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Tag: विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें आने लग गई है| टाटा और भाटिया की मलेशियाई कंपनी एयरएशिया के जॉइंट वेंचर एयरलाइन शुरू करने के मार्ग को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा ६ मार्च को क्लियरेंस दिए जाने के बावजूद नागर विमानन मंत्रालय[Ministry Of Civil Aviation] ने अभी तक क्लियरेंस नहीं दी है| नागरिक विमानन मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र में एफडीआई [F D I ] नीति में और स्पष्टता लाने को कहा है| गौरतलब है कि टाटा और भाटिया अन्तराष्ट्रीय एयर लाइन्स एयर एशिया के साथ मिल कर भारत में एयरलाइंस शुरू करना चाहते हैं, |इस जॉइंट वेंचर में अंतरराष्ट्रीय भागीदार की 49 % भागीदारी है, शेष ५१% के लिए भारतीय भागी दरों का हिस्से दारी है| यह पूर्णतय विदेशी निवेश की सीमा के अन्दर है|यौजना आयोग के मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने इस गतिरोध को शीघ्र दूर कर लिए जाने का आश्वासन दिया है

सिविल एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

भारत में सिविल एविएशन की नीवं डालने वाले टाटा के वंशज रतन टाटा की मेहनत रंग लाने लगी है| सिविल एविएशन के आकाश में एक मुट्ठी आसमान की चाह पूरे होती दिखने लगी है| मलेशिया की सस्ती नागरिक विमानन सेवा कम्पनी एयर एशिया को आज ६ मार्च , बुधवार में भारत में ४९% निवेश की इजाजत दे दी गई है| विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड [F I P B ] से देश में टाटा समूह और अरुण भाटिया द्वारा प्रमोटेड कम्पनी टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस की साझेदारी में नागरिक विमानन क्षेत्र में नई विमानन गतिविधि शुरू करने के लिए आवश्यक मंजूरी मिल गई।इस जॉइंट वेंचर में टाटा के ३१% और स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल के रिश्ते दार अरुण भाटिया की २०% हिस्से दारी बताई जा रही है|शेष ४९% का इन्वेस्टमेंट एयर एशिया का होगा| इससे इस छेत्र में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा
इस नई व्यवस्था से एयर एशिया तीन करोड़ डॉलर से छह करोड़ डॉलर तक निवेश कर सकती है।