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नारहैड़ा गाॅंव के बेसिक स्कूल को मिली पहली एनालेमा सौर घड़ी

देश की 15 वीं और बेसिक स्कूल की सबसे पहली एनालेमा सौर घड़ी आज नारहैड़ा गाॅंव को सर्मपित की गई
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिवेन्द्र सिंह ऐरी+खण्ड शिक्षा अधिकारी मेरठ ब्लाक भारत भुषण त्यागी और जिला समन्वयक विज्ञान क्लब,मेरठ दीपक शर्मा की उपस्थिति में समर्पित यह सौर घडी अभी तक बेसिक शिक्षा के स्कूलो में बनी सबसे पहली एनालेमा सौर घड़ी है।
पिछले दो दिनों से स्कूल के हैड मास्टर एवं प्रगति विज्ञान संस्था के वरिष्ठ सदस्य मौ0 मतीन अंसारी के निर्देशन में शिक्षक एवं बालक इसे बनाने में लगे हुए थे।

नारहैड़ा गाॅंव - पहली एनालेमा सौर घड़ी

नारहैड़ा गाॅंव – पहली एनालेमा सौर घड़ी

यह अपने तरह की स्थानीय अक्षंान्तर व देशान्तर के साथ ही वर्ष भर के सूरज के पथ के साथ बनाये जाने वाली सौर घड़ी है।
दीपक शर्मा के अनुसार इसमें चल रहे माह के अनुसार खडे होने पर पडने वाली परछाई एकदम सटीक समय बताती है।
एशिया और भारत में इसकी शुरूआत 10 अगस्त 2013 को श्रीआत्मानन्द जैन इन्टर कालिज ,हस्तिनापुर से की गई थी
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिवेन्द्र सिंह ऐरी ने इसे एतिहासिक पल बताते हुए सभी स्कूलो में इस घड़ी को तैयार करने पर जोर दिया। इस अवसर पर नीरज यादव, श्रीमती माला,गीता सचदेवा,अबदुल गफफार खॅंा ,नाहिद बेगम,सययारा बेगम,विनित कुमार,निशा नागर व मोनिका भी उपस्थित रहे।

भुमध्य रेखा पर आये सुरज की परछाई के साथ अनेकों महत्त्व पूर्ण प्रयोग किये गए

[मेरठ] भुमध्य रेखा पर आये सुरज की परछाई के साथ अनेकों महत्त्व पूर्ण प्रयोग किये गए| पृथ्वी की गोलाई जानने का यूनिवर्सल पता निकालनेके साथ ही सूरज पर चल रही हलचल और वहां से निकलने वाली लपटो का भी अध्ययन किया गया |
मेरठ में 20 जगह पर छ हजार बालक बालिकाओ ने इन प्रयोगों में भाग लिया|
प्रगति विज्ञान संस्था और जिला विज्ञान क्लब,मेरठ द्वारा सूरज के भुमध्य रेखा पर होने के कारण कई जीवंत प्रयोग मेरठ में 20 जगह पर छ हजार बालक बालिकाओ के साथ किये।
शहर में जहाॅं तीन भागो में बाँट कर सेठ बी.के.माहेश्वरी बालिका इन्टर कालिज में[१] दीपक शर्मा ,
एन.ए.एस.इन्टर कालिज में[२] चरण सिंह ओर सरस्वती शिशु मंदिर में [३]मतीन अंसारी वहीं देहात में सरधना में [४]गीता सचदेवा,हस्तिनापुर में [५]एस.के.भारद्वाज तथा जानी ब्लाक में [६]मनोज कुमार ने समन्वयन किया।
सेठ बी.के.माहेश्वरी बालिका इन्टर कालिज सराय लाल दास में एक तरफ जहाॅं सूरज की परछाई के साथ प्रयोग किये जा रहे थे वही दिल्ली की अंतरिक्ष कंपनी के सहयोग से हाइड्रोजन एल्फा टेलिस्कोप की मदद से सूरज पर चल रही हलचल और निकलने वाली लपटो को सीधे देख पाने का अवसर भी मिला। दिल्ली से आये मनी रामा स्वामी ओर अतिश ंअमन ने बालिकाओ के मन में उठ रहे ढेरो सवालो का जवाब भी दिया।
समन्वयक जिला विज्ञान क्लब दीपक शर्मा ने बताया कि जब सूरज भुमध्य रेखा पर हो तब सबसे छोटी परछाई का कोण उतना ही आता हैं जितना कि वहा का अक्षांतर होता है। और अपने विजिटिंग कार्ड में अपना पता अक्षांतर के रूप में लिखना स्टेटस सिममबल के साथ ही तकनिकी जरूरत भी बन गया है।
किये गये प्रयोग के प्रस्तुती करण अन्य देशो के साथ अब 7 अक्टूवर को होगा।
इस अवसर पर विजय लक्ष्मी गुप्ता,के.के शर्मा,अजित चैधरी,राजेश मोहन,गीता रस्तोगी,वंदना ,सन्धया कुश,राजरानी,अजय सोम,मुजुलिका अग्रवाल,श्रीमती माला का सहयोग भी मिला।

जिला विज्ञान क्लब ने नरहेड़ा गाॅंव में ,500 लीटर पानी प्रतिदिन भूमि में रिर्चाज करने वाला, सोख्ता गढड़ा बनाया

[मेरठ]जिला विज्ञान क्लब द्वारा मनाये जा रहे भूजल सप्ताह के तीसरे दिन आज नरहेड़ा गाॅंव में सोख्ता गढड़ा बनाया गया |
देश भर में मनाये जा रहे भूजल सप्ताह के अन्र्तगत आज जिला विज्ञान क्लब मेरठ ने उच्च माध्यमिक विद्यालय नरहेडा में जल संरक्षण पर आधारित प्रदर्शनी लगाई | बहते और बेकार होने वाले पानी को भूमि में रिर्चाज करने के लिए विद्याालय के प्रधान अध्यापक मौ0 मतीन अंसारी की टीम ने सोख्ता गढड़ा तैयार किया
तकनिकी निर्देशन विज्ञान संस्था के सचिव दीपक शर्मा ने दिया।
मीडिया प्रभारी मतीन अंसारी ने बताया कि इस सोख्ते गढड़े से 500 लीटर पानी प्रतिदिन भूमि में रिर्चाज होगा। इस गढड़े को बनाने वाली टीम में राशिद गाजी,अहसान गाजी,आरिश,असब,सचिन,रविन्द्र,अरविन्द, व विकास शामिल थे ये सभी कक्षा 8 के छात्र हैं। इसे बनाने में इन्हे दो दिन लगे।
इसके साथ ही जल संरक्षण और जल के महत्व पर प्रकाश डालती प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर सन्तोष शर्मा ,अब्दुल गफफार खाॅं,नाहिद बेगम,सययारा बेगम,विनित कुमार,निशा नागर व मानिका भी उपस्थित रहे।
जिला विज्ञान क्लब, बच्चो को जगह जगह जाकर इस पर आधारित फिल्में भी दिखा रहा हैं।

सरधना में भूजल संरक्षण जागरूकता के लिए प्रदर्शनी लगाई गई+ रैली निकाली गई और फ़िल्में भी दिखाई गई

विज्ञान प्रदर्शनी और भूमि को रिचार्ज करने के तरिके सीखे
जिला विज्ञान क्लब द्वारा मनाये जा रहे भूजल सप्ताह के अंतर्गत आज सरधना ब्लाक के सलावा गाॅंव में भूजल जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई+ रैली निकाली गई और फ़िल्में भी दिखाई गई |

सरधना में भूजल संरक्षण जागरूकता

सरधना में भूजल संरक्षण जागरूकता

इसके अलावा भूमि में जल को रिचार्ज करने के तरिको पर चर्चा हुई साथ ही सोख्ता गढड़ा बनाने वाले स्थल का चयन किया गया।
आयोजन में प्राथमिक विद्यालय,सलावा इन्टर कालिज के छात्र छात्रायें,ग्राम शिक्षा समिति के सदस्य एवं ग्रामिणों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन प्रधान अध्यापिका गीता सचदेवा तथा अध्यक्षता ग्राम प्रधान राजकुमार दहिया ने की।
जिला समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि कल (आज) बृहस्पतिवार को नरहड़ा गांव में सुबह 8.00 बजे सोख्ता गढड़ा बनाया जायेगा।
इस अवसर पर अजय सोम,आचल त्यागी,विवके त्यागी,संगीता कौशिक,रश्मि आदि भी उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय गणित वर्ष २०१३ में क्रियाकारी प्रदर्श के माध्यम से गणित की बारीकियों को समझाया गया

पूर्व माध्यमिक विद्यालय,प्रहलादनगर में जिला विज्ञान क्लब मेरठ द्वारा आयोजित राष्ट्रीय गणित वर्ष २०१३ में क्रियाकारी प्रदर्श के माध्यम से गणित की बारीकियों को समझाया गया| इस अवसर पर जुफिशा[प्रथम], सबीहा,[सेकण्ड] अरसीबा[थर्ड]के अलावा गणित की मेधावी छात्रा शहरीन+[फातमा कक्षा ६],इलमा [कक्षा 7 ]व नगमा [कक्षा 8 ] को पुरूस्कृत भी किया गया|
इस अवसर पर विशेषज्ञ मतीन अन्सारी ने विभिन्न प्रकार के उपकरणों के माध्यम से गणित के विभिन्न रूपों को समझाया | गणित के सूत्रो को याद करने के लिए उन्हे गीतो के रूप में भी गाया गया।
गीता सचदेवा ने प्रकृति के गणित को भी समझाया।
जिला विज्ञान क्लब,मेरठ के समन्वयक दीपक शर्मा ने प्रतियोगिताओ के विजेताओ को पुरूस्कृत किया। बेसिक शिक्षा अधिकारी जीवेन्द्र सिंह ऐरी ने सभी को बघाई दी।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती माला ने किया।
इस अवसर पर प्रधान अघ्यापिका सुशीला वर्मा,प्रवीन आलिया,नौशाबा परवीन,रेनु चैधरी,खुशनूद बेगम,राहित कुमर,आकाश वर्मा व प्रज्वल कुमार का पुरा सहयोग रहा।