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Tag: सर्वदलीय बैठक आल पार्टी मीटिंग

सोमवार से शुरू होने वाले मानसून सत्र में भी सरकार को घेरेगी भाजपा

सोमवार से शुरू होने वाले मानसून सत्र में भी सरकार को घेरेगी भाजपा
सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में बिजनेस सुचारू रूप से चले इसके लिए आम सहमती बनाने के लिए लोकसभा अध्यक्षा मीरा कुमार ने आज सर्वदलीय बैठक बुलायी जिसमे प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने खाद्य सुरक्षा विधेयक समेत सभी महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने तथा संसद के कामकाज के सुचारू रूप से संचालन के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की लेकिन प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने सत्र में सरकार को ढील न देने का मन बना लिया है सरकार को घेरने के लिए भाजपा ने संसद में ५ मुद्दों को जोर शोर से उठाने की घोषणा कर दी है| .
बैठक में पी एम् ने कहा कि पिछले सत्रों के दौरान संसद का समय नष्ट हुआ. इस सत्र में भी सरकार अपनी तरफ से विपक्ष द्वारा उठाये जाने वाले हर मुददे पर चर्चा के लिये तैयार है.
. भाजपा ने इस सत्र में अपनी मांगों को जोर शोर से उठाने की घोषणा कर दी है आज भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने प्रेस ब्रीफिंग में इसका खुला करते हुए बताया कि सर्वदलीय सभा में श्रीमती सुषमा स्वराज ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी प्राथमिकता[१] तेलंगाना का गठन रहेगी| इसके आलावा [२]उत्तराखंड त्रासदी में केंद्र और राज्य सरकों की विफलता+ [३]सी बी आई और आई बी में टकराव करने की केंद्र की नीति +[४]अमेरिकन डॉलर के मुकाबिले भारतीय रुपये का अपमान जनक अवमूल्यन [५]ऍफ़ डी आई पर राजनीती [६] के साथ कांग्रेस और उसकी समर्थक पार्टियों ने जिस प्रकार एक रेत खनन माफिया को बचाने के लिए आई ऐ एस दुर्गा शक्ति नागपाल के खिलाफ साम्प्रदाईकता की चादर ओड़ी गई है उस छद्म धर्म निरपेक्षता पर चर्चा को प्राथमिकाता दी जायेगी|
जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने आरक्षण के मामले को लेकर संसद नहीं चलने देने की धमकी दी है.
गौरतलब है कि एक माह के इस सत्र के उपलब्ध केवल 12 कार्यदिवस में सरकार को 44 सूचिबद्ध विधेयकों को पास कराना है विपक्ष के इन तेवरों को देखते हुए यह सत्र हंगामी होगा इसकी आसानी से कल्पना की जा सकती है|

सर्वदलीय बैठक में प्रथक तेलंगाना के लिए केंद्र सरकार ने एक माह का समय लिया:भाजपा ने दोहरी नीति बताया

प्रथक तेलंगाना Separate Telangana State

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज शुक्रवार को आश्वासन दिया कि आंध्र प्रदेश से पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर एक महीने के भीतर निर्णय ले लिया जाएगा|भाजपा ने इसे कांग्रेस की दोहरी नीति बताकर इसकी आलोचना की है जबकि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने शनिवार को क्षेत्र में बंद का आह्वान किया है ।
श्री शिन्दे ने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश की आठ राजनीतिक पार्टियों के साथ आज बैठक की और सभी का नजरिया जाना । पार्टियों के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि तेलंगाना मुद्दे पर फैसला जल्द से जल्द किया जाएगा ।
६० साल पुराने इस मुद्दे पर बुलाई गई सर्वदलीय अंतिम बैठक के बाद श्री शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि एक महीने के भीतर कोई निर्णय लिया जाएगा। हमने विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों के पक्ष सुने हैं। हमने उनके विचारों पर गौर किया है और उसके बारे में सरकार को जानकारी देंगे।
आंध्र प्रदेश के लोगों की समस्याओं को देखते हुए शिंदे ने युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि सरकार इस मुद्दे पर निर्णय ले रही है। उधर इस मसले पर सर्वदलीय बैठक के नतीजे से नाखुश तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने शनिवार को इस क्षेत्र में बंद का आह्वान किया है। टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने आज शुक्रवार को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक से बाहर निकल केंद्र सरकार द्वारा इस मामले में की जा रही देरी के विरोध में बंद का आह्वान किया।
केसीआर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस तेलंगाना के मुद्दे पर ड्रामा कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे द्वारा एक महीने में इस पर निर्णय लिए जाने की बात कहने वाले वक्तव्य का जिक्र करते हुए कहा कि बीते तीन साल में हजारों बार ऐसा कहा जा चुका है|
उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर गंभीर होगी तो वह आज शाम तक इस पर निर्णय ले सकती है। केसीआर ने सर्वदलीय बैठक को व्यर्थ बताया। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां अपने पुराने रुख पर ही अड़ी हैं।
आंध्र प्रदेश के बंटवारे और अलग तेलंगाना राज्य की 60 साल पुरानी मांग है| इसके लिए पिछले संसद सत्र में तेलंगाना के सांसदों नेनारे लगाए और प्ले कार्ड्स दिखाए और मतदान में भी भाग नहीं लिया था| आज सर्वदलीय बैठक के बाद भाजपा ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके केंद्र सरकार की नीतिओं की आलोचना की |प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने पत्रकारों को बताया कि तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने यह कहा था कि प्रथक तेलंगाना के लिए प्रतिक्रिया प्रारम्भ हो चुकी है इस के बाद भी अनेको बैठकें हुई और हर बार कांग्रेस शेष पार्टियों की राय लेने के बाद मुद्दे को टालती रही है और आज भी वोही दोहरी नीति अपना कर मुद्दे को टाल दिया गया है |उन्होंने कहा कि प्रथक तेलगाना क लिए भाजपा पूरी तरह से सपोर्ट करेगी