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Mayawati Fired Fresh Salvo at Bhim Army Chief

(Luckno,UP) Mayawati Fired Fresh Salvo at Bhim Army Chief
Bahujan Samaj Party president Mayawati on Sunday fired a fresh salvo at Bhim Army chief Chandra Shekhar Aazad and accused him of affecting the party votes.
Mayawati wondered why Aazad, a resident of Uttar Pradesh, was participating in the protests outside Jama Masjid in Delhi instead of doing it in the state.
“This is because assembly election is around the corner here (in Delhi),” Mayawati said in a series of tweets.
The Dalits are of the view that Bhim Army’s Chandrashekhar is playing at the hands of the rival parties, and as a part of conspiracy, when the polls are around the corner, he stages protest and then goes to jail to affect the party’s votes in states where BSP is strong,
The BSP leader appealed to her party workers to be cautious of “such selfish elements, organisations and parties”.
“Such elements are never inducted into the party no matter how efforts they make,” she said.

मायावती ने बसपाईयों को कांग्रेस+भाजपा से समान दूरी बनाये रखने को ट्वीट किया

[लखनऊ,यूपी]मायावती ने बसपाईयों को कांग्रेस+भाजपा से समान दूरी बनाये रखने को ट्वीट किया
अपने आज के ट्वीट में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और भाजपा दोनों परहमला किया
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर देश में क्रमश: घोषित और अघोषित आपातकाल लागू करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में आम जनता नरेन्द्र मोदी सरकार से मुक्ति चाहती है।
मायावती ने ट्वीट किया ‘कांग्रेस की इंदिरा सरकार में देश ने इमरजेंसी का दंश झेला लेकिन भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार की अघोषित इमरजेंसी के साथ-साथ नोटबंदी की आर्थिक इमरजेंसी दोनों की ही जबर्दस्त मार से 130 करोड़ जनता जूझ रही है और इस निरंकुश जनविरोधी सरकार से मुक्ति चाहती है।’ माना जा रहा है कि इस ट्वीट के जरिये मायावती ने अपने कार्यकर्ताओं को कांग्रेस तथा भाजपा दोनों से ही समान दूरी बनाये रखने का संदेश दिया है।
बसपा लोकसभा चुनाव में सपा और रालोद से गठबंधन करके मैदान में है। बसपा उत्तर प्रदेश की 38 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

After BSP &SP in UP Now AAP Also Sidelined Congress in Delhi

[New Delhi]After BSP &SP in UP Now AAP Also Sidelined Congress in Delhi
Aam Aadmi Party (AAP) on Monday made it clear that there would be neither any alliance with the Congress nor a rollback of any of its candidates in Delhi.
Asserting that “enough is enough”, senior AAP leader Gopal Rai said these are the final seven candidates of the party and there is no question of “any roll back”.
The ruling AAP had earlier on March 2, announced the names of its candidates for the six Lok Sabha seats.
On Sunday, the party declared its last candidate in Delhi, with a senior leader saying the announcement was made seeing the Congress’s “irresponsible and indecisive” attitude towards an alliance.
There were rumours of an alliance between Congress-AAP last week when the Congress decided to seek feedback from its booth-level workers on a tie-up with the AAP
Elections to the seven Lok Sabha seats in Delhi will be held on May 12. The results will be declared with the rest of the country on May 23
Mayawati and Akhilesh Yadav asked the grand old Congress party not to spread any kind of confusion while maintaining that the BSP-SP-RLD alliance is capable of defeating the BJP in Uttar Pradesh.
In a series of tweets, Mayawati made it amply clear that BSP will not enter into any alliance with the Congress.
Earlier Akhilesh & Mayawati had offered two seats to congress whereas in return Congress Agreed to leave seven seats in UP

मायावती ने कांग्रेस की एमपी और भाजपाई यूपी की सरकारों को बता डाला “आतंकी सरकार “

[लखनऊ,यूपी]मायावती ने कांग्रेसी कमलनाथ और भाजपाई योगी सरकार दोनों की ही कर दी आलोचना
सपा की नई नई वेलेंटाइन बनी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा गोहत्या के शक में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर कथित ‘बर्बर’ कार्रवाई करने और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 14 छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किये जाने की निंदा की है।
मायावती ने ट्वीट किया ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ने पूर्ववर्ती भाजपा की तरह गोहत्या के संदेह में मुसलमानों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत बर्बर कार्रवाई की।’
दोनों सरकारी आतंक है और अति—निन्दनीय हैं। लोग फैसला करें कि दोनों सरकारों में क्या अंतर है?’
मालूम हो कि मध्य प्रदेश सरकार ने गोहत्या के संदेह के आधार पर अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों के खिलाफ रासुका की कार्यवाही की है। वहीं, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कल 14 छात्रों पर देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है।

रामगढ़ वि स चुनाव के दौरान तीन मशीनें बदली गई

[जयपुर] रामगढ़ वि स चुनाव के दौरान तीन मशीनें बदली गई|
निर्वाचन अधिकारी पंकज शर्मा के अनुसार सुबह मॉक पोल के दौरान पांच बूथों से वीवीपेट मशीन को बदला गया जबकि तीन मशीनें मतदान शुरू होने के बाद बदली गई।सात दिसम्बर को राजस्थान विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पूर्व रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिये गये थे।
अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सोमवार अपराहृन तीन बजे तक 68.75 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान का प्रतिशत एक बजे तक 51.39 रहा था जिसमें धीरे धीरे तेजी आई और तीन बजे तक यह 68.75 प्रतिशत पहुंच गया।
रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2.35 लाख मतदाता हैं जिनमें से 1.10 लाख महिला मतदाता है। चुनाव के लिये 278 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिये 2,500 पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं। 9 एरिया मजिस्ट्रेट भी चुनाव प्रक्रिया पर निगरानी रखे हुए हैं।
दो महिलाओं सहित 20 उम्मीदवार आज चुनाव मैदान में हैं।
बहुजन समाजवादी पार्टी :बसपा: ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है,
जबकि सत्ताधारी कांग्रेस ने अलवर की पूर्व जिला प्रमुख साफिया जुबेर खान को और
भाजपा ने पूर्व प्रधान सुखवंत सिंह को मैदान में उतारा है।
मतगणना 31 जनवरी को होगी।

मायावती अपने भतीजे “आकाश” को बसपा से जोड़ेंगी

[नई दिल्ली]मायावती अपने भतीजे आकाश को बसपा से जोड़ेंगी |मायावती के जन्मदिन समारोहों में नीले कोट में आये आकाश का चर्चा का विषय बने हुए हैं|
अपने ऊपर लग रहे भाई-भतीजावाद के आरोपों पर पलटवार करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे आकाश के बसपा “आंदोलन” से जुड़ने का ऐलान किया है ।
प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बसपा और सपा के गठबंधन के बाद पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से कुछ पार्टियों और उनके नेताओं में बेचैनी हैं।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “ राजनीतिक तौर पर सीधा मुक़ाबला नहीं कर पाने के कारण ये लोग संकीर्ण मानसिकता वाले मीडिया के माध्यम से सस्ते और घिनौने राजनीतिक षड्यंत्र पर उतर आए है।”
मायावती ने ख़ुद को बसपा के संस्थापक कांशीराम की शिष्या बताते हुए कहा “मुझे मान्यवर कांशीराम के अंदाज में ही इसका मुंहतोड़ जवाब देना आता है।” उन्होंने कहा “जैसे को तैसा जवाब देने के क्रम में अब मैं आकाश को बसपा आंदोलन से जोड़ कर उसे संघर्ष से जोड़ने और सीखने का अवसर ज़रूर प्रदान करूंगी। इससे जातिवादी दलित विरोधी मीडिया को अगर तकलीफ़ होती हो तो हो। इसकी हमारी पार्टी को कोई परवाह नहीं है।”
मायावती ने कहा कि उनके जन्मदिन पर कुछ कार्यक्रमों में उनके साथ आकाश की मौजूदगी को लेकर मीडिया, खासकर कुछ समाचार चैनलों में नकारात्मक ख़बरें दिखायी गई। इस पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई परिवारवाद नहीं है।

डेढ़सौ “धनाढ्य”४६ अपराधी और ७ निरक्षर विधायक भी करेंगे गरीब राजस्थानियों की सेवा

[जयपुर,राजस्थान] डेढ़सौ “करोड़पति” विधायक करेंगे गरीब राजस्थानियों की सेवा
राजस्थान की 15 वीं विधानसभा के लिए नवनिर्वाचित 199 विधायकों में से 158 ‘करोड़पति’ हैं ।
साल 2013 के पिछले विधानसभा चुनाव में यह संख्या 145 थी ।
एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार
कांग्रेस के 99 में से 82 विधायक,
भाजपा के 73 में से 58 विधायक,
बसपा के छह में से पांच विधायक तथा
13 में से 11 निर्दलीय विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति का मूल्य एक करोड़ रुपये से अधिक बताया है।
आईटी रिटर्न में अपनी कुल संपत्ति घोषित करने वाले धनाढ्यों में
परसराम मोरदिया (172 करोड़ रुपये),
उदयल आंजना (107 करोड़ रुपये) व
रामकेश (39 करोड़ रुपये) है ।
वहीं सबसे कम संपत्ति दिखाने वाले विधायकों में सबसे युवा विधायक राजकुमार रोत, मुकेश कुमार भाकर व रामनिवास गावरिया है।
रपट के अनुसार
59 विधायकों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता पांचवीं पास से 12वीं पास दिखाई है जबकि
129 विधायकों की घोषित शैक्षणिक योग्यता स्नातक व इससे उपर है।
सात विधायकों ने खुद को सिर्फ साक्षर बताया है।विधान सभा में २३ महिलायें जीत कर आई है यह १४ वीं विधान सभा से पांच कम हैं |इस विधान सभा में ४६ विधायकों पर आपराधिक केस दर्ज हैं

बसपाई दबंग विधायक मुख़्तार अंसारी को जेल में पड़ा दिल का दौरा

[लखनऊ,यूपी],बसपाई दबंग विधायक मुख़्तार अंसारी को जेल में पढ़ा दिल का दौरा | अनेकों आपराधिक मामलों में मुख्तार अंसारी को दो वर्षों से बांदा जेल में रखा गया|
है |हार्ट अटैक के पश्चात मऊ से विधायक को बांदा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है |अपुष्ट समाचारों के अनुसार मुख्तार की पत्नी को भी दिल का दौरा पड़ा है

बसपा के बीएस-फोर का सपा में हुआ विलय

[लखनऊ,यूपी] बसपा के बीएस-फोर का सपा में हुआ विलय
बहुजन समाज स्वाभिमान संघर्ष समिति (बीएस-फोर) का आज समाजवादी पार्टी (सपा) में विलय हो गया।
सपा में शामिल बीएस-फोर के संस्थापक पूर्व मंत्री आरके चौधरी के अनुसार ‘‘भाजपा ने वर्ष 1993 में सपा और बसपा का गठबंधन तुड़वाया था। वह एक अच्छा प्रयोग था। उस वक्त वह खुद बसपा में थे। आज वह और उनका पूरा संगठन [बी एस ४ ]सपा में शामिल हो रहा है।
इस मौके पर पूर्व राज्यमंत्री स्वामी ओमवेश भी सपा में शामिल हो गये।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी में शामिल हुए सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि सपा में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम सब जमीन से जुड़े लोगों में नया विश्वास भरकर सरकार के गलत कार्यों के खिलाफ मुहिम शुरू करेंगे।’’

विकास का दम भरने वाली सपा सरकार आज असेंबली में बेदम हो गई

लखनउ,यूपी]विकास का दम भरने वाली सपा सरकार आज असेंबली में बेदम हो गई |उत्तर प्रदेश विधान सभा का प्रश्न काल हंगामे की भेंट चढ़ गया
काबीना मंत्री आजम खां के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों के और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बसपा सदस्यों के हंगामे की वजह से विधानसभा में आज प्रश्नकाल नहीं हो सका।बुलंदशहर सामूहिक बलात्कार कांड मामले में विवादास्पद बयान देने पर आजम खान के विरुद्ध अदालत में केस भी दर्ज करे जा चूका है |
भाजपा और बसपा के सदस्य अलग-अलग मांगों को लेकर सदन के बीचोंबीच आकर नारेबाजी करने लगे।
बसपा सदस्यों ने हाथों में ‘भ्रष्टाचारी और किसान विरोधी सरकार’ के नारे लिखी नीली तख्तियां ले रखी थीं और वे राज्य की कानून-व्यवस्था के खराब होने के आरोप लगाकर नारेबाजी कर रहे थे। वहीं, भाजपा सदस्य आजम खां के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने शोरगुल और हंगामा थमते नहीं देख समूचे प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित कर दी।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुरेश कुमार खन्ना के अनुसार बुलंदशहर बलात्कार मामले को लेकर आजम खां की टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और इसके लिये उन्हें उच्चतम न्यायालय में माफी तक मांगनी पड़ी।
उन्होंने कहा ‘‘आजम खां को सदन में बैठने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। हमारी मांग है कि वह इस्तीफा दें