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Tag: समाजवादी पार्टी

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ने प्रोमोशन में रिजर्वेशन के विरोधियों को सपा के बहकावे ना आने की सलाह: Reservation On Promotion

Dr Lakshmi Kant Vajpai State President Of B.J.P.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने आज प्रोमोशन में आरक्षण के विरोधियों को भ्रमित बताते हुए उन्हें प्रदेश में सत्तारुड सपा के बहकावे से बाहर निकल कर देश हित में सोचने की सलाह दी है|
गौरतलब है कि बीते दिन प्रोमोशन में रिजर्वेशन के विरोधियों ने मेरठ शहर में स्थित भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वाजपई के निवास पर नारे लगाए और भाजपा से सम्बंधित पोस्टर फाड़ कर अपना विरोध जताया था|जमोस न्यूज़ डाट काम द्वारा इसकी प्रतिक्रया पूछने पर डाक्टर वाजपई ने कहा कि लोक तंत्र में अपनी भावनाएं प्रगट करना सभी का अधिकार है|लेकिन लोक तांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए अपनी भावनाओं को व्यक्त किया जाना चाहिए|अगर इन विरोधियों को अपनी बात कहनी थी तो इसके लिए उनसे[डाक्टर वाजपई] उनके घर पर,ऑफिस में या फिर फोन पर बात की जा सकती थी|ऐसा कुछ भी करने के बजाय उनके निवास पर हंगामा करना सुनियोजित षड्यंत्र का संकेत देता है| उन्होंने प्रदेश में अपनी विरोधी पार्टी सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सभी सपा द्वारा भ्रमित हैं|यदि वास्तव में सपा प्रोमोशन में आरक्षण के विरोध में है तो वह[सपा]केंद्र में यूं पी ऐ की सरकार से समर्थन वापिस क्यूं नहीं ले लेती|इसी परिपेक्ष्य में डाक्टर वाजपई ने सपा के बहकावे में ना आने की सलाह दी|

प्रोमोशन में रिजर्वेशन बिल की प्रति लोक सभा में फटी:सोनिया गांधी की रोकने की कौशिश नाकाम: Promotion In Reservation

प्रमोशन में रिजर्वेशन का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज बुधवार को लोकसभा में प्रमोशन में आरक्षण के बिल को फाड़ा गयाऔर सांसदों में हाथापाई भी हुई |इससे आहत .स्पीकर मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही पहले तीन बार स्थगित करने के पश्चात फिर कल तक के लिए सदन स्थगित कर दिया| बिल का भविष्य भी फिलहाल अधर में लटक गया है|
आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रमोशन में कोटा बिल पर एसपी का विरोध शुरू हो गया। बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब तीन बजे कार्यवाही शुरू हुई और पीएमओ में राज्यमंत्री नारायणसामी ने बिल पेश करने की कोशिश की तो समाजवादी पार्टी के सांसद[नगीना] यशवीर सिंह खड़े हो गए और उन्होंने श्री सामी के हाथ से बिल छीन लिया। लोकसभा में विभाजित सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सबसे पहले कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और फिर दोबारा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई। तीसरी बार दोपहर तीन बजे तक के लिए सदन को स्थगित किया गया।
सुबह प्रश्नकाल जैसे ही शुरू हुआ समाजवादी पार्टी (एसपी), जनता दल (युनाइटेड) व शिवसेना के सदस्य अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए और विधेयक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शिवसेना के नेताओं की मांग थी कि सरकार कपास के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दे।
विधेयक राज्यसभा में पिछले सप्ताह पारित हुआ था। अब इसे लोकसभा में रखा जाना है। विपक्षी सदस्यों को शांत करने के प्रयास में कांग्रेस सदस्यों ने भी विधेयक के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय चाहते हैं।
दिल्ली में रविवार की सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), अकाली दल और जद (यु) की महिला सांसद अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गईं और उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस कराने की मांग की।
.बुधवार को कोटा बिल को लोकसभा में पेश किया जाना था जिस दौरान यह घटना हुई. इस हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|
समाचार चैनल एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यशवीर सिंह को रोकने की कोशिश की. सोनिया का यह रुख देखकर अन्य कांग्रेसी सांसद भी भड़के.जिसके बाद छीना-झपटी हुई और उस दौरान बिल की कॉपी फट गई.गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण बिल को असंवैधानिक बताती रही है|संसद से बहार भी इस बिल का विरोध जारी रहा| उत्तर प्रदेश और मेरठ में जगह जगह प्रदर्शन हुए और कांग्रेस तथा बी जे पी के विरुद्ध नारे लगाये गए| मेरठ के व्यस्तम बेगम पुल चौराहे पर बिल विरोधियों ने ट्रेफिक जैम किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई के निवास पर प्रदर्शन भी किया

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो

लगता है कि किसी भी छेत्र के विकास के लिए वहां से सत्तारुद दल के परिवार के एक प्रतिनिधि का होना आवश्यक हो गया है| इसीलिए आजम गढ़ के विकास के लिए मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव को लोक सभा के चुनावों उतारने की मांग जोर पकड़ने लगी है| कांग्रेस के वंशवाद के विरुद्ध नारे लगा कर सत्ता तक पहुंचे समाजवादी मुलायम सिंह यादव पर अब स्वयम परिवार को आगे लाने के लिए दबाब बनने लगा है| आज शनिवार को आजम गढ़ से मुलायम सिंह के पुत्र प्रतीक यादव को चुनाव लड़वाने के लिए नारे बाज़ी हुई| ‘हमारा सांसद कैसा हो, प्रतीक यादव जैसा हो’ यह नारा शनिवार को सूबे के सपा प्रदेश मुख्यालय में घंटों गूंजा। आजमगढ़ जिले के दो दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों के साथ आए समर्थकों ने मुलायम सिंह के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव को टिकट देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। यहाँ से बलराम यादव को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया जा चुका है। बलराम यादव फिलहाल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं|

धर्मेन्द्र यादव और अक्षय यादव हैं तो प्रतीक यादव को भी लोक सभा का टिकट दो


प्रधान जगदीश यादव व रामसकल की अगुवाई में प्रदर्शन करने पहुंचे आजमगढ़ के लोग केवल टिकट का ही ही दबाव नहीं बना रहे थे बल्कि विधायकों की उदासीनता से नाराज भी थे। उनका कहना था कि आजमगढ़ का कमिश्नरी घोषित करने के बीस वर्ष बाद भी क्षेत्र का विकास पूरी तरह ठप्प है। पार्टी के विधायक भी क्षेत्रवासियों की सुध नहीं लेते है।
मुलायम सिंह के परिवार से किसी प्रभावशाली व्यक्ति को प्रत्याशी बना दिया जाए तो क्षेत्र का विकास तेजी से होगा। ऐसे में प्रतीक से उपयुक्त अन्य कोई उम्मीदवार नहीं हो सकता। प्रधान भगवान गुप्ता व शिवदास का कहना था कि उन्हें किसी ने उकसा कर नहीं भेजा।
प्रत्याशियों की पहली सूची आने से पहले भी आजमगढ़ से लोगों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने प्रतीक को प्रत्याशी घोषित करने तक आंदोलन जारी रखने की बात कहीं। ग्राम प्रधान राम सिंगार कहना था कि जब रामगोपाल यादव के पुत्र अक्षय यादव को फिरोजाबाद सीट से उतारकर राजनीति में एंट्री कर दी गई तो प्रतीक यादव को क्योंनहीं?

आपसी कलह तो नहीं

आजमगढ़ से प्रतीक यादव को प्रत्याशी बनाने की मांग के पीछे पंचायती राज मंत्री बलराम यादव का विरोधी खेमा होने की आशंका जतायी जा रही है। उल्लेखनीय है उम्मीदवारों की पहली सूची में बलराम यादव को आजमगढ़ से लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।

वंशवाद

2014 के लोकसभा के लिए चुनावों में मुलायम के घर से कम से कम चार उम्मीदवार मैदान में होंगे। सपा प्रमुख खुद मैनपुरी से मैदान में होंगे तो
कन्नौज में बहू डिंपल दांव पर होगी। फिरोजाबाद की सीट निकालने का जिम्मा होगा रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव पर तो भतीजे धर्मेंद्र बदायूं से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
परिवार में समाजवाद की ये फेहरिस्त और लंबी भी हो सकती है क्योंकि 80 में से 25 सीटों पर अभी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान होना बाकी है। वैसे इन चार से आगे रामगोपाल यादव पहले से ही राज्यसभा से सांसद हैं जबकि अखिलेश तो प्रदेश के सीएम ही हैं।

मुलायम सिंह यादव १०% पारिवारिक सीटों के सहारे कांग्रेस के वंशवाद से जूझेंगे

2014 के चुनावों के लिए लिए समाजवादी पार्टी ने आज लोकसभा चुनाव के लिए 55 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है । इनमें पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, उनकी बहू और उनके दो भतीजे भी शामिल हैं। मुलायम मैनपुरी से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। जबकि फिरोजाबाद से प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय अपनी सियासी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं। कांग्रेस के वंश वाद के खिलाफ समाज वाद का झंडा उठाने वाले मुलायम सिंह यादव स्वयम अपने परिवार के चार सदस्यों के भरोसे २०१४ की नैय्या पार करना चाह रहे हैं|
आज शुक्रवार को पार्टी के उम्मीदवारों का ऐलान करते हुए पार्टी महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने 55 उम्मीदवारों की जो फेहरिस्त जारी की उसमे मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से, उनके बेटे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगी। वहीं मुलायम के भतीजे धर्मेंद्र यादव को एक बार फिर बदायूं से उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को फिरोजाबाद से पहली बार चुनाव मैदान में उतारा जा रहा है|

मुलायम सिंह यादव १०% पारिवारिक सीटों के सहारे कांग्रेस के वंशवाद से जूझेंगे


डिम्पल यादव इसी वंश वाद के कारण कांग्रेस के राज बब्बर से चुनाव हार गई थी|बाद में अखिलेश यादव द्वारा खाली की गई सीट पर डिम्पल को वाक् ओवर मिल गया था|उधर अक्षय यादव को अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करनी है| इस लिस्ट को जारी करने से पार्टी की महत्वकांक्षा जाहिर कर दी गई है इन उम्मीदवारों को अपनी जमीन मजबूत करने के लिए पर्याप्त समय दिया जा रहा है | मुलायम सिंह यादव कांग्रेस पर दबाब बनाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ रहे हैं| केंद्र सरकार को सपोर्ट करने वाले मुलायम सिंह यादव ने सीटों के बटवारे पर अपनी आदत अनुसार कांग्रेस के साथ समझौते के लिए दरवाजे भी खोल दिए हैं| उधर कांग्रेस ने भी २०१४ के चुनावों के लिए राहुल गांधी को कमान सौंप दी है|