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Narendra Meets Neighbor Nawaz ,Behind Close Doors,In Russia

Ufa (Russia) Narendra Meets Neighbor Nawaz Behind Close Doors In Russia
Prime Minister Of India Narendra Modi Held a Close Door Meeting With his Pakistani counterpart Nawaz Sharif before their much-anticipated meeting on the sidelines of the SCO Summit
The two leaders shook hands and posed for photographers before settling down for delegation-level talks.
Indian delegation included National Security Advisor Ajit Doval and Foreign Secretary S Jaishankar while Sartaj Aziz, Sharif’s advisor on foreign affairs and national security, was in the Pakistani delegation.
Setting the tone for the meeting, Modi and Sharif last night exchanged pleasantries and chatted briefly when they came face-to-face at a dinner hosted by Russian President Vladimir Putin for leaders of five BRICS countries and 10 SCO nations
These two leaders, are here to attend the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) Summit,
Modi and Sharif were last together in Kathmandu in November last for the SAARC Summit but they did not have a bilateral meeting because of acrimony between the two countries at that time.
Photo Caption
The Prime Minister, Shri Narendra Modi meeting the Prime Minister of Pakistan, Mr. Nawaz Sharif, in Ufa, Russia on July 10, 2015.

भारत १९ वर्ष बाद बना 68वीं विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य सभा(डब्‍ल्‍यूएचए)का अध्‍यक्ष

[नई दिल्ली]भारत बना 68वीं विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य सभा (डब्‍ल्‍यूएचए) का अध्‍यक्ष| यह विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की सर्वोच्‍च निर्णायक संस्‍था है |
केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा जिनेवा में विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य सभा (डब्‍ल्‍यूएचए) की 68वीं बैठक की अध्‍यक्षता करेंगे।
भारत 19 वर्ष बाद विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की सर्वोच्‍च निर्णायक संस्‍था डब्‍ल्‍यूएचए का अध्‍यक्ष चुना गया है। डब्‍ल्‍यूएचए की बैठक 18 से 27 मई 2015 को जिनेवा में होगी। श्री नड्डा के नेतृत्‍व में एक उच्‍चस्‍तरीय भारतीय शिष्‍टमंडल बैठक में भाग लेने रवाना हो गया है।
विश्व स्तरीय इस सभा में माइक्रोबायलरोधी रेजिस्‍टेन्‍स+वायु प्रदूषण+स्‍वास्‍थ्‍य+विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य आपात तैयारी+निगरानी+वैश्विक रणनीति+सार्वजनिक स्‍वास्‍थ पर कार्य योजना+नवाचार तथा बौद्धिक संपदा +अछूती लाक्षणिक बीमारियों में अनुसंधान एवं विकास विषय पर विचार-विमर्श किया जाएगा।

मोदी भापे !चीन में ब्रिक्स विकास बैंक खोलने से पहले जान लो कि डाडे[ताकतवर]के २०x४=100होते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे नरेंद्र भाई दामोदर मोदी जी ने ब्राज़ील में भी कमल खिला दिया ओये ब्रिक्स देशों के इस सम्मलेन में ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने एक स्वर में भारत के साथ मिल कर एक विकास बैंक बनाने पर राजी हो गए हैं ओये अब तो ५० अरब डॉलर्स की शुरूआती केपिटल वाले वाले इस बैंक का पहला अध्यक्ष भी भारतीय ही होगा ओये अब अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों की आये दिन की दादागिरी सहनी नहीं पड़ेगी

झल्ला

ये उपलब्धि तो वाकई काबिले तारीफ है लेकिन इसमें घरैड ओनली इतनी है कि इस बैंक का मुख्यालय चीन के शंघाई में बनेगा|ये तो सब जानते हैं कि चीन किसी से भी नहीं डरता यहां तक कि भारत में भी व्यवसाय और सीमा पर उसकी दादागिरी जारी हैं हसाडे बुजुर्ग सयाने कह भी गए हैं कि डाडे[ताकतवर]के २० चौके [४] भी पूरे सौ [२०x४=100] ही होते हैं

नरेन्द्र मोदी ने अफगानिस्तान से अफ्रीका तक फैले आतंकवाद के खतरों से ब्रिक्स नेताओं को आगाह किया

भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के नेताओं को अफगानिस्तान से अफ्रीका तक फैले आतंकवाद के खतरों से आगाह किया और इसे कतई बर्दाश्त नहीं करने की हिमायत की|
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच सदस्यीय ब्रिक्स देशों के नेताओं से कहा कि वे अभी जो कुछ चुनेंगे वह अंतत: विश्व का भविष्य तय करेगा।[१] ब्राजील[२]रूस[३]चीन[४]भारत[५]दक्षिण अफ्रीका के शिखर सम्मलेन को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान से अफ्रीका तक का क्षेत्र अशांति और संघर्ष के दौर से गुजर रहा है |सीरिया+पश्चिम एशिया + खाड़ी देश+इस्राईल+फिलिस्तीन आदि जिन देशों को यह सब झेलना पड रहा है उनकी दशा पर मूक दर्शक बने रहने के गंभीर परिणाम होंगे।इनका असर भारत पर भी पड़ता है खाड़ी देशों में फैली अशांति से वहां रहने वाले लगभग ७० लाख भारतीयों पर असर पड़ता है |अफ़्रीकी देशों के स्थायित्व को लेकर किये जा रहे कार्यों में हमें योगदान देना चाहिए
वैश्विक प्रगति और समृद्धि के लिये शांति और स्थिरता का वातावरण तत्काल बहाल करना आवश्यक है इसके लिए पूरे विश्व को एकजुट होकर वैश्विक चुनौतियों का निर्णायक रूप से सामना करना चाहिये।भारतीय पी एम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद + अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसी संस्थाओं में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर बल दिया | श्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स को हमारे राजनीतिक संकल्प को ठोस और समन्वित कार्ययोजना में परिवर्तित करना चाहिये। मैं संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर समग्र संधि के मसौदे को जल्द मंजूर किये जाने का आह्वान करता हूं।
हमें हर हाल में देशों पर सामूहिक दबाव बनाना चाहिये कि वे आतंकवादियों को पनाह और समर्थन नहीं दें।
इसी तरह, साइबर स्पेस जहां एक ओर बड़ा अवसर है, वहीं दूसरी ओर साइबर सुरक्षा, चिंता का बहुत बड़ा विषय है। ब्रिक्स देशों को साइबर स्पेस के संरक्षण में अग्रिम भूमिका निभानी चाहिये। मुझे इस बात की खुशी है कि हम अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के माध्यम से इस संबंध में सहयोग कर रहे हैं। आखिर में, मैं कहना चाहता हूं कि यह एक अनोखा समूह है, जिसमें विश्व में शांति और स्थिरता कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।
उन्होंने बताया कि मैं एक ऐसी धरती से आया हूं, जहां पूरे विश्व को अपना परिवार मानने अर्थात-’वसुधैव कुटुम्बकम’ का विचार हमारी संस्कृति के चारित्रिक गुणों के मूल में समाया है। पूरे विश्व को एकजुट होकर वैश्विक चुनौतियों का निर्णायक रूप से सामना करना चाहिये।

प्राचीन सभ्यताएं,भारत+चीन,तीसरे देश ब्राज़ील में मिली:कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मार्ग पर चर्चा

विश्व की दो बड़ी प्राचीन सभ्यताओं ने तीसरे देश में ८० मिनट्स तक शिखर वार्ता की | भारत के पी एम ने चीन के राष्ट्रपति से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और मार्ग माँगा |
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के प्रेजिडेंट शी जिंगपिंग ने ब्राजील के फोर्टलेजा शहर में ८० मिनट्स तक मुलाकात की|
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया
ब्राजील के फोर्टलेजा शहर पहुंचने के कुछ ही समय पश्‍चात प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन की पूर्व संध्‍या पर चीन के राष्‍ट्रपति श्री शी जिंगपिंग से मुलाकात की। यह प्रधानमंत्री की पहली शिखर वार्ता है।
दोनों पक्षों ने सीमा विवाद को हल करने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सीमा पर परस्‍पर विश्‍वास एवं भरोसे को बढ़ाने और शांति बरकरार रखने पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि अगर भारत और चीन सीमा विवाद को परस्‍पर वार्ता से हल कर लेते हैं तो इससे पूरे विश्‍व के लिए एक उदाहरण प्रस्‍तुत होगा कि किस तरह शांतिपूर्वक तरीके से सीमा विवादों को सुलझाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने श्री जिंगपिंग को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मैदानी क्षेत्रों से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को होने वाली समस्‍याओं के मद्देनजर एक और मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया। श्री जिंगपिंग ने इस सुझाव पर विचार करने का आश्‍वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने भारत के ढांचागत सेक्‍टर में चीनी निवेश बढ़ाने के साथ दोनों देशों के बीच व्‍यापारिक असंतुलन समाप्‍त होने की आशा व्‍यक्‍त की। श्री जिंगपिंग ने इस पर सहमति‍ जताई कि दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग के लिए व्‍यापारिक संबंधों में संतुलन होना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि चीन के लिए भारतीय निर्यात बढ़ाकर भी इस समस्‍या का एक समाधान किया जा सकता है।

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.


चीन ने इस वर्ष नवम्‍बर महीने में अपेक (एपीईसी) सम्‍मेलन में शिरकत करने के लिए भारत को आमंत्रित किया है। श्री जिंगपिंग ने कहा कि भारत को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान में भारत एससीओ में पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहा है। अगर कोई अतिरिक्‍त जिम्‍मेदारी दी जाती है तो भारत को उसे स्‍वीकार करने में कोई गुरेज नहीं होगा।
श्री मोदी ने अपने मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में चीन यात्रा की याद दिलाई। उन्‍होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि देशों के बीच संबंध वहां की जनता के संबंधों की शक्ति से बनते हैं। उन्‍होंने पर्यटन और अन्‍य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्‍मीद जताई।
प्रधानमंत्री ने यह भी आशा व्‍यक्‍त की कि इस वर्ष श्री जिंगपिंग की आयोजित भारत यात्रा दोनों देशों के बीच नए और महत्‍वाकांक्षी कार्यों के द्विपक्षीय सहयोग बेहतर करने के लिए एक सुअवसर रहा। उन्‍होंने चीन यात्रा के लिए स्‍वयं को आमंत्रित करने के लिए राष्‍ट्रपति का आभार व्‍यक्‍त किया और आशा जताई कि श्री जिंगपिंग शीघ्र भारत यात्रा पर आएंगे।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi at a bilateral meeting with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, on the sidelines of the sixth BRICS Summit, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.

मोदी भापे !ब्रिक्स के दौरे की सफलता फिलहाल “चीन” बॉर्डर्स और भारतीय “चीनी”पर टिकी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये हसाडे नरेंद्र भाई दामोदर मोदी में कुछ तो खास है तभी उनके बुलावे पर पहले सार्क देशों के नेता भारत आ गए और अब ब्रिक्स के नेताओं ने भी मोदी जी को खास तौर पर न्योता दिया है |ब्रिक्स सम्मलेन में क्षेत्रीय संकट और सुरक्षा खतरों से निपटने के प्रयासों पर विचार विमर्श होगा | शांति के माहौल को कायम रखते हुए वैश्विक आर्थिक स्थिरता को आगे बढ़ाया जा सकेगा |ओये वोह दिन दूर नहीं जब हसाड़ा नरेंद्र भाई खुद तो विश्व लीडर बनेगा लेकिन भारत को भी विश्व शक्ति बना ही लेगा

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी अभी ब्रिक्स देशों के खाने वाले दांत सामने नहीं आये हैं|चीन बॉर्डर पर हसाड़ी ऐसी की तैसी कर रहा है और ब्राज़ील हसाड़ी चीनी की मिठास को काम करने के लिए चीनी के लि‍ए प्रदत्‍त प्रोत्‍साहनों [सब्सिडी] के पीछे पड़ा हुआ है और आपका विपक्ष संसद में आपको घेर रहा है | इसीलिए मोदी भापे इतना जान लो कि इस दौरे कि सफलता फ़िलहाल इन दोनों मुद्दों पर टिकी है

मोदी भापे ,ब्राजील से रिटर्न टिकट आये तभी फ़ुटबाल मैच देखने जाना,वरना ये है इंडिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी ने पूरे विश्व में झंडे गाड़ दिए हैं |भूटान के बाद अब ब्राजील ने भी फीफा का वर्ल्ड कप का फाइनल देखने के लिए मोदी जी को न्योता भेज दिया है ओये अब तो ब्राजील में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग+रूस के ब्लादिमीर पुतिन+साउथ अफ्रीका के जैकब जुमा के साथ ही मोदी जी भी मैच देखेंगे |ओये सार्क के बाद अब ब्रिक्स देशों में भी भारत की हो जानी है बल्ले बल्ले

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी मोदी भापे ने फीफा वर्ल्ड कप की याद में पिछले हफ्ते ही डाक टिकट जारी किया था उसके जवाब में यह निमंत्रण तो स्वभाविक प्रतिक्रिया है| लेकिन झल्लेविचारानुसार गोवा के छह विधायकों का हाल चाल पड़ लिया जाना चाहिए और ऐसे में अगर समझ में आ जाये तो ब्राजील से रिटर्न टिकट आये तभी जाया जाए