पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने विभिन्न स्रोतों से एकत्र जानकारी और राय के आधार पर उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम निर्णय लिया|.
पार्टी का मानना है किपार्टी की पूर्व घोषणा के अनुसार की गई इस चयन प्रक्रिया के माध्यम से वर्तमान भारतीय राजनीति की दो बड़ी परंपराओं को चुनौती दी गई है|. एक तरफ अब लोगों के पास अपराधी, भ्रष्ट और चरित्रहीन लोगों की जगह साफ-सुथरी छवि वाले, देशभक्त और त्याग की राजनीति करने वाले लोगों को विधानसभा में भेजने का विकल्प होगा. दूसरी तरफ करोड़ो रुपए देकर हाईकमान की मर्जी से टिकट बेचने की परंपरा को भी आम आदमी पार्टी ने चुनौती दे दी है.
भारतीय राजनीति में यह पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम, जनता से रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंदगी जानने के बाद इतनी पारदर्शिता से तय कर रहा है. आम आदमी पार्टी ने बाकायदा घोषणा कर आम लोगों को आवेदन के लिए प्रेरित किया. किसी भी आवेदनकर्ता के खिलाफ अगर मामूली झगड़े तक का आरोप था, तो उसे भी सार्वजनिक किया गया. इससे आम लोगों ने आवेदकों के बारे में ऐसी-ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराईं जिनके आधार पर निर्णय लेना आसान हो सका.
घोषित उम्मीदवारों का संक्षिप्त परिचय
1. कर्नल देवेंद्र सहरावत (बिजवासन) ने सेना से रिटायर होने के बाद किसानों की जमीनों के मुआवजे के लिए संघर्ष शुरू किया. पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से लेखन करके किसानों की आवाज को आगे ले जाने का प्रयास करते रहे हैं.
2. सौरभ भारद्वाज (ग्रेटर कैलाश) पेशे से इंजीनियर हैं और बड़ी कंपनियों में काम कर रहे थे. 2005 में एक गरीब बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई और उन्होंने उस बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए अपने स्तर से लड़ाई शुरू की. इस दौरान उन्हें समझ में आया कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कानून की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसके बाद सौरभ ने कानून की पढ़ाई की और जरूरत पड़ने पर गरीबों को हरसंभव कानूनी सहायता देते हैं. नेत्रहीनों, गरीब विद्यार्थियों, बाढ़ पीड़ितों, वृद्धों आदि की मदद के लिए आवाज उठाते रहे हैं.
3. मनोज कुमार (कोंडली) मनोज कुमार की छवि इलाके के लोगों के सुख-दुख में काम आने वाले सामाजिक कार्यकर्ता की है. क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लगातार संघर्ष करते रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग संगठन से जुड़े रहे हैं. जनलोकपाल आंदोलन और उसके बाद के सभी आंदोलनों-प्रदर्शनों में इन्होंने भूमिका निभाई है.
4. सोमनाथ भारती (मालवीय नगर) ने आईआईटी से एमएससी करने के बाद कानून की पढ़ाई की और वकालत करने लगे. सामाजिक मुद्दों को वकालत के जरिए उठाते हैं. दिल्ली गैंगरेप के बाद हुए जनआंदोलन में दिल्ली पुलिस ने निर्दोष युवकों को फंसाने की कोशिश की. सोमनाथ भारती ने उन युवकों के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी और उनके प्रयासों से निर्दोष युवकों को इंसाफ मिल सका. जनलोकपाल आंदोलन में सक्रिय रहे हैं और IIT alumni के अध्यक्ष एवं सचिव रहे हैं.
5. गुलाब सिंह यादव (मटियाला) स्कूल के समय से ही खेलों में सक्रिय रहे हैं और दिल्ली प्रदेश की जूनियर हॉकी टीम के सदस्य रहे हैं. इनकी टीम 1992 की नेहरू कप हॉकी टूर्नामेंट की विजेता भी रही है. आज भी यह अपनी मिठाई की दुकान चलाते हैं और शेष समय मटियाला-नजफगढ़ क्षेत्र में युवाओं के बीच खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कराते हैं. अन्नाजी के जनलोकपाल आंदोलन में शुरुआत से सक्रिय रहे हैं.
6. मुकेश कुमार डागर (नजफगढ़) पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. बतौर RTI एक्टिविस्ट क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था की खस्ताहाल स्थिति को दुरुस्त करने के लिए अपने स्तर पर भरपूर प्रयास कर रहे हैं. आरटीआई के जरिए सूचनाएं हासिल करके उन्होंने स्कूल के कर्मचारियों का कच्चा चिठ्ठा खोला. आखिरकार मलिकपुर विद्यालय से एक प्रिंसिपल, एक वाईस-प्रिंसिपल तथा भ्रष्ट अध्यापक का तबादला हुआ. आरटीआई आवेदनों के माध्यम से सरकार प्रशासन पर दबाव बनाकर उन्होंने अपने गांव में महिला पंचायत घर तथा पार्क के विकास के लिए करीब चार करोड़ की राशि पास करवाने में कामयाबी पाई.
7. मनीष सिसोदिया (पटपड़गंज) जनलोकपाल आंदोलन के जाने-माने नाम हैं. पेशे से पत्रकार रहे मनीष ने ज़ी न्यूज और ऑल इंडिया रेडियो में लंबे समय तक कार्य किया. उसके बाद सूचना का अधिकार कानून बनाने के लिए चले आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हो गए. उसके बाद जनलोकपाल आंदोलन की नींव रखने वाली टीम में अहम सहयोगी की भूमिका निभाई. भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी बनाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर 10 दिनों का अनशन किया. भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष में उन्हें अन्नाजी के साथ जेल भी भेजा गया था.
8. शाजिया इल्मी (आर.के पुरम) पेशे से पत्रकार हैं. 15 साल पत्रकारिता के दौरान ज़ी न्यूज़, स्टार न्यूज़, टाइम्स ऑफ़ इंडिया में पत्रकारिता कर चुकी हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ छिड़े संघर्ष में शुरू से जुड़ी रहीं. इन्होंने जनलोकपाल आन्दोलन में काफी सक्रिय भूमिका निभाई है. महिलाओं और पर्यावरण के मुद्दों पर इन्होंने सराहनीय कार्य किया है. आम आदमी पार्टी में शुरू से सक्रिय रहीं हैं.
9. सोमदत्त शर्मा (सदर बाजार) छात्रसंघ में सक्रिय रहे और दो बार खालसा कॉलेज में छात्रसंघ का चुनाव जीत चुके हैं. क्रिकेट के खिलाड़ी हैं. बतौर शास्त्रीनगर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष, खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कराते रहे हैं. निःशुल्क मेडिकल चेकअप कैंप और गरीब बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक रूप से मदद देते हैं. जनलोकपाल आन्दोलन और आम आदमी पार्टी में निरंतर सक्रिय रहे हैं.
10. संतोष कोली (सीमापुरी) दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से लड़ाई लड़ती रही हैं. राशन की कालाबाजारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान इन पर कई बार जानलेवा हमले भी हुए. गरीबों को मिलने वाले राशन, स्कूलों में गरीब बच्चों के एडमिशन और ऐसे ही अन्य योजनाओं के मामले में सूचना के अधिकार के प्रयोग से इन्होंने क्षेत्र में कई आंदोलन चलाए हैं. आरटीआई आंदोलन और जनलोकपाल आंदोलन में बेहद सक्रिय रही हैं.
11. राजू घींगान (त्रिलोकपुरी) अपने क्षेत्र में युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. बॉडी बिल्डिंग में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं को मुफ्त फिटनेस ट्रेनिंग देते रहे हैं. आरडब्ल्यू में सक्रिय हैं और वाल्मिकी समाज की कई संस्थाओं में जिम्मेदारी भरे दायित्व निभाते रहे हैं. इन्होंने सीआईएसएफ में नौकरी करते हुए देश को अपनी सेवाएं दी हैं.

“आप ” पार्टी ने दिल्ली की राजनीती में तहलका मचाने के लिए दस और सीटों की लिस्ट जारी की है

दिल्ली की राजनीती में तहलका मचाने के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली असेम्बली की दस और सीटों के लिए ४४ प्रतियाशियों की लिस्ट जारी की है|
बाबर पुर+बवाना+छत्तरपुर+.गोकुल पुर+कृष्णा नगर+लक्ष्मी नगर+ मुस्तफाबाद+राजौरी गार्डन+शालीमार+ विश्वास नगर आदि के लिए सात सदस्यों के पेनल नें इन उम्मीदवारों की जाँच पड़ताल करके क्लियरेंस दी है|पार्टी का दावा है के विभिन्न छेत्रो से आम आदमी को टिकेट्स दिए जाने हैं| पार्टी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार राजौरी गार्डन से मुशर्रफ खान अगर एक ध्याड़ी मजदूर है तो विश्वास नगर से डॉ अतुल गुप्ता +इंद्र सिंह दोनों डाक्टर हैं|कृष्णा नगर से ज्योति बंसल एन आर आई है|पार्टी नेता गोपाल राय ने बाबर पुर से दावेदारी की है|
इससे पूर्व पार्टी ने १२ छेत्रों के लिए लिस्ट जारी की थी|.

दोषियों को तत्काल सजा के बजाय केवल मंत्रियों के बदलने मात्र से भ्रष्टाचार समाप्त नही होगा

प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने आखिर कर दो पंजाबी मंत्रियों का इस्तीफा ले ही लिया रेल मंत्री पवन बंसल के स्थान पर सी पी जोशी और कानून मंत्रालय अश्विनी कुमार से छीन कर कपिल सिब्बल को दे दिया गया है|यह अतिरिक्त प्रभार है| इस पर अलग अलग राय आ रही हैं| कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले में सीबीआई की जांच रिपोर्ट देखने को लेकर हमलों का सामना कर रहे अश्वनी कुमार ने आज दावा किया कि उन्होंने ‘अनावश्यक’ विवाद को खत्म करने के लिए इस्तीफा दिया है उनका कहना है कि कोयला घोटाले में सीबीआई की जांच रिपोर्ट को देखने के मामले में उच्चतम नयायालय ने उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है।उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने का तात्पर्य यह स्वीकार करना नहीं है कि ‘कुछ गलत किया गया’।मेरी [अश्विनी कुमार]अंतरात्मा साफ है और मेरा मानना है कि मैं दोषमुक्त साबित हूंगा |उधर पवन बंसल का अपने बचाव में कहना है कि रेल मंत्रालय में सेंसिटिव [क्रीमी]पोस्टिंग में पैसे के लेन देन में उनका दामन पाक साफ़ है| भाजपा के अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने प्रधान मंत्री के अर्थ शास्त्र कि क़ाबलियत पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री को बचाने के लिए ही दोनों केन्द्रीय मंत्रियों की बलि दी गई है।इससे पूर्व २ जी स्पेक्ट्रम मामले में भी ऐ राजा को आगे किया जा रहा है| उन्होंने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग पर कायम है और संसद में संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री के इस्तीफे तथा संप्रग सरकार को हटाने के लिए पार्टी 27 मई से 2 जून तक सड़कों पर उतरेगी और जेल भरो आंदोलन चलायेगी।
उधर आम आदमी पार्टी मंत्री मंडल के फेर बदल को अलग ही रूप में देख रही है पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष शिशोदिया ने कहा है कि इस प्रकार के बदलाव से भ्रष्टाचार पर कोई लगाम नही लगने वाली है|ये लोग एक जगह से हतहा कर दूसरी जगह लगा दिए जाते हैं और फिर चुनावों में जीत कर आ जाते हैं भ्रष्टाचार वहीं का वहीं रह जाता है|भ्रष्टाचारियों को सजा देने वाला कोई नहीं है|

आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े असहयोगियों के १० लाख प्रोटेस्ट लेटर्स का क्या होगा?

आम आदमी पार्टी [आप]के उपवासी नेता अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जुड़ने वालों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है| आप पार्टी ने दिल्ली की सरकार पर दबाब बनाने के लिए अपने जांचे परखे कदम उठाने शुरू कर दिए हैं जहां आन्दोलन को 6 अप्रैल से महात्मा गाँधी के दांडी मार्च का स्वरुप देते हुए बिजली बनी के काटे जा चुके कनेक्शनों को जोड़ने का एलान किया गया है तो वहीं आन्दोलन में समर्थकों को जोड़ने के लिए मोबाईल पर एस एम् एस भेजने शुरू कर दिए गए हैं सविनय अवज्ञा आन्दोलन[ असहयोग] के समर्थन में १० लाख असहयोगी जुड़ चुके हैं लेकिन दिल्ली की सरकार अभी भी झुकती दिखाई नहीं दे रही|
८ लाख प्रोटेस्ट लेटर्स लेकर निकले औटो [२७२]रिक्शा पर पार्टी के २७२ प्रतिनिधिओं से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने ना केवल मिलने से इंकार किया वरन पोलिस का उपयोग किया और दिल्ली वासिओं की व्यथा ब्यान करते प्रोटेस्ट लेटर्स तक लेने में कोई रूचि नहीं दिखाई| अब उपवास के १३ वें दिन इन प्रोटेस्ट लेटर्स की संख्या १० लाख तक पहुँचने का दावा किया जा रहा है| पार्टी ने अब आन्दोलन को अगले चरणों में ले जाने का एलान कर दिया है|
6 अप्रैल से बिल न भरने के कारण काटे गए बिजली कनेक्शन जोड़ने की घोषणा की गई है| उपवासी नेता अरविन्द केजरीवाल ने कहा है के कार्यकर्ता राजधानी की एक-एक गली में जाकर इस काम को अंजाम देंगे।उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के दांडी मार्च नमक सत्याग्रह की तरह दिल्ली में आप का यह बिजली पानी सत्याग्रह राजधानी में निरंकुश कुशासन की जड़ों पर सीधा प्रहार करेगा।
इस अवसर पर यह स्वाभाविक प्रश्न उठता है के जब अगला चरण घोषित किया जा चूका है तब पुराने चरण का क्या होगा|अर्थार्त १० लाख [अभी तक]प्रोटेस्ट लेटर्स का उपयोग कैसे किया जा सकेगा|मुख्य मंत्री ने इन्हें लेने से इंकार कर दिया है|आप पार्टी को इसके लिए डी ई आर सी का रास्ता दिखाया जा रहा है| दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता मुकेश टी वी चेनलों पर इन प्रोटेस्ट लेटर्स की प्रमाणिकता को चुनौती देने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं|बेशक आप के नेता गण इस चुनौती को स्वीकार करके जांच करवाने की बात कह रहे हैं मगर यक्ष प्रश्न अभी भी ज़िंदा है के दिनों दिन विशाल होते जा रहे प्रोटेस्ट लेटर्स के बंडलों का क्या होगा|क्या इन्हें दोबारा मुख्य मंत्री के द्वार तक लेजाया जाएगा या फिर कोई और रण निति अपनी जायेगी|इस विषय में आप पार्टी भी अभी अपने पत्ते खोलती नज़र नहीं आ रही|पार्टी प्रवक्ता ने बातचीत के दौरान यह जरुर कहा के इन पत्रों को डिलीवर करने दोबारा मुख्य मंत्री के कार्यालय जायेंगे लेकिन इसके लिए कोई निश्चित तारीख बताने में गुरेज ही किया गया

“आप” के सविनय अवज्ञा आन्दोलन की उर्जा के झटकों से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को बचाने के लिए पोलिस ने सक्रीय भूमिका निभाई

आम आदमी पार्टी के सविनय अवज्ञा आन्दोलन की उर्जा के झटकों से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को बचाने के लिए आज पोलिस ने सक्रीय भूमिका निभाते हुए आप के कार्यकर्ताओं को अप्रैल फूल बनाया | मुख्य मंत्री से मिलवाने का आश्वासन देने के बावजूद पोलिस ने आप’ के समर्थकों को इंद्रप्रस्थ मेट्रो पर पकड़ने के बाद छोड़ दिया |केजरीवाल समर्थकों को मुख्‍यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया|केजरीवाल ने १०वे दिन उपवास आगे जारी रखने का ऐलान किया और सविनय अवज्ञा आन्दोलन को और अधिक शक्ति से चलाने का आह्वाहन किया|गौरतलब है की इससे पूर्व सामूहिक बलात्कार के मामले में शीला दीक्षित ने पोलिस की आलोचना की थी और पोलिस की भूमिका को कटघरे में खड़ा कर दिया था अब पोलिस ने ऐसा कोई मौका नहीं दिया और आन्दोलन कारियों को शीला दीक्षित से दूर रखने में सफलता पाई
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई के बाद केजरीवाल के सहयोगी मनीष सिसौदिया ने कहा कि उनकी पार्टी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर का घेराव करेगी.इससे पहले बिजली-पानी पर आंदोलन कर रहे आम आदमी पार्टी के समर्थक पुलिस की वादाखिलाफी पर भड़क गए थे. उन्होंने इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास धरना शुरू कर दिया था|
आम आदमी पार्टी के के लोगों का काफिला २७२ टेम्पों +ऑटो रिक्शा पर सवार होकर निकला |ये लोग 7 लाख 92 हजार समर्थकों की चिठ्ठियों को लेकर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिलने जा रहे थे| भैरों रोड पर उनका काफिला रोक दिया गया था|इस काफिले से पूर्व भे कुछ लोग निजी वाहों से शीला दीक्षित के निवास पर पहुँच गए थे उन्हें [२०]वहां से बस में भर ले जाया गया|इसके बाद 272 कार्यकर्ताओं को 4 बसों में भरकर पुलिस ये कहकर ले गई कि सभी को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से मिलवाया जाएगा|
लेकिन इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पास बसों को रोक दिया गया और कहा गया कि मुलाकात नहीं कराई जाएगी|

दिल कहता है कि देश जरुर बदलेगा और यह आवाज दिलों तक पहुंचेगी :अरविन्द केजरीवाल

उपवास के छठे दिन आज आप पार्टी के सर्वोच्च नेता अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि सरकार के भय को दिल्ली वालों के दिल से समाप्त किये बगैर वोह चैन से नहीं बैठेंगे|उन्होंने समर्थकों को एड्रेस करते हुए कहा कि जब सच्चे दिल से आवाज निकलती है तो अपने आप घर घर हर दिल तक पहुँच जाती है| मेरा दिल कहता है देश जरुर बदलेगा |
सुन्दर नगरी में उपवास पर बैठे आप के नेता अरविन्द केजरीवाल ने आज भाजपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि ये दोनों पार्टियां बदलाव की बयार से परेशान हैं|अभी तक ये दल बाहु बल और मनी के बल पर चुनाव जीत कर आते रहे हैं लेकिन अब एक तरह का चुनाव होगा|और यह चुनाव महज चुनाव नहीं बल्कि क्रांति होगी|

दिल कहता है कि देश जरुर बदलेगा और यह आवाज दिलों तक पहुंचेगी :अरविन्द केजरीवाल

दिल कहता है कि देश जरुर बदलेगा और यह आवाज दिलों तक पहुंचेगी :अरविन्द केजरीवाल

इस अवसर पर किसान नेता गुरनाम सिंह ने बताया कि हरियाणा में किसानो ने बिजली १४ साल से बिजली के बिल देने बंद कर रखे हैं|मनीष शिशोदिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में ८०० गावों ने बिजली के बिलों को देना बंद किया हुआ है| इन नेताओं ने दिल्ली के नागरिकों को भी एक जुट होकर बिजली पानी के अनाप शनाप बिलों को नहीं देने को प्रेरित किया |
आप के प्रवक्ता के अनुसार होली के बाद कार्यकर्ताओं ने और जोशो खरोश से जन संपर्क अभियान तेज कर दिया है| नार्थ वेस्ट के मुन्द्का में ट्रेक्टर पर ओसतन २५० समर्थक प्रति दिनके हिसाब से जुटाए जा रहे हैं| करावल में एक पोलिस कांस्टेबिल ने आन्दोलन के लिए लगातार दो दिन कार्य करने का ऐलान किया | बताया गया है कि ७००० कार्यकर्ताओं द्वारा पूरी दिल्ली में जन संपर्क में जुटे हैं इनके अलावा पड़ोसी राज्यों से भी स्वयम सेवक आने लग गए हैं|अभी तक इनकी संख्या ५०० बताई गई है|

अरविन्द केजरीवाल के उपवास के छठे दिन स्वास्थ्य गिरा : पल्स रेट में गिरावट HEALTH OF ARVIND KEJRIWAL DETERIORATED

आम आदमी पार्टी[आप ] के सर्वोच्च नेता के उपवास का छठा दिन है आज सुबह के हेल्थ बुलेटिन में डाक्टरों की टीम ने उपवास पर बैठे नेता के हेल्थ की जांच की | आप के नेता के स्वास्थ्य में गिरावट नोट की| शुगर+किटों और पल्स में बीते दिन के मुकाबिले आज सुबह गिरावट दर्ज़ की गई है| पार्टी का दावा है के बेशक अरविन्द केजरीवाल का स्वास्थ्य गिर रहा है मगर भ्रस्टाचार के विरुद्ध लड़ाई के लिए उनका हौंसला बुलंद है और उनके असहयोग आन्दोलन के साथ जुड़ने वालों की संख्या में लगातार बढोत्तरी हो रही है| बीते दिन का रिकार्ड २.६९ ४२३ है|पार्टी के दावे के अनुसार दिल्ली के निवासियों का सरकार के विरुद्ध अब जुड़ना शुरू हो गया है और यही इस उपवास का उद्देश्य भी है|

अरविन्द केजरीवाल के उपवास के छठे दिन स्वास्थ्य गिरा : पल्स रेट में गिरावट

अरविन्द केजरीवाल के उपवास के छठे दिन स्वास्थ्य गिरा : पल्स रेट में गिरावट

28 march 2013 27march २०१३
[१] ब्लड प्रेशर ========१२० /७४ ======== ११४ /७०
[२]पल्स==============६६ ७४
[३]शुगर==============१०६ =१०८
[४] यूरिन में कीटोंKetone==3+ ==============4+
[५]वजन ============================५९.५ के जी

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीति के मैदान में कूदने वाले अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से दिल्ली में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे। यह उपवास बिजली के बढ़े हुए बिलों के लिए होगा|
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह बिजली और पानी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बिजली कंपनियों के साथ मिली हुई हैं। उसी का परिणाम है कि बिजली कंपनियां मनमाना ढंग से बिल बढ़ा रही हैं। उन्होंने लोगों से इसके खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग बिजली बिल देना बंद करें।
अरविंद ने कहा है कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल बढ़ने का सिर्फ एक कारण है करप्शन। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता डरी हुई है और एकजुट नहीं है। इसी का फायदा सरकार उठा रही है।उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल नाजायज तरीके से आ रहे हैं। जनता महंगाई की वजह से कराह उठी है।
अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि मजदूर की बिजली ४६००/= का भुगतान नहीं होने पर काट दी जाती है। मंत्रियों और सांसदों के ऊपर लाखों का बकाया है फिर भी उनसे कोई बकाया की रकम मांगता नहीं।

आम आदमी पार्टी के नेताओं ने चार्टर्ड एकाउंटेड [सी ऐ] के छात्रों को भ्रष्ट-तंत्र की सफाई का पाठ पढाया

[दिल्ली]आम आदमी पार्टी के सर्वोच्च नेता अरविन्द केजरीवाल और संजय सिंह ने चार्टर्ड एकाउंटेड [सी ऐ] के छात्रों की सभा में भ्रष्ट-तंत्र की सफाई का पाठ पढाया|
आप के नेताओं की आंध्र-भवन, नयी दिल्ली में चार्टर्ड एकाउंटेड [सी ऐ] छात्रों के साथ सभा हुई| जिसमे कहा गया कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत का हमारा सपना सिर्फ तभी सच होगा जब इस देश का युवा आगे बढ़ कर इस भ्रष्ट-तंत्र की सफाई करेगा और आज की सभा में इन छात्रों का जोश देख इन नेताओं मेंआशा की किरण दिखी.