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Tag: COMMUNAL RIOTS IN MUJAFFAR NAGAR

सारे के सारे दोनों हाथ धो कर राहुल गांधी के पीछे क्यूँ पड़ गए हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

चिंतित कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये सारे के सारे हसाडे राहुल गांधी के पीछे क्यूँ दोनों हाथ धो कर ही दौड़ने लग गए हैं |मुम्बई में मोम बनाने का ढोंग कर रहे भाजपाई नरेंदर मोदी राहुल गांधी जी का मजाक धड़ल्ले से उड़ा रहा है तो हसाडे अपने उत्तर प्रदेश में विस्थापित मुस्लिम समुदाय के प्रति सहानुभूति दिखाने गए राहुल गांधी जी को काले झंडे दिखाए जा रहे हैं |हसाडे दम पर सरकार चला रहे सपाई भी आँखे दिखा रहे हैं |ये “आप” वाले दिल्ली में हमसे समर्थन ले रहे हैं और इसके साथ ही हमें ही गिरफ्तार करने की धौस भी दे रहे हैं ओये ऐसा कभी होता है भला ?

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाणा भ्रष्टाचार से त्रस्त देश अब केवल भाषण नहीं बल्कि रिजल्ट मांगता है| जहा तक रही बात विस्थापितों के पुनर्वास की तो जनाबे आली अभी तक १९४७ के दंगों में विस्थापित होकर भारत आये पीड़ितों की पीढ़ियां न्याय/मुआवजे को तरसते हुए परलोक को प्रस्थान करते जा रहे हैं |ये मुजफ्फर नगर वालों का यथार्त समझे बिना केवल आश्वासन + आरोप +प्रत्यारोप या फिर सरप्राइज विजिट से तो ओनली काले झंडे ही दिखेंगे

मेरठ/मुजफ्फर नगर/शामली में एयर पोर्ट है नहीं पी एम् के प्लेन में जगह नहीं थी तभी चौ.अजित सिंह पहले नहीं आ पाए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

रालोदाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा म्हारे छोटे चौधरी का कमाल ओये मुजफ्फर नगर+ शामली के दंगों में अलग हुए जाट और मुस्लिम भाइयों को एक झटके में एक जुट कर दिया| ओये ये तो पहले सपा और भाजपा ने मिल कर छोटे चौधरी अजित सिंह और उनके सुपुत्र जयंत को दंगा पीड़ित छेत्रों में घुसने नहीं दिया वरना तो आग भड़काने से पहले ही बुझा दी जाती ओये बड़ा कहता फिरता है कि म्हारी न तीन रहेंगी न तेरह ओये ईब तो मानता है न कि २०१४ में तीन सीटों की तेरह हो जायेंगी |

झल्ला

अरे मेरे भोले चौधरी उम्मीद पर दुनिया कायम है लेकिन जो बातें उन्होंने रेस्ट हॉउस में बैठ कर की हैं वोही बातें दिल्ली में भी कही जा सकती थी मेरी मानो तो मेरठ / मुजफ्फर नगर/ शामली में एयर पोर्ट बना नहीं है और इसके अलावा पी एम् और सोनिया गाँधी के प्लेन में छोटे चौधरी को जगह नहीं मिली होगी तभी वोह पहले यहाँ नहीं आ सके होंगे जहांतक तीन की तेरह का सवाल है तो कांग्रेस इन्हें २० देगी तभी तो तेरह की उम्मीद लगाई जा सकती है

सपा सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के खिलाफ भाजपा के ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी

[मेरठ]सपा सरकार की तुष्टिकरण की नीतियों के खिलाफ भाजपा के ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी मुजफ्फर नगर में हिंसा को लेकर सपा की सरकार के खिलाफ आज तीसरे दिन भी भाजपा का धरना जारी रहा|
११३६ कार्यकर्ताओं ने तुष्टिकरण की सरकरी निति का विरोध करते हुए शांति पूर्वक गिरफ्तारी दी|
मंगल पण्डे नगर में आयोजित इस धरने में विधायक लोकेन्द्र सिंह ने कहा के बहनों के सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा|इसके लिए सड़क से विधान सभा तक लड़ाई जारी रखी जायेगी|

सपा सरकार की तुष्टिकरण की निति के विरोध में भाजपा का मेरठ में धरना

सपा सरकार की तुष्टिकरण की निति के विरोध में भाजपा का मेरठ में धरना


पूर्व केन्द्रीय मंत्री छत्र पल सिंह ने काबिना मंत्री आजम खान की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लगाये और सरकार पर बिरादरीवाद+बदमाशों के सरंक्षक+मुस्लिम परस्त होने के आरोप लगाये|
चन्द्र मोहन सिंह+पूर्व विधायक अमित अग्रवाल+राखी त्यागी+संजय+अशोक विधुरी+अश्विनी त्यागी+डी के शर्मा+ सत्य पाल सैनी+वसीक राना+शम्भू सिंह+जय प्रकाश +मनोज पोसवाल+चन्द्र प्रकश त्यागी+उमा चतुर्वेदी+चौ.देवेन्द्र सिंह+राम पाल सिंह पुंडीर+ प्रवेश त्यागी+राकेश सिरोही+जय करण गुप्ता+अजित सिंह आदि ने धरने में भाग लिया|
भाजपा के छेत्रिय मीडिया प्रभारी अलोक शिशोदिया ने बताया के आज ११३६ कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी धरना चौथे दिन भी जारी रहेगा|

उत्तरप्रदेश में जाट+मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए रालोद दो अक्टूबर को शान्ति+सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा

उत्तर प्रदेश में जाट मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए राष्ट्रीय लोक दल[रालोद ]दो अक्टूबर को प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा|
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह के निर्देश पर रालोद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता 02 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा स्थल पर प्रार्थना सभा का आयोजन करेंगे और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे | प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने एवं गांधी जी, शास्त्री जी और चौ. चरण सिंह जी के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया जाएगा।
रालोद महासचिव एवं लोकसभा के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने प्रदेश में अराजकता पर चिंता व्यक्त करते हुए स्थिति को सामान्य बनाने में सकारात्मक भूमिका अदा करने के लिए पार्टी को निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी और पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण प्रदेश की जनता का विश्वास उठ चुका है। आज दंगा पीडि़त दोनों समुदाय के लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। रालोद महासचिव ने मांग की है कि दंगों में निर्दोषों को न फंसाया जाए और पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाये

मुजफ्फरनगर में हुए साम्प्रदायिक दंगों की जांच के लिये विशेष जांच प्रकोष्ठ [SIT]का गठन

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए साम्प्रदायिक दंगों की जांच के लिये विशेष जांच प्रकोष्ठ [SIT]का गठन कर दिया गया है।
गृह विभाग के प्रमुख सचिव आर. एम. श्रीवास्तव के हवाले से भाषा ने बताया कि मुजफ्फरनगर दंगों की जांच के लिये विशेष प्रकोष्ठ बनाया गया है, जिसकी कमान पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी के हाथों में होगी।
श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रकोष्ठ में अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के दो, उपाधीक्षक स्तर के तीन तथा 20 निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक शामिल होंगे।

डॉ मन मोहन सिंह के मुजफ्फर नगर में दौरे को लेकर अब केंद्र और राज्य में नसीहत और व्यंग का खेल शुरू हो गया है

मुजफ्फरनगर के दंगों को आग बेशक अब कुछ कम होने लगी है लेकिन राजनीती पूरी तरह गर्माने लग गई है|ऐसे में केंद्र और राज्य आमने सामने आते दिखने लगे हैं |केंद्र और राज्य में नसीहत और व्यंग का खेल शुरू हो गया है| ऐसा मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के दौरों से स्पष्ट होता है| जहाँ तक विरोध प्रदर्शन के तराजू पर तोलने की बात है तो मुख्य मंत्री को दौर में स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा तो केन्द्रीय न्रेतत्व के सामने ऐसे कोई अप्रिय घटना नही घटी|
प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आज सोमवार को दंगा प्रभावित इलाकों के साथ राहत शिविर का भी दौरा किया और पीड़ितों की हरसंभव मदद और दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा का आश्वासन दिया ।

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh meeting the violence affected people in Muzaffarnagar district on September 16, 2013.

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh meeting the violence affected people in Muzaffarnagar district on September 16, 2013.


अपनी पार्टी कि अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के साथ आये प्रधान मंत्री ने एक तरफ जहां पीड़ितों का हालचाल जाना और उन्हें ढांढस बंधाया, वहीं बातों-बातों में उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार को नसीहत भी दे डाली।उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैं पीड़ितों का दुख-दर्द बांटने यहां आया हूं। राज्य सरकार का फर्ज बनता है कि सभी के जानमाल की पूरी सुरक्षा हो। कानून व्यवस्‍था राज्य का मामला है।”उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि लोग जल्द से जल्द अपने घरों को लौट सके
केंद्र की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को पूरी मदद दी जाएगी।
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh meeting the violence affected people in Muzaffarnagar .

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh meeting the violence affected people in Muzaffarnagar .

जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे के एक दिन बाद मुजफ्फरनगर पहुंचे मनमोहन सिंह के साथ यूपीए अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी+ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी+ राज्यपाल बी एल जोशी और गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह भी थे
उधर उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे को पूरी तरह राजनीतिक करार देने में कोई देरी नही की | खां ने मीडिया से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मुजफ्फरनगर गये हैं..अच्छी बात है…चुनाव करीब हैं, उन्हें ऐसा करना भी चाहिये।’’ उन्होंने व्यंग बाण चलाते हुए कहा, बेहतर होता अगर प्रधानमंत्री फैजाबाद भी जाते, मथुरा भी जाते, बरेली भी जाते। गौरतलब है कि फैजाबाद, मथुरा और बरेली में पिछले साल साम्प्रदायिक दंगे हुए थे।मथुरा में सत्ता रुड यूं पी ऐ के घटक रालोद के एक सांसद हैं|
इससे एक दिन पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिले का दौरा किया था और लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।
मुजफ्फनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। हिंसा प्रभावित बहुत से लोगों को अस्थायी शिविरों में ठहराया गया है।
प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले रविवार को अखिलेश यादव ने कवाल गांव का दौरा किया, जहां 27 अगस्त को एक छेड़खानी की वारदात के बाद तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे ज़िले में तनाव पैदा हो गया था।अखिलेश यादव ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि दंगाइयों के खिलाफ़ सरकार कड़े कदम उठाएगी। ‘हम उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करेंगे और दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि सरकार ने न्यायिक आयोग गठित किया है जो 27 अगस्त के बाद की घटनाओं की पड़ताल कर रहा है
अखिलेश को गांववालों ने काले झंडे दिखाए और नारेबाज़ी की। गांव वालों ने सरकार पर तुरंत कार्रवाई न करने और हिंसा को रोक पाने में नाकाम रहने के आरोप लगाए।
प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले ही दिन विधानसभा की कार्यवाही मुजफ्फरनगर में हाल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा और कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्षी सदस्यों के शोरगुल और हंगामे के कारण बाधित हुई और सदन में प्रश्नकाल नहीं हो सका।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा)+ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) +राष्ट्रीय लोकदल (रालोद)और कांग्रेस के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए हाथों में तख्ती लिये सदन के बीचोंबीच आ गये। कांग्रेस इस विरोध का न्रैतत्व करती दिखाई दी| भाजपा ने डॉ मन मोहन सिंह +श्री मति गाँधी+राहुल गाँधी के इस दौरे को कांग्रेस के सेक्युलर टूरिज्म कि संज्ञा दी है|
फोटो कैप्शन
[१]The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh briefing the media after meeting the violence affected people in Muzaffarnagar district on September 16, 2013.

रालोद सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसाग्रस्त मुजफ्फरनगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की

सांसद जयन्त चौधरी ने मुजफ्फर नगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की सांसद जयन्त चौधरी ने यूं पी के दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए न्याय न मिलने तक लड़ने का संकल्प दोहराया| गौरतलब है कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह को मुजफ्फर नगर में गिरफ्तार करके लौटाया जा चुका है|| मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के दौरों का एलान हो चूका है ऐसे में स्थानीय नेता की अपने ही छेत्र में अनुपस्थिति से रालोद की प्रतिष्ठा पर स्वाभाविक प्रश्न लग रहा था| जिसके उत्तर में स्थानीय नेता का अपने लोगों से मिलना जरुरी था|
उत्तर प्रदेश प्रशासन के साथ लुका छुप्पी के खेल में राष्ट्रीय लोकदल महासचिव +लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी आज दूसरी बार प्रशासन को धत्ता बताते हुए चुपके से मुजफ्फरनगर पहुंचे और तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में सफलता हासिल की | उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों से बातचीत कर अपनी संवेदना व्यक्त की और लोगों से आग्रह किया कि वे मिलजुलकर रहें क्योंकि यही इस क्षेत्र की परंपरा रही है।
दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए जयन्त चौधरी ने राज्य सरकार से न्याय न मिलने तक लड़ने तथा अयोग्य, भ्रष्ट और निर्दयी सपा सरकार को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि 7 सितम्बर तथा उसके बाद की घटनाओं में प्रशासन की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
जयन्त चौधरी ने तड़के सुबह 5 बजे बिना किसी पार्टी पदाधिकारी को सूचित किए तथा बिना सुरक्षा के राज्य में प्रवेश किया तथा मुजफ्फरनगर में तीन गांवों रहमतपुर, बसेड़ा और बोखलहेड़ी का दौरा किया। वह सबसे पहले बसेड़ा गांव पहुंचे और बृजपाल सिंह राणा के परिवारीजनों से मिले एवं अपनी संवेदना व्यक्त की। बृजपाल सिंह महापंचायत से लौटते समय 7 सितम्बर 2013 को मारे गए थे। उनकी चार लड़कियां तथा एक लड़का है, तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है तथा लड़का 12वीं में पढ़ रहा है। उसके बाद वह रहमतपुर पहुंचे और अजय के परिवारीजनों से मिले। अजय की 7 सितम्बर 2013 को जॉली गांव में हिंसा के दौरान मौत हुई थी।
उसके बाद जयन्त चौधरी बोखलहेड़ी गांव पहुंचे तथा मृतक सोहनवीर और शौकत के परिवारीजनों से मिले। बाद में मुजफ्फरनगर में पार्टी के सांसद संजय सिंह चौहान के निवास पर जयन्त चौधरी ने दोनों समुदायों के बुजुर्ग लोगों के साथ बैठक कर पार्टी अध्यक्ष चौ. अजित सिंह का संदेश सुनाया जिसमें उन्होंने कहा, “मैं तीन पीढ़ियों के इस रिश्ते को नफरत के माहौल से टूटने नहीं दूंगा।” बैठक में दोनों समुदाय के लोगों में शाही इमाम मौलाना जाकिर, मौलाना फुरकान, मौलाना जमालुद्दीन, कारी जकी, मौलाना जैलुद्दीन, कृष्णपाल राठी, सुधीर भारती, ठा. अरुण सिंह तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
रालोद राष्ट्रीय महा सचिव जयन्त चौधरी ने कहा, “मैंने दूसरी बार प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है। मैंने दोनों समुदायों के नेताओं तथा परिवारों से मुलाकात की है। लोग प्रशासन से दुखी तथा नाराज हैं। उत्तर प्रदेश सरकार लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। मैं सीबीआई जांच तथा जान-माल की हानि का उचित मुआवजा देने की मांग करता हूं।”
जयन्त ने शांति तथा सुलह के लिए अपने-अपने समुदायों को मजबूत संदेश देने के लिए गांव के बुजुर्गों की भूमिका पर जोर दिया। जयन्त चौधरी ने पार्टी के लोगों को शांति बहाल करने तथा सक्रिय रूप से गांवों का दौरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “जो लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, मैं उनसे शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं तथा जो लोग अपने घर छोड़कर चले गए हैं, मैं उनको वापस लाने के लिए उनके गांवों में अनुकूल माहौल तैयार करने का कार्य करूंगा।”
रालोद ने दावा किया है कि उनके नेता का यह साधारण दौरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे से अलग है जिन्होंने 27 अगस्त 2013 को कवाल में पहली घटना के बाद लगभग 20 दिन बाद प्रभावित जिले का दौरा किया है। मुजफ्फरनगर तथा शामली में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए प्रशासन मुख्यमंत्री के इस दौरे की सुरक्षा व्यवस्था में पूरा जोर दे रहा है।
दूसरी बार जयन्त क्षेत्र में घुसने में कामयाब रहे। इससे पहले 13 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश पुलिस के रोकने से पहले ही उन्होंने मेरठ जनपद के तीन गांवों मोर खुर्द, मोहम्मदपुर शिखस्त तथा निलोखा का दौरा किया था। गाजियाबाद में प्रवेश करने के प्रयास में सांसद जयन्त चौधरी को 9 सितम्बर 2013 को गिरफ्तार किया गया था। रालोद अध्यक्ष तथा केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को 9 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश में नहीं जाने दिया उसके बावजूद भी 12 सितम्बर को उन्हें गिरफ्तार करके छोड़ा गया था|

मुजफ्फर नगर में कोई नई वारदात नहीं होने से कुछ शान्ति है ,कर्फ्यू में ढील बढाई जा रही है लेकिन सिसायत गरमा रही है

मुजफ्फर नगर में कोई नई वारदात नहीं होने से शांति प्रक्रिया प्रग्रिती पर है इसीलिए कर्फ्यू में ढील की अवधि बढाई जा रही है लेकिन अब छेत्र में सिसायत गर्माने लग गई है| प्रदेश में सत्तारुड समाज वादी सरकार पर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए मुजफ्फर नगर की तुलना गुजरात के गोधरा काण्ड से की जाने लगी है| सपा से निष्काषित और अमर सिंह के करीबी सांसद ज्याप्रदा[अभिनेत्री] ने तो प्रदेश सरकार को जमीनी हकीकत से ही अंजान बताया है | कर्फ्यू में ९ घंटे की ढील दी गई है|

communal Riots IN U P

communal Riots IN U P

भाजपा और रालोद ने अपने प्रभावी छेत्रों में शांति व्यवस्था के लिए दौरा कार्यक्रम बनाये लेकिन प्रशासन ने कोई रिस्क लिए बगैर रालोद सुप्रीमो और केन्द्रीय मंत्री चौ. अजित सिंह के अलावा भाजपा के १२ विधायकों को भी मुजफ्फर नगर जिले के सीमा से ही वापिस लौटा दिया| चौ अजित सिंह ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तुलना भाजपा के नरेन्द्र मोदी से करने में देर नही लगाईं|प्रदेश के अपने काबिना मंत्री और वरिष्ठ नेता मो. आजम खान ने अपने वोट बैंक को बचने की खातिर अपनी ही सरकार को तेवर दिखने शुरू कर दिए
मुलायम सिंह यादव ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए गोधरा [२००२] के दंगों और मुजफ्फर नगरकी हिंसा में समानता को ख़ारिज कर दिया|
मो आजम खान को स्पष्ट कह दिया है के या तो वोह पार्टी के साथ रहें अन्यथा इस्तीफा दे सकते हैं|
मुजफ्फर नगर की इस हिंसा से चुनावी ध्रुवि करण प्रभावित होने लग गए हैं| यहाँ विकास को दरकिनार रख कर साम्प्रदाइक द्रष्टि हावी होने लग गई है| इस छेत्र में मुस्लिम और जाटों का प्रभाव है |जाटों के नेता अपने छेत्र तक में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जबकि अधिकांश मुस्लिमो का सपा से मोह भंग होने लग गया है| जाहिर है जाटों का रुझान हिन्दू वादी भाजपा की तरफ हो सकता है और मुस्लिम वोट बैंक भी अपने लिए किसी नई राजनीतिक विकल्प की सोच सकते हैं

शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे

शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थेराष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को आज उनके संसदीय क्षेत्र बागपत जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया है जबकि रालोद अध्यक्ष का कहना है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों से बातचीत करने तथा सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों ने धारा 144 का हवाला देते हुए रालोद अध्यक्ष तथा उनके समर्थकों को रोक लिया। चौ. अजित सिंह ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि वह अकेले ही क्षेत्र में जाएंगे लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से बात करके उन्हें बागपत रोड पर ट्रोनिका सिटी के पास अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
चौ. अजित सिंह ने कहा है कि मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में हिंसा के लिए प्रदेश की सपा सरकार जिम्मेदार है। प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। रालोद अध्यक्ष ने सपा सरकार को बर्खास्त करने तथा राष्ट्रपति शासन की मांग की है। वह अपने संसदीय क्षेत्र में हिंसा पीडि़तों से बातचीत करने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने नहीं दिया तथा गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने शासन-प्रशासन की निन्दा की है।
रालोद अध्यक्ष ने कहा है कि रालोद के सदस्य गांव-गांव जाकर लोगों से बात करके शान्ति बहाल कराने की पहल करेंगे तथा हिंसा के डर से जो लोग पलायन कर चुके हैं, उन्हें वापस लाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों से भाईचारे के साथ शान्ति बनाने की अपील की है।पुर्व में अजित सिंह के पुत्र सांसद और रालोद के राष्ट्रीय महा सचिव जयंत चौधरी को भी मुजफ्फर नहीं जाने दिया गया था|गौरतलब है कि मुजफ्फर नगर से भड़की हिंसा की तपिश अन्य जनपदों में भी महसूस की जा रही है जिसे लेकर प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह भी चिंता व्यक्त कर चुके हैं |

अखिलेश यादव ने मुजफ्फर नगर हिंसा में घायल लोगों का इलाज निशुल्क कराने के आदेश जारी किये

उतर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने मुजफ्फर नगर हिंसा में घायल लोगों का इलाज निशुल्क किये जाने के आदेश जारी किये हैं|श्री यादव ने मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को जनपद मुजफ्फर नगर की हिंसा में घायल लोगों का निशुल्क इलाज करवाने के निर्देश दिए हैं|इसके अलावा जिनकी संपत्ति जल कर नष्ट हुई है उनकी लिस्ट तत्काल तैयार करने को कहा गया है|मृतकों के परिजनों को १०-१० लाख और घायलों को ५०-५० हज़ार रुपये देने का एलान किया जा चुका है|मंडलाध्यक्ष सहारनपुर और जिलाधिकारी मुजफ्फर नगर को तत्काल इन आदेशों का अनुपालन करने के निर्देश दिए गए हैं|