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Tag: Anil Deshmukh

गृहमंत्री का हाज़मा इतना दुरुस्त?100 करोड़ ₹ की वसूली अकेले हज़्म कर ले??

झल्ली गल्लां
भजपाईचीयरलीडर्स
ओए झल्लेया!हसाडी मेहनत रंग ले आई।ओए महा अघाड़ी सरकार का भ्र्ष्टाचार उनके ही सर् चढ़ कर बोलने लगे गया।बॉम्बे हाई कोर्ट ने गृहमंत्री के खिलाफ सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी है।गृहमंत्री की कुर्सी से चिपके अनिल देशमुख को इस्तीफा देना ही पड़ गया।ओए हमने इसी पर नही रुक जाना।इनकी सारी पोल खोल के रख देनी है
झल्ला
गृहमंत्री का हाज़मा इतना दुरुस्त?100 करोड़ ₹ की वसूली अकेले हज़्म कर ले??
चतुर सेठ जी !ये अनिल देशमुख का समयहाज़मा इतना दुरुस्त नही हो सकता कि वोह 100 करोड़ ₹ महीने की वसूली को अकेले ही हज़्म कर जाए। देशमुख का समय सही रखने वाली घड़ी की सुईयों और इसे चूर्ण चटाने वाले हाथों की लकीरों को भी मैग्निफाइंग ग्लास से देखना होगा।

उद्धव बेचारा गृहमंत्री की लगाई आग से छुटकारा पाए तो अस्पतालों की सुध ले

झल्लीगल्लां
चिंतितमुम्बईकर
ओए झल्लेया!ये हसाडे महाराष्ट्र को किस भेड़े की भेड़ी नजर लग गई ?
देख तो सब तरफ आग ही आग। पुणे केंटोनमेंट के स्ट्रीट बाजार हो या फिर भांडुप के ड्रीम्समॉल सभी मे आग लग रही है।मॉल में बने सनराइज अस्पताल में तो 11 मरीज बेचारे जल कर मर गए।इससे पहले भी 10 बच्चे जल कर मर गए लेकिन आग से बचाव को कोई उपाय करने को तैयार नही।
बीएमसी के भ्र्ष्टाचार पर कोई नकेल नही ।हसाडे मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे की तो किस्मत ही खराब है।देख तो जैसे तैसे जोड़तोड़ कर सीएम की कुर्सी मिली।इन्होंने कोरोनासुरों से युद्ध मे जनताभलाई खातिर मॉल तक मे अस्पताल खुलवा दिया मगर यहां भी आग लग गई।वाकई सही कहा गया है कि जब बुरा वक्त आता है तो ऊंट पर बैठने पर भी कुत्ता काट ही जाता है।अब सुबह सुबह प्रभादेवी इलाके के वीर सावरकर रोड पर अछी खासी खड़ी पांच मंजिला वाणिज्यिक इमारत में आग लग गई।
झल्ला
वाकई भाऊ !
अब बेचारा सीएम गृहमंत्री अनिल देशमुख टॉपकॉप परमवीर और सुपर कॉप सचिन वाज़े द्वारा सीएम की कुर्सी के नीचे लगाई आग को बुझा पाए तो बाजार और मॉल की सुध ले पायेगा

शरद पंवार भाऊ ने भी खिसियाणी हंसी में कह दिया,पतनाला तो यहीं गिरेगा

झल्लीगल्लां
भलामानुष
ओए झल्लेया! ए क्या हो रहा है?
Jhalla Cartoonओए मुम्बई और यूपी में राजनीतिज्ञों के पोलिस और अपराधियों से क्रिमिनल गठजोड़ तो हम जैसों के लिए नासूर बनते जा रहे है ।पहले पोलिसवाले उगाही करते दिख जाते थे लेकिन अब तो वसूली के लिए ये लोग ना केवल विस्फोटक रखवा रहे हैं वरण कत्ल तक करने से बाज नही आ रहे।सब इंस्पेक्टर गिरफ्तार कमिश्नर पर आ रही है आंच और गृह मंत्री तक पहुंच रहे हैं इसके तार इस पर भी शरदपवार जैसे वरिष्ठ और सुलझे हुए नेता भी मुम्बई पुलिस कमिश्नर और गृहमंत्री के घृणित एपिसोड को गम्भीर तो मान रहे हैं लेकिन हंस कर टाल भी रहे हैं।कांग्रेस चुप्प है और शिवसेना दुम दबा कर दुबकी हुई है।
झल्ला
झल्लाभापा जी!ईईसबगोल ते कुछ ना फ्लोल
जब अपराध का घड़ा भरने लगता है और पानी सर् तक पहुंचने लगता है तब इन्हें पूर्वजों से प्राप्त पतनाला याद आने लगता है और खिसियाई हंसी में कहना पड़ता है कि सारी बातें सिर माथे लेकिन पतनाला तो यहीं गिरेगा