[लखनऊ,यूपी]मुलायम सिंह यादव सपा +बसपा गठबंधन पर फट ही पड़े
समाजवादी पार्टी के संस्थापक वयोवृद्ध मुलायम सिंह यादव ने अपनी ही समाजवादी पार्टी [सपा]के इनके धुर्र विरोधी रहे बसपा से गठबंधन पर भारी असंतोष व्यक्त किया | मालूम होक वर्तमान में मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और इन्होने भाजपा के विरुद्ध सुश्री मायावती के बहुजन समाजवादी पार्टी [बसपा]से हाथ मिला लिया है |सपा और बसपा में छत्तीस का आंकड़ा रहा है|सपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने इसी गठबंधन पर रोष व्यक्त करते हुए कहा के लोक सभा के होने जा रहे चुनावों में आधी सीटें बसपा को देने के समझौते पर खुश नहीं है|गौरतलब हे के अभी हाल ही में मुलायम सिंह यादव ने संसद में नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधान मंत्री बनने का आशीर्वाद दिया था
फाइल फोटो
Tag: Bahujan samajvadi party
मुलायम सिंह यादव सपा +बसपा गठबंधन पर फट ही पड़े
सपा और बसपा ने यूपी में ३८-३८ लोकसभा की सीटें बांटी
[लखनऊ,यूपी] उत्तरा प्रदेश की ८० लोक सभा सीटों को आपस में बांटने के लिए सपा और बसपा ने, कांग्रेस के बगैर ,गठबंधन घोषित किया | दोनों दल ३८ ३८ सीटों पर चुनाव लड़ेंगे |
एक अन्य महत्वपूर्ण छेत्रिय दल रालोद का प्रतिनिधित्व भी दृष्टिगोचर नहीं हुआ |मायावती ने अखिलेश यादव को सपोर्ट करते हुए खनन मामले में अखिलेश यादव के विरुद्ध सी बी आई की कार्यवाही की निंदा की||
होटल ताज में आज एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमे सबसे पहले बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर हमला बोलते हुए उन्हें गुरु चेला बताया |कांग्रेस से स्वयं को अलग दिखाते हुए मायावती ने कांग्रेस के कुशासन + एमरजेंसी+किसानों की उपेक्षा +भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाए | उन्होंने बताया के कांग्रेस से समझौते से बसपा का वोट प्रतिशत कम हो जाता है|जबकि सपा से समझौते से लाभ मिलता है |
उन्होंने कहा के कांग्रेस ने बोफोर्स की वजह से अपनी सत्ता गवाई थे अब राफेल के कारण भाजपा सत्ता से बाहर जाएगी|
SP Again Blown Sand Of CBI In Rajya Sabha &Got House Adjourned
[New Delhi]SP Again Blown Sand Of CBI In Rajya Sabha &Got House Adjourned
Rajya Sabha proceedings were adjourned till 2 pm on Tuesday without transacting any business as the Samajwadi Party members protested amid reports that the CBI might quiz former Uttar Pradesh chief minister Akhilesh Yadav in an illegal-mining case .
No sooner had official listed papers presented to the House, SP members were up on their feet against the “political vendetta” in the CBI initiating a probe into alleged irregularities in mining during 2012 and 2016 when Yadav held the mining portfolio in the Uttar Pradesh government. They found support in other Opposition parties such as the Bahujan Samaj Party (BSP).
Rajya Sabha Chairman M Venkaiah Naidu adjourned the proceedings till 2 pm, in less than a minute of SP members raising the issue.
But before adjourning the proceedings, he said certain members had given notices under Rule 267 for suspension of business to take up discussions on issues, but he has not allowed any of the notices.
The same can be taken up under different rules,
BSP &JD(S) Join Political Hands for Cong Ruled Karnataka
[New Delhi] BSP &JD(S) Join Political Hands for Karnataka Polls
Bahaujan Samajvadi Party[ BSP] and the Janata Dal (Secular) [JD,S] today announced that they are entering into an alliance to contest the Karnataka Assembly polls together.
The alliance would continue in the 2019 Lok Sabha elections as well, BSP leader Satish Chandra Misra and JD (S)’s Danish Ali said at a press conference.
The term of the 224-member Karnataka Assembly ends in May.
The BJP wants to wrest power from the Congress which rules the state now
यूंपी असेंबली में कांग्रेस+बसपा+रालोद ने हंगामा किया तो भाजपा+सपा रहेशांत:गवर्नर भाषण बाधित
[लखनउ यूपी]यूंपी असेंबली में कांग्रेस+बसपा+रालोद ने हंगामा किया तो भाजपा+सपा रहे शांत:गवर्नर का भाषण हुआ बाधित|
जैसी की आशंका व्यक्त की जा रही थी विधानमण्डल के बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार हुई।सदन में सदस्यों के नारेबाजी की वजह से राज्यपाल अपना अभिभाषण पूरा नहीं कर पाये
राज्यपाल राम नाईक संयुक्त सदन में जैसे ही अपना अभिभाषण करने के लिये खड़े हुए,तो बसपा सदस्यों ने राज्यपाल वापस जाओ’ के नारे लगाते हुए वेल में प्रवेश किया ।बसपा को कांग्रेस +रालोद के सदस्यों का साथ मिला| ये सभी हाथों में प्रदेश सरकार विरोधी नारे लिखे बैनर लहराते रहे
आश्चर्यजनक रूप से कांग्रेस के सदस्य राहुल गांधी की तस्वीर छपी टोपी लगाये थे।
सत्र की इस हंगामाखेज शुरुआत के दौरान सत्तारूढ़ सपा के साथ-साथ भाजपा के सदस्य भी अपने-अपने स्थान पर बैठे रहे।
राज्यपाल ने लगभग 20 मिनट तक अपना अभिभाषण पढ़ा,लेकिन 109 पृष्ठ के अभिभाषण को वह पूरा नहीं कर सके। उन्होंने अपने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों और कामकाज का जिक्र किया और भावी योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत करने की परम्परा का निर्वाह किया
सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये
सपा ने यूं पी में होने वाले उपचुनावों में भाजपा को रोकने के लिए चुनाव आयोग के द्वार खटखटाये
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि अराजकता और आतंक फैलाने वालों पर अंकुश लगाए ।
निर्वाचन आयोग को समाजवादी पार्टी द्वारा लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 13 सितम्बर,2014 को 11 विधानसभाओं +एक लोकसभा क्षेत्र में जिन सांसद महोदय को तथा एक केन्द्रीय मंत्री को प्रभारी बनाया है उससे चुनाव प्रचार में विषाक्त वातावरण बनने के आसार है। ये दोनो ही नेता उपचुनाव में “लवजेहाद“ को एक मुद्दा बनाने का ऐलान कर रहे हैं। गोरखपुर के सॉसद का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक समुदाय की लड़कियों को अगवाकर उनका धर्मांतरण करने की धमकी दी गई है।
समाजवादी पार्टी निर्वाचन आयोग के संज्ञान में केन्द्रीय लघु एवं उद्योग मंत्री का यह बयान भी लाई है जिसमें उन्होने गोरखपुर के भाजपा सांसद के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि उपचुनाव में “लवजिहाद“ पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और गम्भीर विषय है। इस तरह के बयान अपराधिक श्रेणी में आते हैं जिनसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ता हैं जानबूझकर सद्भाव का माहौल खराब करनेवालो के खिलाफ निर्वाचन आयोग द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार बसपा अपनी कुनीतियों के चलते सत्ता से बेदखल हुई और विधान सभा चुनावो में उसका प्रदेश में सूपड़ा ही साफ हो गया। उपचुनावो में जनता के सामने जाने की उसमें हिम्मत ही नहीं बची। प्रदेश का दलित समाज भी अब बसपा के साथ नहीं है। उनका झुकाव समाजवादी पार्टी के साथ है। दलित समाज जानता है कि समाजवादी पार्टी ही वैचारिक तौर पर उनके नजदीक है।
बसपा अध्यक्ष को अब सत्ता में हटने के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा की बड़ी चिन्ता हो रही है जबकि उनके पांच साल के राज में इतनी बदहाली रही कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई।
सर्वोच्च सेवा को आतुर प्रतियोगी अगर थोड़ा ज्ञान दूसरी भाषाओं का भी ले ले तो क्या भैंस बिदक जाएगी?
झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ
कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया ये यूपीएससी वाले सरकार के साथ मिल कर सिविल सर्विसेज एप्टिट्यूड टेस्ट [सीसैट] के नाम पर हिंदी भाषी छात्रों के साथ क्या जुल्म ढा रहे हैं ? २४ अगस्त को होने वाली परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र बाँट दिए गए अब जब छात्रों का विरोध सड़क से संसद तक पहुँच गया है| राज्य सभा और लोक सभा चल नहीं रही|ऐसे में ये मोदी सरकार एक सप्ताह का समय मांग कर इस महत्वपूर्ण+उग्र +जायज+ मांग को लटकाना चाह रही है|ओये अब तो हसाडे नाल जे डी[यूं]+बसपा+सपा भी आ गई हैं ओये अब तो सरकार को घुटनों पर आना ही पढ़ेगा
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण ये सब आपकी सरकार का किया कराया है बस इतना ले जांण |पहले राज्य सभा में मंत्री को बारह बजे तक का समय नहीं दिया फिर अब इस सरकार को एक सप्ताह का समय नहीं देकर आप लोग जो सड़क से संसद तक हंगामा कर रहे हो उसके पीछे की मंशा नजर आने लग गई है|
राज्य सभा को रोजाना किसी न किसी मसले पर बाधित करने से देश का विकास भी बाधित होता है ये आप लोग ही कहते रहते थे |अब अज्ञानता के समर्थन में उसी गलत काम को कर रहे हो|
हमने बचपन में प्रार्थना सुनी थी कि हे प्रभु हमें अंधकार से प्रकाश+अज्ञानता से ज्ञान की तरफ ले चल लेकिन अब पचपन में देखने को मिल रहा है कि आप लोग ज्ञान को छोड़ अज्ञानता के लिए संघर्ष कर रहे हैं|
ओ भापे ठीक है छेत्रिय भाषाओं का सम्मान जरूर किया जाना चाहिए लेकिन जरा सोचो देश की सर्वोच्च सेवा के लिए इच्छुक अगर थोड़ा बहुत ज्ञान दूसरी भाषाओं का भी ले लेगा तो आपकी कौन सी भैंस बिदक जाएगी |अरे साउथ वालों ने भी अब अपनी छेत्रिय भाषा और इंग्लिश के आलावा हिंदी में भी महारत हासिल करनी शुरू कर दी है |चीन वाले तो पहले से ही हिंदी सीखने में लगे हैं
देवेन्द्र नागपाल ने सपा ज्वाइन करते ही पार्टी को मजबूती और पंजाबी समाज को पहचान दिलाने का संकल्प लिया
अमरोहा से सांसद देवेन्द्र नागपाल ने सत्ता रुड सामज वादी पार्टी ज्वाइन करके पार्टी को मजबूती और पंजाबी समाज को विशेष पहचान दिलाने के लिएसमर्पित भाव से प्रयास कयाने की घोषणा की है|अमरोहा से २००९ में रालोद के टिकट पर चुनाव जीत कर आये देवेन्द्र नागपाल ने यधपि रालोद पार्टी छोड़ दी है और लगभग दो वर्ष पूर्व ही २०१४ में १६ वी लोक सभा का चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की हुई है इसके उपरान्त भी उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है और अब प्रदेश भर में समाजवादी के लिए कार्य करने की घोषणा की है नागपाल ने कहा है कि अब पंजाबी समाज को राजनीती में नई पहचान दिलाने और पंजाबी समाज के उत्थान के लिए भी समर्पित भाव से कार्य करेंगे |देवेन्द्र नागपाल ने अपना राजनितिक और सामाजिक जीवन २००० से शुरू किया था २००५ तक जिला पंचायत के सदस्य रहे|उसके पश्चात २००७ तक उत्तर प्रदेश की लेजिस्लेटिव असेंबली के सदस्य बने |२००९ में सांसद बने | इंडस्ट्री+पेटिशंस कमेटी के सदस्य भी हैं |अमरोहा की इस सीट पर उनसे पहले उनके भाई हरीश नागपाल ने २००४ में बतौर निर्दलीय चुनाव जीता था|यहाँ नागपाल बंधुओं का विशेष प्रभाव है ऐसे में रालोद+भाजपा +कांग्रेस का समाजवादी पार्टी से कडा मुकाबिला होगा| शायद यही कारण है कि अभी तक रालोद की वेबसाइट पर से रालोद के संसद के रूप में नागपाल का नाम हटाया नहीं गया है विकिपीडिआ को भी अप्डेट नहीं किया गया है | बताते चलें कि कभी यह छेत्र कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था १९५२+१९५७+१९६२के पश्चात १९८४+में कांग्रेस ने जीत दर्ज की|इसके पश्चात १९६७+१९७१ में कम्युनिस्ट पार्टी का कब्ज़ा रहा |जनता पार्टी के उदय से १९७७ और १९८० में यह सीट जनता पार्टी के खाते में चली गई|१९८९ में जनता दल आ गया |भारतीय जनता दल के क्रिकेटर चेतन चौहान ने १९९१ और १९९८ में ऑफ स्पिन बोलिंग और धुआंधार बैटिंग से भाजपा का खाता खोला|समाजवादी पार्टी [१९९६]और १९९९ में बहुजन समाज वादी पार्टी के टिकट से रशीद अल्वी भी जीते
सपा ने पूर्व घोषित” हलके” उम्मीदवार बदलने शुरू किये: बिजनौर से अनुराधा चौधरी का भी टिकट कटा
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाज वादी पार्टी ने अब लोक सभा के चुनावों में हलके साबित हो सकने वाले पूर्व घोषित उम्मीदवारों के स्थान पर जिताऊ उम्मीदवारों को उम्मीदवारी देनी शुरू कर दी है|बिजनौर से अनुराधा चौधरी सहित पञ्च उम्मीदवारों को बदल दिया गया है|
समाज वादी पार्टी के प्रवक्ताऔर मंत्री वरिष्ठ राजेंद्र चौधरी ने बताया कि
[१]बिजनौर से अनुराधा चौधरी[२]अलीगढ से के शर्मा[पत्नी गुड्डू पंडित ][३]आजम गढ़ से[पूर्व मंत्री] बलराम यादव के अलावा [४]गोंडा से के वी सिंह [५]सहारनपुर में पूर्व घोषित उम्मीद वार बदल दिए गए हैं इनके स्थान पर निम्न सदस्यों पर भरोसा जताया गया है| अनुराधा रालोद छोड़ कर सपा में शामिल हुई थी
[अ]बिजनौर =पूर्व सांसद आमिर आलम [आ]अलीगढ==जफ़र आलम[इ]गोंडा=राहुल शुक्ला[सपा विधायक के पुत्र][ई]आजम गढ़ से हवलदार सिंह[उ]सहारनपुर से फिरोज आफताब
इस बदलाव के कारण बताते हुए वरिष्ठ समाजवादी नेता ने कहा कि पार्टी को लग रहा है कि ये उम्मीद वार चुनावी समर को पार नही कर पायेंगे इसीलिए अब जिताऊ उम्मीदवार तलाशे गए हैं| मेरठ में बसपा द्वारा मुस्लिम वोटों का ध्रुवि करण किये जाने से अविचलित राजेंद्र चौधरी ने कहा कि मुसलमानों का भरोसा बसपा पर नही वरन सपा पर है और रहेगा गौरतलब है कि लोक सभा के चुनावो के लिए सपा ने पहले ही अपने उम्मीदवार घोषित करने शुरू कर दिए थे अब जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही पार्टी ने जिताऊ उम्मीदवार लाने शुरू कर दिए है|
Recent Comments