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Tag: कांग्रेस

महा रैली से कोई किलसे या कोई रूठे विपक्षी पार्टियों और विरोधियों को करारा जवाब जरूर देंगें


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी

ये क्या भसूडी डाली जा रही है ये सारी पार्टियों वाले हमारे खिलाफ रैलियां करते नहीं थक रहे हमारे विरुद्ध एक के बाद एक नए आरोप लगाये जा रहे हैं|हसाड़ी जन कल्याण कारी नीतियों की बखिया उधेड़ी जा रही है |अब हमने इस सबका जवाब देने के लिए आज रविवार को दिल्ली में रामलीला मैदान में महारैली का आयोजन क्या कर लिया लाखों समर्थक क्या जुट गए अब ये चैनल वाले ट्रैफिक ही दिखाए जा रहे हैं| नौ सौ रैलियाँ करने वाली बीजेपी ने राजधानी में ही ‘काला दिवस’ मनाने की घोषणा कर दी है|लेकिन हमने भी ठान लिया है कि कोई किलसे या कोई रूठे इस रैली में विपक्षी पार्टियों और विरोधियों को करारा जवाब जरूर देंगें| जब जनता हमारे साथ है तब हम ऐसे ही जन कल्याणकारी नीतियाँ बनाते ही रहेंगे|

SmilingCartoon

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी सबसे पहले तो यही आश्चर्यजनक है कि सरकार को ही रैली निकालनी पड़ रही है| इसमें लाखों समर्थकों को इकट्ठा करना पड़ रहा है|इस से पहले ट्रैफिक को सुचारू कर लेते तो अच्छा होता|वैसे आप जी ने टाईमिंग बहुत अच्छी चुनी है|हिमाचल प्रदेश के आज हो रहे चुनावों में रैली की सफलता की खबर को जंगल की आग की तरह अगर फैला दिया तो एक बड़ा तबका आपकी पार्टी की तरफ मोहित हो सकता है|इसके अलावा रैली में ऍफ़ डी आई का समर्थन करके, अमेरिका के होने वाले चुनावों में, डेमोक्रेट्स का भी हौंसला बढाने के पूरे इंतज़ाम हैं|
इस सब के बावजूद एक झल्ली भविष्य वाणी है कि ये जो आपने रसोई गैस एल पी जी का खटराग मचाया हुआ है उसकी बदबू २०१४ तक कायम रहेगी |

सत्ता दम्भ और असहनशीलता के चलते नेताओं और मीडिया में टकराव आम हुआ

सत्ता दम्भ और असहनशीलता के चलते आज कल राजनीतिज्ञों का टकराव अपने विरोधी पार्टी के नेताओं से कम और पत्रकारों से ज्यादा हो रहा है| बेशक इसमें कुछ हद तक पत्रकारिकता भी दोषी हो सकती है मगर जिस प्रकार से रोजाना भ्रष्टाचार +घोटालों का पर्दाफाश किया जा रहा है लेकिन उनपर कोई विशेष कार्यवाही होती नहीं दिख रही ऐसे में पत्रकारों द्वारा सवाल करना जायज़ ठहराया जा सकता है| पत्रकारों द्वारा भ्रष्टाचार के आरोपों पर सीधे मुह पर ही जवाब मांगने से नेताओ का तिलमिलाना स्वभाविक है मगर सवाल करने वाले पर आक्रमण करना या धमकी देना किसी भी द्रष्टि से न्यायोचित नहीं कहा जा सकता|यहाँ किसी एक पार्टी का जिक्र करना उचित नहीं होगा आये दिन एक नई पार्टी का नेता ऐसे ही अपनी दबंगई से चर्चा में आ रहा है| ऐसा नहीं है कि सारा मीडिया ही दूध का धुला है|प्रश्न पूछना भी एक कला है उसमे तथ्य होने जरूरी है मगर देखा जा रहा है कि आज कल प्रेस कांफ्रेंस में सवाल कम और आरोप ज्यादा लगाए जाते है या दूसरों के आरोप पर जवाब माँगने का चलन जोर पकड़ रहा है|इसी कारण प्रेस कांफ्रेंस में भीआरोपों पर डिबेट करने के लिए उतावलापन दिखाई देने लगा है| शायद इसीलिए नेताओं का उत्तेजित होना स्वाभाविक है मगर हाथापाई या धमकी किसी भी सूरत में जायज नहीं कही जा सकती |यह लोक तंत्र के लिए स्वस्थ परम्परा नहीं कही जा सकती|
दुर्भाग्य से अधिकाँश केसों में पालिटिकल पार्टी कोई कार्यवाही करने के बजाये अपने नेताओं को बचाने में लगी रहती है| अपनी बात को शुरू करने के लिए में ९ वे दशक का जिक्र करना चाहूंगा|माननीय मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश में [१]मुख्यमंत्री थे दैनिक जागरण और अमर उजाला अखबारों के मालिकों से उनके पारिवारिक रिश्ते थे|इस पर भी पत्रकारिकता का धर्म निभाते हुए अखबारों में उनकी स्वाभाविक आलोचना भी होती थी|इस आलोचना से तिलमिला कर मुलायम सिंह यादव ने इन दोनों बड़े अखबारों के विरुद्ध कार्यवाही करानी शुरू करदी अमर उजाला की प्रेस में तो छापे भी डलवाए गए मगर सब कुछ ठीक ठाक मिला|अखबारों ने आन्दोलन भी किया कुछ समय बाद इनमे समझौता हो गया | अब में सीधे सीधे वर्तमान दौर में आता हूँ

सत्ता दम्भ और असहनशीलता के चलते नेताओं और मीडिया में टकराव आम हुआ


[२]लखनऊ के लालबाग में प्रदेश मंत्री नटवर गोयल का व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अपार्टमेंट है। मंगलवार को छायाकार आशुतोष गुप्ता नजदीक की जमीन पर हो रही खुदाई के फोटोग्राफ लेने गए थे। तभी नटवर के करीबियों ने आशुतोष को पकड़ लिया। अपार्टमेंट की महिलाएं भी हॉकी व डंडे लेकर आ गई। नटवर भी वहां पहुंच गए। उन्होंने, आशुतोष को कार्यालय में बंधक बनाया और मारपीट की। मोबाइल फोन से जानकारी पाकर साथी पत्रकार उन्हें बचाने पहुंचे। नटवर व उनके साथियों ने उनसे भी मारपीट की। कुछ देर में सैकड़ों मीडियाकर्मी एकत्र हो गए और आशुतोष को मुक्त कराया। कैसरबाग पुलिस ने मीडियाकर्मियों की तहरीर पर नटवर गोयल, उनके मैनेजर रवि सिंह, अली, एक अन्य युवक व महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। बाद में नटवर गोयल को गिरफ्तार कर लिया गया। यहाँ पुराणी गलतिओं से सबक लेते हुए मुख्य मंत्री अखिलेश सिंह यादव ने मंत्री से मंत्रित्व छीन लिया|
[३] भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोपों से घिरे केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद पर अरविन्द केजरीवाल ने विकलांग फंड के दुरूपयोग का आरोप लगाया|इससे रुष्ट होकर मंत्री ने केजरीवाल को जान से मारने की धमकी दे डाली | [फर्रखाबाद आयें मगर वापिस नहीं जा पाएंगे] टी वी चैनल आज तक के पत्रकार को भी ऐसी ही धमकी दी गई[यह प्रेस कांफ्रेंस आपकी आख़री प्रेस कांफ्रेंस होगी]इस संधर्भ में कोई कानूनी कार्यवाही किये जाने के बजाये सलमान खुर्शीद का बचाव करते हुए केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने आज बुधवार को कहा कि साधारण व बेबुनियाद आरोपों के आधार पर केंद्रीय कानून मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा सकती है।गौरतलब है कि खुर्शीद पर उनकी एनजीओ में की गई वित्तीय अनियमितता का आरोप है। इनका एनजीओ विकलांगों के कल्याण हेतु कार्य करता है। [४]श्रीमती सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वढेरा और डीएलएफ के बीच साठ-गांठ पर कुछ भी कहने को कोई तैयार नहीं है| नारायणसामी ने इसे उनका व्यक्तिगत मामला करार दिया
[५]हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीर भद्र सिंह पर इस्पात से रिश्वत लेने और एक साल में ३० गुना आय बढाने के आरोप लग रहे हैं| इस पर प्रश्न पूछने पर सिंह ने पत्रकार का कैमरा तोड़ने की धमकी दे डाली |इनके बचाव में कांगेस के नेता संदीप दीक्षीत ने माफी मांग ली है|
[६]नितिन गडकरी पर लग रहे आरोपों के लिए मीडिया के एक वर्ग द्वारा काराए जा रहे सर्वे को मीडिया ट्रायल का नाम देकर वास्तविकता से पल्ला झाड़ा जा रहा है|
[७]सांसद नवीन जिंदल ने कोयला घोटालों में संलिप्तता के सवाल पर जी न्यूज के पत्रकारों पर न केवल हाथ उठा दिया वरन उन्हें देख लेने की धमकी भी दे दी चैनल का यह भी आरोप है की जिंदल ने चैनल को खरीदने की कोशिश भी की है|
यह भी वास्तविकता है कि सभी पत्रकार दूध के धुले नहीं है मुम्बई के पत्रकार डे की हत्या + हरियाणा के मंत्री गोपाल गोयल कांडा का प्रेस की गाडी में पोलिस थाणे में आकर सरेंडर करना और समाचारपत्र ‘देशोन्नति’ के मालिक और प्रधान संपादक प्रकाश पाहोरे के लगभग 10 दिन पहले नागपुर के समीप गोंडखैरी में हुए काण्ड का उधारन दिया जा सकता है|

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है

लगता है कि देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है|तभी आजकल जो कुछ भी घट रहा है उसके केंद्र में अरविन्द केजरीवाल ही दिखाई दे रहे हैं| सी डब्लू जी \२ जी+कोयला+ दिल्ली में बिजली के बाद अब हरियाणा में डी एल ऍफ़ और राबर्ट वढेरा केस में भी मुख्य मुद्दों पर चर्चा छोड़ कर आई ऐ सी की गूँज ही सुनाई देती है| भाजपा और कांग्रेस दोनों ही केजरीवाल को एक दूसरे की बी टीम बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे |कांग्रेस लगातार आई ऐ सी को भाजपा की इकाई बताती आ रही है| कांग्रेस के महासचिव दिग्विजयसिंह ने २७ सवाल जरूर पूछे मगर उन्हें भी इसके लिए केजरीवाल हे दिखाई दिए|अब दिल्ली की सरकार ने बिजली के दाम कम किये तब भी इसे केजरीवाल और कांग्रेस की मिली भगत बताया जा रहा है| मुम्बई में योगेश प्रताप सिंह अगर बोलते हैं तो वोह भी केजरीवाल को निशाना बनाने से नहीं चूकते | एक चलती हुई प्रेस कांफ्रेंस में आकर एनी कोहली नामक महिला अरविन्द केजरीवाल से ही प्रश्न पूछती है|इसके बाद आज फिर आई ऐ सी के प्रशांत भूषण के निवास पर पहुँच कर हंगामा करती है और वहां आई ऐ सी के कार्यकर्ताओं पर मार पीट का आरोप लगाती हैं\इनका बीच बचाव करने के लिए अरविन्द केजरीवाल को ही क्रेडिट दिया जा रहा है|आईएसी का पूर्व मेंबर बताने वालीं 59 वर्षीय एनी कोहली आज मंगलवार को प्रशांत भूषण के घर पहुँच गई जहां मार पीट के आरोप लगाये गए |घर में मौजूद केजरीवाल ने बीचबचाव किया और उन्हें घर में ले गए। कोहली ने केजरीवाल को रोते हुए बताया कि उनके समर्थकों ने उनसे बदसलूकी और मारपीट की।

देश की राजनीती अरविन्द केजरीवाल पर केन्द्रित हो कर रह गई है


गौर तलब है कि रविवार को केजरीवाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन पर सवालों की झड़ी लगाने वाली एनी कोहली आज मंगलवार को आईएसी के सदस्य प्रशांत भूषण के घर जा पहुंचीं।कोहली के मुताबिक अन्ना ने जब भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ी, तो उससे प्रभावित होकर वह आईएसी की मेंबर बन गईं और आंदोलन से जुड़ गईं। वह खुद को आम जनता बताती हैं। एनी कोहली ने एक और आरोप लगते हुए कहा कि केजरीवाल के राजनीतिक पार्टी बनाने के ऐलान से वह आहत हैं। यह अन्ना के साथ धोखा है। कुछ समय पहले केजरीवाल मुंबई आए थे। वहां एयरपोर्ट पर उन्होंने बात करने की कोशिश की, पर केजरीवाल के समर्थकों ने धक्का देते हुए सभी को भगा दिया। मुंबई की रहने वाली एनी कोहली 59 साल की हैं।उन्होंने बताया कि वह एक हफ्ते पहले मुंबई से दिल्ली पहुंची थीं और फिर रविवार को केजरीवाल से सवाल पूछने आईं। केजरीवाल ने उनके किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। पर वह सवाल पूछना बंद नहीं करेंगी। यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक वह जवाब नहीं दे देते।
बताते चलें कि सवाल करना और फिर उनके जवाब पाना संवैधानिक अधिकार है और लोकतांत्रिक परम्परा को गति प्रदान करने वाला है लेकिन सवालों में उलझा कर असली मुद्दों से देश को भटकाना जनता के साथ धोखा ही कहा जाएगा|दिग्विजय सिंह ने जो सवाल किये उनका जवाब देने के लिए बहस की चुनौती आने पर दिग्विजय सिंह का कहना है कि पहले केजरीवाल कोहली को जवाब देदें उसके बाद अपने प्रतिक्रया देंगें|वैसे अभी कोहली के विरोध को प्रायोजित कहना जल्द बाज़ी होगा मगर उनके मुख से कोहली का नाम निकलना कुछ सोचने को मजबूर जरूर करता है

खुली बहस के लिए किसी बॉस को तैयार करलो सभी सवालों का जवाब दे देंगें: अरविन्द केजरीवाल

इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने आज अपने स्टाईल में कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह के सवालों के जवाब दे दिए हैं|अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेसी नेताओ को सार्वजनिक बहस की चुनौती दे डाली है जबकि आई ऐ सी ने दिल्ली में राबर्ट वढेरा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुतले फूंक दिए |
बीते दिन दिग्विजय सिंह ने अरविन्द केजरीवाल से २७ सवाल किये थे उनमे कुछ चुभते हुए व्यतिगत भी थे|पहले तो आई ऐ सी के सदस्यों ने इन सवालों का जवाब देने में आनाकानी करते रहे जिससे कांग्रेस और अन्य राजनितिक दलों को मौका मिल गया और स्वाद ले ले कर सवालों के मुद्दे को उठाया जा रहा है|इससे आई ऐ सी का प्रेशर में आना स्वाभाविक ही था |लेकिन अरविन्द केजरीवाल ने अपने एन जी ओ को संकट से निकालते हुए ट्विट किया कि वोह सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं|उन्होंने गेंद को फिरसे कांग्रेस के पाले में डालते हुए दिग्विजय सिंह को उकसाया कि प्रधान मंत्री+श्रीमती सोनिया गाँधी या राहुल गांधी में से किसी एक को तैयार कर ले और जो भी सवाल आई ऐ सी ने पहले पूछे हैं उनका जवाब देदें उसके बाद केजरीवाल भी सारे सवालों के जवाब दे देंगे|केजरीवाल ने आगे बढ़ते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने किसी भी एक बॉस को तैयार[कन्विंस] कर ले और सार्वजनिक बहस करवा ले|

दिग्विजय सिंह के सवालों जवाब देंगें, खुली बहस करा लो : अरविन्द केजरीवाल

इसके अलावा आज सुबह आई ऐ सी के लगभग २०० कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मुख्य मंत्री और श्रीमति सोनिया गाँधी के दामाद राबर्ट वढेरा के दिल्ली स्थित आवासों के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुतले भी फूंके|इस अवसर पर पोली द्वारा पानी की बौछारें और लाठियां चलाई गई |कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके प्रदर्शन में महिलायें भी थी लेकिन पर भी पुरुष पोलिस ने ही लाठियां चलाई | एक महिला कार्यकर्ता को पुरुष पोलिस अधिकारी ने लाठी मार कर घायल कर दिया है|
अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने दिग्विजय सिंह के एक विवादास्पद ब्यान को आधार बना कर कांग्रेस और भाजपा में भ्रष्टाचार को लेकर आपसी मिली भगत का आरोप मड दिया |एक चैनल के एंकर करण थापड़के शो में दिग्विजय सिंह ने काफी न नुकर के बाद यह स्वीकार किया कि उनके पास भाजपा के वरिष्ट नेताओं के बेटे और दामादों से सम्बंधित भ्रष्टाचार से जुड़े पर्याप्त सुबूत हैं लेकिन वोह उन्हें[सबूतों]इस्तेमाल नहीं करेंगे|और कांग्रेस कभी भी परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्य नहीं किया है|इसके पीछे कहीं न कहीं विपक्ष और आई ऐ सी द्वारा उठाया जा रहा राबर्ट वढेरा और राहुल गाँधी डी एल ऍफ़ विवाद की पीड़ा भी थी|

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार अपने नेताओं की भी जांच बैठाए

भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए जेहाद छेड़ने वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल ने अपनी टीम के तीन सदस्यों पर लग रहे आरोपों की जांच के लिए आज एक अहम घोषणा की है| केजरीवाल ने तय किया है कि आईएसी के अंजलि दमानिया, प्रशांत भूषण और मयंक गांधी पर लगाए जा रहे आरोपों की , जांच आंतरिक लोकपाल से कराई जाएगी। ।उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में यदि इनमे से कोई भी दोषी पाया जाता है तो उन्हें टीम छोड़नी होगी. केजरीवाल ने सरकार से भी अनुरोध किया है कि जो आरोप उनकी टीम के सदस्यों पर लगे हैं, वह भी उनकी जांच कराए और दोषी पाए जाने पर कानून के मुताबिक सजा दे| इसके साथ ही आई ऐ सी ने राबर्ट वढेरा +सलमान खुर्शीद+शरद पवार+नितिन गडकरी और राहुल गांधी को भी अपनी जांच कराने के लिए आगे आने को कहा है|इस तरह से एक बार फिर केजरीवाल ने सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है|
इस लोकपाल में शामिल तीनों रिटायर्ड जजों के बताये गए नाम इस प्रकार हैं-[१] जस्टिस ए.पी. सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस),[२] जस्टिस बी.एच. मारलापल्ले ( बॉम्बे हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज) और[३] जस्टिस जसपाल सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज)। केजरीवाल ने कहा कि ये तीनों पूर्व जज हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लगे आरोपों की जांच करेंगे। अगर जांच में कोई भी कार्यकर्ता किसी भी तरह से दोषी पाया गया तो उसे पार्टी से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने कहा कि हम इस आंतरिक लोकपाल से मांग करेंगे कि वह ज्यादा से ज्यादा 3 महीने में हमारे साथियों पर लगे आरोपों की जांच करे।

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार भी वढेरा,सलमान,पवार,गडकरी की भी जांच बैठाए

अंजलि दमानिया पर आरोप

[अ] अंजलि ने मुंबई के पास करजात [ खर्वंडी गावं] में २००७ में खरीदी सात एकड़ ज़मीन को मात्र चार साल बाद ज़मीन का उपयोग बदलवाया और बिल्डर को बीच दिया| अंजलि का कहना है कि जो हुआ वो नियम के मुताबिक हुआ|गौरतलब है कि. बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का खुलासा करने वालीं अंजलि दमानिया खुद भी इसी तरह के विवाद में घिर गई हैं। दमानिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने खेती की जमीन खरीदने के लिए खुद को गलत तरीके से किसान साबित किया और बाद में जमीन का लैंड यूज बदलवाकर उसे प्लॉट में तब्दील कर बेच दिया। रायगढ़ प्रशासन ने जांच में पाया कि अंजलि दमानिया का किसान होने का दाव गलत है जबकि दमानिया का दावा है कि वह किसान है| खरवंदीगावं की ज़मीन बेचने वाले किसानों का दावा है कि दमानिया ने उनसे कहा था कि वो यहां खेती करेंगी लेकिन उन्होंने ज़मीन का इस्तेमाल बदलवा दिया और वहां 39 प्लॉट काट दिए. ज़मीन का इस्तेमाल बदलने की आज्ञा रायगढ़ के कलेक्टर ने दी थी.ज़मीन का इस्तेमाल बदलते ही पूरी जमीन एसवीवी डेवलपर्स को दे दी गई जिसमें दमानिया भी निदेशक हैं|कुल उनचालीस प्लॉट काटे गए जिनमें से सैंतीस प्लॉट अलग अलग लोगों को दे दिए गए.|
[आ] दमानिया ने करजत के जिस खरवंडी गांव में ज़मीन खरीदी थी उसके बगल के गांव कोंदिवाड़े में उन्होंने 30 एकड़ जमीन खरीदी थी. जहां बन रहे कोंधाणे बांध के खिलाफ दमानिया ने इसी साल अप्रैल में पीआईएल दायर की थी.
दमानिया के पीआईएल दायर करने के बाद प्रशासन ने उनके सभी प्लॉट की जांच शुरू कर दी. जांच के बाद अगस्त में प्रशासन ने कहा कि दमानिया ने किसान होने के पर्याप्त सबूत नहीं दिए थे और ना ही उस ज़मीन पर खेती की थी. इसलिए उन्होंने जो ज़मीन किसान होने का दावा करते हुए खरीदी थी वो उनसे वापस ले ली जाए.

प्रशांत भूषण और एम् गांधी पर आरोप

सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील और टीम केजरीवाल के अहम मेंबर प्रशांत भूषण पर भी हिमाचल गलत तरीके से कोडियों के भाव जमीन हासिल करने के आरोप लगाए गए हैं। मयंक गांधी पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने करप्शन के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के दिग विजय सिंह ने एम् गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं|

कांग्रेस का एतराज

दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नारायण सामी ने अरविंद केजरीवाल के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें अरविंद ने कहा था कि सरकार उन लोगों के फोन टैप कर रही है। नारायण सामी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल कच्चे सबूतों पर आरोप लगा रहे हैं। सामी ने इस लोक पाल की धारणा और उपयोगिता पर भी सवाल उठाया है|
आई ऐ सी ने अपने सदस्यों की जांच शुरू करवा कर सरकार के लिए एक बार फिर से परेशानी पैदा कर दी है केजरीवाल का कहना है कि अब सरकार को भी आगे आ कर आई ऐ सी के साथ साथ राबर्ट वढेरा,सलमान खुर्शीद शरद ,पवार, नितिन गडकरी की जांच कराये |सबको भरोसा है कि सरकार किसी कीमत पर राबर्ट वढेरा और शरद पवार आदि कि जाँच नहीं करवायेगी और अगर इस बीच आई ऐ सी की जांच पूर्ण हो जाती है तब लोक सभा के लिए होने वाले चुनावों तक आई ऐ सी की गिरती साख कुछ हद तक संभल जायेगी |

अरविन्द केजरीवाल सच्चे हैं तो गडकरी के साथ खुर्शीद और राबर्ट को भी सलाखें गिनने का मौका देना होगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया इंडिया अगेंस्ट करप्शन वालों ने अब की बार तो कमाल ही कर दिया| ओये ये भाजपा वाले अपने आप को लीक से हट कर बेहद इमानदार पार्टी कहते नहीं थकते थे अब की बार अरविन्द केजरीवाल ने भाजपा के सिरमौर नितिन गडकरी की १०० एकड़ लैंड ग्रैबिंग आदि धांधलियों का पर्दा फाश कर दिया | भाजपा अध्यक्ष खुद उपजाऊ सरकारी जमीन कब्जा कर वहां इंडस्ट्रीज लगा रहे हैं|किसानो को आत्म हत्या के लिए मजबूर कर रहे हैं| पर्यावरण की ऐसी की तैसी कर रहे हैं |इस पर नंगई तो देखो पूरी भाजपा खुल कर नंगी होकर एक तरफ यह मान रही है के हाँ नितिन गडकरी ने जमीन ली है लेकिन उसके साथ ही बेचारे अरविन्द को ब्लैक मेलर भी कह रही है|अब चूँकि | बंगारू लक्ष्मण जेल से बाहर आ गए हैं उन्होंने जेल में जो कोठरी खाली की है उसमे नितिन गडकरी को भी सलाखें गिनने का मौका दे दिया जाना चाहिए|बंगारू लक्ष्मण और गडकरी काण्ड के बाद अब तो इस भाजपा को गंगा जी में डूब ही मरना चाहिए|

अरविन्द केजरीवाल सच्चे हैं तो गडकरी के साथ खुर्शीद और राबर्ट को भी सलाखें गिनने का मौका देना होगा

झल्ला

मेरे चतुर सुजान जी अगर केजरीवाल की बात में दम है और तथ्यों में सच्चाई है तब तो सलमान खुर्शीद और राबर्ट वढेरा के साथ स्वयम प्रधान मंत्री के लिए भी कोठरी रिजर्व होनी चाहिए क्योंकि इससे पहले केजरीवाल ने इन्ही महापुरुषों के सर में दर्द पैदा किया है|लेकिन यह नहीं होगा और वोह भी नहीं होगा क्योंकि अरविन्द जो भाजपा के लिए कहता है आपके लिए वोही सत्य है और आपके लिए जो कहता है भाजपा के लिए केवल वोही सत्य है| देखा नहीं किस तरह राबर्ट वढेरा के लैंड स्कैम के विषय में पूछते ही दिग्विजय सिंह+हरीश रावत जैसे धुरंध्र्रों को भी सांप सूंघने लगा है|उसकी जाँच तो दूर चर्चा करने से भी कतराने लग गए हैं|