Ad

Tag: रवि शंकर प्रसाद

महिलाओं को मर्यादा का पाठ पढाने वाले मंत्री को लक्ष्मण रेखा पार नहीं करने को भाजपा ने दिए आदेश

File photo of Ravi Shanker Prasad Of B J P,Kailash vijay vargeey,and R S S Pramukh

महिलाओं को मर्यादा सिखाने वाले मध्यप्रदेश के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से कांग्रेस ने इस्तीफे की मांग की है तो भाजपा ने अपने आप को इससे अलग करते हुए बयाँ वापिस लेने के लिए मंत्री पर दबाब बनाया है| मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने महिलाओं को मर्यादा में रह कर रावण से बचने का उपाय सुझाने वाले कैलाश विजय वर्गीय को बर्खास्त किये जाने की मांग का डाली हैं| भाजपा के प्रवक्ता और सांसद रवि शंकर प्रसाद ने अपनी पार्टी के मध्य प्रदेश के मंत्री के बयाँ को दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुए बयान वापिस लेने को कहा है|इसके साथ ही दिग्विजय सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कांग्रेस शासित दिल्ली में बलात्कार की बढती घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही की मांग की |लेकिन रेप के मामलों में शहर और ग्रामीण इलाकों में अंतरकिये जाने पर आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत की आलोचना से ना केवल बचे उलटे आर एस एस प्रमुख के सुर में सुर मिलाते हुए उनका यह कहते हुए बचाव किया कि प्रमुख का ब्यान सही परिपेक्ष्य में देखा जाना चाहिए|

स्मृति ईरानी पर अमर्यादित टिपण्णी पर भाजपा ने किया संजय निरुपम के बहिष्कार का एलान

स्मृति ईरानी के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कांग्रेस के सांसद संजय निरुपम का भाजपा ने बहिष्कार करने के घोषणा की है|। बीजेपी ने संजय निरुपम के बहिष्कार की घोषणा करते हुए कहा है कि जिस भी न्यूज़ चैनल पर वह होंगे बीजेपी का कोई भी नेता बहस में भाग नहीं लेगा। इसके अलावा स्मृति ईरानी ने संजय निरुपम को कानूनी नोटिस भी भेजा है। बीजेपी ने संजय निरुपम के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी से भी माफी मांगने की मांग की है।बीजेपी प्रवक्ता सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारी राष्ट्रीय महिला मोर्चा की अध्यक्ष स्मृति ईरानी पर पार्टी को गर्व है। बतौर नेता उन्होंने बेहतरीन काम किया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खुद एक महिला हैं, इसलिए हम सोनिया गांधी से उम्मीद करते हैं कि वह अपने सांसद के इस व्यवहार के लिए माफी मांगेंगी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो बीजेपी सोनिया के खिलाफ भी प्रदर्शन करेगी।
गौरतलब है कि संजय निरुपम अक्सर अपने बयानों और उसकी भाषा को लेकर विवादों में रहते हैं।संसद से लेकर टी वी चैनल्स पर अपनी दबंगई के लिए प्रसिद्द हैं|पिछले दिनों आज तक अजेंडा में भी सभी मर्यादाएं तक पर रख कर उन्होंने योग गुरु बाबा राम देव ने उन्हें उद्दंड बालक की संज्ञा दीथी | गुरुवार की शाम गुजरात के चुनाव नतीजों पर ऐ बी पी चैनल पर बहस के दौरान निरुपम, मोदी को मिली जीत पर दंगों को लेकर सवाल उठा रहे थे। स्मृति इरानी ने इस पर निरुपम को याद दिलाया कि 2002 के गुजरात दंगों के वक्त वह भी शिवसेना में थे। इसके बाद संजय निरुपम को यह भी याद नहीं रहा कि वह टीवी पर हैं और जनता उन्हें लाइव देख रही है।संजय निरुपम ने स्मृति पर निजी हमले करने शुरू कर दिए। उन्होंने कहा, ‘स्मृति आप मुझे मेरा अतीत याद दिला रही हैं, लेकिन आप क्या थीं? आप तो पैसों के लिए टीवी पर ठुमके लगाती थीं और आज राजनीतिक विश्लेषक बन गईं।’ न्यूज़ चैनल के एंकर ने निरुपम को निजी हमले करने से रोका, स्मृति ने भी उनकी बातों पर ऐतराज जताया। जब संजय निरुपम नहीं रुके तो स्मृति ने कहा,’ कांग्रेस सांसद छिछोरेबाजी पर उतर आए हैं। निरुपम और उन बदमाशों में कोई अंतर नहीं जो दिल्ली की सड़कों पर छेड़छाड़ और बलात्कार करते हैं।’इसके बाद संजय निरुपम बीजेपी सांसद के कैरेक्टर पर सवाल उठाने लगे। प्रोग्राम में मौजूद दूसरे विश्लेषक शाहिद सिद्दीकी ने भी निरुपम की भाषा पर ऐतराज जताया |सोशल साईट ट्विटर पर भी विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है| [१]बॉलीवुड अभिनेत्री पायल रहतोगी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आप (संजय निरुपम) भी तो पैसे के लिए बिग बॉस में आए थे और अपने घटिया रवैये की वजह से पहले ही हफ्ते में निकाल दिए गए.'[२]फिल्म निर्माता प्रीतीश नंदी ने भी निरुपम के बड़बोलेपन पर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने ट्वीट किया, ‘न्यूज चैनल पर होने वाली बहस की खूबसूरती यही है कि मुद्दों से ज्यादा इसमें हिस्सा लेने वाले वक्ताओं के बारे में खुलासे हो जाते हैं. अब संजय निरुपम को ही ले लीजिए.'[३] संघ परिवार ने ट्वीट किया, ‘संजय निरुपम की यह घटिया टिप्पणी कांग्रेस के असली चेहरे को बेनकाब करती है.'[४]वहीं मशहूर लेखिका मधु किश्वार ने भी टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने लिखा, ‘संजय निरुपम की इस आपत्तिजनक टिप्पणी से मैं इतनी आहत हुई कि मेरे पास शब्द नहीं है. यह राजनेताओं के गिरते स्तर को दर्शाता है बीजेपी

संजय निरुपम V/S स्मृति ईरानी

की ओर प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा, उम्मीद है कि सोनिया जी स्वयं इस घटना पर क्षमा मांगेंगी। यदि सोनिया जी ने माफी नहीं मांगी तो सोनिया गांधी जी के खिलाफ भी प्रदर्शन किए जाएंगे। हम एबीपी न्यूज से भी माफी मांगने की अपेक्षा करते हैं। हम प्रेस की आजादी का सम्मान करते हैं, हमारी विनम्र अपेक्षा है कि चैनल कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर करेगा।
पूरे देश में नारी के सम्मान की रक्षा के लिए धरना,प्रदर्शन ,आन्दोलन किये जा रहे हैं |आज आम नागरिक नारी के सम्मान के लिए लिखे स्लोगन्स वाले प्ले कार्ड्स उठाए राष्ट्रपति भवन तक पहुँच गए |केंद्र और दिल्ली राज्य सरकारे इस दिशा में सभी संभव कदम उठाने का आश्वासन दे रहे है मगर दूसरी तरफ सत्ता रुड दल का उद्दंड नेता एक टी वी चैनल पर एक नारे के समक्ष छिछोरेबाजी के डायलाग बोले इसकी भर्त्सना की ही जानी चाहिए|

वाल मार्ट ने खुदरा व्यापार पर कब्जे के लिए सवा सौ करोड़ खर्च किये : राज्यसभा में लाभाथियों के नाम पूछे गए :सदन स्थगित

Indian Parliament

भारत में खुदरा व्यापार में वालमार्ट की एंट्री के लिए अमेरिका की गई लाबिंग [पैरवी]के मुद्दे पर राज्यसभा में हंगामा हुआ और सदन १२.२२. पर दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दी गई| आज राज्य सभा में नौकरी में प्रोमोशन में १२ बजे आरक्षण पर चर्चा होनी थी मगर सवा बारह बजे भाजपा के रवि शंकर प्रसाद ने खड़े होकर अमेरिका में लाबिंग के लिए वाल मार्ट द्वारा १२५ करोड़ रुपये खर्च करने के समाचारों पर सरकार का स्पष्टीकरण मांग लिया|एक अन्य सदस्य ने प्रधान मंत्री को सदसं में बुलाये जाने की मांग की जिसे उप सभापति ने सिरे से ठुकरा दिया और कहा की सरकार को भी तत्काल जवाब के लिए नहीं कहा जा सकता |इसीबीच हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही प्रभावित होते देख कर राजीव शुक्ला ने आश्वासन दिया की सम्बन्धित प्रश्न को सम्बंधित मंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा| सदन में असंतुष्टों ने हंगामा जारी रखा |जयराम रमेश + नारायण सामी और हरीश रावत जैसे धाकड़ मंत्री चुप बैठे रहे| इस पर उप सभापति महोदय ने सदन को दस मिनट्स के लिए स्थगित कर दिया|
गौरतलब है के बीते दिनों भारत के खुदरा व्यापार में विदेशी निवेश को संसद के दोनों सदनों में मान्यता प्रदान की जा चुकी है|लेकिन इसी बीच एक समाचार आया है के इसी कार्य के लिए दबाब बनाने के लिए वालमार्ट ने अमेरिका में १२५ करोड़ रुपय्ये का भुगतान किया है
|इसी को आधार बनांते हुए लाभार्थियों के नाम पूछे गए |हंगामा जारी रहा |सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है| नौकरी में प्रोमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर ऍफ़ डी आई के बादल मंडराने लग गए हैं|

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे

प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी एक और तो ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए समर्थन जुटाने में जुटी है मगर दूसरी तरफ उसके अपने वरिष्ठ नेता ही समय समय पर पार्टी का मनौव्वल तोड़ने को आगे आते जा रहे हैं| पार्टी के अपने वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी कराने पर तुले हैं|अब पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग उठाई है। समाचार एजेंसी के हवाले से खबर है कि बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी गडकरी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा है। पीटीआई के मुताबिक यशवंत सिन्हा का कहना है कि गडकरी को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि गडकरी दोषी हों या नहीं वो इस्तीफा दें.सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरूमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत की जनता को उम्मीदों को तोडऩे का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपना कर हमने कुछ ऐसा ही किया है।’’ पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए।सिन्हा के मुताबिक मुद्दा ये नहीं है कि हमारे पार्टी अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं है। मुद्दा ये है कि सार्वजनिक जीवन में हम सब को आक्षेपों से दूर रहना चाहिए। सिन्हा ने यह विरोधी तेवर उस समय दिखाए हैं जब बी जे पी शीत कालीन सत्र में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए समर्थन जुटाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है|

बी जे पी की प्रतिक्रया

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे


बीजेपी ने यशवंत की टिप्पणी को अनुचित बताया है। पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पार्टी में यशवंत सिन्हा के लिए फोरम उपलब्ध है। ऐसे में उनकी सार्वजनिक टिप्पणी उचित नहीं है। वो अपनी टिप्पणी पर दोबारा सोचें।
वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के मद्देनजर पार्टी के भीतर से सतह पर उठ रही आवाजों को नजरअंदाज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि वह अपने अध्यक्ष नितिन गडकरी के साथ खड़ी है और उसे उनपर पूरा भरोसा है.

राम जेठमलानी और महेश जेठमलानी

राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्‍यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है.| उन्होंने गडकरी को सलाह दी है कि वो पार्टी के हित में और स्वच्छ जांच होने तक पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ दें.महेश जेठमलानी ने तो पार्टी पद से इस्तीफा भी दे दिया है|

: जगदीश शेट्टीगर

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जगदीश शेट्टीगर ने मांग की है कि पूर्ति समूह को संदिग्ध वित्तपोषण के आरोपों के मद्देनजर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने देश और पार्टी हित में फैसला लेने को कहा है|