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“महबूबा” ने “मोदी”से मुलाकात करके जे&के में राजनितिक अनिश्चितता की समाप्ति के संकेत दिए

[नयी दिल्ली] महबूबा ने मोदी से मुलाकात करके जे&के में राजनितिक अनिश्चितता की समाप्ति के संकेत दिए|इस आधे घंटे की मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन प्रक्रिया को गति मिलनी तय मानी जा रही है|गौरतलब हे के सीएम मुफ़्ती सईद की मृत्यु के पश्चात महबूबा द्वारा कुछ शर्तों के आधार पर सरकार बनाने में देरी की जारही थी |इन शर्तों को भाजपा ने इंकार कर दिया था |पूर्व सीएम ओमर अब्दुल्लाह भी प्रदेश में राज्यपाल शासन की मांग कर रहे थे |इस मुलाकात के के बाद महबूबा सी एम पद की शपथ ग्रहण करसकेंगी|
महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री से इस बैठक को ‘काफी सकारात्मक’ बताया है|
पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और अपनी बैठक को राज्य के लोगों से जुड़े मुद्दों का निपटारा करने के संबंध में काफी सकारात्मक और अच्छा बताया
महबूबा आज सुबह प्रधानमंत्री आवास गई और उनसे चर्चा की ।
इससे तीन दिन पहले राज्य में सरकार के गठन को लेकर पीडीपी और भाजपा के बीच बातचीत में गतिरोध उत्पन्न हो गया था और भाजपा के मुख्य वार्ताकार राम माधव ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी पीडीपी की कोई नई मांग नहीं मानेगी ।
बहरहाल, प्रधानमंत्री के साथ 30 मिनट तक चली बैठक के बाद महबूबा ने कहा कि राज्य में सरकार के गठन को लेकर हम पिछले दो.तीन महीने से गतिरोध की स्थिति देख रहे हैं लेकिन आज मैं संतुष्ट हूं । मैं काफी संतुष्ट हूं

जम्मू के ३० गावों के लाभार्थ साधु की बोलियां में रेलवे स्‍टेशन की मांग

जम्मू कठुआ के विकास को अपने नक़्शे पर लाते हुए साधु की बोलियां में रेलवे स्‍टेशन की मांग की गई है| साधु की बोलियां में रेलवे स्‍टेशन का प्रस्‍ताव कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मामलों के राज्‍य मंत्री श्री जितेन्‍द्र सिंह ने अपनी ही सरकार को भेजा है | यह परियोजना कठुआ क्षेत्र और आसपास के 30 गांवों के लाभ के लिए होगी |यह प्रस्ताव रेल मंत्री श्री डी.वी. सदानन्‍द गौडा को भेजा गया है |
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मामलों के राज्‍य मंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने पत्र लिखकर साधु की बोलियां, कठुआ के निकट में रामलीला मैदान के पीछे नया रेलवे स्‍टेशन बनाने का अनुरोध किया है।जम्‍मू कश्‍मीर के कठुआ में लोगों की लम्‍बे समय की इस की मांग के संदर्भ में श्री सिंह ने व्‍यवहारिकता अध्‍ययन और तकनीकी सर्वेक्षण का भी जिक्र किया। उन्‍होंने उल्‍लेख किया है कि यह परियोजना कठुआ क्षेत्र और आसपास के 30 गांवों के लिए लाभदायक होगी। इस आधार पर यह योजना पूरी तरह व्‍यवहारिक हैं।

जम्मू कश्मीर को धारा ३७० की आड़ में भिखारी कहा जा रहा है लेकिन इस खूबसूरत राज्य को बेहतर राज्य बनाना होगा ;मोदी

[जम्मू] [भारतीय जनता पार्टी भाजपा] के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने जम्मू में रैली करके केंद्र और प्रदेश की सरकारों को धारा ३७० को लेकर ललकारते हुए कहा कि जे & के राज्य को सेक्युलरिज्म की आड़ में भिखारी [ Beggar]स्टेट बन दिया गया है अब समय आ गया है कि बेगर राज्य को बेटर[ Better ] राज्य बनाना है | मौलाना आजाद स्टेडियम में गरजते हुए उन्होंने आज फिर कांग्रेस के इतिहास के पन्नो को उलटा और कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि यह धारा ३७० कालांतर में घिसती जायेगी लेकिन कांग्रेस अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए आज भी उसे ज़िंदा रखे हुए हैं| क्‍या केंद्र सरकार नेहरू की यह इच्‍छा पूरा करने के लिए तैयार है। हमें इस वक्‍त इस बात पर विचार करना चाहिए कि धारा 370 की जरूरत है या नहीं। इस पर संसद में बहस होनी चाहिए।’ इसी की ढाल में यहाँ के नागरिकों को लद्दाख+जम्मू+के साथ ही शिया +गुर्जर+आदि में बाँट कर रख दिया गया है|यहांतक की केंद्र की योजनायों को भी लागू नहीं किया जाता| उन्होंने सूबे के दलितों+ आदिवासियों के लिए समान अधिकार की मांग की। उन्‍होंने कहा, ‘महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार मिलने चाहिए। महिलाओं पर होने वाले अत्‍याचार रोके जाने चाहिए। “सेपरेट” [ Seperate ]की जगह “सुपर स्‍टेट”[ SuperState ] का आह्वान करते हुए मोदी ने कहा, ‘मैं हिंदुओं या मुसलमानों के बारे में नहीं बल्कि जे & के के सवा करोड़ हिन्दुस्तानियों की बात कर रहा हूँ | मैं जम्‍मू कश्‍मीर के बारे में बात कर रहा हूं।
विकास वहीं होता है, जहां एकता होती है।’ पंचायती संस्थाओं को उनके अधिकार नहीं दिए जा रहे|उन्होंने राज्य के नागरिकों को मिले अधिकारियों के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि पुरुषों के समान महिलाओं को अधिकार नहीं मिल रहे जो अधिकार चीफ मिनिस्टर को हैं वोह अधिकार उनकी बहन को नही हैं| क्योंकि उनकी बहन ने राज्य से बाहर शादी की है इसीलिए उनके अधिकार छीन लिए गए हैं।उन्होंने राज्य सरकार से जानना चाहा कि आखिर केंद्र के बनाए कानून को यहां पर लागू क्यों नहीं करता है। उन्होंने ट्यूरिज्म के नाम पर भी राज्य सरकार और फ़िल्म उद्योग+टेलिकॉम को लेकर केंद्र को भी घेरने की कोशिश की।उन्होंने कहा कि यहाँ अपार प्राकृतिक सम्पदाहै चीन की तरह यहाँ की जड़ी बूटियों को दवायों में उपयोग करने के लिए काम किया जा सकता है चीन हमारे सीमान्त गावों में अपने सिम कार्ड दे कर उन्हें अपने नेटवर्क से जोड़ रहा है लेकिन दिल्ली की सरकार सोती रहती है।
कश्मीर के लिए बलिदान देने वालों को याद करते हुए कहा कि क्या धारा 370 से कश्मीर का भला हुआ? इस पर हम चर्चा क्यों नहीं करते।