Ad

Tag: लश्करे तैयबा

जनरल बिक्रम सिंह भी आज गरजे : पाकिस्तान को चेताया:भारत को ‘जब और जहां चाहे’ जवाब देने का अधिकार है

वायु सेना के बाद आज थल सेना के अध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने भी कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए पाकिस्तान को चेताया है कि भारत को ‘जब और जहां चाहे’ जवाब देने का अधिकार है।सिर काटने को ‘अस्वीकार्य’ और ‘अक्षम्य’ करार देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना को आक्रामक तरीके से सटीक जवाब देने को कहा गया है।
सेना प्रमुख ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मंढेर इलाके में नियंत्रण रेखा[एल ओ सी] पर छह जनवरी को दो भारतीय सैनिकों की हत्या पाकिस्तान सेना की सोची समझी और पहले से इरादा करके की गई कार्रवाई थी|इसके लिए प्लान बना कर पहले रेकी की गई फिर मीडिया में दुष्प्रचार किया गया उसके बाद हमारे सैनिको कि हत्या कि गई और सर काटा गया| अब भारत को पूरा अधिकार है कि वह ‘जब चाहे जहां चाहे’ इसका जवाब दे।उन्होंने शहीद हेमराज के परिवार से मिलने के लिए सैनिक दिवस के बाद मथुरा जाने की भी बात कही |
सेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक संवाददाता सम्मेलन में जनरल सिंह ने कहा कि संघर्ष विराम नवंबर 2003 से प्रभावी है और ‘कुछ अपवाद’ को छोड़कर, जिनके लिए पूरी तरह

जनरल बिक्रम सिंह

पाकिस्तान जिम्मेदार है, अपनी जगह पर कायम है।
उन्होंने कहा कि बेशक यह हमला पाकिस्तानी सेना के जवानों ने किया, लेकिन इसमें लश्करे तैयबा के आतंकवादियों के उनके साथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।जनरल सिंह ने कहा कि सरकार और सेना के स्तर पर पाकिस्तान के साथ इस मामले को उठाया जा रहा है, सेना के कमांडरों को निर्देश दिया गया है कि उकसाए जाने पर खामोश नहीं रह सकते। उन्होंने अपने कमांडरों को आक्रामक होने केआदेश दिए| पाकिस्तानी सेना की आलोचना करते हुए जनरल सिंह ने कहा कि सिर काटना हर तरह के नियमों के खिलाफ है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्थानीय इकाई की तरफ से कुछ ‘सामरिक भूलें’ हुई’, जिन पर बाद में विचार किया जाएगा क्योंकि इस मौके पर जांच से बलों के मनोबल पर असर पड़ेगा।सेना प्रमुख ने कहा कि हमारी टीमें दुश्मन के हमले का जवाब देने के लिए संतुलित होनी चाहिएं।जनरल सिंह ने मामूली झड़प के जंग में बदलने की संभावना से इनकार किया और पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल को भी खारिज करते हुए कहा कि स्थानीय टकराव का इससे कोई वास्ता नहीं है। पाकिस्तान कार्रवाई का किसी तरह का जवाब दिए जाने के बारे में, उन्होंने कहा कि यह सरकार का फैसला होना चाहिए। सेना प्रमुख ने कहा कि वह पाकिस्तानी सैनिकों के हाथों मारे गए सैनिक हेमराज सिंह की विधवा के दुख में भागीदार हैं।उन्होंने कहा कि मुझे दुख है उसके तमाम दुख और तकलीफ के लिए, वह सेना परिवार का हिस्सा हैं। उन्हें तमाम सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सैनिक का सिर काटने की घटना पर सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना कभी इस तरह का काम नहीं करेगी।उन्होंने कहा कि हम दुश्मन के शव को भी सम्मान देते हैं। यह हमारे मूल्य हैं |