[नई दिल्ली ]कर्णाटक के मंत्री को बाढ़ में भी पूर्व सैनिकों के बजाय मीडिया में ज्यादा रूचि, सो इस मोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीथारमन और राज्य सभा का अपमान करने से भी नहीं चुके |
प्राप्त जानकारी के अनुसार बाढ़ की समीक्षा के लिए कोडागु जिले में आई रक्षा मंत्री को कोडागु जिले के प्रभारी मंत्री सा रा महेश ने अपशब्द कहे |
घटनाओं का विस्तृत क्रमवार ब्यौरा इस प्रकार बताया गया है :
रक्षा मंत्री के दौरे के कार्यक्रम को जन प्रतिनिधियों के परामर्श से कोडागु के जिला प्रशासन द्वारा अंतिम रूप दिया गया जिसमे जिला प्रशासन के आग्रह पर कुछ पूर्व सैनिकों को भी शामिल किया गया।
कार्यक्रम के अनुरुप रक्षा मंत्री बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत कर रही थीं,जिस पर जिले के प्रभारी मंत्री ने आपत्ति जताई और जोर देकर कहा कि पहले अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की जाए। रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि पूर्व सैनिकों का कल्याण रक्षा मंत्री का एक अनिवार्य हिस्सा है और इसका विवरण कार्यक्रम में भी है। तथापि, जिला मंत्री ने जोर दिया कि माननीया रक्षा मंत्री तत्काल बातचीत बंद करें एवं अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए वहां से रवाना हों।
रक्षा मंत्री ने तत्काल यह बैठक स्थगित की और अधिकारियों के साथ बैठक करने के लिए रवाना हो गईं। मीडिया के लोगों की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक के बाद रक्षा मंत्री ने पूर्व सैनिकों की समस्याएं सुनीं।
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कर्णाटक के मंत्री को बाढ़ में भी पूर्व सैनिकों के बजाय मीडिया में ज्यादा रूचि
६२ छावनियों में सड़कें बंद करने का स्थानीय सैन्य अधिकारी को अधिकार
[नई दिल्ली] ६२ छावनियों में सड़कें बंद करने का स्थानीय सैन्य अधिकारी को अधिकार
रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, सांसदों तथा 62 छावनी बोर्डों के उपाध्यक्षों की 4 मई, 2018 को हुई बैठक में मिले सुझावों के आधार पर निर्णय हुआ के स्थानीय सैन्य अधिकारी किसी वजह से जरूरी समझेंगे तो सड़कों को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यह काम छावनी ऐक्ट 2006 की व्यवस्थाओं और रक्षा मंत्रालय द्वारा 28 मई, 2018 को जारी किए गए आदेशों के आधार पर किया जाएगा।
भारतीय वायु सेना का जगुआर प्रशिक्षक विमान इलाहबाद के समीप दुर्घटनाग्रस्त: दोनों पायलट सुरक्षित
भारतीय वायु सेना का जगुआर प्रशिक्षक विमान इलाहबाद के समीप दुर्घटनाग्रस्त: दोनों पायलट सुरक्षित
भारतीय वायु सेना के एक जगुआर प्रशिक्षक विमान ने आज सुबह 7.25 बजे इलाहाबाद से उड़ान भरी और यह 13 किलो मीटर दूर दक्षिण पूर्व में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था। इसके दोनों पायलट सुरक्षित हैं और इस दुर्घटन के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है जिसके लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के. धोवन ने शूरवीर शस्त्र बलों के कार्मिकों को श्रद्धांजलि दी
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के. धोवन ने शूरवीर शस्त्र बलों के कार्मिकों को श्रद्धांजलि दी
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के. धोवन ने शूरवीर शस्त्र बलों के कार्मिकों आज नोएडा शहीद समारक पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इन सैनिकों, एयरमैन और नाविकों को श्रद्धांजलि अर्पित करना एक सम्मान की बात है। इस अवसर पर नागरिकों और सैन्य गणमान्य व्यक्तियों, आईएएस और आईपीएस अधिकारियों, पूर्व सैनिकों, स्कूली बच्चों और आम नागरिकों की एक बड़ी संख्या ने भाग लिया।
शहीदों को सम्मान करने के लिए इस तरह के युद्ध स्मारक की स्थापना का विचार 1998 में कल्पित किया गया था। हर साल एनएसएस संस्था हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए फरवरी के महीने में वार्षिक पुष्पांजलि समारोह आयोजित करता है।
photo caption
The Chief of Naval Staff, Admiral R.K. Dhowan paying homage to the martyrs at Noida Shaheed Smarak on February 28, 2015.
अरब सागर में आत्मघाती दस्ते ने ,विस्फोटक ले जा रही संदिग्ध नाव को, पकड़े जाने पर डुबोया
अरब सागर में आत्मघाती दस्ते ने विस्फोटक ले जा रही संदिग्ध नाव को पकड़े जाने पर डुबोया |
पोरबंदर से लगभग 365 किमी, भारत-पाकिस्तान समुद्री सीमा के निकट 31 दिसंबर की मध्यरात्रि में भारतीय तटरक्षकों दलों और हवाई दस्तों ने अरब सागर में मछली पकड़ने वाली एक संदिग्ध नाव को गुप्तचर सूचना के आधार पर चलाए गए ऑपरेशन के तहत रोका।
रक्षा मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर को गुप्तचर विभाग को सूचना प्राप्त हुई कि कराची के निकट केटी बंदर की तरफ से आने वाली एक मछली पकड़ने वाली नाव अरब सागर में कुछ अवैध आदान-प्रदान की योजना बना रही है।
इन सूचनाओं के आधार पर तटरक्षक डोरनियर हवाई दस्ते ने समुद्री-हवाई समन्वय खोज अभियान चलाया और संदिग्ध नाव की तलाश की।
तत्पश्चात, इस क्षेत्र में गश्त कर रहे तटरक्षक जहाज ने मार्ग परिवर्तन किया और अवैध नाव को 31 दिसंबर मध्य रात्रि में पोरबंदर के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 365 किमी पर रोका।
तटरक्षक जहाज ने इस नाव के सामान और चालक दल को अग्रिम जांच के लिए रूकने के लिए चेतावनी दी; जिस पर नाव की गति बढ़ा दी गई और भारतीय समुद्री सीमा से निकल जाने की कोशिश की। पीछा करने की यह प्रक्रिया लगभग एक घंटे चली और तट रक्षक जहाज चेतावनी गोलीबारी के बाद मछली पकड़ने वाली इस नाव को रोकने में सफल रहा।
नाव पर चार व्यक्ति थे जिन्होंने तटरक्षकों द्वारा रोके जाने की और जांच में सहयोग करने की चेतावनियों की अवहेलना की थी।
इसके उपरांत नाव के चालक दल ने स्वयं को डेक कंपार्टमेंट के नीचे छुपा लिया और नाव में आग लगा दी,
जिस कारण नाव में विस्फोट हो गया और आग लग गई।
अंधेरे, खराब मौसम और तेज हवाओं के कारण नाव पर मौजूद लोगों को वहां से निकाला और बचाया नहीं जा सका।
नाव अपनी उसी अवस्था में पहली जनवरी के शुरूआती घंटों में ही जल कर डूब गई। तटरक्षक जहाज और हवाई दस्ते इस क्षेत्र में किसी जिंदा बचे व्यक्ति की संभावना में लगातार खोजी अभियान चला रहे हैं।
पिछले कुछ महीनों में समुद्री रास्ते से खतरों की कई सूचनाओं के बाद तटरक्षक और अन्य सुरक्षा एजेंसियां समुद्र में अत्यधिक सतर्कता बरत रही हैं।
सेना के तीनों अंगों में १२३७२ अधिकारी और ३९८३९ अन्य की कमी है: रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों में श्रम शक्ति की कमीको स्वीकार करते हुए इस कमी के लिए अन्य आकर्षक विकल्पों का होना एक कारण बताया है | रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी ने आज लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्त्तमान में सेना के तीनों अंगों में १२३७२ अधिकारी और ३९८३९ अन्य की कमी है | सशस्त्र बलों में रिक्तियों के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालते हुए आर एम् ने बताया [१] राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में संवृद्धि होने के कारण अन्य आकर्षक विकल्पों का होना, [२]सख्त चयन मापदंड एवं कठिन सेवा शर्तों का होना इसके साथ ही[३] अंत्यत जोखिम का होना शामिल है।
आर एम् अंटोनी ने दावा किया कि सरकार ने युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय अपनाए हैं। जिनमें भर्ती रैलियां, मीडिया अभियान शामिल हैं। युवाओं के लिए सशस्त्र बल की भर्तियों को आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इनमें VI केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, सशस्त्र बलों में पदोन्नति के अवसर शामिल हैं।
सशस्त्र बलों में श्रम शक्ति की कमी का ब्यौरा सेवावार नीचे दिया गया है-
[अ]सेना ===अधिकारी पी बी ओ आर
१ -१ २०१३ १-४-२०१३ की स्थिति
९५९० २२८४१
[आ] नौसेना
अधिकारी सेलर ३०-६-२०१३ की स्थिति
१९९९ १३३७३
[इ] वायु सेना
अधिकारी एयर मैन १-७-२०१३ की स्थिति
७८३ ३६२५
कुल योग १२३७२ ३९८३९
मेरठ छावनी के पार्षदों और परिषद् की लड़ाई अब सड़को पर आई
पार्षद अजमल कमाल के अनुसार मेरठ के पार्षदों का हौंसला बढाने के लिए छावनी परिषदों के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव गुप्ता [झांसी]के साथ अनेकों छावनियों के उपाध्यक्ष आयेंगे |
गौरतलब है की छेत्र में विकास के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है|इसके लिए धनाभाव का रोना रोया जाता है जबकि सैनिक अधिकारियों के छेत्रों में ही कार्य कराये जा रहे हैं|ये आरोप लगाते हुए असंतुष्ट पार्षदों ने कहा है कि [१]गृह कर और जल कर में की गई वृद्धि को तत्काल वापिस लिया जाए|[२]विकास कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराये जाये|[३]चेंज आफ परपस को चालू किया जाए[४]नक्शा पास करने के प्रक्रिया तेज की जाए[५]बंगलो एरिया में बिजली पानी और सड़क सुविधा दी जाये|
इसके अलावा पार्षद अजमल कमल ने सुझाव भी दिया ही कि छावनी परिषद् में किये जा रहे चालान को कोर्ट में भेजने के बजाये चालानपर बोर्ड द्वारा ही निर्णय कराया जाना चाहिए इससे बोर्ड को अतिरिक्त आमदनी होगी| कम्पाउंड प्रक्रिया को गति दी जानी चाहिए|एन ओ सी देने में की जारी देरी को रोक जाना चाहिए|एतिहासिक स्थलों का सौन्द्रियकरण हो और फ्रीहोल्ड प्रक्रिया यथा शीघ्र शुरू की जाए |
विवादित आदर्श हाउसिंग सोसायटी पर रक्षा मंत्रालय ने हाई कोर्ट में दावा ठोका
रक्षा मंत्रालय ने आज शुक्रवार को मुम्बई की विवादित कोलाबा में ३१ मंजिला आदर्श हाउसिंग सोसायटी बिल्डिंग भूमि पर महाराष्ट्र हाई कोर्ट में दावा थोक कर कब्जा दिलाये जाने की मांग की है|
उल्लेखनीय है कि आदर्श सोसायटी देश के प्रमुख घोटालों में शामिल किया जा चुका है | आरोप लगाये गए हैं कि सेन्य भूमि पर वॉर विड़ोज के लिए फ्लैट्स बनाए गए थे मगर बाद में दूसरे असर दार लोगों को एलाट कर दिए गए| इससे पूर्व महाराष्ट्र सरकार ने भूमि पर अपना दावा यह कहते हुए क्लेम किया था कि यह भूमि राज्य कि है और इस पर बनी सोसायटी वार विड़ोज के लिए नहीं थी इसके लिए ८ माह पूर्व दो सदस्सीय जुडिशियल पेनल भी बनाया गया था |जनवरी २०११ में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा इस ३१ मंजिला बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये जा चुके हैं| रक्षा मंत्रालय द्वारा इस बिल्डिंग पर, सुरक्षा कारणों से , आपात्ति जताई जा चुकी है|
भारतीय सेना के लिए इटालियन हेलीकाप्टरों की खरीद में घूस की मांग
अत्यंत गोपनीयता बरतने वाली रक्षा सेवाओं में भी अब भ्रष्टाचार की एक के बाद एक परतें खुलने लग गई है|बोफोर्स के बाद काफी समय तक गोपनीयता बरते जाने के बाद अब पुनः रक्षा सौदों के लिए मंत्रालय जांच के घेरे में आ रहा है| सेवानिवृत जनरल तेजिंदर सिंह द्वारा टात्रा ट्रकों में घूस की पेश कश के बाद एक ब्रिगेडियर भी खरीद मामलों में जांच के घेरे में आ गए हैं| अबकी बार थोड़ा स्टोरी में ट्विस्ट है\पहले दलाल ने घूस की पेश की थी जिसे सिटिंग जनरल ने ठुकरा कर उसकी जांच करवा दी है और अब घूस मांगने के लिए सप्लाईंग कंट्री द्वारा भारतीय सेना के ब्रिगेडियर पर आरोप लगाए गए हैं| हेलीकाप्टर के एक सौदे में एक इतालवी कंपनी से कथित तौर पर 50 लाख डॉलर की रिश्वत मांगने वाला एक ब्रिगेडियर जांच के दायरे में लाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने इटली की सरकार से ब्यौरा मांगा है फिलहाल इटली में जारी एक जाँच के दौरान ये आरोप चेन्नई स्थित ‘आफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी’ में पोस्टेड एक ब्रिगेडियर के खिलाफलगाए जा रहे हैं| रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी [/caption
आरोप है कि थलसेना के लिए 197 लाइट हेलिकॉप्टरों[ 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों ]सहित रक्षा सौदों के लिए कथित तौर पर रिश्वत की पेशकश की जा रही है। भारत के साथ रक्षा सौदों में यह कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड की मूल कंपनी है।
रक्षा मंत्रालय ने इतालवी सरकार और संबद्ध एजेंसियों से विदेश मंत्रालय के जरिए इस बारे में जानकारी मांगी है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगस्ता वेस्टलैंड को 12 एडब्ल्यू101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति के लिए निविदा मिल चुकी है जबकि 197 हेलीकॉप्टरों के सौदे में उसकी बोली खारिज हो गई है।
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