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Tag: प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह

प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने संसद में कृषि क़र्ज़ माफी योजना के कार्यान्वन में घोटालों के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया

प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने संसद में कृषि क़र्ज़ माफी योजना के कार्यान्वन में घोटालों के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया

प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने संसद में कृषि क़र्ज़ माफी योजना के कार्यान्वन में घोटालों के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया

कृषि क़र्ज़ माफी योजना के कार्यान्वन पर लगे घोटाले के आरोपों पर तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने राज्यसभा को आश्वस्त किया कि इस मामले में जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, | विपक्ष के साथ सरकार के सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने भी सदन में चर्चा कराने और दोषियों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही की मांग उठाई |
सीएजी रिपोर्ट पर आज भी संसद में जोरदार हंगामा हुआ। बीजेपी कार्रवाई शुरू होते ही इस मुद्दे पर दोनों सदनों में प्रश्नकाल रोककर चर्चा की मांग करने लगी। हंगामे की वजह से दो बार राज्यसभा की कार्रवाई स्थगित भी करनी पड़ी।
हंगामे के चलते प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में कहा कि इस मामले में जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, वहीं लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने सीएजी रिपोर्ट पर सरकार पर निशाना साधा और गड़बड़ी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कर्ज माफी घोटाले से देश शर्मसार हुआ है। दोनों सदनों में चेयर पर्सन ने कैग की रिपोर्ट को पी ऐ सी के समक्ष रखे जाने को आवश्यक बताते हुए इस पर फ़िलहाल चर्चा पर रोक लगाई|परन्तु ही इस विषय में आर बी आई द्वारा जरी दिशा निर्देश और उनकी अवहेलना को बार बार उठाया जाता रहा| वरिष्ठ सदस्य नजमा हेपतुल्लाह ने इस विषय में तत्काल कार्यवाही की मांग उठाई|संजय निरुपम ने जांच के विस्तृत दायरे का हवाला देते हुए सरकर के बचाव का प्रयास किया|
दूसरी तरफ कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि कर्ज माफी में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है और अगर किसी तरह की गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई होगी।

अमेरिका में सिख बच्चों की प्रताड़ना को घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश

अमेरिका में सिख बच्चों की प्रताड़ना को घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश


संयुक्त राष्ट्र अमेरिका[यू.एस.ऐ.] में सिख बच्चों को डराने-धमकाने और प्रताड़ित किए जाने की घटनाओं को धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किये जाने की सिफारिश की गई है|सिख बच्चों को डराने-धमकाने और प्रताड़ित किए जाने को गंभीर करार देते हुए अमेरिका के न्याय विभाग ने सिफारिश की है कि फ़ेडरल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन [ एफबीआई] ने अब तक सिखों और हिन्दुओं के खिलाफ जितने अपराधों का पता लगाया है, उन्हें धर्म आधारित घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाना चाहिए।
न्याय विभाग के सहायक अटॉर्नी जनरल टॉम पेरेज ने कहा कि अंतरधर्म समूह इस बात का समर्थन कर रहे हैं कि एफबीआई की एकीकत अपराध रिपोर्ट में सिखों, हिन्दुओं और अरबों के खिलाफ जिन अपराधों का पता लगाया गया है, उन्हें घृणा अपराध की श्रेणी में दर्ज किया जाए।
पिछले हफ्ते पेरेज ओक क्रीक गए थे और गुरुद्वारे के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से मुलाकात की थी। बीते अगस्त में नस्ली विचारधारा रखने वाले एक श्वेत व्यक्ति वेड माइकल पेज ने वहां के विस्कोंसिन गुरुद्वारे में गोलीबारी कर छह निर्दोष लोगों को मार डाला था और तीन अन्य को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। एक सुरक्षा अधिकारी भी जख्मी हुआ था|उस समय पूरे विश्व के सिखों द्वारा निंदा की गई थी जिसे गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा ने एक विशेष टीम ओक क्रीक भेजी और जांच करवाई| राष्ट्रपति की धर्म पत्नी मिशेल ने भी पीड़ितों का दुःख बंटाया |भारत के प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने भी अमेरिका से चिंता व्यक्त की |अमेरिका में मृतकों के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुकाए गए| सिखों के प्रति सद्भावना स्थापित करने के भरपूर प्रयास किये गए |इसके लिए अभी व्हाईट हाउस में कीर्तन दरबार सजाया गया था|
पेरेज ने कहा कि वह न्याय विभाग द्वारा टाउन हॉल में बुलाई गई बैठक में शामिल हुए, जिसमें 22 विभिन्न धार्मिक एवं अंतरधर्म समूहों ने इस बारे में चर्चा की कि एफबीआई की एकीकत अपराध रिपोर्ट में घृणा अपराधों को किस हिसाब से तय किया जाता है।
पेरेज ने स्कूली बच्चों से भी समस्याओं पर खुलकर बोलने के लिए कहा।

फेस बुक पर लड़कियों की बात तो ठीक ही थी शायद टाईमिंग गलत हो गई


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झल्लेया ये हसाड़े सोणेलोक तंत्र में क्या भसूडी डाली जा रही है|ओये मुम्बई में 21 साल एक शाहीन धाडा को सिर्फ इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उसने शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की मौत के बाद हुए मुम्बई बंद पर सवाल उठाए थे.हद तो ये हो गई कि इस कमेन्ट को लाईक करने पर आई टी की धारा ६६ ऐ के अंतर्गत रेनू को भी गिरफ्तार कर लिया गया| ओये इस कमेन्ट से कोई धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं भला? सूचना तकनीकी कानून का कोई उल्लंघन होता है? ओये इस लड़की ने माफी मांगी और फेस बुक बंद भी करवा दिया गया मगर उसके बावजूद रविवार रात कुछ लोगों ने ठाणे के पालघर स्थित लड़की के चाचा के आर्थोपेडिक क्लिनिक में जमकर तोड़फोड़ कर दी|ओये एक तरफ तो हसाडे सोणे प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह मीडिया की स्वतंत्रत की हिमायत करते नहीं थक रहे | कपिल सिब्बल सरीखे विख्यात वकील आई टी धारा ६६ ऐ को बैलेबल ओफेंस बता रहे हैं| उसके बावजूद भी अदालत ने इन लड़कियों को १४ दिन की रिमांड पर पोलिस को सौंप दिया उसके बाद दबाब पड़ने पर १५०००/=के मुचलके पर छोड़ दिया गया|ओये ऐसे कैसे चलेगा हमारा लोक तंत्र?

फेस बुक पर लड़कियों की बात तो ठीक ही थी शायद टाईमिंग गलत हो गई

झल्ला

बाऊ साहब जी आप जी की बात तो सोलह आने सच है शायद इसीलिए विवादों में घिरे रहने वाले प्रेस कौंसिल के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने भी वर्चुअल मीडिया क दमन करने वाले पोलिस कर्मियों को गिरफ्तार करके उनपर अपराधिक मामला चलाने को लिख दिया है| साहब जी ये इन लड़कियों ने कोई गलत बात नहीं की आये दिन होने वाले बंधों पर अदालतें भी टिपण्णी करती आ रही है लेकिन ये तो आप भी मान लो कि अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का यह उपयोग मुम्बई के हालत को देखते हुए किसी ज्वालामुखी को फटने देने का जरिया बन सकता था|इसीलिए फेस बुक पर इन लड़कियों की बात तो ठीक थी शायद टाईमिंग गलत हो गई| थोड़े समय के बाद इसी कमेन्ट को लाईक करने वालों की तादाद बढना लाज़मी था| अब देखो मार्कंडेय काटजू की ई मेल को मुख्य मंत्री ने महज़ दुसरे केसों की भांति केवल आगे रेफेर करके ही अपना पल्ला झाड़ लिया | झल्लेविचारानुसार कानून को अपने हाथ में लेकर लड़कियों को गिरफ्तार करने वाले पोलिस कर्मियों और उन्हें आदेश देने वाले अधिकारियों पर कार्य वाही शुरू कर देनी चाहिए इसीसे पी एम् की विचारधारा को बल मिलेगा|वरना तो यही कहा जाएगा कि ब्लैक मेन ब्लैक रूल वहाईट मेन व्हाईट रूल एंड माई मेन नो रूल|