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Tag: Civil aviation minister Ajit singh

रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने अपने वोट बैंक को पहले डांटा तो अब महासचिव जयंत ने सहानुभूति का मलहम लगाया

राष्ट्रीय लोक दल [रालोद]सुप्रीमो अजित सिंह की डांट के बाद उनके पुत्र राष्ट्रीय महासचिव सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और पीड़ितों के जख्मो पर सहानुभूति का मलहम लगा कर अपने वोट बैंक को बिखरने से बचाने का प्रयास किया | चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक विरासत के तीसरे युवा नेता ने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की |
लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ तथा मुजफ्फरनगर जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का१४ अक्टूबर को दौरा किया। उन्होंने मेरठ जनपद के राधना तथा मुजफ्फरनगर जनपद के सोरम और सिसौली गांवों का दौरा कर दंगा पीडि़तों के परिवारीजनों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वसन दिया सांसद जयन्त चौधरी सबसे
[१]पहले सोरम में विपिन के परिवारीजनों से मिले। विपिन की मौत 07 सितम्बर को पुर बलियान गांव में हिंसा के दौरान हुई थी। सांसद जयन्त चौधरी ने मृतक के परिवाजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में रालोद पीडि़तों के साथ है।
[२] उसके बाद वह सिसौली पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया नरेश टिकैट के साथ बैठक कर क्षेत्र के हालात पर चर्चा की। बैठक में पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक प्रदीप बालियान तथा अन्य बुजुर्ग लोग उपस्थित थे।
बाद में वह मेरठ जनपद के
[३] राधना गांव में पहुंचे और हिंसा में जख्मी लोगों का हाल जाना। खेड़ा गांव में पंचायत के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में इस गांव के कई लोग जख्मी हुए थे।
युवा सांसद ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। हिंसा में किसानों के ट्रैक्टरों तथा नलकूपों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की है। रालोद महासचिव ने लोगों से शान्ति व सौहार्द बनाने की अपील की।

चौधरी अजित सिंह अरबों रुपयों की लेनदारी तो वसूल नहीं पा रहे अब एयर इंडिया के निजी करण के लिए बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

वाम पंथी चिंतित नेता

ओये झल्लेया ये चौधरी अजित सिंह को कौन सा कीड़ा काट गया ओये अच्छे खासे चलते चलते अब सरकारी करियर एयर इंडियाका निजीकरण करने पर तुल गए हैं|ओये[१] निजी एयर लाइन्स से दो हज़ार करोड़ की लेन दारी इनसे वसूली नही जा रही[२] ड्रीम लाइनर की एवज में बोइंग कंपनी से हर्जाना माँगा नहीं जा रहा[३] इनसे विदेशी निवेश लाया नहीं जा रहा[४] अपने गृह प्रदेश के साथ मंडल में भी छोटे एयर पोर्ट के निर्माण के लिएइनकी दाल नहीं गल रही ऐसे में अब ये महाशय एयर इंडिया के ही निजी करण के लिए लट्ठ घुमाने लग गए हैं|सिविल एविएशन मंत्री की हेसियत से चौधरी अजित सिंह ने चुनावों से मात्र छह महीने पहले मीडिया के समक्ष फरमाया है कि यदि राजनितिक इच्छा शक्ति जागृत हो जाये तो एयर इंडिया को ज़िंदा रखने के लिए इसका निजी करण किया जाना चाहिए|ओये ये लोग अपने खर्चे तो कम नहीं कर रहे उलटे बड़े जहाज भर कर लोगों को फ्री में लन्दन तक की सैर करा रहे हैं और अपनी पार्टी के लिए निशुल्क पब्लिसिटी लेने में लगे हैं और दूसरी तरफ ऐसे कर्मचारी विरोधी ब्यान देने में लगे हैं|

झल्ला

ओ मेरे भोले कामरेड ये तो आप जी ने भी मान लिया कि चुनाव आ रहे हैं ऐसे में चौधरी अजित सिंह की सारी उड़ानों पर पाबन्दी लगनी शुरू हो गई है| बेशक इनकी एयर इंडिया बेल आउट की मोहताज है लेकिन इसके बावजूद कंपनी ने बीते दिनों साडे छह हज़ार करोड़ रुपयों के बेल आउट की मांग कर दी इसमें से जितनी राशि इस वर्ष दी जानी थी उस पर भी वित्त मंत्रालय ने वीटो लगा दिया | चुनावों में इनकी पार्टी तीन सांसदों को तेरह करने में जुटी है मगर उत्तर प्रदेश में सपा की साइकिल से बार बार धकेला जा रहा हैअब ये तो आप भी मानोगे कि २००९ में दस सीटों पर चुनाव लड़ा पांच पर जीते इनमे से भी दो भाग गए अब बचे तीन इन्हें तेरह करके ही अगली संसद में दाएँ तरफ अच्छी सीट मिल सकेगी इसीलिए लगता है कि चौधरी अजित सिंह जिस तरह बयानों के लट्ठ घुमा रहे हैं उन्हें यूं पी ऐ से पर्याप्त सीटें नहीं मिल रही |कांग्रेस का बाहर से समर्थन कर रही सपा के चलते जाट और मुस्लिम समीकरण भी बिगड़ गया है ऐसे में कामरेड नए विकल्प तलाशना तो जायज है और उसके लिए इस प्रकार से भूमिका बाँधना तो बनता ही हैक्यों ठीक है न ठीक ?

तीन सांसदों वाले रालोद को पाला बदलने से रोकने के लिए सुप्रीमो अजित सिंह को जेट+एतिहाद की सैर कराना जरुरी है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये देश में सबसे बड़े विदेशी निवेशक एतिहाद के लिए जेट एयरवेज के २४% शेयर्स खरीदने का रास्ता साफ़ हो गया है| ओये अब २०५७ करोड़ रुपयों की विदेशी मुद्रा का भंडार आ जाएगा| इकनोमिक अफेयर्स की कैबिनेट समिति [ Cabinet Committee on Economic Affairs (CCEA) ]की इस अप्रोवल से सिंगापोर +एयर एशिया वालों के लिए भी रास्ता साफ़ हो जाएगा| अमेरिकन डालर के मुकाबिले हसाड़े रुपये की कीमत सुधर जायेगी| सुब्रामनियम स्वामी+ दिनेश त्रिवेदी + जसवंत सिंह+गुरुदास गुप्ता जैसे धुरंधरों के ऐतराज धरे के धरे रह गए| ओये हमारे यहाँ देर हैं अंधेर नहीं है|

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी दरअसल रात घाट रही है इसीलिए खैरात बंट रही है |चुनावी मोड़ में आने से एक एक सीट की कीमत बड जाती है अब देख आप जी ने चौधरी अजित सिंह के किसी भी लाभकारी प्रपोजल को स्वीकार नहीं किया [१]जाट आरक्षण[२] हरित प्रदेश+[३]उत्तरप्रदेश मेंगवर्नर राज्य [४] मेरठ में है कोर्ट की बेंच जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को ठन्डे बसते से निकाला नहीं गया यहाँ तक कि जेट एतिहाद सौदे को भी रोक दिया गया ऐसे में तीन सांसदों वाले रालोद के सुप्रीमो अजित सिंह को पाला बदलने से रोकने के लिए जेट एतिहाद की सैर कराना जरुरी है|

चुनावी फायदे के लिए तेलंगाना गठन को केबिनेट ने हरी झंडी क्या दी कि मंत्रियों के इस्तीफों का दौर शुरू हो गया:चिरंजीवी+सूर्य रेड्डीने मंत्री पद छोड़े

आन्ध्र प्रदेश का विभाजन करके तेलंगाना के रूप में २९वा प्रथक राज्य बनाने के लिए ब्रहस्पतिवार को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है जिससे आहात होकर फिल्म स्टार और केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी तथा रेल राज्यमंत्री सूर्य प्रकाश रेड्डी ने बृहस्पतिवार को ही केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। आंध्रप्रदेश से कांग्रेस सांसद अनंत रेड्डी+ साई प्रकाश रेड्डी +वी अरुण कुमार ने भी पार्टी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है|
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में अलग तेलंगाना राज्य को मंजूरी देते हुए दोनों राज्यों के बीच संसाधनों के बंटवारे के लिए मंत्रिमंडलीय समूह बनाने का फैसला लिया गया।बताया जा रहा है कि इस बैठक में तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीचगर्म बहस भी हुई|
जाहिर है चुनावों में फायदा उठाने के लोभ में लिए गए इस निर्णय से भी केंद्र सरकार फंसती दिख रही है।
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक गणित दुरुस्त करने के इरादे से केंद्र ने तेलंगाना के गठन को हरी झंडी दी कि कांग्रेस सांसदों के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे पहले करीब सवा घंटे चली कैबिनेट की इस बैठक में तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीच असंतोष के स्वरों की सुनामी बही जिसके फलस्वरूप सीमांध्र से आने वाले केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी सहित चार कांग्रेसी सांसदों ने इस्तीफा दे दिया। दिल्ली में शाम को प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी तेलंगाना विरोधी प्रदर्शन करने पहुंच गए।
इस घटना क्रम से लाभ उठाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह ने बैठक में ही हरित प्रदेश का मुद्दा उठा दिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग हरित प्रदेश बनाने के इस मुद्दे को , प्रधानमंत्री व मंत्रिमंडल के दूसरे सहयोगियों ने, कोई तवज्जो नहीं दी।

उत्तरप्रदेश में जाट+मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए रालोद दो अक्टूबर को शान्ति+सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा

उत्तर प्रदेश में जाट मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए राष्ट्रीय लोक दल[रालोद ]दो अक्टूबर को प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा|
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह के निर्देश पर रालोद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता 02 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा स्थल पर प्रार्थना सभा का आयोजन करेंगे और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे | प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने एवं गांधी जी, शास्त्री जी और चौ. चरण सिंह जी के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया जाएगा।
रालोद महासचिव एवं लोकसभा के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने प्रदेश में अराजकता पर चिंता व्यक्त करते हुए स्थिति को सामान्य बनाने में सकारात्मक भूमिका अदा करने के लिए पार्टी को निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी और पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण प्रदेश की जनता का विश्वास उठ चुका है। आज दंगा पीडि़त दोनों समुदाय के लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। रालोद महासचिव ने मांग की है कि दंगों में निर्दोषों को न फंसाया जाए और पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाये

भाजपा ने डॉ मन मोहन सिंह के दंगा ग्रस्त मुज्जफर नगर के दौरे को सेक्युलर टूरिज्म बताया

भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह के मुज्जफर नगर के दौरे को सेक्युलर टूरिज्म की संज्ञा देकर जहां उसका मजाक उड़ाया वहीं प्रदेश में दंगों की जमीन पर वोटों की फसल उगाने के लिए सपा और कांग्रेस में राजनीतिक नूरा कुश्ती बताया |भाजपा के प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने पार्टी कार्यालय में प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि डॉ मन मोहन सिंह +श्रीमती सोनिया गाँधी+राहुल गाँधी ने लगभग एक माह पश्चात दंगा ग्रस्त इलाकों का दौरा किया लेकिन उससे कुछ हासिल नहीं हुआ| यदि प्रधान मंत्री गंभीर होते मात्र दौरा करने के साथ ही उन्हें एस आई टी [SIT] न्यायिक जाँच करवानी चाहिए थी|
श्री नकवी ने कहा कि एक तरफ भाजपा के सांसद रवि शंकर प्रसाद +बसपा के नेताओं के अलावा[बिना नाम लिए] केंद्र में सिविल एविएशन मंत्री अजित सिंह तक को मुज्जफर नगर में घुसाने तक नहीं दिया गया लेकिन उसके पश्चात नाटकीय ढंग से मुख्य मंत्री अखिलेश यादव और फिर दूसरे दिन प्रधान मंत्री+कांग्रेस की अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी+उपाध्यक्ष राहुल गाँधी को शासकीय सम्मान के साथ दंगा ग्रस्त इलाकों में घुमाया गया है उससे साफ़ जाहिर होता है कि यह केवल सेकुलरिज्म के नाम पर टूरिज्म है |दोनों दलों में नूरा कुश्ती ही हो रही है और प्रदेश में दंगों की जमीन पर वोटों की फसल उगाने के प्रयास हो रहे हैं|एक प्रश्न के उत्तर में श्री नकवी ने कहा कि उनके नेता नरेंदर मोदी का इस प्रकार के टूरिज्म का कोई कार्यक्रम नहीं है|

रालोद सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसाग्रस्त मुजफ्फरनगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की

सांसद जयन्त चौधरी ने मुजफ्फर नगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की सांसद जयन्त चौधरी ने यूं पी के दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए न्याय न मिलने तक लड़ने का संकल्प दोहराया| गौरतलब है कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह को मुजफ्फर नगर में गिरफ्तार करके लौटाया जा चुका है|| मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के दौरों का एलान हो चूका है ऐसे में स्थानीय नेता की अपने ही छेत्र में अनुपस्थिति से रालोद की प्रतिष्ठा पर स्वाभाविक प्रश्न लग रहा था| जिसके उत्तर में स्थानीय नेता का अपने लोगों से मिलना जरुरी था|
उत्तर प्रदेश प्रशासन के साथ लुका छुप्पी के खेल में राष्ट्रीय लोकदल महासचिव +लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी आज दूसरी बार प्रशासन को धत्ता बताते हुए चुपके से मुजफ्फरनगर पहुंचे और तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में सफलता हासिल की | उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों से बातचीत कर अपनी संवेदना व्यक्त की और लोगों से आग्रह किया कि वे मिलजुलकर रहें क्योंकि यही इस क्षेत्र की परंपरा रही है।
दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए जयन्त चौधरी ने राज्य सरकार से न्याय न मिलने तक लड़ने तथा अयोग्य, भ्रष्ट और निर्दयी सपा सरकार को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि 7 सितम्बर तथा उसके बाद की घटनाओं में प्रशासन की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
जयन्त चौधरी ने तड़के सुबह 5 बजे बिना किसी पार्टी पदाधिकारी को सूचित किए तथा बिना सुरक्षा के राज्य में प्रवेश किया तथा मुजफ्फरनगर में तीन गांवों रहमतपुर, बसेड़ा और बोखलहेड़ी का दौरा किया। वह सबसे पहले बसेड़ा गांव पहुंचे और बृजपाल सिंह राणा के परिवारीजनों से मिले एवं अपनी संवेदना व्यक्त की। बृजपाल सिंह महापंचायत से लौटते समय 7 सितम्बर 2013 को मारे गए थे। उनकी चार लड़कियां तथा एक लड़का है, तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है तथा लड़का 12वीं में पढ़ रहा है। उसके बाद वह रहमतपुर पहुंचे और अजय के परिवारीजनों से मिले। अजय की 7 सितम्बर 2013 को जॉली गांव में हिंसा के दौरान मौत हुई थी।
उसके बाद जयन्त चौधरी बोखलहेड़ी गांव पहुंचे तथा मृतक सोहनवीर और शौकत के परिवारीजनों से मिले। बाद में मुजफ्फरनगर में पार्टी के सांसद संजय सिंह चौहान के निवास पर जयन्त चौधरी ने दोनों समुदायों के बुजुर्ग लोगों के साथ बैठक कर पार्टी अध्यक्ष चौ. अजित सिंह का संदेश सुनाया जिसमें उन्होंने कहा, “मैं तीन पीढ़ियों के इस रिश्ते को नफरत के माहौल से टूटने नहीं दूंगा।” बैठक में दोनों समुदाय के लोगों में शाही इमाम मौलाना जाकिर, मौलाना फुरकान, मौलाना जमालुद्दीन, कारी जकी, मौलाना जैलुद्दीन, कृष्णपाल राठी, सुधीर भारती, ठा. अरुण सिंह तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
रालोद राष्ट्रीय महा सचिव जयन्त चौधरी ने कहा, “मैंने दूसरी बार प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है। मैंने दोनों समुदायों के नेताओं तथा परिवारों से मुलाकात की है। लोग प्रशासन से दुखी तथा नाराज हैं। उत्तर प्रदेश सरकार लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। मैं सीबीआई जांच तथा जान-माल की हानि का उचित मुआवजा देने की मांग करता हूं।”
जयन्त ने शांति तथा सुलह के लिए अपने-अपने समुदायों को मजबूत संदेश देने के लिए गांव के बुजुर्गों की भूमिका पर जोर दिया। जयन्त चौधरी ने पार्टी के लोगों को शांति बहाल करने तथा सक्रिय रूप से गांवों का दौरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “जो लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, मैं उनसे शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं तथा जो लोग अपने घर छोड़कर चले गए हैं, मैं उनको वापस लाने के लिए उनके गांवों में अनुकूल माहौल तैयार करने का कार्य करूंगा।”
रालोद ने दावा किया है कि उनके नेता का यह साधारण दौरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे से अलग है जिन्होंने 27 अगस्त 2013 को कवाल में पहली घटना के बाद लगभग 20 दिन बाद प्रभावित जिले का दौरा किया है। मुजफ्फरनगर तथा शामली में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए प्रशासन मुख्यमंत्री के इस दौरे की सुरक्षा व्यवस्था में पूरा जोर दे रहा है।
दूसरी बार जयन्त क्षेत्र में घुसने में कामयाब रहे। इससे पहले 13 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश पुलिस के रोकने से पहले ही उन्होंने मेरठ जनपद के तीन गांवों मोर खुर्द, मोहम्मदपुर शिखस्त तथा निलोखा का दौरा किया था। गाजियाबाद में प्रवेश करने के प्रयास में सांसद जयन्त चौधरी को 9 सितम्बर 2013 को गिरफ्तार किया गया था। रालोद अध्यक्ष तथा केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को 9 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश में नहीं जाने दिया उसके बावजूद भी 12 सितम्बर को उन्हें गिरफ्तार करके छोड़ा गया था|

शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे

शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थेराष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को आज उनके संसदीय क्षेत्र बागपत जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया है जबकि रालोद अध्यक्ष का कहना है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों से बातचीत करने तथा सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों ने धारा 144 का हवाला देते हुए रालोद अध्यक्ष तथा उनके समर्थकों को रोक लिया। चौ. अजित सिंह ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि वह अकेले ही क्षेत्र में जाएंगे लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से बात करके उन्हें बागपत रोड पर ट्रोनिका सिटी के पास अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
चौ. अजित सिंह ने कहा है कि मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में हिंसा के लिए प्रदेश की सपा सरकार जिम्मेदार है। प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। रालोद अध्यक्ष ने सपा सरकार को बर्खास्त करने तथा राष्ट्रपति शासन की मांग की है। वह अपने संसदीय क्षेत्र में हिंसा पीडि़तों से बातचीत करने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने नहीं दिया तथा गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने शासन-प्रशासन की निन्दा की है।
रालोद अध्यक्ष ने कहा है कि रालोद के सदस्य गांव-गांव जाकर लोगों से बात करके शान्ति बहाल कराने की पहल करेंगे तथा हिंसा के डर से जो लोग पलायन कर चुके हैं, उन्हें वापस लाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों से भाईचारे के साथ शान्ति बनाने की अपील की है।पुर्व में अजित सिंह के पुत्र सांसद और रालोद के राष्ट्रीय महा सचिव जयंत चौधरी को भी मुजफ्फर नहीं जाने दिया गया था|गौरतलब है कि मुजफ्फर नगर से भड़की हिंसा की तपिश अन्य जनपदों में भी महसूस की जा रही है जिसे लेकर प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह भी चिंता व्यक्त कर चुके हैं |

प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍य मंत्री से राज्‍य में हुई हिंसा की भर्त्‍सना की और सहायता का आश्वासन दिया

प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍य मंत्री से राज्‍य में हुई हिंसा के बारे में बात की और स्थिति पर काबू पाने के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया|
डॉ0 मनमोह‍न सिंह ने उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍य मंत्री आखिलेश यादव से क्षेत्रों में हुई हिंसा के निवारण के लिए उठाये जा रहे कदमों के बारे में बात की।
प्रधान मंत्री ने हिंसा की भर्त्‍सना की तथा मासूम जानों के नुकसान पर गहरा शोक जताया। उन्‍होंने मुख्‍य मंत्री को यह आश्‍वासन दिया किे केंद्र स्थिति से निपटने में राज्‍य सरकार की पूरी सहायता करेगा। गौरतलब है कि बीते दिनों मुजफ्फर नगर में हिंसा भड़की है जिसके फल स्वरुप मुजफ्फर नगर के तीन थानों में कर्फ्यू और प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित किया जा चुका है|रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने भी प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग की है|

रालोद ने सुप्रीम कोर्ट के ,जातिगत रैलियों पर रोक, फैसले का स्वागत किया और यूं पी में बढ़ते अपराधों पर चिंता व्यक्त की

राष्ट्रीय लोकदल ने आज नई दिल्ली में फिरोजशाह रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। दिनांक 30-31 जुलाई को वृन्दावन में आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश की कार्यकारिणी बैठक की तैयारियों की समीक्षा की।
]राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में निम्न मुख्य मुद्दों पर चर्चा हुई:

 Ralod President Ch Ajit Singh

Ralod President Ch Ajit Singh

[१] सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजनीतिक पार्टियों की जातिगत रैलियों पर लगाई गई रोक
[२]संगठन की मजबूती
[३] उत्तर प्रदेश में बढ़ते हुए अपराधों पर रालोद के सभी पदाधिकारियों ने चिन्ता व्यक्त की।
[४]प्रदेश में गन्ना किसानों के हजारों करोड़ रुपया बकाये के भुगतान के लिए मुखर आन्दोलन चलाना
[५] रालोद ने सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की सराहना की जिसमें राजनीतिक अपराधीकरण पर अंकुश लगाया है तथा सदस्यता समाप्त करने की बात कही गई है। [६]सुप्रीम कोर्ट के राजनीतिक दलों द्वारा जातिगत रैलियों पर रोक के फैसले का रालोद ने स्वागत किया है।
बैठक में रालोद के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद श्री जयन्त चौधरी के अलावा श्री मुन्ना सिंह चौहान, श्री सत्यवीर त्यागी, श्री गिरीश कुमार चौधरी, बाबा हरदेव आदि वरिष्ठ नेतागण भी उपस्थित थे।