अन्तराष्ट्रीय छेत्र में भारत की लगातार गिर रही साख से भारतवासियों के दिलों में सुलग रही आग की लपटें विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र के मंदिर
संसद
में भी दिखने लगी हैं|आज शुक्रवार १५ मार्च को संसद के दोनों सदनों में इस विषय को उठाया गया |
संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु की फांसी के विरोध में पाकिस्तानी सरकार ने अपने बचे हुए चंद दिनों को भारत के विरुद्ध इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है इसी कड़ी में कल पाकिस्तान की संसद में भारत के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करवा कर इन शेष दिनों को अगले चुनावों के लिए इन्वेस्ट करना शुरू कर दिया है|
इटली ने भारतीय मछुआरों के दो हत्यारों[नाविक] को शेल्टर दे कर भारतीय संप्रभुता को चुनौती दे दी है| श्रीलंका +नेपाल+चाईना आदि पहले से ही भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं|
भाजपा ने इसे लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। राज्यसभा में नेता विपक्ष अरुण जेटली ने सरकार से पाकिस्तान के इस प्रस्ताव के खिलाफ संसद में बहस की मांग की |श्री जेटली ने राज्यसभा में कहा कि आधिकारिक तौर पर ये पुष्ट हो गया है कि पाकिस्तान क्या चाहता है| अब समय आ गया है| भारत सरकार को कड़ा फैसला लेना चाहिए। पाकिस्तान से बातचीत का कोई फायदा नहीं है। इस तरह के प्रस्ताव पास करने से दोनों देशों के बीच शांति नहीं बहाल हो सकती है। इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा के लिए किसी एक तारीख का चयन कर चर्चा करा लेनी चाहिए। वहीं नेता विपक्ष के चर्चा की मांग पर कांग्रेस के राजीव शुक्ला ने कहा कि सरकार विदेश मुद्दे को लेकर बहस को तैयार है।उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा तय तारीख पर सरकार बहस के लिए तैयार है। उधर समाजवादी पार्टी के नेता कमाल फारूकी का कहना है कि पाकिस्तान को भारत के अंदरूनी मसले पर दखल देने का कोई हक नहीं है।
वहीं लोकसभा की प्रारम्भिक कार्यवाही को हंगामे के बाद स्थगित करना पड़ा।
बीजेपी ने मांग की कि संसद में पाकिस्तान के प्रस्ताव का विरोध होना चाहिए और इस मुद्दे पर बहस कराई जानी चाहिए। यशवंत सिन्हा के अलावा प्रकाश जावडेकर ने भी दोनों सदनों में प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अपनी संसद में अफजल को फांसी दिये जाने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पास किया है |पाकिस्तान की इस हरकत को बीजेपी ने भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप बताया है और और संसद से पाकिस्तान को जवाब देने की मांग की है|
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