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Tag: प्रधानमंत्री कार्यालय

जम्मू-कश्मीर के बाढ़ पीड़ितों की सहायतार्थ कॉर्पोरेट सेक्टर ने कोऑपरेट किया

जम्मू-कश्मीर के बाढ़ पड़ितों की सहायतार्थ कॉर्पोरेट सेक्टर ने कोऑपरेट किया |
जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए कॉर्पोरेट सेक्टर आगे आया है।
[१]महिंद्रा एंड महिंद्रा [२]सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में क्रमश: 2 करोड़ + 3 करोड़ रुपए की मदद दी है।
बीते रोज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुसीबत के समय में जम्मू-कश्मीर के लोगों की मदद के लिए प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष में उदारता से दान करने की अपील की थी।

सचिव नेहचल संधू ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया:पी एम ने स्वीकार किया

नेहचल संधू ने व्यक्तिगत कारणों से आज अपने पद से इस्तीफा दिया| श्री संधु राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में सचिव के पद पर कार्यरत थे इनका कार्यकाल १२/१५ तक बढ़ाया गया था|
राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में सचिव नेहचल संधू ने व्यक्तिगत कारणों से आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। प्रधानमंत्री ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और श्री संधू की उल्लेखनीय सेवाओं की सराहना की।
श्री संधू अपने 40 वर्ष के करियर के दौरान पुलिस अधिकारी, गुप्तचर ब्यूरो में निदेशक और राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार रहे

नरेंद्र मोदी ने नागरि‍कों को भारत सरकार से सीधे जोड़ने के लिए”पोर्टल”माई गवर्नमेंट लांच कि‍या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरि‍कों को सीधे सरकार से जोड़ने के लिए “पोर्टल “माई गवर्नमेंट लांच कि‍या| इसके माध्यम से देश के प्रबुद्ध लोगों से रचनात्मक फीडबैक लेकर उसका उपयोग व्‍यापक ज्ञान भंडार के रूप में होगा| प्राप्त सुझाव ,कार्यान्वयन के लिए, स्वीकृत होने पर प्रोत्साहन अंक भी दिए जायेंगे | इसका लिंक है http://mygov.nic.in
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज माई गवर्नमेंट लांच कि‍या|दावा किया गया है कि यह प्‍लेटफॉर्म भारत के नागरि‍कों को सुशासन की दि‍शा में योगदान देने के लि‍ए अधि‍कार संपन्‍न बनाएगा । अपनी सरकार के 60 दि‍नों के पूरे होने को चि‍न्‍हि‍त करते हुए , प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ लोकतंत्र की सफलता लोगों की भागीदारी के बि‍ना असंभव है। अतीत में लोगों तथा सरकार की प्रक्रि‍या के बीच अंतर की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ पि‍छले 60 दि‍नों में सरकार का यह अनुभव रहा है कि‍ अनेक लोग राष्‍ट्र नि‍र्माण में योगदान देना चाहते हैं और अपना समय तथा ऊर्जा लगाना चाहते हैं। उन्‍हें केवल चमक का अवसर देने और उनके योगदान को दि‍खाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ माईगवर्नमेंट मंच तकनीकी प्रेरि‍त माध्‍यम है जो सुशासन में योगदान करने का अवसर देगा।
प्रधानमंत्री ने वि‍श्‍वास व्‍यक्‍त कि‍या कि‍ लोग इस प्रयास का स्‍वागत करेंगे1 उन्‍होंने इस मंच को मजबूत बनाने तथा सुधारने के लि‍ए सुझाव भी मांगे। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि‍ देश को आगे ले जाने तथा गरीब-गरीब से लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति‍ इस मंच से जुड़ेगे।उनसे रचनात्मक फीड बैक मिलेगा उन्‍होंने कहा है कि‍ इस मि‍शन सफलता के प्रति‍ आश्‍वस्‍त हैं कि‍ क्‍योंकि‍ उन्‍हें 125 करोड़ भारतीय लोगों की शक्‍ति‍ और क्षमता पर भरोसा है।
जो लोग वि‍चार-वि‍मर्श से आगे बढ़कर जमीनी योगदान देना चाहते हैं उनके लि‍ए माई गवर्नमेंट पोर्टल अनेक अवसर देता है। नागरि‍क वि‍भि‍न्‍न कायों के लि‍ए स्‍वयं आगे बढ़ सकते हैं और अपनी प्रवृष्‍टि‍यां दे सकते हैं। फि‍र इन कार्यों की समीक्षा अन्‍य सदस्‍य तथा वि‍शेषज्ञ करेंगे। मंजूरी के बाद इन कार्यों को पूरा करने वाले लोगों तथा माई गवर्नमेंट के अन्‍य सदस्‍यों से साझा कि‍या जाएगा। प्रत्‍येक मंजूर कार्यों को पूरा करने के लि‍ए प्रोत्‍साहन अंक मि‍लेंगे।
नेशनल इंफोरमेटि‍क्‍स सेंटर (एनआईसी) तथा इलैक्‍ट्रॉनि‍क्‍स एवं सूचना प्रौद्योगि‍की वि‍भाग माई गवर्नमेंट मंच का क्रि‍यान्‍वयन और प्रबंधन करेंगे और इससे सुशासन में नागरि‍कों की भागीदारी में मदद मि‍लेगी।
समूह और कॉर्नर माई गवर्नमेंट के प्रमुख हि‍स्‍सा हैं। इस मंच को स्‍वच्‍छ गंगा, बालि‍का शि‍क्षा, स्‍वच्‍छ भारत, कौशलपूर्ण भारत, डीजि‍टल भारत और रोजगार सृजन जैसे वि‍भि‍न्‍न समूहों में बांटा गया है। प्रत्‍येक समूह को ऑनलाइन तथा ऑनग्राउंड कार्य दि‍ए गए हैं जि‍से योगदानकर्ता अपने हाथ में लेंगे। इसका उद्देश्‍य लोगों की भागीदारी के जरि‍ए गुणात्‍मक परि‍वर्तन लाना है। संचार तथा सूचना प्रौद्योगि‍की, वि‍धि‍ और न्‍याय मंत्री श्री रवि‍शंकर प्रसाद तथा भारत सरकार के वरि‍ष्‍ठ अधि‍कारी इस अवसर पर मौजूद थे।
फोटो कैप्शन
Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi at the launch of “MyGov portal”, an official portal of Government India, in New Delhi on July 26, 2014.

प्राचीन सभ्यताएं,भारत+चीन,तीसरे देश ब्राज़ील में मिली:कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मार्ग पर चर्चा

विश्व की दो बड़ी प्राचीन सभ्यताओं ने तीसरे देश में ८० मिनट्स तक शिखर वार्ता की | भारत के पी एम ने चीन के राष्ट्रपति से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और मार्ग माँगा |
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के प्रेजिडेंट शी जिंगपिंग ने ब्राजील के फोर्टलेजा शहर में ८० मिनट्स तक मुलाकात की|
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया
ब्राजील के फोर्टलेजा शहर पहुंचने के कुछ ही समय पश्‍चात प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन की पूर्व संध्‍या पर चीन के राष्‍ट्रपति श्री शी जिंगपिंग से मुलाकात की। यह प्रधानमंत्री की पहली शिखर वार्ता है।
दोनों पक्षों ने सीमा विवाद को हल करने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सीमा पर परस्‍पर विश्‍वास एवं भरोसे को बढ़ाने और शांति बरकरार रखने पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि अगर भारत और चीन सीमा विवाद को परस्‍पर वार्ता से हल कर लेते हैं तो इससे पूरे विश्‍व के लिए एक उदाहरण प्रस्‍तुत होगा कि किस तरह शांतिपूर्वक तरीके से सीमा विवादों को सुलझाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने श्री जिंगपिंग को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मैदानी क्षेत्रों से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को होने वाली समस्‍याओं के मद्देनजर एक और मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया। श्री जिंगपिंग ने इस सुझाव पर विचार करने का आश्‍वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने भारत के ढांचागत सेक्‍टर में चीनी निवेश बढ़ाने के साथ दोनों देशों के बीच व्‍यापारिक असंतुलन समाप्‍त होने की आशा व्‍यक्‍त की। श्री जिंगपिंग ने इस पर सहमति‍ जताई कि दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग के लिए व्‍यापारिक संबंधों में संतुलन होना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि चीन के लिए भारतीय निर्यात बढ़ाकर भी इस समस्‍या का एक समाधान किया जा सकता है।

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.


चीन ने इस वर्ष नवम्‍बर महीने में अपेक (एपीईसी) सम्‍मेलन में शिरकत करने के लिए भारत को आमंत्रित किया है। श्री जिंगपिंग ने कहा कि भारत को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान में भारत एससीओ में पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहा है। अगर कोई अतिरिक्‍त जिम्‍मेदारी दी जाती है तो भारत को उसे स्‍वीकार करने में कोई गुरेज नहीं होगा।
श्री मोदी ने अपने मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में चीन यात्रा की याद दिलाई। उन्‍होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि देशों के बीच संबंध वहां की जनता के संबंधों की शक्ति से बनते हैं। उन्‍होंने पर्यटन और अन्‍य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्‍मीद जताई।
प्रधानमंत्री ने यह भी आशा व्‍यक्‍त की कि इस वर्ष श्री जिंगपिंग की आयोजित भारत यात्रा दोनों देशों के बीच नए और महत्‍वाकांक्षी कार्यों के द्विपक्षीय सहयोग बेहतर करने के लिए एक सुअवसर रहा। उन्‍होंने चीन यात्रा के लिए स्‍वयं को आमंत्रित करने के लिए राष्‍ट्रपति का आभार व्‍यक्‍त किया और आशा जताई कि श्री जिंगपिंग शीघ्र भारत यात्रा पर आएंगे।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi at a bilateral meeting with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, on the sidelines of the sixth BRICS Summit, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.