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Tag: लोकसभा

संसद बजट के बजाए राहुल पर भिडी; कल तक के लिए स्थगित

(नई दिल्ली) संसद ,बजट के बजाए राहुल पर भिडी; कल तक के लिए स्थगित
संसद के दोनो सदनो में आज बजट के दूसरे सत्र  के शुरू में ही बजट के बजाए राहुल गांधी के लंदन में दिए  ब्यान पर हंगामा मच गया।सत्ता पक्ष के प्रह्लाद जोशी (एलएस) और पीयूष गोयल (राज्यसभा) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा कांग्रेस को माफ़ी माँगने को कहा  गया  नेता विपक्ष खड़गे ने अपने नेता राहुल के बयान का समर्थन करते हुए प्रजातंत्र पर सवाल उठाने शुरू कर दिए , और  राज्यसभा में व्यवस्था का प्रश्न लाकर राहुल गांधी को राज्य सभा से बाहर का बता कर सत्तारूढ़  की माँग को मि तांने  को कहा गया, हंगामा शुरू हो गया और अध्‍यक्ष जगदीप धनकड़ द्वार सदन को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया ,
उधर लोक सभा में भी विपक्ष के हंगामा करने पर पीठासीन ओम बिरला द्वारा सदन स्थगित कर दिया गया,दोबारा भी यही स्थिति रही, सत्तपक्ष और विपक्ष दोनो ही पीठ की बात सुनाने को तैय्यार नहीं हुए तो दोनो सदानो को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।कांग्रेस के व्यवस्था का प्रश्न पर भी कल ही निर्णय होगा

वरिष्‍ठ सैन्‍य कर्मियों के लिए लखनऊ और पंचकुला में वृद्धाश्रम बनेंगे

वरिष्‍ठ सैन्‍य कर्मियों के लिए वृद्धाश्रम बनेंगे
रक्षा मंत्रालय ने अपने वरिष्‍ठ सैन्‍य कर्मियों के लिए दो वृद्धाश्रम स्‍थापित करने की घोषणा की है। इनमें से
[१]एक हरियाणा के पंचकुला में और
[२] दूसरा उत्‍तर प्रदेश के लखनऊ में होगा।
यह जानकारी लोकसभा में रक्षा राज्‍य मंत्री जितेन्‍द्र सिंह ने एक लिखित उत्‍तर में दी।
इसके अतिरिक्त उन्‍होंने बताया कि कैबिनेट सचिव की अध्‍यक्षता में 2012 में गठित सचिवों की समिति की सिफारिशों के अनुरूप मंत्रालय ने सशस्‍त्र बलों के वर्ष 2006 से पहले के पेंशनरों की न्‍यूनतम पारिवारिक पेंशन बढ़ा दी है। इसके अलावा सशस्‍त्र बलों के पेंशनरों के मानसिक अथवा शारीरिक रूप से नि:शक्‍त पुत्रों/पुत्रियों को उनके विवाह के बाद भी पारिवारिक पेंशन देते रहने का निर्णय लिया गया है।

संसद में ९ मुद्दे उठे मगर कार्यवाही आज भी नही हुई

संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में शुक्रवार को भी बिजनेस ठप्प रहा| प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर हंगामा किया, जिसके कारण सारे दिन कार्यवाही बाधित हुई| लोक सभा में यधपि ९ मुद्दे उठाये गए मगर हंगामे के चलते कार्यवाही नही हो पाई|स्पीकर मीरा कुमार और राज्य सभा में हामिद अंसारी प्रश्न काल की कार्यवाही भी नहीं चलवा पाए| शुक्रवार का दिन ओड़िसा के लिए विशेष राज्य का दर्ज़ा+आज़म खान का अमेरिका में अपमान+कोयला घोटाला+२ जी स्कैम की भेंट चड गया|
[१] बीजेपी ने कोयला ब्लॉक + 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन का मामला उठाया | सीबीआई द्वारा कोयला ब्लॉक आवंट की जांच से सम्बंधित स्थिति रपट में सरकार के हस्तक्षेप के सम्बंध में दायर किए गए शपथपत्र[हलफ नामा] का भी मुद्दा उठाया.
[२] उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने अपने कद्दावर नेता +यूपी के नगरीय विकास मंत्री मोहम्मद आजम खान के अमेरिका के बोस्टन हवाईअड्डे पर हुई बदसुलूकी का मामला उठाया.
गौरतलब है कि आजम खान,अपने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ हार्वर्ड विश्वविद्यालय में कुम्भ मेले पर व्याख्यान देने गए थे. उन्हें बोस्टन लोगान अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बुधवार को पूछताछ के लिए लगभग 10 मिनट के लिए हिरासत में ले लिया गया था|
दोनों सदनों की कार्यवाही 11 बजे शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया, जिसके कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका. शोर-शराबे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही परम्परानुसार पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी|
राज्यसभा की कार्यवाही 12 बजे शुरू होने के बाद दोबारा हंगामा शुरू हुआ, और उपसभापति पी.जे. कुरियन ने कार्यवाही अपराह्न् 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी|.
2जी स्पैक्ट्रम घोटाले की जांच कर रही [३]]संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष पद से पीसी चाको को हटाने और[४] पश्चिम बंगाल में चिट फंड घोटाले समेत कई मुद्दों पर विभिन्न दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही आज एक बार के स्थगन के बाद दोपहर करीब सवा 12 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा[५],बीजद सदस्य ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए।
[६]अन्नाद्रमुक के सदस्य एक अंग्रेजी समाचार पत्र की प्रति दिखा रहे थे जिसमें जेपीसी के आधे सदस्यों की पीसी चाको को अध्यक्ष पद से हटाने संबंधी मांग की खबर छपी है। [७]वाममोर्चा सदस्य भी अध्यक्ष के आसन के समीप आकर पश्चिम बंगाल में शारदा चिट फंड घोटाले की सीबीआई जांच कराने और गरीबों का पैसा लौटाने की मांग की|
कल्याण बनर्जी समेत तृणमूल कांग्रेस के कई सदस्य भी आसन के समक्ष चिटफंड को बंद करने और इस घोटाले में कथित रूप से शामिल केंद्रीय मंत्रियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।[८] सपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और उन्हें चीन का मुद्दा उठाया | [९]तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सांसद पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के विषय को उठा रहे थे। उनके हाथों में तख्तियां थी जिस पर लिखा था, `तेलंगाना विधेयक पेश करो।’
दोपहर 12 बजे पीठासीन गिरिजा व्यास ने हंगामे के बीच ही आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। लेकिन हंगामे से परेशां होकर उन्होंने बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक अब सोमवार को होगी।

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं, तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगर शेरो शायरी चल ही निकलती है और जब शेर[ couplet]पड़ने वाले प्रधान मंत्री और प्रमुख विपक्षी नेता हो तो संसद मेजें थपथपा कर और मीडिया प्रस्तुत करके दाद देता रहता है| लोकसभा में ६ मार्च बुधवार को प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह और विपक्ष की सदन में नेत्री श्रीमति सुषमा स्वराज के बीच बातचीत शेर-ओ-शायरी के साथ हुई।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेता राजनाथ सिंह प्रतीकों और मुहावरों का सहारा लेकर अपने विरुद्ध प्रधानमंत्री के कड़े तेवरों को बुझते दिए की फड़फड़ाती लौ तक कह डाला|
राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने बीते नौ साल में पी एम् को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिये की लौ तेज हो जाती है।
इसके अलावा राज्य सभा के सदस्य डाक्टर मनमोहन सिंह ने लोकसभा में आकर विपक्ष की नेत्री श्रीमति सुषमा स्वराज के आरोपों का जवाब शायरी से देकर माहौल को अंत में मनोरंजक बना दिया। भाजपा पर प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने शेर पढ़ा कि हमें है उनसे वफा की उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है। इसके बाद श्रीमति सुषमा ने कहा कि उनकी शेर का कर्ज नहीं रखेंगी और एक शेर का जवाब वह दो शेर से देंगी । इस पर लोकसभा अध्यक्षा मीरा कुमार भी चुटकी लेने में पीछे नहीं रही और बोला कि फिर तो उन[पी एम्] पर उधार हो जाएगा। प्रधानमंत्री के जवाब में श्रीमति सुषमा ने दो शेर पढ़े कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता और कहा कि वह देश के साथ बेवफाई कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने दूसरा शेर पढ़ा कि तुम्हें वफा याद नहीं हमें जफा याद नहीं जिंदगी और मौत के दो ही तराने हैं एक तुम्हें याद नहीं, एक हमें याद नहीं।संसद में चले इस आकस्मिक मुशायरे में दाद देने के नियम का पालन करने से भी सदस्य चूक गए| ये तीनो शेर और प्रतीक अपने आप में काबिले तारीफ़ हैं मगर अधिकाँश सदस्यों ने केवल अपने नेताओं के शेर पर ही मेजें थपथपा कर दाद दी
गौरतलब है कि शुरुआती दिनों में महंगाई+ अपराध +भ्रष्टाचार को लेकर प्रमुख विपक्ष और समान्य विपक्ष के साथ ही सत्ता रुड दल के सदस्यों द्वारा हंगामा मचता रहा | सदन स्थगित होते रहे, कार्यवाही बाधित होती रही |इन गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए कोई भी गंभीर दिखाई नहीं दिया बेशक शेर अच्छे थे लेकिन |इस मुशायरे का मौजू [विषय]ज्वलंत समयायों पर आधारित होता तो और अच्छा लगता| इसीलिए यह नाचीज यह कहने को मजबूर है कि

 संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

ख़ाक हो जायेंगे हम उनकों यकीन होने तक

मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों को अपनी साइकिल पर सवार करने के इच्छुक दिखे

.समाज वादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आज लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली राजनीतिक पार्टियों को अपनी साईकिल पर सवार करने के इच्छुक दिखाई दिए| मुलायम सिंह यादव ने भाजपा अध्यक्ष राज नाथ सिंह के बाद बोलना शुरू ही किया तो विघ्न पड़ने शुरू हो गए|सबसे पहले जनरल सेक्रेटरी बोलने खड़े हो गए|उसके बाद चेयर पर्सन बदल गए|जैसे तैसे मुलायम सिंह यादव ने ट्रांसलेट करने वाले स्पीकर[हेड फ़ोन ] उतार कर बोलना शुरू कर दिया| यदपि उन्होंने कांग्रेस और भाजपा की आलोचना की मगर इसके साथ ही बड़ी सफाई से उन्होंने दोनों को सहला भी दिया|
एक तरफ उन्होंने गृह मंत्रालय पर टिपण्णी करके अपनी पीड़ा को उजागर किया तो इसके साथ ही प्रधान मंत्री की टीम के अर्थ शास्त्र की उन्मुक्त सराहना भी कर दी|दूसरी तरफ भाजपा को मुस्लिम विरोधी बताया तो इसके तुरंत बाद भाजपा की देश भक्ति+अनुशासन और भाषा की जम कर तारीफ़ करने लगे|
गौरतलब है के अभी तक मुलायम सिंह यादव भारतीय जनता पार्टी के साथ आने के सवालों को एक सिरे से खारिज करते रहे हैं और पार्टी का विरोध करते आ रहे हैं| आज इस मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रति इनका रुख कुछ हद तक नरम दिखाई दिया है|उन्होंने यहाँ तक कह दिया के बीजेपी अगर कश्मीर और मुस्लिम सम्बन्धी अपनी नीति बदल ले तो सपा से बीजेपी के बीच की दूरी कम हो जाएगी|मुलायम ने कहा कि देशभक्ति, सीमा सुरक्षा और भाषा के मामले में उनकी पार्टी और भाजपा की एक नीति है.|

.समाज वादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों रूपी नावों में सवार होने के इच्छुक दिखाई दिए

.समाज वादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों रूपी नावों में सवार होने के इच्छुक दिखाई दिए


मुलायम सिंह ने अपनी बातों पर एक बार फिर जोर देते हुए कहा, ‘मैं फिर कह रहा हूं और इस सदन में कह रहा हूं कि बीजेपी अपनी नीति बदल रही.है|
राजनाथ सिंह ने मौके को लपकते हुए इसके जवाब में कहा कि हमारे और आपके बीच दूरी कहां है?अगली बार आप निश्चित तौर पर हमारे साथ होंगे.इससे पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने समाज वाद की प्रशंसा भी की थी|.
अगर मुलायम सिंह यादव के इस बयान पर गौर किया जाए तो आने वाले समय के राजनीतिक समीकरण का अनुमान लगाया जा सकता है सपा सुप्रीमो ने यह मान लिया है के कांग्रेस के बाद प्रदेश में अपनीसरकार और सी बी आई के डंडे से सवयम को बचाने के लिए एक सशक्त समर्थक बेहद जरुरी है|इसके अलावा प्रधान मंत्री की कुर्सी पर भी नज़र है ऐसे में भाजपा का विरोध कुछ हद तक कम किया ही जा सकता है|

प्रोमोशन में रिजर्वेशन बिल की प्रति लोक सभा में फटी:सोनिया गांधी की रोकने की कौशिश नाकाम: Promotion In Reservation

प्रमोशन में रिजर्वेशन का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज बुधवार को लोकसभा में प्रमोशन में आरक्षण के बिल को फाड़ा गयाऔर सांसदों में हाथापाई भी हुई |इससे आहत .स्पीकर मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही पहले तीन बार स्थगित करने के पश्चात फिर कल तक के लिए सदन स्थगित कर दिया| बिल का भविष्य भी फिलहाल अधर में लटक गया है|
आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रमोशन में कोटा बिल पर एसपी का विरोध शुरू हो गया। बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब तीन बजे कार्यवाही शुरू हुई और पीएमओ में राज्यमंत्री नारायणसामी ने बिल पेश करने की कोशिश की तो समाजवादी पार्टी के सांसद[नगीना] यशवीर सिंह खड़े हो गए और उन्होंने श्री सामी के हाथ से बिल छीन लिया। लोकसभा में विभाजित सदस्यों के हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। सबसे पहले कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और फिर दोबारा दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई। तीसरी बार दोपहर तीन बजे तक के लिए सदन को स्थगित किया गया।
सुबह प्रश्नकाल जैसे ही शुरू हुआ समाजवादी पार्टी (एसपी), जनता दल (युनाइटेड) व शिवसेना के सदस्य अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए और विधेयक के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शिवसेना के नेताओं की मांग थी कि सरकार कपास के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा दे।
विधेयक राज्यसभा में पिछले सप्ताह पारित हुआ था। अब इसे लोकसभा में रखा जाना है। विपक्षी सदस्यों को शांत करने के प्रयास में कांग्रेस सदस्यों ने भी विधेयक के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक न्याय चाहते हैं।
दिल्ली में रविवार की सामूहिक दुष्कर्म की घटना के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), अकाली दल और जद (यु) की महिला सांसद अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गईं और उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस कराने की मांग की।
.बुधवार को कोटा बिल को लोकसभा में पेश किया जाना था जिस दौरान यह घटना हुई. इस हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|
समाचार चैनल एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यशवीर सिंह को रोकने की कोशिश की. सोनिया का यह रुख देखकर अन्य कांग्रेसी सांसद भी भड़के.जिसके बाद छीना-झपटी हुई और उस दौरान बिल की कॉपी फट गई.गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी प्रमोशन में आरक्षण बिल को असंवैधानिक बताती रही है|संसद से बहार भी इस बिल का विरोध जारी रहा| उत्तर प्रदेश और मेरठ में जगह जगह प्रदर्शन हुए और कांग्रेस तथा बी जे पी के विरुद्ध नारे लगाये गए| मेरठ के व्यस्तम बेगम पुल चौराहे पर बिल विरोधियों ने ट्रेफिक जैम किया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई के निवास पर प्रदर्शन भी किया

पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं ५४ भारतीय सुरक्षा कर्मी :ऐ के एंटोनी

रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी ने आज सोमवार को लोक सभा के माध्यम से देश को बताया कि पकिस्तान की जेलों में ५४ भारतीय देश भक्त सैनिक कैद हैं|
श्री एंटोनी ने आज बताया कि पकिस्तान के साथ हुए 1965 और 1971 के युद्धों के दौरान 54 सुरक्षाकर्मी लापता हैं और समझा जाता है कि ये पाकिस्तान की कैद में हैं।

Indian Parliament

एन सी पी की सांसद सुप्रिया सुले और डा. संजीव गणेश नाइक के प्रश्न के लिखित उत्तर में रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि 1965 और 1971 के युद्ध के दौरान लापता 54 सुरक्षा कर्मियों के बारे में समझा जाता है कि ये पाकिस्तान की कैद में हैं। इनमें से एक सीमा सुरक्षा बल का जवान शामिल है।

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल नहीं रहे :श्रधान्जली

पूर्व प्रधानमंत्री पुरुषार्थी+स्वतन्त्रता सेनानी इंद्र कुमार गुजराल का आज शुक्रवार दोपहर साड़े तीन बजे निधन हो गया। श्री गुजराल को 19 नवंबर को गुडगांव के मेडिसिटी मेदांता हास्पिटल में फेफड़े के संक्रमण के इलाज़ के लिए भर्ती कराया गया था। पिछले दो-तीन दिन से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। डॉ नरेश त्रेहान के नतृत्व में नौ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही थी। अंतिम संस्कार कल शनिवार को दिल्ली में होगा। विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आए श्री गुजराल भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। इसे पूर्व 1950 के दशक में वे एनडीएमसी के अध्यक्ष बने और उसके बाद केंद्रीय मंत्री बने और फिर रूस में भारत के राजदूत भी रहे। जमोस न्यूज़.काम परिवार की एक विनम्र श्रधान्जली |

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल


अच्छे पड़ोसी संबंध को बनाए रखने के लिए ‘गुजराल सिद्धांत’ [डाक्टराइन] का प्रवर्तन करने वाले गुजराल कांग्रेस छोड़कर 1980 के दशक में जनता दल में शामिल हो गए। वह 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय मोर्चा सरकार में [१]विदेशमंत्री बने। विदेशमंत्री के तौर पर इराकी आक्रमण के बाद वह कुवैत संकट के दुष्परिणामों से निपटे, जिसमें हजारों भारतीय विस्थापित हो गए थे।वह 1998 में पंजाब के जालंधर से लोकसभा में अकाली दल के सहयोग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए। उनकी सरकार का विवादास्पद निर्णय 1997 में उत्तर प्रदेश में [२]राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करना था। तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने उस पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया और पुनर्विचार के लिए इसे सरकार के पास वापस भेज दिया। उनकी पत्नी शीला गुजराल कवयित्री और लेखिका थीं, जिनका निधन, 2011 में हो गया। उनके भाई सतीश गुजराल मशहूर पेंटर और वास्तुविद हैं उनके परिवार में दो बेटे हैं, जिनमें एक नरेश गुजराल राज्यसभा के सदस्य और अकाली दल के नेता हैं।
एचडी देवेगौड़ा की सरकार में गुजराल दूसरी बार विदेशमंत्री बने और बाद में जब कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया, तो 1997 में वह प्रधानमंत्री बने। लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह और अन्य नेताओं सहित संयुक्त मोर्चे की सरकार में गंभीर मतभेद होने के बाद वह सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरे। यह अलग बात है कि उनकी सरकार कुछ महीने ही चली, क्योंकि राजीव गांधी की हत्या पर जैन आयोग की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस फिर असंतुष्ट हो गई।
लोकसभा में गुजराल के निधन की सूचना देते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री 93 वर्षीय इंद्र कुमार गुजराल का निधन साढ़े तीन बजे गुडगांव के मेदांता हास्पिटल में हुआ। गुजराल के निधन की खबर के बाद दोनों सदनों को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।

निधन से पहले ही श्रधान्जली

झारखंड विधानसभा में आज पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निधन के पहले ही सदन में उन्हें श्रृद्धांजलि दे दी गई।
राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कार्यवाही शुरू होने पर गुजराल के निधन के पहले ही विधानसभा में उन्हें श्रद्धांजलि दे दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
श्री गुजराल को म्रदुभाषी + कुशल राजनयिक+ महान दार्शनिक+सज्जन राजनितिज्ञ माना जाता रहा है। गुजराल को उनके सिद्धांतों के कारण जाना जाता है। उनक तर्क था कि भारत को अपने पड़ोसियों के साथ उदारता से व्यवहार करना चाहिए। गुजराल का जन्म चार दिसंबर 1919 को झेलम (अविभाजित पंजाब) में हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले गुजराल 1942 भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुके हैं।