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Tag: सुशील कुमार शिंदे

वी एच पी के फायर ब्रांड प्रवीण भाई तोगड़िया से जे & के सरकार घबराई:एयर पोर्ट पर डीटेन किया

[जम्मू/दिल्ली] विश्व हिन्दू परिषद् के फायर ब्रांड नेता डाक्टर प्रवीण भाई तोगडिया के फायर ब्रांड से डर कर आज जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उन्हें जे & के में घुसने नहीं दिया और एयर पोर्ट पर डीटेन कर लिया गया | वीएचपी के तेज-तर्रार नेता प्रवीण भाई तोगड़िया को आज कश्मीर के अंदर घुसने नहीं दिया गया| पुलिस को डर था कि तोगड़िया के राज्य में घुसने से माहौल खराब हो सकता है। आतंकवादी अफजल गुरू को फांसी दिये जाने से खराब चल रहे माहौल का हवाला दिया गया है| कहा जा रहा है कि अफजल गुरू की गुपचुप तरीके फांसी और उसका शव परिजनों को ना लौटाये जाने की वजह से कश्मीर के लोग गुस्से में उबल रहे हैं। ऐसे में प्रवीण तोगड़िया का कश्मीर के किसी धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा लेने से राज्य की हालात औऱ खराब हो सकते हैं
गौरतलब है कि आज वीएचपी के तेज-तर्रार नेता प्रवीण तोगड़िया जैसे ही जेट एयरवेज के विमान से जम्मू एयरपोर्ट पर उतरे वहां की पुलिस ने उन्हें वहीं पर रोक दिया और उन्हें दिल्ली भेजने की कोशिश की | तोगड़िया इसके लिए तैयार नहीं हुए हैं।

भाजपा ने केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का पुतला फूंक कर विरोध जताया

भाजपा ने केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का पुतला फूंक कर विरोध जताया

भाजपा ने आज केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का पुतला फूंक कर विरोध जताया |इस अवसर पर छेत्र के सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने सुशील कुमार शिंदे द्वारा भगवा आतंकवाद को कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति बाताया
बच्चा पार्क पर आज भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जोर दार प्रदर्शन किया|इस अवसर पर सुशील कुमार का पुतला भी फूँका गया | सुरेश जैन ऋतुराज के न्रेतत्व में विधायक रविन्द्र भडाना, कमल दत्त शर्मा,योगेन्द्र पाल गुप्ता,मुकेश सिंघल,रश्मि अग्रवाल,प्रमोद,आदि उपस्थित थे

शिंदे पर शिकंजा कसने के लिए भाजपा ने सड़क से संसद तक लड़ाई छेड़ी :मेरठ में प्रदर्शन कल

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे पर शिकंजा कसने के लिए भाजपा ने आज सड़क से संसद तक लडाई जारी रखने का ऐलान किया|देश के ज़िलामुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया है|आज सुबह राजधानी में जंतर मंतर पर अपने २४ घंटे के धरने प्रदर्शन के शुरुआत में भाजपा के राष्ट्रीय न्रेतत्व ने सत्ता रूड कांग्रेस को चेतावनी देते हुए शिंदे को बर्खास्त करने और माफी मांगने की शर्त रखी है |लोक सभा में विपक्ष की अध्यक्षा श्री मति सुषमा स्वराज ने भगवा और आतंक वाद के मायने बताते हुए कहा कि भगवा और आतंकवाद दोनों के अर्थ एक दूसरे के विपरीत हैं|उन्होंने कहा कि अगर भगवा को देखना है तो अल्लाहाबाद के कुम्भ में जाकर देखना चाहिए | पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने शिंदे के बयाँ पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सभी भाजपा सांसदों को उनके नेताओं के साथ आतंकवादी कहा है यह असहनीय हैं इसके दूरगामी परिणाम निकलेंगे| शिंदे के इस आपत्तिजनक बयाँ और कांग्रेस के मौन समर्थन से पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी भारत को ही आतंकवाद का गढ़ बताने लग गए हैं इससे देश कि छवि धूमिल हुई है|राज नाथ सिंह ने आज अनेकों टी वी चेनलों पर कांग्रेस को चेतावनी दी है|

शिंदे पर शिकंजा कसने के लिए भाजपा ने सड़क से संसद तक लड़ाई छेड़ी :मेरठ में प्रदर्शन कल

गौरतलब है कि कांग्रेस के जयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर में सुशील कुमार शिंदे ने अपने भाषण में कहा था कि भाजपा और आर एस एस के शिविरों में आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया जाता है|और कुछ निर्दोष अल्प संख्यक फंस जाते हैं|इस ब्यान को कांग्रेस की तुष्टिकरणनिति का हिस्सा बता कर भाजपा ने भी मोर्चा खोल दिया है| इस जुबानी बाण का असर भाजपा पर हुआ और यह जुबानी जंग अब सडकों पर उतर आई है|यदि समय रहते इस विवाद का समाधान नही खोजा गया तो अगला संसद सत्र भी हंगामे की भेंट चढ़ जाएगा|

सुशील कुमार शिंदे

सुशील कुमार शिंदे से आज सुबह जब पत्रकारों ने जवाब माँगा तो शिंदे नो कमेंट्स कह कर निकल गए|

शिंदे के खिलाफ केस

दिल्ली निवासी वी पी कुमार ने दिल्ली की एक अदालत में सुशील कुमार शिंदे के विरुद्ध मान हानि का दावा दायर कर दिया है|इस याचिका में शिंदे पर दो समुदायों पर वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाया गया है|

मेरठ

मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मेरठ में कल २५ जनवरी को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा

कांग्रेस के चिंतन शिविर में से निकले वैमनस्य के गरल से कांग्रेस और भाजपा ने होली खेली

कांग्रेस के चिंतन शिविर में हुए मंथन में अमृत के साथ कई प्रकार का जहर भी निकला हैं| पावर या सत्ता का गरल तो राहुल गाँधी ने सहर्ष स्वीकार किया और बेहद भावुक होकर सबको साथ लेकर चलने का आश्वासन दिया |वैमनस्य के जहर को सुशील कुमार शिंदे ,दिग्विजय सिंह और मणि शंकर अय्यर सरीखे नेताओं ने ग्रहण करके तत्काल अपने विरोधी बीजेपी और आर एस एस पर उडेल दिया | प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह और यूं पी ऐ अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गाँधी ने बड़े नपे सभ्य तुले शब्दों में विपक्ष की आलोचना की | बेशक वह विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में केंद्र सरकार की यौजनाओं को अपने नाम देने सम्बन्धी हीक्यों न हो|वरिष्ठ नेताओं के बाद राहुल गाँधी ने भी सुलझे नेता की भांति न केवल अपनी सरकार की आलोचना की वरन अपने पिता स्वर्गीय राजीव गांधी के शब्दों में १०० पैसे में ९९ पैसे जनता तक पहुँचाने का वायदा भी दोहराया |उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी दादी श्री मति इंदिरा गाँधी और पिता राजीव गांधीकी शहादत को देखा है उनके परिवार ने इस दुःख को सहा है \ अपनी माता श्री मति सोनिया गांधी को उद्दत करते हुए कहा कि सत्ता जहर के समान है क्योंकि कांग्रेस उनका परिवार है इसीलिए जहर को देश की सेवा के लिए ग्रहण किया है अब पैसा और सत्ता जनता तक पहुँचाना उनका उद्देश्य रहेगा|
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [आर एस एस]और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा पर अपने शिविरों में आतंकवादी प्रशिक्षण देने के आरोप लगाने में कोई देर नहीं लगाई दिग्विजय सिंह ने भी तत्काल शिंदे के आरोप का समर्थन कर दिया |
उधर बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस जहर का जवाब जहर से देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘गृहमंत्री के बयान में उनकी (कांग्रेस) विध्वंसकारी मानसिकता झलकती है. चिंतन शिविर में उन्होंने जो बयान दिया है वह बेहद आपत्तिजनक है. यह न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि खतरनाक भी.’ उन्होंने कहा कि शिंदे के बयान का मकसद देश में शांति और समरसता को बाधित करना है.
संघ को एक ‘राष्ट्रवादी संगठन’ बताते हुए बीजेपी नेता ने कहा, ‘सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी और गृहमंत्री को भी माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे. यह स्वीकार्य नहीं है. गृहमंत्री द्वारा इस प्रकार की बेबुनियादी बातें करना असली आतंकवादियों को क्लीन चिट देने जैसा है.’
बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि शिंदे के बयान से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को ‘आक्सीजन’ मिल गयी है. उन्होंने कहा, ‘आपने भारत विरोधी आतंकवादी समूहों को भी मजबूती प्रदान की है.’
नकवी ने कहा, ‘कई बार मैं महसूस करता हूं कि कांग्रेस कायरों की जमात बन गयी है. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि देश में बार-बार आतंकवादी हमले हो रहे हैं, आतंकवादी यहां पनप रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी सैनिक हमारे जवानों के सर काट देते हैं और हमारे प्रधानमंत्री इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करने में इतना लंबा समय लेते हैं. हमारी सरकार इस प्रकार की घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया देने से पहले बार-बार सोचती है.
भाजपा के राज्यसभा में वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने राहुल गांधी की पदोन्नति को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रको वंशवाद में बदलने का आरोप लगाया
अरुण जेटली ने यह भी कहा कि उनकी अपनी पार्टी के नेता का फैसला ‘जांचे-परखे’ आधार पर होगा. राहुल का नाम लिए बगैर राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी जयपुर चिंतन बैठक में महंगाई, कुशासन, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों का जवाब नहीं दिया जबकि इन समस्याओं को लेकर लोगों में गहरा असंतोष है.
शिंदे ने कहा था, ‘जांच के दौरान यह रिपोर्ट आई है कि बीजेपी और संघ आतंकवाद फैलाने के लिए आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं. समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद में बम लगाए जाते हैं और मालेगांव में भी बम विस्फोट होता है.’ बाद में संवादाताओं द्वारा घेरे जाने पर श्री शिंदे ने कहा, ‘यह भगवा आतंकवाद है जिसकी मैं बात करता हूं. यह वही चीज है और कुछ नया नहीं है. यह कई बार मीडिया में आ चुका है.’

सामूहिक दुष्कर्म की पीडिता की सिंगापूर में मौत :ख़ाक हो जायेंगे हम उनको खबर होने तक


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झाल्लेया बड़ा अफ़सोस हुआ ये सुन कर की बेचारी गैंग पीड़ित फिजियोथेरेपिस्ट की मौत सिंगापूर के सबसे अच्छे अस्पताल में हो गई |यार हमने तो हर संभव इलाज़ करा कर अपना वायदा निभाया मगर होनी को तो कुछ और ही मंज़ूर था |बेचारी की जीने की बहुत इच्छा थी मगर काल बड़ा बलवान निकला |लेकिन इस युवती का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा हसाड़े सोणे मन मोहणे प्रधानमंत्री ने कह दिया है लड़की की मौत को बेकार नहीं जाने देंगे. | इस वीभत्स घटना से उपजे जनाक्रोश को सही दिशा दी जायेगी| गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने भी कहा कि 23 वर्षीय छात्रा को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि बलात्कार के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। अब देखना इस दिशा में बहुत कुछ जनहित में अच्छा होगा |

सामूहिक दुष्कर्म की पीडिता की सिंगापूर में मौत :ख़ाक हो जायेंगे हम उनको खबर होने तक

झल्ला

इस ह्रदयविदारक हादसे के बाद भी इनकी पुनरावर्ति रुक नहीं रही है और राजनीती शुरू हो गई है मगर झाल्लेविचारानुसार इस दिल हिलादेनेवाली मौत पर राजनीती ठीक नहीं है मगर हालत को देखते हुए यह कहना जरुरी है के ख़ाक हो जायेंगे हम उनको खबर होने तक

अफजल गुरु को फांसी दिए जानी वाली फाईल अब २० दिसंबर के बाद खुलेगी : गृह मंत्री शिंदे

केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज आश्वासन दिया है कि अफजल गुरू और छह अन्य की दया याचिकाओं से जुड़ी फाइलों पर २० दिसंबर के बाद जरूर गौर करेंगे। उन्होंने बी एस ऍफ़ के एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से कहा कि मेरे पास गौर करने के लिए दया याचिकाओं से जुड़ी सात फाइलें हैं। मैं संसद सत्र के बाद ये फाइलें देखूंगा। संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।। वर्ष 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले में अफजल को अदालत ने दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी।संसद पर हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरु पिछले 11 साल से तिहाड़ जेल के एक अति सुरक्षित सेल में कैद है
पिछले दिनों 26/11 के पाकिस्तानी आतंकी आमिर अजमल कसाब को पुणे के यरवदा जेल में 21 नवम्बर को फांसी पर लटका दिया गया था, जिसके बाद से अफजल गुरु को भी जल्दी फांसी देने की मांग तेज हो गई है।
गुरू की दया याचिका राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा गृह मंत्रालय को समीक्षा के लिए वापस भेजी गई है। उन्हें 2001 के संसद हमले के मामले में मौत की सजा दी गई है। इस हमले में जवानों सहित नौ लोगों की मौत हुई थी और 16 घायल हुए थे।
इसके इतर सीमा सुरक्षा बल के 47वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर जवानों को संबोधित करते हुए शिंदे ने बल में प्रशिक्षण के उच्चस्तर की प्रशंसा की और कहा कि सरकार कौशल सुधार के लिए हरसंभव मदद सुनिश्चित करेगी।श्री शिंदे ने कहा कि मुझे पता है कि बीएसएफ जवान कठिन परिस्थितियों और परिवार से दूर रहकर काम करते हैं। सैनिक आतंकवाद विरोधी, नक्सल विरोधी, आपदा प्रबंधन, सीमा प्रबंधन और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए तैनात हैं। हमें सभी मोर्चों

अफजल गुरु को फांसी दिए जानी वाली फाईल अब २० दिसंबर के बाद खुलेगी : गृह मंत्री शिंदे

पर अच्छे परिणाम मिले हैं। बीएसएफ का स्थापना दिवस समारोह एक दिसंबर को होना था लेकिन 30 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निधन के बाद यह समारोह आज आयोजित किया गया।

कसाब को फांसी देकर भारत ने २६/११ के शहीदों को श्रधान्जली दी और आतंकवाद के विरुद्ध जंग की वचनबद्धता दोहराई

पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को फांसी दे दी गई है। कसाब 26/11 मुंबई अटैक के एक मात्र पकडे गया जीवित गुनहगार था| कसाब को मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से पुणे की यरवदा जेल में शिफ्ट कर बुधवार सुबह 7.30 बजे फांसी पर लटकाया गया। फांसी के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।यह 26/11 के हमले में मारे गए निर्दोष लोगों और शहीद ऑफिसर्स के लिए श्रद्धांजलि है और आतंक वाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई के प्रति प्रतिबद्धता का प्रदर्शन भी है|
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के अनुसार गृह मंत्रालय ने 23 अक्टूबर को ही राष्ट्रपति से सिफारिश की थी कि कसाब की दया याचिका को खारिज कर दिया जाए। इसके बाद 5 नवंबर को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कसाब की दया याचिका को खारिज कर दिया। शिंदे ने बताया कि 8 नवंबर को ही यह तय हो गया था कि कसाब को 12 तारीख को फांसी दे दी जाए। इस बारे में महाराष्ट्र सरकार को उसी दिन जानकारी दे दी गई थी।

कसाब को फांसी देकर भारत ने २६/११ के शहीदों को श्रधान्जली दी और आतंकवाद के विरुद्ध जंग की वचनबद्धता दोहराई


इसी उद्देश्य की पूर्ती के लिए मंगलवार को कसाब को मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से पुणे की यरवदा जेल में गुपचुप तरीके से शिफ्ट कर दिया गया था। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि यरवदा जेल में फांसी देने का इंतजाम है। उसकी फांसी बुधवार सुबह साढ़े सात बजे तय की गई थी, जिसे तय समय पर अंजाम दे दिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री शिंदे ने कहा कि पूरी प्रक्रिया के बाद सुबह 7.30 मिनट पर यरवदा जेल में कसाब को फांसी दे दी गई। उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया के सामने कसाब का अपराध साबित हुआ और आखिरकार उसे फांसी दे दी गई। ।’
कसाब की डेड बॉडी का क्या किया जाएगा? केंद्रीय गृह मंत्री के मुताबिक इस बारे में पहले ही पाकिस्तान को लेटर भेजा गया था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। कसाब को फांसी देने के बाद पाकिस्तान को दोबारा एक फैक्स भेजकर कसाब को फांसी दिए जाने की जानकारी दी गई है। शिंदे के मुताबिक अगर पाकिस्तान सरकार की तरफ से कसाब का शरीर लिए जाने का अनुरोध आता है, तब इस पर विचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि कसाब उन 10 पाकिस्तानी आतंकियों में से एक था, जिन्होंने समंदर के रास्ते मुंबई में दाखिल होकर 26/11 हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे। हमला करने से पहले इन आतंकियों ने गुजरात कोस्ट से एक भारतीय बोट को हाइजैक करके उसके कैप्टन को भी मार दिया था।
कसाब ने सितंबर में राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी थी। इससे पहले 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले को बेहद ‘रेयर’ बताकर कसाब की फांसी की सजा पर मुहर लगा दी थी। जस्टिस आफताब आलम और सी. के. प्रसाद ने मुंबई हमले में पकड़े गए एक मात्र जिंदा आतंकी कसाब के बारे में कहा था कि जेल में उसने पश्चाताप या सुधार के कोई संकेत नहीं दिखाए। वह खुद को हीरो और देशभक्त पाकिस्तानी बताता था। ऐसे में कोर्ट ने माना था कि कसाब के लिए फांसी ही एकमात्र सजा है।
इससे पूर्व संयुक्त राष्ट्र महा सभा में भारत ने फांसी की सज़ा के पक्ष में मतदान करके यह साबित कर दिया था कि भारत देश में क़ानून व्यवस्था को तय करने के अपने अधिकार को सुरक्षित रखना चाहता है| इस मतदान के तत्काल पश्चात कसाब को को फांसी देकर यह भी सन्देश दे दिया गया है कि भारत कानून का पालक है और एक सॉफ्ट स्टेट कतई नहीं है|