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Tag: आई ऐ सी

आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला

भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए अब अन्ना बाबू राव हजारे भी दिल्ली लौट आये हैं| उन्होंने सर्वोदय एन्क्लेव में एक आफिस की व्यवस्था कर ली है जिसका उद्घाटन कल[रविवार] को किया जाएगा और एक अराजनैतिक संगठन की घोषणा कर दी है| भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम की दोबारा शुरुआत करने से पहले अन्ना ने अपनी कोर कमेटी के नए सदस्यों का नाम तय करने के लिए दिल्ली में बैठक कीइस बैठक में रिटायर्ड जनरल वी के सिंह और कर्नाटका के पूर्व लोकायुक्त संतोष हेगड़े की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी रही| मीटिंग के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने प्रेस को संबोधित किया| जनलोकपाल की अपनी पुरानी मांगों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि जनता को जनप्रतिनिधियों को रिजेक्ट करने का अधिकार मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तर में किस टेबल पर जरूरी फाइल कितने दिन तक रहती है, इसकी जानकारी भी जनता को होनी चाहिए। अन्ना ने सरकार पर फिर से हमले तेज करते हुए कहा कि जनलोकपाल को लेकर उसकी नीयत साफ नहीं है। हालांकि बैठक के दौरान इसे एक निजी कारण की वजह से बैठक में न आ पाना बताया गया।
बैठक के बाद अन्ना ने कहा कि उनकी कोर कमेटी में कई चेहरे पुराने ही हैं, लेकिन कुछ नए चेहरों को भी इस कमेटी में शामिल किया गया है।

आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला


गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल से अलग होने के बाद अन्ना पहली बार अपनी नई कोर कमेटी के सदस्यों का नाम तय करने के लिए बैठक कर रहे थे। दिल्ली में हो रही इस बैठक में मेधा पाटेकर, किरण बेदी समेत कई अन्य चेहरे मौजूद रहे। आज की बैठक में अन्ना ने अपने करीबियों के साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा की। उनकी नई टीम में किरण बेदी, मेधा पाटकर, अखिल गोगोई और पूर्व महानिदेशक [पंजाब जेल] शशि कांत शामिल हैं। आज हुई इस पहली बैठक के बाद हजारे टीम का विस्तार करेंगे। इनमें उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो पूर्व में उनके साथ काम कर चुके हैं। पीवी राजगोपाल, राजेंद्र सिंहऔर अविनाश धर्माधिकारी जैसे अन्य नाम भी टीम से जुड़ सकते हैं|
किरण बेदी के मुताबिक नई टीम में नए और पुराने दोनों तरह के सदस्य हैं। नए सदस्यों में पूर्व आइएएस अधिकारी अविनाश धर्माधिकारी, कृषि विशेषज्ञ विश्वजीत और ब्रिगेडियर [सेवानिवृत्त] ब्रिजेंद्र शामिल हैं।।गुवाहाटी में कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद शुक्रवार को हजारे राजधानी पहुंचे। आज की बैठक में अन्ना ने अपने करीबियों के साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा की।
एक तरफ तो अरविन्द केजरीवाल आये दिन प्रेस कन्फ्रेसं करके नए नए भ्रष्टाचार के मुद्दे उठा कर सरकार की किरकिरी कर रहे है अब अराजनीतिक अन्ना हजारे भी इसी मुद्दे के साथ सम्पूर्ण परिवर्तन [राईट टू रिजेक्ट और राईट टू रिकाल] के लिए ग्रामीण आंचलों से सरकार को घेरने के लिए डेड साल तक अभियान छेड़ेंगे | बेशक भाजपा और अन्य राजनितिक दल विपक्ष की भूमिका के लिए कोई प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं इसीलिए आई ऐ सी और अन्ना हजारे की फाईट टू करप्शन जैसी संस्थाओं को ग्राउंड मिल रही है|इस अवसर पर आदतन कई पत्रकारों ने आई ऐ सी और फाईट टू करप्शन में किसी विरोधाभास को तलाशने का प्रयास करते हुए प्रश्न पूछे मगर किसी कुशल नेता की भांति इन सभी प्रश्नों को हंस कर टाल दिया गया |इससे लगता है की ये दोनों संगठन अब अलग अलग दिशाओं से सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे | यानि आला रे आला अब अन्ना बाबू राव हजारे भी आला

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

आईएसी नेता अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कांग्रेस पर सवाल दाग दिया है|. इस बार रविवार को हुई कांग्रेस की महारैली को निशाना बनाया गया है| केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस जनता को अपनी इस महारैली का हिसाब दें.
रविवार को रामलीला मैदान में हुई कांग्रेस की महारैली पर सवाल करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, ‘कांग्रेस आरटीआई लाने का क्रेडिट लेना बंद करें.क्‍या कांग्रेस बताएगी कि इस रेली में कितने पैसे खर्च हुए हैं.’ इस रैली में शामिल हुई भीड़ के लिए केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने लोगों को पैसे दिए हैं. कांग्रेस की इस रैली की तैयारी पिछले लंबे समय से चल रही है.केजरीवाल ने ट्विटर पर ट्वीट कर कांग्रेस से पूछा है कि क्या वे रैली के लिए परिवहन, खान-पान, विशेष ट्रेनों आदि पर हुए खर्च की पूरी जानकारी आम जनता के सामने सार्वजनिक कर सकती है या नहीं। क्या इस रैली में आए लोगों को कांग्रेस ने पैसे दिये। क्या कांग्रेस रैली पर हुए खर्चे का हिसाब देगी। केजरीवाल ने कहा है कि कांग्रेस को अपने खाते सार्वजनिक करने चाहिए | गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की इस रैली ने ट्रैफिक की समस्या से सबको रुलाया । सभी प्रमुख सड़कों पर जाम लगा रहा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी रैली में शामिल थे |

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

एफडीआइ के समर्थन में काग्रेस की रैली में शामिल होने अन्य राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला सुबह ही शुरू हो गया था। आइएसबीटी-राजघाट रिंग रोड, धौलाकुंआ से ग्यारह मूर्ति आने वाले सरदार पटेल मार्ग, विकास मार्ग, आइटीओ से इंडिया गेट जाने वाली सड़क सहित रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर गाड़ियों की कतार से जाम लग गया। जिसे जहा गाड़ी खड़ी करने की जगह मिली, वहीं गाड़ी पार्क कर रैली में शिरकत करने के लिए पैदल निकल पड़ा। राजघाट, इंडिया गेट, पुराना किला, माता सुंदरी रोड, निजामुद्दीन ब्रिज, नीला गुंबद, वजीराबाद टी प्वाइट पर निर्धारित पार्किग स्थल जहा जगह मिली वहीं गाड़िया खड़ी कर रैली में हिस्सा लेने आए लोगों की हिम्मत ट्रैफिक जाम के आगे जवाब दे गई।ट्रैफिक पुलिस ने रैली के लिए दिल्ली की सीमा में कम से कम एक हजार बस तथा तीन हजार अन्य निजी गाड़ियों से लोगों के आने का अनुमान किया था। लेकिन शनिवार देर रात से ही जो जन सैलाब उमड़ना शुरू हुआ तो सभी अनुमान धरे रह गए |
गौरतलब है की पूर्व में कांग्रेसी नेताओं ने आई ऐ सी के खर्चे का हिसाब मांगा था और रैली में भी इन्हें निशाना बनाया गया था संभवत केजरीवाल ने कांग्रेसी सिक्के में ही आरोपों को लौटा दिया है|

खुली बहस के लिए किसी बॉस को तैयार करलो सभी सवालों का जवाब दे देंगें: अरविन्द केजरीवाल

इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने आज अपने स्टाईल में कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह के सवालों के जवाब दे दिए हैं|अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेसी नेताओ को सार्वजनिक बहस की चुनौती दे डाली है जबकि आई ऐ सी ने दिल्ली में राबर्ट वढेरा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पुतले फूंक दिए |
बीते दिन दिग्विजय सिंह ने अरविन्द केजरीवाल से २७ सवाल किये थे उनमे कुछ चुभते हुए व्यतिगत भी थे|पहले तो आई ऐ सी के सदस्यों ने इन सवालों का जवाब देने में आनाकानी करते रहे जिससे कांग्रेस और अन्य राजनितिक दलों को मौका मिल गया और स्वाद ले ले कर सवालों के मुद्दे को उठाया जा रहा है|इससे आई ऐ सी का प्रेशर में आना स्वाभाविक ही था |लेकिन अरविन्द केजरीवाल ने अपने एन जी ओ को संकट से निकालते हुए ट्विट किया कि वोह सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं|उन्होंने गेंद को फिरसे कांग्रेस के पाले में डालते हुए दिग्विजय सिंह को उकसाया कि प्रधान मंत्री+श्रीमती सोनिया गाँधी या राहुल गांधी में से किसी एक को तैयार कर ले और जो भी सवाल आई ऐ सी ने पहले पूछे हैं उनका जवाब देदें उसके बाद केजरीवाल भी सारे सवालों के जवाब दे देंगे|केजरीवाल ने आगे बढ़ते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह को अपने किसी भी एक बॉस को तैयार[कन्विंस] कर ले और सार्वजनिक बहस करवा ले|

दिग्विजय सिंह के सवालों जवाब देंगें, खुली बहस करा लो : अरविन्द केजरीवाल

इसके अलावा आज सुबह आई ऐ सी के लगभग २०० कार्यकर्ताओं ने हरियाणा के मुख्य मंत्री और श्रीमति सोनिया गाँधी के दामाद राबर्ट वढेरा के दिल्ली स्थित आवासों के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुतले भी फूंके|इस अवसर पर पोली द्वारा पानी की बौछारें और लाठियां चलाई गई |कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उनके प्रदर्शन में महिलायें भी थी लेकिन पर भी पुरुष पोलिस ने ही लाठियां चलाई | एक महिला कार्यकर्ता को पुरुष पोलिस अधिकारी ने लाठी मार कर घायल कर दिया है|
अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने दिग्विजय सिंह के एक विवादास्पद ब्यान को आधार बना कर कांग्रेस और भाजपा में भ्रष्टाचार को लेकर आपसी मिली भगत का आरोप मड दिया |एक चैनल के एंकर करण थापड़के शो में दिग्विजय सिंह ने काफी न नुकर के बाद यह स्वीकार किया कि उनके पास भाजपा के वरिष्ट नेताओं के बेटे और दामादों से सम्बंधित भ्रष्टाचार से जुड़े पर्याप्त सुबूत हैं लेकिन वोह उन्हें[सबूतों]इस्तेमाल नहीं करेंगे|और कांग्रेस कभी भी परिवार के सदस्यों के खिलाफ कार्य नहीं किया है|इसके पीछे कहीं न कहीं विपक्ष और आई ऐ सी द्वारा उठाया जा रहा राबर्ट वढेरा और राहुल गाँधी डी एल ऍफ़ विवाद की पीड़ा भी थी|

दिग्विजय सिंह ने केजरीवाल पर छोड़ा दूसरा लैटर रॉकेट:पूछे २७ सवाल

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने आज अरविन्द केजरीवाल पर पेपर रॉकेट छोड़ दिया| इस लेटर में सवाल उठाये गए है जिनका अब सारी पार्टी जवाब मांग रही है| आई ऐ सी का कहना है की ये प्रश्न उनके वेब साईट पर हैं और दिग्विजय सिंह केवल मुद्दे को भटकने के लिए ऐसा कर रहे हैं इसीलिए इन प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया जायेगा|कुछ प्रश्न

दिग्विजय सिंह ने केजरीवाल पर छोड़ा दूसरा लैटर रॉकेट:पूछे २७ सवाल

निम्न हैं:
[1] क्या ये सच है कि 20 साल की नौकरी के दौरान आपकी पोस्टिंग दिल्ली से बाहर नहीं हुई?
[2]- क्या आप बिना इजाजत स्टडी लीव पर चले गए?
[3]- आपने अपनी स्टडी लीव की रिपोर्ट सरकार को क्यों नहीं दी?-
[4] क्या आपकी पत्‍‌नी का ट्रासफर कभी दिल्ली से बाहर नहीं हुआ?-
[5] आपका एक बार चंडीगढ़ ट्रासफर हुआ, लेकिन आपने ज्वाइन नहीं किया?
[6]- क्या आप बिना इजाजत स्टडी लीव पर चले गए?
[7]क्या ये सच है कि चंडीगढ़ ट्रासफर के बाद वीआरएस लेने की कोशिश की?
[8] क्या सरकारी नौकरी करते हुए आपने एनजीओ बनाने की इजाजत ली थी?
[9]- क्या एनजीओ कबीर को फोर्ड फाउंडेशन से तकरीबन दो करोड़ रुपये मिले?
[10] क्या इस पैसे का इस्तेमाल भ्रष्टाचार विरोधी आदोलन में हुआ?
[11] सरकारी नौकरी करते हुए विदेशी संस्था से पैसे लेने की इजाजत ली?
[12]आपके किसी वेबसाइट पर दानदाताओं के नाम क्यों नहीं हैं?
[13]क्या ये सच है कि आप दो करोड़ रुपये लेकर अन्ना के पास गए थे और अन्ना ने पैसे लेने से इंकार कर दिया था?
[14]आपकी कोर कमेटी के एक सदस्य ने आप पर 20 करोड़ रुपये की धाधली का आरोप लगाया है, आपने इसका जवाब क्यों नहीं दिया?
[15] आप अमेरिकी एनजीओ आवाज के साथ रिश्तों का खुलासा करेंगे?
[16]अमेरिकी एनजीओ आवाज ने आपको किस तरह की मदद दी?
[17]क्या ये सच है कि आपने दिल्ली में तहरीर चौक बना देने जैसी बात कही है?
[18]क्या ये सच है कि आपने इंडिया अगेंस्ट करप्शन के लिए पैसा डाइवर्ट किया? बचपन में हम लोग एक दूसरे पर कागज़ के राकेट बना कर छोड़ा करते थे और चिडाया करते थे | अब भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी कांग्रेस के महासचिव ने दिग्विजय सिंह[ जिनके पास कोई सरकार में जिम्मेदारी नहीं है ] ने चिडाने के लिए ये लैटर राकेट वाली राजनीती शुरू कर दी है| नितिन गडकरी के विरुद्ध घोटाला खोलने के लिए पिछले कई दिनों से लगातार केजरीवाल को उकसा रहे थे| मीडिया के कैमरा पर भी कई बार कहा की कहा की केजरीवाल नितिन गडकरी के विरुद्ध कोई खुलासा करने वाले हैं अगर ऐसा तो जल्दी करें वरना मैंने[दिग्विजय सिंह] भी उनके लिए कुछ सवाल तैयार कर रखे हैं|अब केजरीवाल ने तो खुलासा कर दिया मगर दिग्गी राजा के नितिन गडकरी से पूछे जाने वाले सवालों के स्थान पर केजरीवाल आ गए हैं| और जिस प्रकार से पुराने सवालों को उठाया गया है उससे लगता है की चिड़ाना हे मुक्य उद्देश्य है|
इससे राबर्ट वढेरा + राहुल गांधी+सलमान खुर्शीद और शरद पवार पर लगाए जा रहे आरोपों से कुछ समय के लिए ध्यान जरूर भटकाया जा सकता है| केंद्र में सरकार उनकी है |केजरीवाल से परेशां है+बकौल दिग्गी राजा सरकार बेहद इमानदार है तो सभी आरोपों की जाँच करवा कर भ्रष्ट लोगों को सजा दिलवाने के लिए पहल क्यूं नहीं करते |

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार अपने नेताओं की भी जांच बैठाए

भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए जेहाद छेड़ने वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल ने अपनी टीम के तीन सदस्यों पर लग रहे आरोपों की जांच के लिए आज एक अहम घोषणा की है| केजरीवाल ने तय किया है कि आईएसी के अंजलि दमानिया, प्रशांत भूषण और मयंक गांधी पर लगाए जा रहे आरोपों की , जांच आंतरिक लोकपाल से कराई जाएगी। ।उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट में यदि इनमे से कोई भी दोषी पाया जाता है तो उन्हें टीम छोड़नी होगी. केजरीवाल ने सरकार से भी अनुरोध किया है कि जो आरोप उनकी टीम के सदस्यों पर लगे हैं, वह भी उनकी जांच कराए और दोषी पाए जाने पर कानून के मुताबिक सजा दे| इसके साथ ही आई ऐ सी ने राबर्ट वढेरा +सलमान खुर्शीद+शरद पवार+नितिन गडकरी और राहुल गांधी को भी अपनी जांच कराने के लिए आगे आने को कहा है|इस तरह से एक बार फिर केजरीवाल ने सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है|
इस लोकपाल में शामिल तीनों रिटायर्ड जजों के बताये गए नाम इस प्रकार हैं-[१] जस्टिस ए.पी. सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस),[२] जस्टिस बी.एच. मारलापल्ले ( बॉम्बे हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज) और[३] जस्टिस जसपाल सिंह (दिल्ली हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज)। केजरीवाल ने कहा कि ये तीनों पूर्व जज हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लगे आरोपों की जांच करेंगे। अगर जांच में कोई भी कार्यकर्ता किसी भी तरह से दोषी पाया गया तो उसे पार्टी से इस्तीफा देना होगा। उन्होंने कहा कि हम इस आंतरिक लोकपाल से मांग करेंगे कि वह ज्यादा से ज्यादा 3 महीने में हमारे साथियों पर लगे आरोपों की जांच करे।

आई ऐ सी अपनी जांच करवा रही है सरकार भी वढेरा,सलमान,पवार,गडकरी की भी जांच बैठाए

अंजलि दमानिया पर आरोप

[अ] अंजलि ने मुंबई के पास करजात [ खर्वंडी गावं] में २००७ में खरीदी सात एकड़ ज़मीन को मात्र चार साल बाद ज़मीन का उपयोग बदलवाया और बिल्डर को बीच दिया| अंजलि का कहना है कि जो हुआ वो नियम के मुताबिक हुआ|गौरतलब है कि. बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर किसानों की जमीन हड़पने का खुलासा करने वालीं अंजलि दमानिया खुद भी इसी तरह के विवाद में घिर गई हैं। दमानिया पर आरोप लगा है कि उन्होंने खेती की जमीन खरीदने के लिए खुद को गलत तरीके से किसान साबित किया और बाद में जमीन का लैंड यूज बदलवाकर उसे प्लॉट में तब्दील कर बेच दिया। रायगढ़ प्रशासन ने जांच में पाया कि अंजलि दमानिया का किसान होने का दाव गलत है जबकि दमानिया का दावा है कि वह किसान है| खरवंदीगावं की ज़मीन बेचने वाले किसानों का दावा है कि दमानिया ने उनसे कहा था कि वो यहां खेती करेंगी लेकिन उन्होंने ज़मीन का इस्तेमाल बदलवा दिया और वहां 39 प्लॉट काट दिए. ज़मीन का इस्तेमाल बदलने की आज्ञा रायगढ़ के कलेक्टर ने दी थी.ज़मीन का इस्तेमाल बदलते ही पूरी जमीन एसवीवी डेवलपर्स को दे दी गई जिसमें दमानिया भी निदेशक हैं|कुल उनचालीस प्लॉट काटे गए जिनमें से सैंतीस प्लॉट अलग अलग लोगों को दे दिए गए.|
[आ] दमानिया ने करजत के जिस खरवंडी गांव में ज़मीन खरीदी थी उसके बगल के गांव कोंदिवाड़े में उन्होंने 30 एकड़ जमीन खरीदी थी. जहां बन रहे कोंधाणे बांध के खिलाफ दमानिया ने इसी साल अप्रैल में पीआईएल दायर की थी.
दमानिया के पीआईएल दायर करने के बाद प्रशासन ने उनके सभी प्लॉट की जांच शुरू कर दी. जांच के बाद अगस्त में प्रशासन ने कहा कि दमानिया ने किसान होने के पर्याप्त सबूत नहीं दिए थे और ना ही उस ज़मीन पर खेती की थी. इसलिए उन्होंने जो ज़मीन किसान होने का दावा करते हुए खरीदी थी वो उनसे वापस ले ली जाए.

प्रशांत भूषण और एम् गांधी पर आरोप

सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील और टीम केजरीवाल के अहम मेंबर प्रशांत भूषण पर भी हिमाचल गलत तरीके से कोडियों के भाव जमीन हासिल करने के आरोप लगाए गए हैं। मयंक गांधी पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने करप्शन के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस के दिग विजय सिंह ने एम् गांधी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं|

कांग्रेस का एतराज

दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री नारायण सामी ने अरविंद केजरीवाल के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें अरविंद ने कहा था कि सरकार उन लोगों के फोन टैप कर रही है। नारायण सामी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल कच्चे सबूतों पर आरोप लगा रहे हैं। सामी ने इस लोक पाल की धारणा और उपयोगिता पर भी सवाल उठाया है|
आई ऐ सी ने अपने सदस्यों की जांच शुरू करवा कर सरकार के लिए एक बार फिर से परेशानी पैदा कर दी है केजरीवाल का कहना है कि अब सरकार को भी आगे आ कर आई ऐ सी के साथ साथ राबर्ट वढेरा,सलमान खुर्शीद शरद ,पवार, नितिन गडकरी की जांच कराये |सबको भरोसा है कि सरकार किसी कीमत पर राबर्ट वढेरा और शरद पवार आदि कि जाँच नहीं करवायेगी और अगर इस बीच आई ऐ सी की जांच पूर्ण हो जाती है तब लोक सभा के लिए होने वाले चुनावों तक आई ऐ सी की गिरती साख कुछ हद तक संभल जायेगी |