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प्रधानमंत्री ने कर प्रशासकों को राजस्‍व ज्ञान संगम में डुबकी लगवाई

प्रधानमंत्री ने कर प्रशासकों को राजस्‍व ज्ञान संगम में डुबकी लगवाई
प्रधानमंत्री ने राजस्‍व ज्ञान संगम पर टैक्स प्रशासकों को सम्‍बोधित करते हुए कहा के ९२%कर तो स्वतः ही आ जाता है शेष ८ पर्सेंट के लिए ४० हजार का स्टाफ है |पीएम ने राजस्व देने वालों के वर्तमान ५ करोड़ के दायरे को दोगुना किये जाने पर बल दिया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज राजस्‍व ज्ञान संगम के अवसर पर कर प्रशासकों को सम्‍बोधित किया।
यह पहला मौका है जब केन्‍द्रीय प्रत्‍यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) और केन्‍द्रीय उत्‍पाद एवं सीमा शुल्‍क बोर्ड (सीबीईसी) – दो राजस्‍व बोर्ड एक साथ सम्‍मेलन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने सम्‍बोधन का शुभारंभ अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित करने के द्वारा किया। उन्होंने अधिकारियों को अपने विचारों को स्‍वतंत्र और स्‍वछंद रूप से आदान-प्रदान करने के लिए प्रोत्‍साहित किया। पीएम ने जोर देते हुए कहा कि सभी नागरिकों के बीच कानून के प्रति सम्‍मान, कर से बचने वालों के मन में कानून का भय होना चाहिए और लोगों को कर प्रशासकों से डर नहीं होना चाहिए।
उन्‍होंने कहा कि भारत आज अपने इतिहास में एक विशिष्‍ट स्‍तर पर है और इसके लोगों की उच्‍च आकांक्षाओं को सरकार के द्वारा पूरा किए जाने की आवश्‍यकता है ताकि वे इसे राष्‍ट्र के विकास में परिवर्तित कर सकें।
उन्‍होंने प्रणाली में विश्‍वास पैदा करने के लिए कर प्रशासकों की आवश्‍यकता पर भी बल दिया।
स्‍वेच्‍छा से गैस सब्सि‍डी को छोड़ने की ‘इसे छोड़ दो’ पहल का उदाहरण देते हुए उन्‍होंने कहा कि कराधार में भी सारगर्भित ढंग से वृद्धि की जा सकती है ताकि कर प्रशासक एक परिवर्तन लाने की दिशा में अपने नेतृत्‍व का प्रदर्शन कर सकें।
प्रधानमंत्री ने कर प्रशासकों के लिए एक पांच सूत्रीय चार्टर –
रेपिड: अर्थात राजस्‍व के लिए आर,
जवाबदेही के लिए ए,
सत्‍यनिष्‍ठा के लिए पी,
सूचना के लिए आई
डिजिटलीकरण के लिए डी,
को रेखांकित किया।
इस अवसर पर वित्‍तमंत्री श्री अरूण जेटली, वित्‍त राज्‍यमंत्री श्री जयंत सिन्‍हा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव श्री नृपेन्‍द्र मिश्र, राजस्‍व सचिव श्री हसमुख अधिया और सीबीडीटी एवं सीबीईसी के अध्‍यक्ष भी उपस्थित थे।
फाइल फोटो
जेनेवा में पी एम

मोदी की बर्थडे डिप्लोमेसी रंग लाई,नवाज़ का आतंकवादियों के विरुद्ध निर्णायक कदम का आश्वासन

[नई दिल्ली]मोदी की बर्थडे डिप्लोमेसी रंग लाने लगी|नवाज़ ने आतंकवादियों के विरुद्ध शीघ्र और निर्णायक कदम का आश्वासन दिया
नवाज़ शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री को फोन करके यह आश्वासन दिया हैं|
पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री मोहम्‍मद नवाज़ शरीफ ने आज दोपहर बाद पठानकोट एयरबेस आतंकी हमले के सिलसिले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी को फोन किया।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्‍तान के लिए यह आवश्‍यक है के वह इस हमले के लिए जिम्‍मेदार संगठनों तथा व्‍यक्तियों के विरुद्ध ठोस और त्‍वरित कार्रवाई करें। इस संबंध में पाकिस्‍तान को विशेष और कार्रवाई योग्‍य सूचना दी गई है। पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री मोहम्‍मद नवाज़ शरीफ ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी को आश्‍वासन दिया की उनकी सरकार आतंकवादियों के विरुद्ध शीघ्र और निर्णायक कदम उठायेगी। पठानकोट पर पाकिस्तान से आये आतंकवादियों के हमले को लेकर नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की आलोचना हो रही है|
फाइल फोटो

प्रधानमंत्री मोदी ने आज की यात्रा के दौरान चंडीगढ़ की जनता को हुई असुविधा पर खेद व्‍यक्‍त किया

[चंडीगढ़]प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी आज की यात्रा के दौरान चंडीगढ़ की जनता को हुई असुविधा पर खेद व्‍यक्‍त किया |प्रधान मंत्रियों के दौरों के कारण अक्सर नागरिकों को असुविधा होती आई है और आज भी नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान चंडीगढ़ की जनताको असुविधा हुई लेकिन इस बार कुछ अलग हट कर भी घटा| असुविधा के लिए पी एम ने स्वयं खेद व्यक्त किया और जांच का आश्वासन भी दिया |
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘’मेरी यात्रा के दौरान चंडीगढ़ के नागरिकों को हुई अुसविधा, खासतौर से स्‍कूलों को बंद करना खेदजनक है। मैं समझता हूं कि इससे बचा जा सकता था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी जांच की जाएगी और चं‍डीगढ़ की जनता को हुई असुविधा के लिए जवाबदेही तय की जाएगी।’’ गौरतलब है के आज चंडीगढ़ के अपने दौरे के दौरान पी एम अनेको कार्यक्रमों में भाग लिया |चंडीगढ़ एयरपोर्ट+पी जी आई में कार्यकरों के साथ ही उन्होंने निवास भी बांटे
इस दौरान लोगों को कुछ असुविधा भी हुई विशेष रूप से शिक्षण संस्थाओं में शट डाउन से छात्रों को ज्यादा असुविधा हुई इसी को लेकर पी एम ने खेद व्यक्त किया

मोदी ने किया कट्टरपंथी विचारधारा को”किनारे”करने के लिए सूफी विद्वानों को सोशल मीडिया पर आने का आह्वाहन

[नई दिल्ली]मोदी ने कट्टर पंथी विचारधारा से देश को बचाने के लिए सूफी विद्वानों को सोशल मीडिया पर आने का आह्वाहन किया
पीएम नरेंद्र मोदी ने यह आह्वाहन २७ अगस्त को मिलने आये सूफी विद्वानों के शिष्टमंडल से किया |सूफी विद्यवानों ने टूरिज्म को बढ़ावा देने और सूफी सर्किट की मांग भी की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सूफी संतों की विचारधारा भारतीय संस्कृति का आंतरिक अंग है तथा इसने भारत में बहुलवादी+बहु-सांस्कृतिक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। देश के विभिन्न भागों के 40 बरेलवी सूफी विद्वानों के शिष्टमंडल के साथ आज शाम मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कट्टरपंथी ताकतें आज सूफी विचारधारा को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सूफी संतों और विद्वानों के लिए सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों के जरिए इन ताकतों से निपटना बहुत आवश्यक है जिससे कट्टरपंथी विचारधारा भारत में जड़ें न जमा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सूफी परंपरा जहां कहीं भी पनपी इसने बुराई को दूर रखा है।
प्रधानमंत्री ने भारत में मुसलमान समुदाय को केंद्र सरकार की कौशल विकास की स्कीमों और कार्यक्रमों से अधिकतम फायदा उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सदस्यों की ओर से उठाए गए वक्फ संपत्ति के मुद्दों पर विचार किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सूफी संस्कृति और संगीत को प्रत्येक राज्य में उपयुक्त प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के दौरान शिष्टमंडल के सदस्यों ने बताया कि इस्लाम नफरत या कट्टरवाद नहीं सिखाता। उन्होंने इस बात पर चिंता प्रकट की कि कुछ ताकतें नहीं चाहती कि भारत के मुसलमान समुदाय के साथ प्रधानमंत्री के अच्छे रिश्ते हों। उन्होंने कहा कि अब तक वोट बैंक की विभाजनकारी राजनीति के परिणामस्वरूप मुसलमान समुदाय सरकार के साथ सिर्फ मध्यस्थों के जरिए ही बात करता रहा है लेकिन अब वे चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मुसलमानों सहित भारत की जनता के साथ सीधा संबंध स्थापित करें। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि लोगों के विकास के लिए कार्य किया जाए जो जाति, समुदाय या धर्म पर विचार किए बिना किया जाना चाहिए।
शिष्टमंडल के सदस्यों ने कहा कि इस्लाम के नाम पर आतंकवाद का फैलाव दुनिया भर में शांति के लिए खतरा है तथा सामाजिक, आर्थिक या राजनीतिक विचारधारा के लिए जिहाद को प्रोत्साहन दे रही ताकतों को किनारे करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुसलमान समुदाय को जागरूक बनाने की आवश्यकता है कि आईएसआईएस और अल कायदा जैसे गुट इस्लाम की राह का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
सदस्यों ने भारत में सूफी विचारधारा और संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक सुझाव भी दिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए सूफी सर्किट बनाया जाए तथा भारत में सूफी मजारों और स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए कदम उठाए जाएं।
फोटो कैप्शन
A delegation of Sufi Scholars calls on the Prime Minister, Shri Narendra Modi, in New Delhi on August 27, 2015.

डीऐवी कालेज ने पीएमएनआरएफ में दो करोड़ रुपये दिए

[नई दिल्ली] डीऐवी कालेज प्रबंधन कमिटी ने पीएमएनआरएफ में दो करोड़ रुपये दिए
पीएमएनआरएफ में योगदान के लिए 2 करोड़ रुपये का चेक आज प्रधानमंत्री को सौंपा गया
डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पूनम सूरी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) में योगदान के लिए उन्हें 2 करोड़ रुपये का चेक सौंपा
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The President, DAV College Managing Committee, Punam Suri presenting a cheque of Rs. 2 crore to the P M, Shri Narendra Modi, towards the PMNRF, in New Delhi on April 29, 2015.

प्रधानमंत्री ने किसानों की पीड़ा में सहभागी बनते हुए किसानों के कष्टों के निदान के लिए सभी से सुझाव मांगें

[नई दिल्ली]प्रधानमंत्री ने किसानों की पीड़ा में सहभागी बनते हुए किसानों के कष्टों के निदान के लिए सभी से सुझाव मांगें
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोक सभा में किसानों की पीड़ा में सहभागी बनते हुए इसके निदान के लिए सभी से सुझाव मांगें
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि कई वर्षों से, किसानों की आत्महत्या, समग्र देश के लिए चिंता का विषय रहा है। समय समय पर, हर सरकार ने, उनसे जो भी संभव हुआ, करती रही है। कल की घटना[गजेन्द्र की आत्महत्या] के कारण पूरे देश में जो पीड़ा है, उसकी अभिव्यक्ति सदन के भी सभी माननीय सदस्यों ने की है। पीएम ने इस पीड़ा में सहभागिता दर्शाते हुए कहा कि “यह हम सब का संकल्प रहे, हम सब मिल कर के, इस समस्या का समाधान कैसे ढूंढें” उन्होंने कहा कि समस्या बहुत पुरानी है, समस्या बड़ी व्यापक है, और उसे उस रूप में लेना पड़ेगा। जो भी अच्छे सुझाव होंगे उसे ले करके चलने के लिए सरकार तैयार है। किसान की ज़िंदगी से बड़ी कोई चीज़ नहीं होती। इंसान की ज़िंदगी से बड़ी कोई चीज़ नहीं होती। और इसलिए, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार की तरफ से जो जानकारी देनी थी वह आपको दी है, लेकिन मैं, इस सदन की पीड़ा के साथ अपने आप को जोड़ते हुए.कहना चाहता हूँ हम सबको सोचना होगा कि हम कहाँ गलत रहे, वो कौनसे गलत रास्ते पर चल पड़े, वो कौनसी कमियां रही, पहले क्या कमियां रही, पिछले दस महीनों में क्या कमियां रही, यह सबका दायित्व है। लेकिन किसानों की इस समस्या के समाधान का रास्ता हमको खोजना है, और इस विषय पर खुले मन से, जो भी सुझाव आये, ज़रूर बताये जाएँ |किसान को असहाय नहीं छोडा जा सकता |मरने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता|कोई न कोई हल अवश्य निकल कर आएगा |

पीएम ने जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशने का आश्वासन दिया

[नई दिल्ली]जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशा जाएगा :पीएम
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशने का आश्वासन दिया |
पीएम ने जाट समुदाय से सम्‍बद्ध मामलों पर चर्चा के लिए शिष्‍टमंडल से चर्चा की
विभिन्‍न राज्‍यों के 70 सदस्‍यों वाले शिष्‍टमंडल ने आरक्षण के संबंध में उच्‍चतम न्‍यायालय के हाल के फैसले सहित जाट समुदाय से सम्‍बद्ध मामलों पर चर्चा के लिए आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने शिष्‍टमंडल द्वारा उठाये गये मामलों को ध्‍यान से सुना। उन्‍होंने कहा कि सरकार उच्‍चतम न्‍यायालय के फैसले का अध्‍ययन कर रही है और वह कानूनी ढांचे के भीतर कोई समाधान तलाशने का प्रयास करेगी।
प्रधानमंत्री ने शिष्‍टमंडल से ‘’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ अभियान के कार्यान्‍वयन में अग्रणी भूमिका निभाने का अनुरोध किया।
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A delegation meeting the Prime Minister, Shri Narendra Modi to discuss issues related to Jat Community, in New Delhi on March 26, 2015.

बिहार दिवस पर पीएम की शुभकामनायें

[नई दिल्ली]आज बिहार दिवस है इस अवसर पर बिहार में तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं |प्रधानमंत्री ने बिहार के लोगों को बिहार दिवस पर शुभकामनाएं दी हैं|
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार दिवस के अवसर पर बिहार के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा
“बिहार के स्थापना दिवस पर बिहार के सभी भाईयों और बहनों को शुभकामनाएं।”

२१ जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एनसीसी कैडेट्स से सहयोग का पीएम ने किया आग्रह:एनसीसी रैली

[नई दिल्ली]अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एनसीसी कैडेट्स से सहयोग का पीएम ने किया आग्रह
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने एनसीसी कैडेटों का आह्वान किया कि वे 21 जून को पहले अंतर्राष्‍ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्‍य में देशभर में एक शानदार समारोह का आयोजन करें।
एनसीसी रैली के अवसर पर देशभर के कैडेटों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने उनसे आग्रह किया कि वे बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जुट जायें, जिससे पूरी दुनिया को एक मजबूत प्रेरणादायक संदेश पहुंच सके।
पीएम ने कहा कि योग अब पूरे विश्‍व में फैल चुका है और चूंकि योग हमारे देश में उदित हुआ, इसलिए हमें विश्‍व को बताना है कि योग एक संतुलित और समर्थ मानव की रचना के लिए बहुत जरूरी है।
कैडेटों द्वारा स्‍वच्‍छ भारत अभियान को समर्पित एक झांकी के प्रदर्शन के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका आरंभ 125 करोड़ भारतीयों में स्‍वच्‍छता के प्रति झुकाव पैदा करने के लिए किया गया है। उन्‍होंने कैडेटों से आग्रह किया कि वे स्‍कूलों और गांवों में इस विषय में जागरूकता पैदा करें। उन्‍होंने कहा कि स्‍वच्‍छ भारत एक तरह से मातृभूमि की सेवा भी है।
प्रधानमंत्री ने पिछले एक महीने के दौरान कैडेटों द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। बालिका कैडेट की बहुत संख्‍या में भागीदारी को देख कर उन्‍होंने गणतंत्र दिवस को याद करते हुए कहा कि पूरी परेड एक तरह से ”स्‍त्री शक्ति” का समारोह था। उन्‍होंने कहा कि देशवासियों को यह संदेश मिल गया है कि रानी लक्ष्‍मीबाई और जीजा माता आज प्रत्‍येक गांव और प्रत्‍येक परिवार में मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर से कैडेट यहां आये हुए हैं और वे एक लघु भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि स्‍वामी विवेकानंद और महात्‍मा गांधी जैसे महान व्‍यक्तियों ने भी भारत की अस्मिता को समझने के लिए देशभर की यात्रा की थी। उन्‍होंने कहा कि देश की विविधता को समझने के लिए पूरे देश में घूमना आवश्‍यक है और कैडेटों को यह अवसर मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एनसीसी रैली को देखकर उन्‍हें अपने बचपन के दिन याद आ गए जब वे स्‍वयं एक एनसीसी कैडेट थे, हालांकि एक कैडेट के रूप में उन्‍हें दिल्‍ली आने का अवसर न‍हीं मिला था। गणतंत्र दिवस समारोह के उपलक्ष्‍य में, जिसका अंग यह रैली है, दिल्‍ली आगमन के लिए चुने जाने हेतु कैडेटों द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। अपने सम्बोधन में श्री मोदी ने एन सी सी से जुड़े रहे अनेकों प्रतिभाओं का उल्लेख किया और गॉर्ड ऑफ़ आनर का निरिक्षण भी किया
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The Prime Minister, Shri Narendra Modi inspecting the Guard of Honour, during the Prime Minister’s NCC Rally, in New Delhi on January 28, 2015.

भारत के पीएम ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस+भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से मांगे सुझाव

भारत के पीएम ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस+भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से मांगे सुझाव
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस+भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से सुझाव आमंत्रित किए
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ‘अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस’ और भारतीय दूतावासों में सेवाओं पर लोगों से MyGov (मेरी सरकार ) प्‍लेटफॉर्म पर सुझाव आमंत्रित किए हैं
प्रधानमंत्री ने कहा,कि दूतावासों के बारे में प्राप्‍त जानकारी फरवरी में आयोजित होने वाले मिशन प्रमुखों के सम्‍मेलन के लिए बहुत मूल्‍यवान होंगी।
गौरतलब है कि दूतावासों में एनआरआई को बहस परेशनियों का सामना कारण पड़ता है|श्री मोदी के विदेशों में दौरोंके दौरान एनआरआई समाज द्वारा भव्य आयोजन किये गए थे और आम सभाओं में ही श्री मोदी ने उनकी समस्यायों को दूर करने ककी घोषणा भी कर दी थी इनमे से पीआईओ+आगमन पर वीजा आदि को लागू किया जा चुका है लेकिन अमेरिका आदि के एनआरआई को अभी भी अनेकों समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है |अंतराष्ट्रीय योग दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्रं की आम सभा में सहमति प्रदान की जा चुकी हैअब उसकी रूप रेखा बनाई जानी है इसके लिए सुझाव आमंत्रित किये गए हैं