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अखिलेश ने दीपक सिंघल को राज्य सतर्कता आयोग से भी हटाया

[लखनऊ,यूपी] अखिलेश ने दीपक सिंघल को राज्य सतर्कता आयोग से भी हटाया
दीपक सिंघल सहित सात आईएएस अधिकारियो को ट्रांसफर किया गया |
दीपक सिंघल को अमर सिंह से नजदीकियों के चलते अभी हाल ही में
मुख्य सचिव पोस्ट से हटाया गया था |नियुक्ति की प्रतीक्षा कर रहे तीन अधकारियों को भी विभाग दे दिए गए हैं
उत्तर प्रदेश सरकार ने सात वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला करते हुए पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल को राज्य सतर्कता आयोग के अध्यक्ष पद से हटाकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आयुक्त पद पर तैनात कर दिया।
नई दिल्ली में तैनात रहे
अपर स्थानिक आयुक्त अशोक कुमार श्रीवास्तव को नोएडा के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा
वाणिज्य कर के विशेष सचिव विमल कुमार शर्मा को ग्रेटर नोएडा की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी के पद पर तैनाती दी गयी है।
चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव बृजेश नारायण सिंह को अपर स्थानिक आयुक्त के पद पर नई दिल्ली में तैनात किया गया है।
नियुक्ति की प्रतीक्षा में रहे
अशोक कुमार,
राकेश कुमार और
शिव श्याम मिश्र को क्रमश: राष्ट्रीय एकीकरण विभाग, नियोजन विभाग तथा राजस्व विभाग में विशेष सचिव बनाया गया है।

हटाये गए मुख्य सचिव दीपक सिंघल को अब सतर्कता आयोग का अध्यक्ष बनाया

[लखनऊ,यूपी]हटाये गए मुख्य सचिव दीपक सिंघल को अब सतर्कता आयोग का अध्यक्ष बनाया|
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव पद से हटाये गये वरिष्ठ आईएएस अधिकारी[८२] दीपक सिंघल को राज्य सतर्कता आयोग एवं प्रशासनिक न्यायाधिकरण का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार प्रमुख सचिव [चिकित्सा शिक्षा] एवं लखनउ के आयुक्त अनूप चंद्र पाण्डेय को वित्त विभाग में प्रमुख सचिव बनाया गया है। वह वित्त आयुक्त का पद भी संभालेंगे।
पाण्डेय के पास चिकित्सा शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार रहेगा।
इसके आलावा व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास सचिव भुवनेश कुमार को लखनउ के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौपा गया है

अखिलेश ने दीपक सिंघल को बिना कारण बताये मुख्य सचिव पद से हटा कर रिज़र्व में रखा

[लखनऊ,यूपी]दीपक सिंघल को बिना कारण बताये मुख्य सचिव पद से हटा कर रिज़र्व में रखा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज अपने दूरदृष्टा मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटा दिया।
सिंघल ने दो महीने पहले ही मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण किया था।
इस दौरान उन्होंने अनेको सुधारात्मक निर्णय लिए थे |
फिलहाल सिंघल को हटाकर प्रतीक्षारत रखा गया है।
सिंघलके जूनियर राहुल भटनागर [ प्रमुख सचिव [वित्त]को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है।
भटनागर 1983 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं। सिंघल 1982 बैच के अधिकारी हैं।
सिंघल ने सात जुलाई को मुख्य सचिव का पद संभाला था। उनसे पहले आलोक रंजन मुख्य सचिव थे, जो 30 जून को सेवानिवृत्त हो गये।
सिंघल को हटाने की कोई वजह नहीं सामने आयी है। हालांकि सपा के कुछ नेताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री शायद सिंघल से खुश नहीं थे क्योंकि वह सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह द्वारा दिल्ली में दिये गये रात्रिभोज में शामिल हुए थे जबकि खुद मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में नहीं गये थे।
पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और कुछ अन्य पार्टी नेता रात्रिभोज में शामिल हुए थे।
सिंघल को अखिलेश के चाचा कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव का करीबी समझा जाता है।
सिंघल मुख्य सचिव बनने से पहले प्रमुख सचिव [सिंचाई] थे।
सिंचाई विभाग शिवपाल के ही पास है।

यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने दिव्यद्रष्टा दीपक सिंघल को बनाया मुख्य सचिव

[मेरठ,यूपी]यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने दिव्यद्रष्टा दीपक सिंघल को बनाया मुख्य सचिव|श्री सिंघल १९८२ बैच के आई ऐ एस अधिकारी है

भाजपा को पता ही नहीं कि मेरठ में दशकों पूर्व से ड्राईपोर्ट सैंक्शंड है

[मेरठ]भाजपा को पता ही नहीं कि मेरठ में दशकों पूर्व से ड्राईपोर्ट सैंक्शंड है|
दशकों पूर्व जिलाधिकारी [आई ऐ एस] दीपक सिंघल [प्रिंसिपल सेक्रेटरी] के प्रयासों मेरठ में न केवल ड्राई पोर्ट[शुष्क बंदरगाह] सैंक्शन हुआ था वरन चलाया भी गया|बीती सदी के नौवें दशक के अंत में इसकी घोषणा उन्होंने उधमियों के बीच चैम्बर आफ कॉमर्स[किर्तामी सभागार] में की भी थी|
मेरठ -हापुड़ लोक सभा से भाजपा के एमपी राजेन्द्र अग्रवाल ने मेरठ में ड्राई पोर्ट बनवाने के लिए अपील की है|उन्होंने अपने दल के केंद्रीय भूतल मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकत करके यह मांग की है |मीडिया में छपी ख़बरों के अनुसार सांसद ने दलील दी है कि मेरठ में हैंडलूम +खेल सामान+ स्वर्णाभूषण+कैंची+ब्रास बैंड का अरबों रुपयों का बाजार है |सासंद ने अपनी इस मांग पर केंद्रीय मंत्री द्वारा गंभीरता से अमल करने का दावा भी किया है |गौरतलब ही कि छेत्र के उत्पादों को ड्राई पोर्ट के माध्यम से निर्यात करने के महत्व को दशकों पूर्व समझा गया लेकिन मेरठ में ड्राई पोर्ट होने के बावजूद इसका पर्याप्त लाभ उठाया नही जा सका है

डी जी पी ने बदायूं में दलित बहनों के साथ दुराचार+हत्याकांड की तफ्तीश को एक नया मोड़ दिया

उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराध ग्राफ से चहुँ और आलोचनाओं में घिरी समाज वादी पार्टी की सरकार ने डी जी पी और मुख्य सचिव गृह को संकट मोचक के रूप में उतारा है | इसका लाभ भी नजर आने लग गया है |डीजीपी आनंद लाल बनर्जी ने बदायूं में दो बहनों के साथ दुराचार+हत्याकांड की तफ्तीश को एक नया मोड़ दे दिया है | जिस केस की तफ्तीश के लिए सी बी आई की मांग स्वीकार कर ली गई है और कुछ पोलिस वाले सस्पेंड किये जा चुके हैं उसी केस में अब कहा जाने लगा है के एक किशोरी के साथ तो बलात्कार हुआ ही नहीं और दोनों किशोरियों की हत्या संपत्ति [ HonourKilling]के लालच में की गई होगी | इसके अलावा यह भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है के एक आरोपी ने बलात्कार किया ही न हो |बदायूं का दौरा करने के पश्चात डी जी पी ने शनिवार को मीडिया को महत्वपूर्ण सुराग मिलने की बाबत बताया |
टॉप कॉप बनर्जी ने बताया कि दोनों दलित बच्चियों की मौत से किन लोगों को फायदा हो सकता था। उस एंगल पर भी कार्य हो रहा है |

दीपक सिंघल ने प्रकृति और प्रदेश वासियों के गुस्से का धीरज से सामना किया+समयायें सुनी+आश्वासन दिया

[मेरठ]वेस्ट यूं पी में क़ानून व्यवस्था सुधारने निकले कुशल प्रशासक प्रमुख गृह सचिव दीपक सिंघल ने आज प्रकृति और प्रदेश वासियों के गुस्से का बड़े धीरज से सामना किया और गर्म लू के थपेड़ों में आक्रोशित जनता की समस्याएं सुनी| आज दोपहर लगभग सवा बजे पहुंचे अधिकारियों को भारी भीड़ को देखते हुए बाहर टेंट में भी बैठ कर समस्याएं सुननी पड़ी|आज कि दोपहर भी गर्म लू के थपेड़े बरसा रही थी ऐसे में जनता के आक्रोश का सामना बड़े धैर्य से किया गया |अधिकांश समस्याएं अपराध+पोलिस की नाकामी +गन्ना बकाया भुगतान और बिजली से सम्बंधित थीं|
कानून व्यवस्था की समीक्षा करने गुरुवार को मेरठ आए डीजीपी एलए बनर्जी और दीपक सिंघल का पूर्व घोषणा के अनुसार लोगों ने भारी विरोध किया। लोगों ने मुजफ्फरनगर +बागपत में उचित कार्रवाई नहीं होने पर राज्य शासन के खिलाफ जम कर नारे लगाए।
अपराध के बढ़ते ग्राफ से त्रस्त लोगों ने डीजीपी से स्थानीय प्रशासन की शिकायत की मेरठ के लिसाड़ी गेट की एक महिला तो खुल कर यह आरोप लगाया कि रेप के मामले में मेरठ पुलिस काम नहीं करती है।
मेरठ मंडल के अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे प्रदेश के ये दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को हरी टोपी पहने भाकियू का भी सामना करना पड़ा|
deepak singhal In Meerutशास्त्रीनगर दुष्कर्म कांड की पीड़ित लड़की के परिजनों ने केस दोबारा खोले जाने पर आत्मदाह की चेतावनी भी दी।
सभी से ज्ञापन लेने के बाद इन सर्वोच्च अधिकारियों ने शीघ्र उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
प्रमुख सचिव गृह दीपक सिंघल व डीजीपी एएल बनर्जी गुरुवार दोपहर पुलिस लाइन पहुंचे। यहा पहले से ही मौजूद भाकियू कार्यकर्ताओं ने बिजली+बकाया गन्ना भुगतान आदि समस्याओं को लेकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी |
प्रमुख सचिव ने ज्ञापन लेते हुए समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।
डीजीपी ने डीआइजी के सत्यनारायण को शाम तक कुछ अपराधिक मामलों में उचित कार्रवाई के आदेश दिए। बिजली समस्या व बढ़ते अपराधों को लेकर भाजपाई भी दोनों अफसरों से मिले।