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Tag: सुशिल कुमार शिंदे

टेंशन भगाने के लिए मुम्बई में रज्जो के राग का रस उत्तम होता है

ये मैंने कब कहा था कि रविवार को बम फोड़ो ।
रविवार का दिन तो सबकी छुट्टी का होता है ॥
अवकाश पर तो घर जाने का दिल करता है ।
लेकिन इस दिन का बेड़ा गर्क करने के लिए जब॥
रैली करके कोई बम फुड़वाए तो झल्ला करे क्या ।
टेंशन के लिए रज्जो के राग का रस उत्तम होता है

कांग्रेस और भाजपा ने २०१४ के अश्वमेघ के लिए पारंपरिक मुस्लिम और हिन्दू वोट बैंक को मोहित करने का प्रयास शुरू किया

राहुल गाँधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाये जाने के बाद केंद्र में सत्ता रूड कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने २०१४ के अश्वमेघ की तैय्यारी शुरू कर दी है तभी दोनों पार्टियों ने अपने विश्वस्त +भरोसे मंद अश्वों को तबेले से निकाल लिया है अब इनके भरोसे पारंपरिक मुस्लिम और हिन्दू वोट बैंक को मोहित करने का प्रयास शुरू हो गया है| |कांग्रेस का अश्व है हिन्दू आतंकवाद [सेफ़्रोन टेरोरिस्म] और भाजपा के लिए कांग्रेस के वंश वाद के साथ हिन्दू वोट बैंक रहा है|
रविवार को कांग्रेस के चिंतन शिविर में देश के गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने अपने भाषण में पार्टी की वैचारिक धरोहर को आगे लाते हुए भगवा आतंकवाद के लिए भाजपा और आर एस एस को निशाना बनाया|इसके बाद कांग्रेस के नेताओं के बयाँ आने शुरू हो गए इससे साफ जाहिर हो गया कि विकास के मुद्दे पर गुजरात चुनाव हार चुकी कांग्रेस अब २०१४ में कोई नया रिस्क नही लेना चाह रही | इसीलिए सपा बसपा आदि में बंटे उनके अल्प संख्यक वोट बैंक के लिए एक पुराना जांचा परखा भगवा आतंकवाद रूपी चुम्बक का प्रयोग शुरू हो गया है|भाजपा ने इसके लिए कांग्रेस को घेरने में कोई देर नहीं की और कांग्रेस को वंशवाद और आतंक के सरंक्षक बता दिया |इसके अलावा तमाम टी वी चेनलों पर शिंदे और दिग्विजय सिंह के डायलाग्स रिपीट किया जा रहे हैं जिनमे उन्होंने ओसामा बिन लादेन के लिए श्री और हाफ़िज़ सईद को साहब कहा है|भाजपा इसे मुस्लिम तुष्टिकरण बता रही है|

Congress V/S B.J.P.

भाजपा ने भी अपने पत्ते फेंटने शुरू कर दिए

पूर्व मुख्य मंत्री लोध नेता कल्याण सिंह

को भाजपा में पुनः शामिल कर लिया |गौर तलब है कि कल्याण सिंह ने एतिहासिक अयोध्या काण्ड के कारण अपनी गद्दी छोड़ी थी और उनकी छवी एक कट्टर हिंदूवादी की रही है|
कांग्रेस और भाजपा में एक जुबानी जंग भी शुरू हो गई है जिसमे बढत लेने के लिए भाजपा ने २४ जनवरी को देश में आन्दोलन छेड़ने की चेतावनी दे डाली है|इनकी आपसी तू तू में में पाकिस्तान में बैठे हाफ़िज़ सईद ने फायदा उठाते हुए भारत में सेकुलरिज्म की खिल्ली उडाई | भारत को एक आतां वादी राष्ट्र घोषित करने में देर नहीं लगाई और शिंदे की तारीफों के पुल बांध दिए|जिस हाफ़िज़ को पूरा देश आतंकवादी कह रहा है और उस के सहारे पाकिस्तान में चल रहे दहशत गर्दी के कैम्पों को उजागर किया जा रहा था अब उसी हाफ़िज़ को भारत के गृह मंत्री के एक ब्यान मात्र से भारत पर लांछन लगाने का अवसर मिल गया| इस विषय में अनेकों चिंतकों से पूछने पर एक स्वर में जवाब आया कि देश के गृह मंत्रीके पास अगर आर एस एस और भाजपा के कैम्पों में चल रहे आतंकवादी गतिविधिओं की जानकारी है तो उस पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए उसे देश के सामने लाना चाहिए|अपनी पार्टी के शिविर में उसे नेताओं के मार्ग दर्शन के रूप प्रस्तुत करके इसे पब्लिसिटी का आधार नहें बनाया जाना चाहिए

भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट डिप्लोमेसी पर ग्रहण लगा:सीमा पर गोली बारी

Sabotage to indo pak peace talk

भारत और पाकिस्तान के क्रिकेटर्स अपने गेम के जरिये दोनों देशों के अवाम को नजदीक लाने के प्रयास कर रहे हैं वहीं पकिस्तान की सेना ने काश्मीर छेत्र में भारतीय ठिकाने पर मोर्टार से हमला करके इस क्रिकेट डिप्लोमेसी की उपयोगिता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं|
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत की ओर से हुई जवाबी गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए, जिनमें से एक की मौत हो गई। बताया, गया है कि पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के एलओसी पर उरी सेक्टर के हाजीपीर क्षेत्र में भारतीय ठिकाने पर मोर्टार से हमले किए। भारतीय सेना ने हल्के हथियारों से जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी रुकी।
पाकिस्तानी सेना की तरफ से जारी बयान में भारतीय सेना पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि भारतीय सैनिकों ने सीमा पार जाकर उन पर हमला किया. भारतीय सेना ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है और उलटे पाकिस्तानी सेना पर बिना किसी उकसावे के मोर्टार बमों से हमला करने का आरोप लगाया है. पाकिस्तानी सेना का कहना है, “पाकिस्तानी सेना ने हमले का जवाब दिया. एक पाकिस्तानी सैनिक शहीद हुआ है जबकि दूसरा बुरी तरह जख्मी है.
. बताया गया है कि “सुबह करीब 3.15 मिनट पर पाकिस्तान सेना ने भारी मोर्टार फायरिंग की और उड़ी सेक्टर के आके गांव को निशाना बनाया. इधर से छोटे हथियारों से जवाब दिया गया और करीब एक घंटे तक गोलीबारी चली.| इस गोलीबारी में कोई भारतीय सैनिक के हताहत होने से इंकार किया गया है |
अक्सर आतंकवादियों को सीमा पर से घुसपैंठ कराने के लिए पकिस्तान कि तरफ से ऐसी फायरिंग की जाती रही है लेकिन मौजूदा दौर में हालत सुधारने की कवायद जारी है [१] रहमान मालिक के भारत आने के बाद से एक बार फिर दोनों देश एक दूसरे के साथ संबंध सुधारने की दिशा में बढ़ रहे हैं . [२]दोनों देशों ने एक दूसरे के नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रिया को आसान और उदार बनाया है.[३] लंबे समय के बाद इस वक्त पाकिस्तान की क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर है. इसके अलावा[४] दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों की मुलाकात हो रही है और रिश्तों को सामान्य बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. मैदान में क्रिकेट हो रहा है, वाघा पर एक दूसरे के देश में जाने की होड़ है पर कभी सीमा पर गोलीबारी तो कभी रहमान मलिक जैसे राजनेताओं के शब्द बाणों की तकरार भारत पाकिस्तान के रिश्तों को परवान नहीं चढ़ने दे रही है|

दिल्ली में केंद्र की पोलिस और शीला दीक्षित सरकार में आकंडा ३६ की और

गैंग रेप को लेकर भड़के आन्दोलन को अब एक नए मोड़ की और ले जाने के आरोप लगने लगे हैं|आज गैंग रेप पीड़ित के बयान को लेकर एसडीएम और पुलिस ऑफिसरों से बहस के समाचार आने शुरू हो गए हैं| इस विभत्स,घिनौने,जघन्य गैंग रेप के बाद जनाक्रोश मुख्यतः दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित की तरफ हुआ शीला दीक्षित के खिलाफ राजनीतिक माहौल भी बनने लगा| लेकिन श्रीमती दीक्षित और उनके सांसद पुत्र ने दिल्ली में पोलिस व्यवस्था के लिए केंद्र को दोषी ठहराना शुरू किया और सीधेपोलिस कमिश्नर पर निशाना साध दिया| मुख्य मंत्री के सांसद पुत्र जब बीते दिन आन्दोलनकारियों के बीच पहुंचे तो पोलिस ने उन्हें उचित भाव नहीं दिया जिसके फलस्वरूप सांसद की कार में तोड़ फोड़ की गई और उसके साथ भी बदसलूकी की आ रही हैं|इसके बाद तो पोलिस पर दिल्ली की सरकार के हमले तेज़ होगये|अब गैंग रेप की पीडिता के बयाँ लेने गई एस डी एम् उषा चतुर्वेदी ने एक पोलिस की कार्यवाही को कटघरे में खडा करने वाला ब्यान दे दिया है| प्राप्त जानकारी के अनुसार सफदरजंग अस्पताल में गैंग रेप पीड़ित के बयान लेने पहुंचीं विवेक विहार की एसडीएम ऊषा चतुर्वेदी का आरोप है कि पुलिस ऑफसरों ने बयान लेने के दौरान दखलंदाजी की।पोलिस ने एक प्रश्नोत्तरी दे कर उसके मुताबिक़ ब्यान दर्ज़ करने को दबाब बनाया था| इस बात की लिखित शिकायत एसडीएम ने डिप्टी कमिश्नर से से की, जिन्होंने इसे गृहमंत्री और उप राज्यपाल को भेज दी है। दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने इस मामले में पुलिस ऑफिसरों के खिलाफ स्वतंत्र जांच की मांग केंद्रीय गृहमंत्री से दोहराई है।

दिल्ली में केंद्र की पोलिस और शीला दीक्षित सरकार में आकंडा ३६ की और


बताया जारहा है की एसडीएम शुक्रवार की रात गैंग रेप पीड़ित के बयानों की विडियोग्रफी कराना चाह रही थीं, जबकि पीड़ित के परिजनों ने विडियोग्रफी से इनकार किया था, जिसका समर्थन मौके पर मौजूद डीसीपी छाया शर्मा और दो एसीपी ने कर दिया। इसी बात को लेकर एसडीएम और पुलिस ऑफिसरों के बीच तीखी बहस हो गई।
असलियत तो जांच के बाद ही सामने आ पायेगी मगर फिलहाल पोलिस की कार्यवाही शक के घेरे में दिख रही है| पहले तो पोलिस द्वारा कोर्ट में दाखिल रिपोर्ट में से धटना वाले इलाके में लापरवाही के दोषी पोलिस अफसरों के नाम ही गायब कार दिए गए |कोर्ट की फटकार और जनांदोलन के के फलस्वरूप आठ पोलिस अधिकारियों के निलंबन की प्रक्रिया शुरू की गई| प्रदर्शन स्थल पर वाटर केनोन+आंसू गैस+और लाठी चार्ज के द्रश्य मीडिया और सोशल साईट्स पर में छाए हुए हैं| इसके बाद अब एस डी एम् का यह आरोप अपने आप में समस्या को टेकल करने में प्रशासनिक असमर्थता दर्शाता है| इसके बाद केन्द्रीय गृह मंत्री का ब्यान “सरकार को आन्दोलन कारियों से मिलने के कोई जरुरत नहीं है”ने आग में घी का काम किया है| नतीजे कुछ भी आयें फ़िलहाल तो शीला दीक्षित की सरकार से अरविन्द केजरीवाल सरीखे नए नए बने राजनीतिकों से दूरी बना ही ली गई है|