[नई दिल्ली]बोर्ड परीक्षाएं चुनौती नही खुद को पहचानने का अवसर हैं इसीलिए परीक्षोत्सव मनाओ:पीएम की रेडियो पर”मन की बात” बोर्ड परीक्षाओं को चुनौती समझने के बजाय अवसर बना कर उत्सोत्सव मनाना चाहिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में यह आह्वाहन किया|पीएम ने कहा, इच्छाएं स्थिर होनी चाहिए, तभी संकल्प सिद्ध कर सकते हैं।स्थिर इच्छा ही संकल्प बनती है, संकल्प और पुरुषार्थ से सिद्धि होती है। परीक्षा के समय भूत और भविष्य की चिंता न करके वर्तमान पर ध्यान लगाएं।पीएम ने शिक्षण संस्थाओं में भी परीक्षा से पूर्व प्रत्येक माह परीक्षा उत्सव मनाने पर बल दिया|उन्होंने कोर्स पर आधारित डिबेट+कार्टून प्रतिस्पर्धा+कवि सम्मलेन करने सेपरीक्षाओं के तनाव को काम करने की भी सलाह दी
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर अपने पांचवें कार्यक्रम में आज परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से अपने दिल की बात साझा की।
पीएम श्री मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा क्षमता प्रदर्शन करने के लिए नहीं वरन खुद की क्षमता पहचानने के लिए है इसीलिए परीक्षा को दुनिया को दिखाने के लिए चुनौती के रूप में नहीं लेना चाहिए,परीक्षा को एक अवसर के रूप में लेना चाहिए।
पीएम ने कहा कि परीक्षा को लेकर तनाव मत पालिए।परीक्षा को बोझ बनाने के बजाय पूरे उत्साह के साथ परीक्षा दें।
श्री मोदी ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों की क्षमता की तुलना दूसरों से न करें|इससे बच्चों पर दबाव आता है |
पीएम ने छात्रों को अपने साथ अपनी स्पर्धा करने का उपदेश दिया इसके लिए उन्होंने पोल वॉल्टर बुबका की सफलता का उदाहरण भी दिया उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास के अभाव में अंधविश्वास पनपने लगता है।
पीएम मोदी ने कहा,”आपका भविष्य उज्ज्वल होगा,तो देश का भविष्य उज्ज्वल होगा”।
उल्लेखनीय है कि देश के सभी राज्यों में कुछ दिनों बाद ही10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होंगी। मन की बात कार्यक्रम को पूर्व भांति सुबह नहीं वरन रात ८ बजे रिले किया गया सम्भवत क्रिकेट के वर्ल्ड कप मैच के चलते यह परिवर्तन किया गया
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