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शीला दीक्षित को टैंकरघोटाले पर १५ सवालों का सेट:पूर्व सीएम् ने उत्तर के लिए समय मांगा

[नयी दिल्ली]शीला दीक्षित को टैंकरघोटाले पर १५ सवालों का सेट:पूर्व सीएम् ने उत्तर के लिए समय मांगाएसीबी ने टैंकर घोटाले पर शीला दीक्षित को १५ सवालों का सेट सौंपा:पूर्व सीएम् ने उत्तर के लिए समय मांगा| कांग्रेस की यूपी में सीएम् के लिए श्रीमती शीला दीक्षित उम्मीदवार हैं
दिल्ली में करोड़ों रूपये के टैंकर घोटाले की जांच कर रही दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा [एसीबी] ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को आज 15 सवालों का एक सेट सौंपा और उनसे सवालों का जवाब अगले कुछ दिन में देने को कहा गया।
अधिकारियों का एक दल यहां निजामुद्दीन क्षेत्र स्थित शीला के आवास पहुंचा और घोटाले पर सवालों का सेट उन्हें दिया।
सवालों के जवाब अगले दो.तीन दिन में देने को कहा गया है
प्राप्त जानकारी के अनुसार शीला ने एसीबी दल को बताया कि वह सवालों के जवाब तत्काल नहीं दे पाएंगी और उन्हें और समय चाहिए।गौरतलब हे के क्यूपी में होने जा रहे चुनावों के लिए कांग्रेस शीला के न्रेतत्व में चुनाव लड़ने जा रही है
अरविंद केजरीवाल नीत “आप” सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड द्वारा 2012 में 385 स्टेनलेस स्टील पानी के टैंकर खरीद में अनियमित्ताओं की जांच के लिए गत वर्ष जून में एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया था।
2012 में शीला दीक्षित दिल्ली में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रही थीं।
दिल्ली सरकार ने घोटाले पर तथ्यान्वेषी समिति की एक रिपोर्ट गत जून में उप राज्यपाल नजीब जंग को भेज दी थी जिसके बाद मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई।

कांग्रेस ने यूपी में शीला दीक्षित पर लगाया राजनितिक दावं

[नई दिल्ली]कांग्रेस ने यूपी में शीला दीक्षित पर लगाया राजनितिक दावं कांग्रेस ने शीला दीक्षित को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित कर ही दिया |
आईऍनसी की वेबसाइट पर बधाई देते हुए लिखा गया है के ”
उम्मीद है आपके कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश भी दिल्ली की तरह विकास के पथ पर दौड़ेगा”
श्रीमती शीला दीक्षित उप्र विधानसभा चुनाव में होंगी कांग्रेस का चेहरा
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सिफारिश रंग ले ही आई |
वह एक प्रमुख ब्राह्मण हस्ती हैं और मतदाताओं के लिहाज से काफी बड़ी संख्या रखने वाले तबके का खोया समर्थन कांग्रेस के पक्ष में लौटाने में मदद कर सकती हैं ।
दीक्षित उत्तर प्रदेश के प्रमुख कांग्रेसी नेता उमाशंकर दीक्षित की पुत्रवधू हैं जो स्वयं एक ब्राह्मण चेहरा थे और लंबे समय तक केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल भी रहे थे ।
इस महीने की शुरूआत में तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की पुत्रवधू होने के नाते वह राज्य में कोई भी भूमिका निभाने को तैयार हैं ।
दीक्षित ने पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी जिस दौरान समझा जाता है कि उन्हें संकेत दे दिया गया था कि उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रमुख भूमिका निभानी है ।
भारत का पारंपरिक वोट बैंक रहा ब्राह्मण समुदाय मंदिर. मंडल की राजनीति के बाद भाजपा की ओर खिसक गया था और कांग्रेस में एक तबके का मानना था कि उसे इस समुदाय का समर्थन दोबारा हासिल करने की कोशिश करनी चाहिए।
ब्राह्मण मतों का एक बड़ा हिस्सा पूर्व में मायावती की बसपा के पास चला गया था । उस समय उन्होंने इस समुदाय के कई उम्मीदवारों को टिकट दिए थे ।
मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई सीटों के चुनावी नतीजे इस समुदाय के समर्थन पर निर्भर करते हैं।

ACB Sends Notice to Cong Leader, Sheila Dikshit:Rs 400 Cr Water Tanker Scam

[New Delhi] ACB Sends Notice to Cong Leader, Sheila Dikshit:Water Tanker Scam. Mrs Dikshit May Be Congress Candidate For CM Of UP.
The Anti-Corruption Branch (ACB) has sent notice to Mrs Sheila Dikshit asking her to join the investigation in connection with the alleged Rs 400-crore water tanker scam even as the former Delhi Chief Minister dubbed the charges as “politically motivated”.
Special Commission of Police and ACB Chief MK Meena today said, “Notices have been sent to Sheila Dixit and few Delhi Jal Board officials. They shall be questioned on July 26.”
Asked by reporters what happens if Dikshit fails to turn up before the ACB despite the notice, Meena said, “We can’t predict anything in this regard. We are taking action as per law.”
The notices were sent yesterday under the provisions of section 160 of the CrPC.
A case was registered by the ACB on June 20 in connection with the alleged scam linking Mrs Dikshit.
The ACB had received two complaints with regard to the alleged scam and those named in the complaints included Dikshit and Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal.
Meena had then said that both Dikshit and Kejriwal will be quizzed in connection with the matter.
A week prior to registration of the case, the Delhi Government had sent a report of a fact-finding committee on the scam to Lt Governor Najeeb Jung. Delhi BJP leader Vijender Gupta had also filed a complaint with Jung accusing Kejriwal of “suppressing” the committee’s report for 11 months.
The Lt Governor had forwarded the committee’s report as well as Gupta’s complaint to the ACB.
Delhi’s Water Minister Kapil Mishra too had written to Prime Minister Narendra Modi and Jung recommending either CBI or ACB probe against Dikshit in connection with the alleged scam.

Delhiites “Chamar” Community Erroneously Given Caste Certificates as “Jatavs”

[New Delhi]Delhiites Chamar Community Given Caste Certificates as ‘Jatavs’:CIC Demands Explanation
Thousands of incorrect caste were certificates issued during Sheila Dikshit Govt
Thousands of people of ‘Chamar’ community were issued caste certificates as ‘Jatavs’ because of apparently erroneous decision by the Delhi Government under Sheila Dikshit, a problem which could not be rectified even after the order was withdrawn.
The issue surfaced during a hearing before the Central Information Commission where one Sultan Singh approached with a query why the name of the ‘caste’ has been changed from Chamar to Jatav, while issuing the caste certificates to Scheduled Castes.
“The then Chief Minister (Sheila Dikshit) and the Government of NCTD has ignored the Constitutional mandate and fact that they have no power to amend the list and names of castes among the Scheduled Castes,” Information Commissioner Sridhar Acharyulu noted in the order.
He said though the same Government have realised this Constitutional irregularity, but after realising the mistake, none took sufficient measures to instruct the revenue department to take back the wrong certificates and replace them with corrected certificates.
In the result several hundreds of holders of caste certificates are left to their fate without a remedy, as they are not in a position to use the certificates at required institutions,

केजरीवाल ने कांग्रेस पर दबाब बनाने को सार्वजानिक स्थल पर बहस के लिए शीला दीक्षित को पुनः आमत्रण भेजा

केजरीवाल ने कांग्रेस पर दबाब बनाने के लिए सार्वजानिक स्थल पर बहस के लिए शीला दीक्षित को पुनः आमत्रण भेजा
अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेस पर दबाब बनाने के लिए सार्वजानिक रूप से बहस के लिए दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमति शीला दीक्षित को पुनः आमत्रण भेजा |
आम आदमी पार्टी [आप]के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने २३ अक्टूबर को साधारण कागज़ पर यह आमत्रण भेजा है|पार्टी के लैटर पैड का इस्तेमाल नहीं करने के विषय में आप की प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन ने बताया कि अरविन्द केजरीवाल ने यह आमत्रण निजी तौर पर भेजा है| मुख्य मंत्री कार्यालय में फोन करने पर इस पत्र कि प्राप्ति कन्फर्म हुई लेकिन इस पर अभी तक कोई टिपण्णी किये जाने का निर्णय नहीं लिया जा सका है|
इस पत्र में अरविन्द केजरीवाल ने लिखा है कि इससे पूर्व भी सार्वजानिक चर्चा के लिए मेरे अनुरोधों को आपके द्वारा ठुकराया जा चुका है अब मीडिया के द्वारा ज्ञात हुआ है कि आपको ओपचारिक रूप से निमंत्रण नही भेजा गया है इसीलिए जनतंत्र की मजबूती के लिए सार्वजानिक स्थल पर चर्चा के लिए अब ओपचारिक पत्र लिख रहा हू|
इसके साथ ही भाजपा के डॉ हर्ष वर्धन को भी आमंत्रित करने का सुझाव दिया गया है|

अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगाईं

अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगाईं |
आम आदमी पार्टी [आप]के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अपने विरुद्ध मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगा दी है| अरविन्द केजरीवाल को 23 सितम्बर में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल ने एक मानहानि का नोटिस भिजवाया था|.
6 पन्नो के नोटिस में दावा किया गया है कि विजय गोयल दिल्ली के सम्मानित व्यक्ति है और केजरीवाल ने उन्हें भ्रष्ट कहकर बदनाम करने की कोशिश की है. विजय गोयल ने एक वकील के माध्यम से ये नोटिस भिजवाई है और नोटिस में आप की टेलीफोन विज्ञापन + रेडियो विज्ञापन का हवाला देकर ये कहा गया है कि उनके मुवक्किल विजय गोयल को भ्रष्ट कह कर अरविन्द ने विजय गोयल की इज्ज़त को क्षति पहुंचाई है. विजय गोयल ने अरविन्द केजरीवाल से इस कथित मान की हानि के लिए बिना शर्त के पब्लिक में माफ़ी की मांग की है और 1 करोड़ रुपये भी मांगे है|
अरविन्द केजरीवाल ने इस नोटिस के जवाब में स्पष्ट कर दिया कि विजय गोयल जैसे नेता से माफ़ी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इतना ही नहीं अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में विजय गोयल पर और आरोप लगा दिए और कहा कि उनके भ्रष्ट होने के प्रमाण दिल्ली की जनता में बहुत पहले से है| अरविन्द केजरीवाल ने बीजेपी शासित एम् सी डी में चल रहे भ्रष्टाचार का ज़िक्र करते हुए विजय गोयल से सवाल किया है कि दिल्ली में ऐसा कोई काम होता है जहा लोगो को रिश्वत न देनी पड़े? केजरीवाल ने विजय गोयल से ये भी पुछा की जब शीला दीक्षित ने बिजली के दाम बढ़ाये थे, तब आप क्यों खामोश थे?
ज्ञात हो की इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी अरविन्द केजरीवाल को बिजली कंपनियों के दलाल कहने के आरोप में मानहानि का नोटिस भेजा था. फिलहाल ये मामला दिल्ली की एक अदालत में चल रहा है और अदालत ने अरविन्द को बिना किसी ज़मानत के बाहर रहने की इज़ाज़त दे दी है|

Arvind Kejriwal Warned Delhi Govt Against Victimization Of 50000 E rickshaw Operators Of Delhi

AAP Party Top Brass Leader Arvind Kejriwal Today Extended Full Sport To 50000 battery operated rickshaws Of Delhi.
Arvind Kejriwal Said That No concrete policy has been framed for E.rickshaws Even though battery operated rickshaws provide an effective solution to city’s transport problem but e-rickshaw operators in the national capital,are exploited .
In a public rally held at Jantar Mantar today, a large number of battery rickshaw operators not only voiced their concerns but also extended full support to Aam Aadmi Party by joining the party in large numbers.Party has claimed this.
Criticizing the transport department for targeting battery rickshaw operators, these operators informed that e-rickshaws are one of the most eco friendly and convenient mode of transport. However, lack of a policy is affecting the lives of more than 50000 rickshaw operator families. It is alleged that The lethargy of Shiela Dikshit government in drafting a policy is leading to unnecessary harassment of the operators.
Voicing their concerns, the e-rickshaw operators informed that due to lack of a clear policy they are often fined heavily, sometimes even upto Rs 10000, which is taking a toll on the families of these operators, who often come from a economically weaker background. On this, Arvind Kejriwal Extended full support to the demands of these operators and assured to stand by them till the issue is sorted out.”
The operators informed that another major issue is the black marketing of rickshaws. The operators informed that even though e-rickshaws costs around Rs 40000, dealers charge them around Rs one lakh per rickshaw. They do not give proper receipts hence dodging the laws by not paying the taxes.
Addressing the gathering, Arvind Kejriwal demanded that those manual rickshaws operators who want to purchase e-rickshaws should be given subsidy by the government. He also said that now not only auto rickshaws, but even battery operated e-rickshaw operators are supporting AAP. He also dismissed rumours which are being deliberately planted that some auto rickshaw unions have left AAP. He alleged that this only shows that the Congress now fears the growing strength of AAP. In fact, the number of auto rickshaw drivers joining AAP has only increased by the day.

आप” ने दिल्ली में नया ट्रांसपोर्ट घोटाला उजागर किया और दुर्गा शक्ति नागपाल को पार्टी ज्वाईन करने का न्यौता भी दिया

आम आदमी पार्टी[आप]ने दिल्ली सरकार का एक और घोटाला उजागर करने और उसकी जांच जनलोकायुक्त से कराने की घोषणा की है|
“आप ” ने निलंबित एस डी एम् दुर्गा शक्ति नागपाल को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ पार्टी टिकट पर दिया चुनाव लड़ने का न्यौता भी दिया है|
लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरीं शीला दीक्षित की दिल्ली सरकार का एक और भ्रष्टाचार उजागर हुआ है| संचार माध्यमों से परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री अनिल चिकारा की एक सी डी चैनलों पर दिखाई जा रही है,| वाहन फ़िटनेस प्रमाणपत्र (Vehicle Fitness Certificate) जारी करने के ठेकों में भारी गड़बड़ियों को उजागर करने पर उन्होंने जान-माल का खतरा बताया है. उनके अनुसार बिना टेंडर के अपनी मनचाही कम्पनी से रिश्वत लेकर काम देने का यह खुलासा जो वो कर रहे हैं, उसके कारण उनकी जान को खतरा हो गया है. इस सी डी में उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें कुछ भी हुआ तो इसकी सीधी ज़िम्मेदार दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित होंगी।
‘आप पार्टी’ ने घोषणा की है कि दिल्ली में सरकार गठन के 15 दिन के अंदर अन्ना हज़ारे वाला जनलोकपाल कानून पास कराया जाएगा और इस जनलोकायुक्त को सरकार की ओर से जो पहली तीन जांच करने के लिए कहा जाएगा उनमें
[1]बिजली घोटाला,
[२]पानी घोटाला और
[३] ट्रांसपोर्ट घोटाला होगा।
उत्तर प्रदेश में भी खनन माफ़िया के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली ईमानदार भा. प्र.अधि. दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ पहले दिन से आन्दोलन कर रही है.|
आज ग्रेटर नोएडा में तीन दिन से अनशन कर रहीं ‘आम आदमी पार्टी’ की कार्यकर्त्ता सविता शर्मा और चन्द्रमोहन शर्मा को समर्थन देने पहुँचें डॉ. कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया ने उनका अनशन तुड़वाया और ‘आम आदमी पार्टी’ की राजनीतिक सलाह कमिटी के निर्णय से कार्यकर्त्ताओं को अवगत कराते हुए श्रीमति दुर्गा शक्ति नागपाल को खुला आमंत्रण दिया कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में इस भ्रष्ट दमनकारी सरकार के मुखिया श्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ के प्रत्याशी के रूप में नामांकन करें.
‘आम आदमी पार्टी’ अपनी पूरी शक्ति से उन्हें चुनाव लड़वाकर लोकसभा में पहुंचायेगी ताकि वहाँ ऐसा कानून बनाया जा सके जिससे आगे किसी ईमानदार अधिकारी का दमन माफ़िया राज पर चलने वाली कोई भी भ्रष्ट सरकार न कर सके.

दिल्ली में बिजली फिर महंगी हुई:”आप” ने चुनावों के खर्चे के लिए सरकारी जुगाड़ बताया

दिल्ली में बिजली दरों में 5 % की फिर बढ़ोतरी कर दी गई है जिसे आप पार्टी ने आम आदमियों पर एक और मार बताया है और आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए खर्चें मुहैया करवाने के लिए सरकार का एक जुगाड़ बताया है|
दिल्ली सरकार ने बिजली के दाम 5 % फिर बढ़ा दिए हैं. इससे पहले से ही महंगाई से दुखी आम आदमी पर और बोझ बढ़ गया है. हाल ही में दिल्ली में 10 लाख लोगों ने शीला दीक्षित को चिट्ठी लिखकर विरोध जताया था लेकिन आश्चर्य की बात है कि मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता दिल्ली के लोगों के प्रति नहीं बल्कि बिजली कंपनी के मुनाफ़े के लिए सामने आई. सरकार का यह तर्क अब किसी को गले नहीं उतरने वाला कि बिजली के दाम बढ़ाने का फैसला लेने वाली संस्था DERC उसके नियंत्रण में नहीं है. क्योंकि एक तरफ जब DERC बिजली के दाम 23 % कम करने की बात करता है तो दिल्ली की मुख्यमंत्री तुरंत हस्तक्षेप करती हैं और DERC को बिजली के दाम घटाने से रोक देती हैं. लेकिन जब DERC बिजली के दाम बढ़ाता है तो मुख्यमंत्री चूं तक नही बोलती हैं. हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री को बिजली के महंगे बिलों से बेहाल दिल्ली के लाखों लोगों की आवाज़ सुनाई नहीं देती.
ज़ाहिर है कि यह सब भ्रष्टाचार की वजह से हो रहा है. बिजली कंपनी के मुनाफ़े से आम आदमी की जेब भले ही कटे लेकिन आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के खर्चें इन्ही कंपनियों से तो आएंगे.
आम आदमी पार्टी दिल्लीवासियों को सस्ती बिजली देने के अपने वादे पर प्रतिबद्ध है और नवम्बर विधानसभा चुनावों के बाद जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो बिजली के दाम आधे कर दिए जाएंगे और भ्रष्टाचार में लिप्त इन कंपनियों की ऑडिट जांच करवाई जाएगी. जो कंपनी ऑडिट करवाने से मना करेगी उनका लायसेंस रद्द कर दिया जाएगा.

“आप” पार्टी ने पारदर्शिता कायम रखते हुए तीसरी सूची में ९ सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी की

दिल्ली की राजनीती में शीला दीक्षित के वर्चस्व को चुनौती देने उतरी आम आदमी पार्टी[आप]ने आज अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची में नौ सीटों की घोषणा की है|
पार्टी द्वारा जारी विघ्य्प्ती के अनुसार 26/11 हमले में आतंकियों से लोहा लेने वाले एनएसजी कमांडो सुरेंद्र कुमार दिल्ली कैंट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार होंगे
26/11 के मुंबई हमले में आतंकियों से लोहा लेने वाले कमांडो सुरेंद्र कुमार आम आदमी पार्टी के टिकट पर दिल्ली कैंट सीट से चुनाव लड़ेंगे. शहीद मेजर उन्नीकृष्णन के नेतृत्व में कमांडो सुरेंद्र सिंह ने ऑपरेशन ब्लैक थंडर में हिस्सा लिया और आतंकियों से आमने-सामने की लड़ाई में बुरी तरह जख्मी हो गए थे. सुरेंद्र ने दिल्ली कैंट क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया था.
पार्टी ने 1984 में दिल्ली में हुए सिख विरोधी हिंसा के शिकार परिवार से आने वाले जगदीप सिंह को हरिनगर से प्रत्याशी बनाया है. जगदीप सिंह ने 1984 में हुए कत्लेआम में अपने पिता को गंवाया था.
लक्ष्मीनगर सीट से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के वर्तमान पार्षद विनोद कुमार बिन्नी को सौंपी है. बिन्नी लगातार दो बार से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी निगम पार्षद का चुनाव जीते हैं. ये दिल्ली के एकमात्र ऐसे पार्षद हैं जिनके क्षेत्र में नगर निगम के कार्य मोहल्ला सभाओं के माध्यम से जनता द्वारा तय किए जाते हैं.
आम आदमी पार्टी आज नौ सीटों के लिए उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर रही है. पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति(पीएसी) ने सोमवार को बैठक कर इन सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्ट पर चर्चा की और उम्मीदवारों के नाम तय किए. जिन नौ सीटों के लिए नाम घोषित किए जा रहे हैं, वह निम्नवत हैः
[१]बल्लीमारान- फरहाना अंजुम
[२]दिल्ली कैंट- कमांडो सुरेंद्र सिंह
[३]गोकुलपुर(सु,)- देवीदयाल उर्फ पप्पू मूर्तिवाले
[४]हरिनगर- जगदीप सिंह
[५]करावलनगर- कपिल मिश्रा
[६]लक्ष्मीनगर- विनोद कुमार बिन्नी
[७]नरेला- बलजीत सिंह मान
[८]संगम विहार- दिनेश मोहनिया
[९]तिमारपुर- रजनी
इस तीसरी सूची में आरटीआई एक्टिविस्टों और पर्यावरण एक्टिविस्ट को भी शामिल किया गया है. इन नौ प्रत्याशियों में से दो महिलाएं हैं. आम आदमी पार्टी अब तक कुल 29 विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है.
भारतीय राजनीति में संभवत यह पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम, जनता से रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंदगी जानने के बाद इतनी पारदर्शिता से तय कर रहा है.