एयर इंडिया की कमाई बेशक बाद कर हर महीने 1,348 करोड़ रुपये तक जा पहुंची है मगर खर्चा 1,752 रुपये का हो रहा है अर्थार्त ४०४ करोड़ का शुद्ध घाटा| इस घाटे के अभिशाप से मुक्ति के लिए अब मंत्रालय ने खर्चे में कटौती के उपाय करने शुरू कर दिए हैं |इस पर पर सुझाव देने के लिए सरकार ने आज गुरुवार३ जनवरी को एक पांच सदसीय समिति का गठन किया है । वर्ष २०१२ में मार्च से अक्टूबर तक कम्पनी को हर माह 404 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है
कम्पनी हर महीने 1,348 करोड़ रुपये कमा रही है, जबकि 1,752 रुपये खर्च कर रही है, जिसके कारण उसे हर माह घाटा हो रहा है।एयर इंडिया की परिचालन लागत कम करने और वैश्विक मानकों के अनुरूप संसाधनों के इस्तेमाल में सुधार लाने के सुझाव देने के लिए एक ५ मेम्बर्स समिति गठित की गई है। समिति के सुझावों से सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का कायाकल्प करने और वित्तीय पुनर्गठन योजना के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलाने की उम्मीद लगाई जा रही है|
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने खस्ताहाली से गुजर रही विमानन कंपनी के कामकाज के संबंध में हुई समीक्षा बैठक के बाद आईआईएम (अहमदाबाद) के प्रोफेसर रवींद्र एच. ढोलकिया की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया है ।
हाल के महीनों में एयर इंडिया के प्रदर्शन में सुधार के बीच विमानन कंपनी के लिए यह वित्त वर्ष सकारात्मक रहेगा। इस समिति के अन्य सदस्यों में नागर विमानन मंत्रालय में संयुक्त सचिव प्रभात कुमार, वित्त निदेशक राजेश अग्रवाल, एयर इंडिया के सी & आई सेवा निदेशक एस. मुखर्जी और विमानन कंपनी के संयुक्त प्रबंध निदेशक नासिर अली शामिल किये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है|
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