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Tag: जनतंत्र मोर्चा

अन्ना हजारे ने पटना में रैली की और सत्ता परिवर्तन को मोर्चे का ऐलान करके महात्मा गांधी को श्रधांजलि दी

जनलोकपाल पर केंद्र सरकार की टालमटोल की नीति से आजिज समाजसेवी अन्ना हजारे ने आज बुधवार ३० जनवरी को पटना में संगठित रूप से व्यवस्था परिवर्तन का अभियान चलाने के लिए एक मोर्चे का गठन करने का ऐलान किया.महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित जनतंत्र रैली में अन्ना हजारे ने कहा, ‘हम बीते दो साल से लड़ रहे हैं. लेकिन केंद्र की सरकार की नीयत साफ नहीं है. देश की जनता सरकार से कह रही है कि ‘जनलोकपाल लाओ, नहीं तो जाओ’. हम युवाओं और देश के लोगों को संगठित कर रहे हैं.इसके लिए एक नया मोर्चा गठित करेंगे.’
उन्होंने कहा कि देश में आजादी की दूसरी लड़ाई की शुरुआत हो गयी है. फरवरी माह में देश के चार राज्यों में सभाओं के आयोजन के बाद मार्च में देश भर में अभियान चलाया जायेगा. मुख्य तौर पर युवाओं को संबोधित करते हुए गांधीवादी नेता अन्ना ने कहा, ‘देश भर में डेढ़ साल तक वह घूमेंगे. 120 करोड़ की जनता में से कम से कम छह करोड़ लोग तो जग जायेंगे. ये छह करोड़ लोग जग गये तो सरकार की नाक में दमकर देंगे.’
अन्ना ने लोक पाल की जरुरत बताते हुए कहा कि लोकपाल इसलिए जरूरी है, क्योंकि इसके आने से देश में व्याप्त 50 से 60 फीसदी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा. इसके बाद चुनाव में योग्य उम्मीदवार नहीं मिलने पर खारिज करने के अधिकार[ राईट टू रिकाल] , जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने के अधिकार, ग्रामसभाओं को मजबूत करने के अधिकार और सरकारी अधिकारियों द्वारा एक सप्ताह के भीतर फाइल निपटाने की जवाबेदही तय करने जैसे उपायों से भ्रष्टाचार मिटाना संभव होगा.

Anna Babu Rao Hazare In Patna


अन्ना ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए लोगों को एकजुट करने के लिए सूचना का अधिकार कानून की लड़ाई लड़ने वाले अरविंद केजरीवाल की तरह सूचना प्रौद्योगिकी साधनों को अपनाने का आह्वाहन किया. उन्होंने कहा, ‘लोग वेबसाइट अन्ना हजारे डॉट ओआरजी पर हमसे संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए दो मोबाइल नंबर पर एसएमएस कर सकते हैं.’
रैली में थल सेना के पूर्व अध्यक्ष वीके सिंह, पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी, एकता परिषद के अध्यक्ष पीवी राजगोपाल, विश्व सूफी परिषद के अध्यक्ष सैयद गिलानी, कर्नाटक के स्वामी वासव विजय महामृत्युंजय महास्वामी भी उपस्थिति थे.
रैली को संबोधित करते हुए जनरल वी.के. सिंह ने देश की हालात की व्यापक चर्चा करते हुए व्यवस्था परिवर्तन की दरकार बताई। उन्होंने जनतंत्र मोर्चा के घोषणा पत्र को भी पढ़ा।
किरण बेदी का कहना था कि यह अन्ना के आंदोलन की कामयाबी है कि अब केंद्र सरकार जन लोकपाल की व्यवस्था वाली बात करने लगी है। सभी मिलकर सरकार पर ऐसा दबाव बनाएं, ताकि बजट सत्र में जन लोकपाल आकार पा जाए। राजेंद्र सिंह के अनुसार अब देश में व्यवस्था परिवर्तन के बूते ही बेहतरी की आस है। इसमें सबको लगना होगा, देश के प्रत्येक नागरिक को इसे अपनी जिम्मेदारी माननी होगी।