Ad

Tag: Ayush Ministry

केंद्र ने पतंजलि के कोरोनिल पर पोलिटिकल डिस्टेनसिंग अपनाते हुए अज्ञानता दिखाई

(नई दिल्ली) आयुष मंत्रालय ने पतंजलि के कोविड-19 के उपचार से संबंधित दावों पर पोलिटिकल डिस्टेनसिंग अपनाते हुए दवा के विषय मे अज्ञानता दिखाई
आयुष मंत्रालय ने पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, हरिद्वार (उत्तराखंड) के द्वारा कोविड-19 के उपचार के लिए विकसित आयुर्वेदिक दवाइयों के बारे में हाल में मीडिया में आए समाचारों का संज्ञान लिया है। उल्लिखित वैज्ञानिक अध्ययन के दावे के तथ्यों और विवरण के बारे में मंत्रालय को कोई जानकारी नहीं है।
उपरोक्त समाचार के तत्थों और दावों के सत्यापन के प्रति मंत्रालय को सूचित किए जाने के क्रम में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड से उन दवाओं के नाम और संयोजन; स्थानों/ अस्पताल जहां कोविड-19 के लिए शोध कराया गया; प्रोटोकॉल, नमूना आकार, संस्थागत आचार समिति की मंजूरी, सीटीआरआई पंजीकरण और शोध के नतीजे के विवरण उपलब्ध कराने तथा इस मसले की विधिवत जांच पूरी होने तक ऐसे दावों के विज्ञापन/प्रचार को बंद करने के लिए कहा गया है। मंत्रालय ने उत्तराखंड सरकार के संबंधित राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण से भी लाइसेंस की प्रतियां और आयुर्वेदिक दवाओं की उत्पाद स्वीकृति का विवरण उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिसके कोविड-19 के उपचार में कारगर होने का दावा किया जा रहा है।

Delhiites Said On International Yoga Day “Yoga Hi Hoga”

[New Delhi] Delhiites Said On International Yoga Day “Yoga To Hoga”
Delhiites TurnOut in Large Numbers for International Yoga Day
The national capital celebrated the second International Yoga Day today with Delhiites turning out in large numbers at several venues earmarked for yoga demonstrations.
[1]Connaught Place was packed with an estimated 10,000 volunteers, who had started assembling before dawn for the event that started at 5:30 AM. Participants lined the three radial roads – inner, middle and outer circle- for the mega event.
[2]The AYUSH Ministry organised the event at six other locations- [a]Lodhi Garden[b]Nehru Park[c]Talkatora Garden[d]Swarn Jayanti Park in Rohini[e]Yamuna Sports Complex in Patparganj and [f]District Park in Dwarka.
At least 100 Resident Welfare Associations identified by the ministry also hosted Yoga Day events.
Minister for Urban Development and Parliamentary Affairs, Venkaiah Naidu, was present on the dais as the chief guest along with LG Najeeb Jung and BJP MP Meenakshi Lekhi. The dignitaries later joined the crowd for the 45-minute yoga protocol.
The event in Delhi’s Connaught Place saw talks on yoga and musical performances. There were also special yoga performances by two differently-abled groups, including yoga on wheelchair.
A team of 250 CISF personnel, including a CISF women commando team also conducted a demonstration on ‘Pekiti Tirsia Kali’, a Filipino martial art.
Connaught Place was closed for traffic from 3 AM to 9 AM.
Celebrities like international wrestler Sangram Singh and Miss India 2014 Koyal Rana were also present at Connaught Place.
Around 200 officials and employees of the Civil Aviation Ministry and Airports Authority of India , including Secretary R N Choubey, performed various Yoga asanans at the lawns of the Rajiv Gandhi Bhawan
Photo Caption
The Union Minister for Urban Development, Housing and Urban Poverty Alleviation and Parliamentary Affairs, Shri M. Venkaiah Naidu along with the Lt. Governor of Delhi Shri Najeeb Jung and other dignitaries participating in the mass performance of Yoga protocol, organised by the Ministry of AYUSH with support of partner agencies, at Central Park, Connaught Place, in New Delhi on June 21, 2016.

पारम्परिक अौषधियों को स्टार्टअप+स्टैंडअप से विकसित करने से”मेक इन इंडिया”को फायदा

organic[नई दिल्ली]भारतीय पारम्परिक औषधीय तकनीक से किया गया इलाज आम नागरिक के लिए सस्ता+सुलभ इलाज होगा इसके प्रचार प्रसार के लिए पी एम के स्टार्टअप और स्टेण्डअप दोनों योजनाओं का सहयोग जरूरी है |इससे खेती और व्यापर को नए आयाम मिलेंगे|ट्रेनिंग से इनके प्रति विश्वसनीयता भी बढ़ेगी |
एलोपैथी के दिनों दिन महंगे होते जा रहे प्रयोग से जहां मरीजों को अंधाधुंध दोहने की प्रथा चल पड़ी है |उससे वैकल्पिक व्यवस्था की मांग उठना स्वाभाविक ही है |यह कहना उचित है के देसी इलाज न केवल सस्ता होगा वरन तात्कालिक प्रभावशाली भी होता है |दुर्भाग्वश आजादी के पश्चात से ही देसी जड़ी बूटियों के संरक्षण को महत्व ही नही दिया गया नतीजतन इन पर केवल कुछ मठों और बाबाओं का अधिकार ही रह गया जिसका दुरूपयोग भी हुआ|लोगों के साथ साथ सरकारों का रुझान भी केवल एलोपैथी की तरफ ही रहा |जिसके अधाधुंध उपयोग से अनेकों दर्दनाक घटनाएँ भी हुई|
हाल ही में कीड़ा नाशक दवाओं के प्रयोग से अनेकों बच्चों के मारे जाने के समाचार से सरकार का पीछा नहीं छूट रहा है |
बापु आशा राम+बाबा राम देव+ अब डेरा बाबा राम रहीम ने भी देसी+ ओर्गानिक प्रोडक्ट के नाम पर डिब्बा बंद +शीशी बंद सामान बेचना शुरू कर दिया है|इस विषय में यह कहना लाजमी है के इन्हें भी रसायनों के माध्यम से ही प्रसंसित किया जाता है |
महंगे विज्ञापनों से प्रचारित किया जाता है |शायद इसीलिए इनकी कीमते आम आदमी की जेब से फ़िलहाल कहीं दूर हैं ,
इन सबसे छुटकारे के लिए अब तुरंत तैयार सस्ती ओषधीय गुणों वाले पदार्थों की तत्काल आवश्यकता है| जिनकी खेती से लेकर बिक्री तक के लिए सुनहरे अवसर+समय है| अभी हाल ही में मॉर्निंग वाक के दौरान ऐसा ही एक प्रयोग देखने को मिला जिसकी फोटो भी अपलोड की जा रही है|यहां एक युवा ठेले रिक्शा पर इन्वर्टर के सहारे मिक्सी चला कर जूस तैयार कर रहा है यह जूस किसी फल फ्रूट का नही वरन जड़ी ब्यूटी कही जाने वाले १६ पदार्थों से बना है|तुरंत सेवन स इनमे रसायन की अव्सय्कता नही रहती |
इसमें करेला+चिरैय्यता+जामुन+अमरुद+आंवला+गेंहू के ज्वारे+एलोवेरा+आदि शामिल है |बताया गया है के खाली पेट इनके सेवन से राज रोग बन चुके मधुमेह+लिवर रोग +उच्च रक्त चाप से भी मुक्ति मिल सकती है| ऐसे उत्साही युवाओं को ट्रेनिंग के साथ सुविधा और सहायता मिलने से यह बढे कुटीर उद्योग के रूप में विकसित हो सकता है जोकि महात्मागांधी का भी सपना था|
भारत सरकार के “आयुष” विभाग ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आयुर्वेद+सिद्ध+युनानी+होम्योपैथी को एकीकृत करके एवं देश भर के सभी नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक नए दृष्टिकोण का प्रस्ताव रखा है|ऐलोपैथिक प्रणाली के साथ इन देसी दवाओं के प्रयोग से वास्तव में देश वासियों के लिए सस्ती और सुलभ चिकित्सा होगी |इसकी आशा की जा सकती है|
केन्द्रीय मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने भी स्वयं इनके एकीकरण के महत्व और आवश्यकता को स्वीकार किया है |
निम्स विश्‍वविद्यालय में हुई चार दिवसीय संगोष्ठी में केन्द्रीय आयुष मंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक ने कहा कि भारत देश पारंपरिक औषधीय तकनीक आयुर्वेद, सिद्ध, युनानी और आयुष, योग, प्राकृतिक चिकित्सा व होम्योपैथी के लिए जाना जाता है और आवश्यक है कि सभी तकनीकों का एकीकरण किया जाए।
गौरतलब है के भारत योग +प्राकृतिक चिकित्सा+यूनानी+सिद्धा+सोवा+रिग्‍पा + होमियोपैथी समेत अपनी आयुष प्रणालियों के जरिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। एक स्वस्थ जीवन को बढ़ावा देने के लिए चिकित्सा की इन सभी प्रणालियों को अनिवार्य रूप से एक समेकित तरीके से प्रयोग में लाया जाना चाहिए।

पीएम ने योग दिवस के अवसर पर स्मारक सिक्के और डाक टिकट भी जारी किया

[नई दिल्ली]पीएम ने योग को मैं से हम; स्व से सार्वभौम की एक यात्रा बताया|जीवन में परिपूर्णता के लिए भी नियमित योग को आवश्यक बताया| योग दिवस के अवसर पर दस रुपये और सौ रुपये के स्मारक सिक्के जारी किये गए और पांच रुपये का डाक टिकट भी जारी किया गया |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज योग को ‘‘अहम् से वयम्; स्व से समष्टि’’ (मैं से हम; स्व से सार्वभौम) की एक यात्रा बताया। उन्होंने कहा कि अगर हम अपने मानव शरीर को एक बेजोड़ रचना मानते हैं, तो योग एक ‘‘उपयोगकर्ता नियमावली’’ की तरह है, जो उस रचना की असीमित संभावनाओं का ज्ञान कराती है।
प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर समग्र स्वास्थ्य के लिए योग के बारे में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि योग एक मनःस्थिति (अवस्था) है, जो किसी वस्तु अथवा प्रणाली (व्यवस्था) से भिन्न है। उन्होंने कहा कि योग के जरिए जो एकता व्यक्त की जा रही है, वह अन्य देशों के हमारे भाइयों और बहनों को एकजुट कर रही है, हमारे दिलो-दिमाग को जोड़ रही है।
श्री मोदी ने कहा कि यह समर्थन सिर्फ भारत के लिए नहीं है, बल्कि योग की महान परम्परा के प्रति है। उन्होंने योग को स्वयं के साथ, अपने शरीर के साथ, आसपास के वातावरण और प्रकृति के साथ सद्भाव हासिल करने का एक साधन बताया है। उन्होंने कहा कि अनुशासन के साथ सही योगाभ्यास करने पर योग जीवन में परिपूर्णता ला सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए विश्व के एकजुट होने के अवसर पर योग से बहुत अधिक अपेक्षाएं होना स्वाभाविक है, जिन्हें विश्व के कल्याण के लिए पूरा करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए भारत तैयार है।
प्रधानमंत्री ने योग को मानवता के प्रति एक सामूहिक उपहार बताया। उन्होंने कहा कि भले ही इसकी उत्पत्ति भारत में हुई है, लेकिन योग को ऊर्जा दुनियाभर में इसका अभ्यास करने वाले करोड़ों लोगों से प्राप्त हुई है। उन्होंने सामूहिकता, भाईचारे और वसुधैव कुटुम्बकम् की संस्कृति के विकास और उसे सुदृढ़ करने के प्रति भारत की वचनबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री ने प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दस रुपये और सौ रुपये के स्मारक सिक्के जारी किए और पांच रुपये का डाक टिकट भी जारी किया।
इस अवसर पर अयुश राज्यमंत्री श्री श्रीपद येशोनाइक ने कहा कि योग मानव मात्र को इस देश के महानतम उपहारों में से एक है। संभवतः यही कारण है कि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों में से 177 देशों ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के प्रस्ताव का न केवल समर्थन किया, बल्कि इसे सह-प्रायोजित भी किया था।
उन्होंने कहा कि योग का स्वास्थ्य संबंधी पहलू सर्वाधिक महत्वपूर्ण बन गया है और आधुनिक चिकित्सा पद्धति भी इसका महत्व समझने लगी है। योग का इस्तेमाल बीमारियों की रोकथाम के लिए किया जा रहा है। आज स्वास्थ्य क्षेत्र के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती गैर-संचारी रोगों का बोझ कम करने की है। परम्परागत चिकित्सा में संचारी रोगों की समस्या का स्थायी या लागत की दृष्टि से किफायती समाधान उपलब्ध नहीं है। अनेक लोगों का मानना है कि योग इन रोगों की रोकथाम और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर सकता है।
वित्त राज्यमंत्री श्री जयंत सिन्हा और योगाचार्य बाबा रामदेव, डॉ. नागेंद्र और डॉ. वीरेंद्र हेगड़े भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन
The PM Narendra Modi releasing the commemorative coins, to mark the occasion of the first International Day of Yoga, at the International Conference on Yoga for Holistic Health, in New Delhi on June 21, 2015.
The Minister of State for AYUSH (Independent Charge) and Health & Family Welfare, Shri Shripad Yesso Naik and the Minister of State for Finance, Shri Jayant Sinha are also seen.

२१ जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस है लेकिन भारत में एक भी”योग”आयुष सुपर स्पेशलिटी अस्पताल नहीं हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां!ओये हसाडे सोणे नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी की कोशिशों से २१ जून को अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाएगा ओये भारत योग में गुरु है इसीलिए अब भारत में योग पर्यटकों की लाइन लग जानी हैं हसाडे इकॉनमी भी आसमान छूने लग जानी है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी २१ जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस है लेकिन भारत में अभी तक एक भी “योग”आयुष सुपर स्पेशलिटी अस्पताल नहीं हैं
अच्छा ये बताओ कि योग टूरिज्म को भुनाने के लिए क्या प्रयास किये जा रहे हैं? केंद्र सरकार के आयुष के तहत विभिन्‍न चिकित्‍सा पद्धति से जुड़े 50 बिस्‍तरों वाले ३६०१ अस्‍पतालों में मात्र ७ अस्पताल ही योग पद्धति पर आधारित हैं और ये भी ३६ राज्यों में से केवल चार राज्यों में ही हैं |अब सारे पर्यटक छत्तीस गढ़[१]+कर्नाटका[३]+अंडमान निकोबार[१]+तमिलनाडु [१]राजस्थान[१]में ही जाने से रहे अरे भापा जी ३६ राज्यों में एक भी सुपर स्पेशलिटी स्तर का योग आयुष अस्पताल नहीं है|
इसीलिए झल्लेविचारनुसार विश्व योग गुरु बनने से पहले अपने घर में ही योग को महत्व देना शुरू करो|
विश्व स्तरीय योग शालाएं+अस्पताल बनवाओ

Lov Verma, IAS To Hold Additional Charge of Secretary, Ministry of AYUSH

[New Delhi] Lov Verma, IAS To Hold Additional Charge of Secretary, Ministry of AYUSH
Lov Verma Is Secretary, Department of Health and Family Welfare, Ministry of Health and Family Welfare Whereas Ayush Secretary
Nilanjan Sanyal, IAS (OR:79) Proceeds On Leave From 24.12.2014 to 02.01.2015
The Competent Authority has approved This Temporary Posting during the leave period of Shri Sanyal,