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एयर एशिया इंडिया की नैनो हवाई यात्रा को पलीता लगाने के लिए कथित सस्ती एयरलाइन्स एक जुट हो रही हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

एयर एशिया इंडिया का चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये हसाडे सोणे रत्न टाटा+टोनी फर्नांडीज+अरुण भाटिया ने सस्ती हवाई यात्रा का जो वायदा किया था वोह करके भी दिखा दिया|ओये अब तो बैंगलोर से गोवा ट्रैन या बस में जाने के बजाय ठाठ से हवाई जहाज से जाओगे |१२ जून से इस नैनो यात्रा का आनंद लोगे ओये ओनली ९९०/= में गोवा जाओगे

झल्ला

खैर मुबारक जी पौने एक साल तक सत्ता के गलियारों में जूतियां घसीटने के बाद ये ध्याडा आया है लेकिन अभी भी ये इंडिगो+स्पाइस जेट+गो एयर+आदि आदि कथित सस्ती एयर लाइन्स इतनी जल्दी हार नहीं मानेगी|खबर आ रही है कि आप जी के इस प्रयास को पलीता लगाने के लिए नागरिक उड्डयन के महा निदेशक [DGCA ]पर लगातार और बारबार दबाब बनाया जा रहा है|

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एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दे ही दिया :अब डी जी सी ऐ की बारी

एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दे ही दिया :अब डी जी सी ऐ की बारी एयर एशिया इंडिया के प्रभारी टोनी फेर्नान्देज़ ने सोशल साईट पर ट्विट करके एयर एशिया इंडिया को अनापत्ति प्रमाण पत्र [एन ओ सी] जारी करने के लिए भारत सरकार की प्रशंसा करने की मंशा जाहिर की है इससे लगता है के टाटा और मलेशिया की एयर एशिया एयर लाइन्स के जॉइंट वेंचर एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स के पंखों को आजाद कर दिया गया है सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से एन ओ सी जारी होने से एयर लाइन्स की राहें बेहद आसान हुई हैं लेकिन अभी भी परवाज /उड़ान भरने के लिए महा निदेशक नागरिक उड्डयन [नियामक] [ DGCA ]से फ़ाइल क्लियर करवानी जरुरी है| एयर एशिया इंडिया को बजट एयर लाइन्स की श्रंखला को आगे बढाने वाली एयर लाइन्स बताया जा रहा है जिसके आने से देश में स्पाइस जेट +इंडिगो आदि वर्तमान लो कास्ट एयर लाइन्स को घरेलू आकाश में कड़ी प्रति स्पर्धा मिलेगी |
गौरतलब है कि मलेशिया की एयर एशिया ने बहु राष्ट्रीय टाटा संस और टेलेस्त्रा के अरुण भाटिया के साथ बीते फरवरी में जॉइंट वेंचर के रूप में एयर एशिया इंडिया के गठन की घोषणा की थी|

इंडिया में इंटरनैशनल एयर सर्विस शुरू करने के लिए बेतुका कानून है:एयरएशिया ग्रुप के चीफ एग्जेक्युटिव टोनी फर्नांडीज

एयरएशिया ग्रुप के चीफ एग्जेक्युटिव टोनी फर्नांडीज ने सिविल एविएशन मंत्री से मुलाकात के तत्काल पश्चात इंडिया में एविएशन सेक्टर के कानून की कड़ी आलोचना शुरू कर दी है। इसके लिए फर्नांडीज ने 5 साल के डोमेस्टिक ऑपरेशंस और 20 एयरक्राफ्ट के बाद ही किसी कंपनी को इंटरनैशनल उड़ान की इजाजत दिए जाने वाले नियम को आधार बनाया है|
फर्नांडीज प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी लो-कॉस्ट एयरलाइंस की उड़ान अक्टूबर में शुरू करने की बात करते करते रेग्युलेटरों और कंपनियों की एक साथ आलोचना के झटके देने शुरू कर दिए| उन्होंने कहा कि इंडिया में इंटरनैशनल एयर सर्विस शुरू करने के लिए जो कानून है, उसका कोई तुक नहीं है। उन्होंने बताया, ‘एयरएशिया मलेशिया के पास अगर एक प्लेन भी है, तो वह इंडिया के लिए उड़ान भर सकती है। इंडिया में इसके लिए जो रूल है, वह यहां की कंपनियों के हित में नहीं है।’ फर्नांडीज ने जनता पार्टी के चीफ सुब्रमण्यम स्वामी की भी आलोचना की। स्वामी ने टाटा ग्रुप के साथ एयरलाइन वेंचर के लिए उनकी पार्टनरशिप को फर्जीवाड़ा बताते हुए भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि भारत को इन निहित स्वार्थों के चलते कई साल गंवाने पड़े।
गौरतलब है कि मलेशिया की एयर एशिया+टाटा+और अरुण भाटिया की कंपनियों के जॉइंट वेंचर के रूप में उतर रही एयर एशिया इंडिया के अधिकारियों ने नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह से मुलाकात करके उड़ान के लिए आज्ञा मांगी उसके पश्चात इस तरह आलोचना आधार हीन या अनावश्यक नही हो सकती|अब सवाल यह उठता है कि ऍफ़ आई पी बी द्वारा क्लियरेंस दिए जाने के उपरांत भी एयर एशिया इंडिया को लटकाया जा रहा है और इसके ठीक विपरीत ऍफ़ आई पी बी +सेबी की अडचनों के बावजूद मंत्री अजित सिंह जेट एतिहाद को उड़ाने के लिए प्रधान मंत्री तक से सामनाकरने पर तुले हैं|एयर एशिया इंडिया की पहली प्राथमिकता डोमेस्टिक उड़न है लेकिन उनकी नज़र इस आलोचना के पश्चात अन्तराष्ट्रीय आकाश पर है क्योंकि यही फायदे वाला सौदा है|और इस छेत्र में जेट एयरवेज द्वारा कड़ी प्रतिस्पर्धा की संभावना है

जेट, एतिहाद के सौदे में ऍफ़ आई पी बी की अडचनों पर प्रधान मंत्री ने प्रश्न उठाया

प्रधानमंत्री कार्यालय [पीएमओ] ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय सहित अन्य संबद्ध विभागों से 2,058 करोड़ रुपये के प्रस्तावित जेट-एतिहाद एयर लाइन्स के सौदे पर स्पष्टीकरण मांगा है।
विमानन क्षेत्र में सबसे बड़े विदेशी निवेश प्रस्ताव के रास्ते कई तरह की नियामकीय अड़चनें आ रही हैं। विभिन्न मंत्रालयों ने मुख्य रूप से सौदे के बाद जेट एयरवेज के नियंत्रण को लेकर चिंता जताई है।
एफआईपीबी ने नियंत्रण और स्वामित्व के मुद्दे पर जेट-एतिहाद सौदे पर फैसला फ़िलहाल टाला हुआ है |
आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने भी कहा था,कि इस प्रस्ताव पर फैसला टाल दिया गया है| प्रभावी नियंत्रण और स्वामित्व पर हमें और जानकारी की जरूरत है समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय ने जेट एयरवेज द्वारा अबुधाबी की एतिहाद एयरवेज को 24 % हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, नागर विमानन मंत्रालय और कंपनी मामलों के मंत्रालयों सहित अन्य संबंधित विभागों से स्पष्टीकरण मांगा है लेकिन पी एम् ओ की वेबसाइट पर ऐसी कोई जानकारी नही मिली है| नागरिक उड्डयन छेत्र में ऍफ़ डी आई नीति के अनुसार सितम्बर माह से विदेशी एयर लाइन्स और विदेशी निवेशकों को भारतीय एयर लाइन्स में ४९% शेयर्स खरीदने की इजाजत है जबकि एन आर आई के लिए १००% की सीमा है| इसके आलावा जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमनियम स्वामी ने भी पी एम् को पत्र लिख कर जेट एतिहाद और एयर एशिया के सौदों पर ऍफ़ आई पी बी की भूमिका पर आपत्ति जता चुके हैं|

एयर एशिया इंडिया ने ३३ वर्षीय मिट्टू चांडिल्य को सीईओ बनायाYoungest CEO Of Air Lines

लो कास्ट कैरियर के छेत्र में तहलका मचाने आ रही जॉइंट वेंचर एयर एशिया इंडिया [AirAsiaIndia]के लिए ३३ वर्षीय मिट्टू चांडिल्य को सीईओ[ CEO]बनाया गया है।श्री मिट्ठू एक जून से कार्यभार संभालेंगे। इसी के साथ 33 वर्षीय चांडिल्य भारत में सिविल प्राइवेट एयर लाइन्स में सबसे युवा सी ई ओ होंगे|
ग्रुप के सीईओ टोनी फर्नांडिस ने ट्विटर पर यह ट्विट किया है| इस कंपनी में टाटा संस और ऐ भाटिया के[३०% +२१%] ५१% के शेयर्स हैं|