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Tag: मुज्जफर नगर कम्युनल रियट्स

मुजफ्फरनगर दंगाई आग भड़काने के लिए तैयार अवैध हथियारों की खेप के साथ गैंग को मेरठ में गिरफ्तार किया गया है

[मेरठ] मुजफ्फरनगर दंगों की आग में घी का काम करने के लिए तैयार अवैध हथियारों के साथ ३ सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया है |
मुज्जफर नगर में हथियार सप्लाई करने वाले इस गिरोह के तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर इनसे .३१५ बोर के [मस्कट] छह तमंचों की बारमदगी दिखाई है । गिरोह मवाना कस्बे में हथियार बनाकर करीब सौ तमंचों की सप्लाई कर चुका है। पुलिस ने तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रिजर्व पुलिस लाइन में सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी ओंकार सिंह ने बताया कि मेडिकल थाना पुलिस के उ.नि.संजीव कुमार शर्मा ने मुखबिर की सूचना पर अपने स्टाफ के साथ ने ३ नवम्बर को काली नदी पुल के निकट स्थित नोबल पब्लिक स्कूल के पास चेकिंग के दौरान
[१] अजमल [२] शाहनजर को दबोचा।
दोनों मुजफ्फरनगर जिले के ककरौली थानान्तर्गत ढासरी गांव के रहने वाले हैं।
[३] इनके अलावा मवाना के इकराम नगर निवासी रईसुद्दीन को भी गिरफ्तार किया गया है ।
तीनों बजाज डिस्कवर बाइक यूं पी १२ एम् ००२७ पर सवार होकर छह तमंचे लेकर मुजफ्फरनगर जा रहे थे। तीनों को थाने लाकर पूछताछ की गई। पता चला कि तीनों मवाना में घर में तमंचा बनाते हैं। पुलिस ने मवाना से तमंचा बनाने के उपकरण भी कब्जे में ले लिए। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सौ से अधिक तमंचों की सप्लाई मुजफ्फरनगर में कर चुके हैं। तीनों तमंचा बनाने का काम बिहार के मुंगेर में सीखकर आए थे। इससे पहले भी तीनों को ककरौली, मवाना और लिसाड़ी गेट थाना पुलिस जेल भेज चुकी है।

चुनाव आयोग को आचार संहिता के उल्लंघन का जवाब देने के लिएराहुल गांधी के पास चार दिन हैं और चांदनी चार दिनों की ही तो होती हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित कांग्रेसी

ओये झल्लेया हसाडे सोणे +भोले राहुल गांधी को किस गदिगेड में फंसाया जा रहा है | राहुल जी ने मुजफ्फरनगर दंगों के कुछ पीड़ित युवाओं के कल्याण के लिए आवाज क्या उठाई कि सारे पीछे ही पड़ गए |भाजपा ने तो राहुल जी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से उनकी शिकायत तक कर दी |चुनाव आयोग को भी देखो इस आयोग ने उस शिकायत को रद्दी की टोकरी में डालने के बजाय उलटे राहुल जी से ही आचार संहिता के उल्लंघन केलिए जवाब तलब कर लिया और इसके लिए तय अंतिम तिथि यानि आज राहुल ने एक सप्ताह का समय माँगा तो चुनाव आयोग ने ओनली चार दिन का समय ही दिया| ये तो आप लोग भी जानते हो कि चुनावी व्यस्तता के चलते कितने झमेले होते हैंलगता है इन झमेलों में फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है|

झल्ला

ओये मेरे चतुर सुजाण जी जिस प्रकार “आप” पार्टी को झाड़ू का चुनाव चिन्ह पाकर “आप” ने दिल्ली के चुनावों में आधी लड़ाई जीत ली है उसी प्रकार राहुल गांधी को भी चार दिनों की मोहलत जिताऊ साबित होगी नहीं समझे अरे चांदनी तो ओनली चार दिन की ही होती है|