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एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दे ही दिया :अब डी जी सी ऐ की बारी

एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय ने अनापत्ति प्रमाण पत्र दे ही दिया :अब डी जी सी ऐ की बारी एयर एशिया इंडिया के प्रभारी टोनी फेर्नान्देज़ ने सोशल साईट पर ट्विट करके एयर एशिया इंडिया को अनापत्ति प्रमाण पत्र [एन ओ सी] जारी करने के लिए भारत सरकार की प्रशंसा करने की मंशा जाहिर की है इससे लगता है के टाटा और मलेशिया की एयर एशिया एयर लाइन्स के जॉइंट वेंचर एयर एशिया इंडिया एयर लाइन्स के पंखों को आजाद कर दिया गया है सिविल एविएशन मिनिस्ट्री से एन ओ सी जारी होने से एयर लाइन्स की राहें बेहद आसान हुई हैं लेकिन अभी भी परवाज /उड़ान भरने के लिए महा निदेशक नागरिक उड्डयन [नियामक] [ DGCA ]से फ़ाइल क्लियर करवानी जरुरी है| एयर एशिया इंडिया को बजट एयर लाइन्स की श्रंखला को आगे बढाने वाली एयर लाइन्स बताया जा रहा है जिसके आने से देश में स्पाइस जेट +इंडिगो आदि वर्तमान लो कास्ट एयर लाइन्स को घरेलू आकाश में कड़ी प्रति स्पर्धा मिलेगी |
गौरतलब है कि मलेशिया की एयर एशिया ने बहु राष्ट्रीय टाटा संस और टेलेस्त्रा के अरुण भाटिया के साथ बीते फरवरी में जॉइंट वेंचर के रूप में एयर एशिया इंडिया के गठन की घोषणा की थी|

मध्य प्रदेश ने तीन हवाईपट्टियों के स्वामित्त्व को लेकर केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है

मध्य प्रदेश सरकार ने पन्ना, सतना तथा खंडवा में स्थित हवाईपट्टियों के स्वामित्त्व को लेकर केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है|
मध्य प्रदेश सरकार ने एएआई [AAI ]को पन्ना+ सतना तथा खंडवा में स्थिति हवाईपट्टियों को राज्य सरकार को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पन्ना हवाईअड्‍डे के स्वामित्व का दावा राजस्व रिकॉर्डों के आधार पर किया जा रहा है। तथापि, पन्ना हवाईपट्टी वैमानिकी सूचना परिपत्र (एआईसी) सं. 18/1986 में नागर (डीजीसीए) को स्थानांतरित कर दिया गया था। उसके पश्चात राष्ट्रीय विमानपत्तन प्राधिकरण को तथा उसके बाद एएआई अधिनियम के प्रावधानों के अनुरुप एएआई को दे दियागया
नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी.वेणुगोपाल ने लोकसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में बताया कि इसके स्थानांतरण करने की कार्य-प्रणाली को पूर्ण करने के लिए एएआई स्तर पर कोई निश्चित समय-सीमा नहीं निर्धारित की जा सकती है।

स्पाइस जेट +ट्रेवल एजेंट की धोखा धडी से इंदौर एयर पोर्ट अथोरिटी ने पल्ला झाड़ा

स्पाइस जेट +ट्रेवल एजेंट और इंदौर एयर पोर्ट अथोरिटी की धोखा धडी उजागर
बजट कैरियर या लो कास्ट एयर लाइन्स स्पाइस जेट पर एक ट्रेवल एजेंट के साथ मिल कर यात्रियों के साथ धोखा धडी के आरोप लग रहे हैं उससे एयर पोर्ट अथोरिटी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है| जब इसकी पुष्ठी के लिए एयर लाइन्स और ट्रेवल अजेंट्स को फोन किये गए तो कहीं से कोई जवाब नही आया| इंदौर एयर पोर्ट के निदेशक इसके अपवाद रहे लेकिन उन्होंने सारा दोष एयर लाइन्स के मत्थे मड़तेहुए कहा कि बेशक एयर पोर्ट पर लगा बार्ड एयर पोर्ट अथोरिटी कि मिल्ल्कियत है लेकिन उसपर जो भी सूचना डाली जाती है उसकी सारी जिम्मेदारी एयर लाइन्स की ही है|इसीलिए अगर कोई धोखा धडी हुई भी होगी तो उसका जवाब वोही एयर लाइन्स ही दे सकेगी जिसने बोर्ड पर फ्लाईट सम्बन्धी सूचना डाली होगी| ऐसे में अब सवाल यह उठता है है कि स्पाईस जेट एयर लाइन्स और मेक माय ट्रिप नामक ट्रेवल एजेंसी ने मिल कर यात्रियों के साथ धोखा करने के लिए एक ऐसी फ्लाईट से बुकिंग कर डाली जो कि उड़ती ही नही यहाँ तक कि एयर पोर्ट पर लगी स्क्रीन रूपी सूचना पट्ट पर लगातार इस फ्लाईट की सूचना भी डिस्प्ले की जाती रही|एयर पोर्ट अथोरिटी ने अपना पल्ला झाड लिया है ऐसे में एयर लाइन्स और ट्रेवल एजेंट पर कौन निगरानी रखेगा|
गौरतलब है कि इंदौर स्थित देवी अहिल्या बाई एयर पोर्ट पर निजी एयर लाइन्स कम्पनी स्पाइस जेट [ Spicejet ]+ ट्रेवल एजेंसी मेक माय ट्रिप[ MAKEMYTRIP ] पर इंदौर से दिल्ली की एक फ्लाइट बुक करने का आरोप है जो उड़ान भरती ही नहीं है। इस माह के प्रारम्भिक शुक्रवार को जब यात्री एअरपोर्ट पर पहुंचे तब जाकर यह धोखा धडी उजागर हुई| इसमें एयर पोर्ट अथोरिटी भी घेरे में आ रही हैं क्योंकि डिस्प्ले बोर्ड पर विमान के उड़ान सम्बन्धी जानकारी दी जाती रही है|
स्पाइस जेट का चेक इन काउंटर बंद कर दिया गया और बात लीक होने पर फ्लाइट कैंसिल होने की सूचना दी गई|
आश्चर्य जनक रूप से बताया गया कि इंदौर एयरपोर्ट से स्पाइस जेट की कोई फ्लाइट सुबह दिल्ली जाती ही नहीं है ऐसे में ट्रेवल एजेंसी ने इसका टिकट बुक किया और इसके अलावा एयरपोर्ट के डिस्प्ले बोर्ड में इसकी जानकारी भी दी जाते रही जाहिर है यह जाँच का विषय होना चाहिए लेकिन अब जबकि एयर पोर्ट अथोरिटी कि कोई जिम्मेदारी नही रही तो फिर किसका उत्तरदाईत्व आयेगा यह नियामक डी जी सी ऐ को तय करना है|
एयर लाइन्स नियामक डी जी सी ऐ से भी संपर्क नही हो सका |

स्पाइस जेट +ट्रेवल एजेंट और इंदौर एयर पोर्ट अथोरिटी की धोखा धडी उजागर

स्पाइस जेट +ट्रेवल एजेंट और इंदौर एयर पोर्ट अथोरिटी की धोखा धडी उजागर

बजट कैरियर या लो कास्ट एयर लाइन्स स्पाइस जेट पर एक ट्रेवल एजेंट के साथ मिल कर यात्रियों के साथ धोखा धडी के आरोप लग रहे हैं| जब इसकी पुष्ठी के लिए फोन किये गए तो कहीं से कोई जवाब नही आया|
इंदौर स्थित देवी अहिल्या बाई एयर पोर्ट पर निजी एयर लाइन्स कम्पनी स्पाइस जेट [ Spicejet ]+ ट्रेवल एजेंसी मेक माय ट्रिप[ MAKEMYTRIP ] पर इंदौर से दिल्ली की एक फ्लाइट बुक करने का आरोप है जो उड़ान भरती ही नहीं है। शुक्रवार को जब यात्री एअरपोर्ट पर पहुंचे तब जाकर इस धोखा धडी उजागर हुई| इसमें एयर पोर्ट अथोरिटी भी घेरे में आ रही हैं क्योंकि डिस्प्ले बोर्ड पर विमान के उड़ान सम्बन्धी जानकारी दी जाती रही है|
स्पाइस जेट का चेक इन काउंटर बंद था। थोड़ी देर बाद फ्लाइट कैंसिल होने की सूचना दी गई|
लेकिन ये नंबर कनेक्ट ही नहीं हुआ।
आश्चर्य जनक रूप से बताया जा रहा है कि इंदौर एयरपोर्ट से स्पाइस जेट की कोई फ्लाइट सुबह दिल्ली जाती ही नहीं है ऐसे में ट्रेवल एजेंसी ने इसका टिकट बुक किया और इसके अलावा एयरपोर्ट के डिस्प्ले बोर्ड में इसकी जानकारी भी दी जाते रही जाहिर है यह जाँच का विषय होना चाहिए
[१] इस विषय में स्पाइस जेट कंपनी में फोन किया गया तो काल सेंटर का नंबर मिला मगर उन्होंने ऐसे किसी भी अप डेट से इनकार कर दिया|
[२]एयर पोर्ट अथोरिटी के मैनेजर को 9425057716 पर कान्टेक्ट करने पर उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए एयर पोर्ट निदेशक से बात करने को कह दिया और कई बार प्रयास करने पर भी घंटी बजती रही मगर एयर पोर्ट निदेशक का फोन उठा ही नही
[३] नियामक डी जी सी ऐ से भी संपर्क नही हो सका |

किंग फिशर एयर लाइन्स ने ३८०मिलियन $ का घाटा दर्ज़ कराया :दूसरी एयर लाइन्स की चांदी

शराब किंग विजय माल्या की कर्ज में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस ने 31 मार्च, को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में ३८०मिलियन $[ 4,301.11 करोड़ रुपये ]का घाटा होने की घोषणा की है। इससे पहले कंपनी को 2,328.01 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अक्टूबर 2012 से किंगफिशर का परमिट सस्पेंड कर दिया, जिसके कारण कंपनी का कामकाज बंद है।कंपनी ने बैंक आदि को ढाई बिल्लियन $का कर्ज़ लौटाना है|
एयरलाइन को 31 मार्च, 2013 तक लगभग 16,023.46 करोड़ रुपये का कुल घाटा हुआ है और कम्पनी की शुद्ध कीमत नकारात्मक होकर 12,919.81 करोड़ रुपये हो गई है.कम्पनी कई महीनों से अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने में भी असमर्थ रही है.\कंपनी के शेयर आज [एन एस ई] ६.०३ पर नोट किये गए| नंबर दो पर रही इस कम्पनी के बंद रहने से या पतन से एयर इंडिया और इंडिगो के अलावा दूसरी निजी एयर लाइन्स को फायदा हो रहा है|

इंडिगो अब लो कास्ट कैरियर नहीं वरन, सिविल एविएशन मंत्रालय की अनुकम्पा से ,हाई कास्ट कैरियर है

लो कास्ट कैरियर्स अब लो कास्ट नहीं वरन हाई कास्ट कैरियर्स हैं |सिविल एविएशन मंत्रालय से इनकी मिली भगत के चलते आनन् फानन में निर्णय लिए जा रहे हैं इसीलिए स्पष्ट दिशा निर्देश का सर्वथा अभाव है जिसके चलते ये कथित लो कास्ट कैरियर्स मनमाना चार्ज करने लगी हैं जाहिर है इससे आम जनता की जेब पर बेरोक टोक डाका डाला जा रहा है|यदि ऐसा ही चलता रहा तो वोह दिन दूर नही जब हवाई जहाज़ में टायलेट जाने के लिए भी भारी भरकम कीमत चुकानी पड़ेगी|
किसी अनजाने दबाब में लिए गए निर्णय के अनुसार निजी एयर लाइन्स को सिविल एविएशन मंत्रालय द्वारा कुछ छूट दी गई हैं जिसके अंतर्गत अब इच्छा के अनुसार सीट मांगने पर ५००/= तक अतिरिक्त चार्ज किया जा रहा है| लूट की दिशा में यह पहल कथित लो कास्ट कैरियर इंडिगो एयर लाइन्स ने शुरू की है|यदि एक परिवार के चार सदस्य हवाई यात्रा कर रहे हैं जिनमे दो बच्चे हैं और स्वभाविक रूप से चारों एक साथ बैठना चाहेंगे ऐसे में उन पर भी अतिरिक्त भुगतान का अभिशाप है|प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्व भर में केवल विंडो और और आगे के सीटों पर ही अतिरिक्त चार्ज किया जाता है लेकिन भारत में नागरिक उड्डयन मंत्रालयकी अनुकम्पा से ऐसी कोई पारदर्शिता का सर्वथा अभाव है|
इंडिगो एयर लाइन्स की डोमेस्टिक उड़ानों में एक साधारण समोसा १५०/= का दिया गया है गौरतलब है कि क्राफ्ट में समोसे को गर्म करने की कोई व्यवस्था नहीं होने से यह समोसा ठंडा ही सर्व किया जाता रहा है| प्लेन में लगाई जाने वाली दुकान कि ट्राली को बार बार सेंटर में घुमाए जाने से सेंटर की भी संकरी सीटों पर बैठे यात्री परेशान होते रहते हैं| लेकिन इस सामान की गुणवत्ता परखने के लिए कोई व्यवस्था दिखाई नहीं देती है| अब गर्म खाने के नाम पर भी वसूली होने लगेगी सो यह अपने आप में जांच का विषय होना चाहिए |इसके अलावा बीते वर्ष अनेकों एयर लाइन्स में सुरक्षा व्यवस्था की खामियां पाई गई थी ट्रेनिंग के दौरान अधिकाँश कर्मी फेल हुए थे इससे साफ़ जाहिर होता है कि इन कंपनियों द्वारा रिसर्च+डेवलपमेंट+ट्रेनिग के नाम पर केवल खाना पूरी ही की जा रही है| लेकिन नियामक साहब को इन कार्यों के लिए समय नही है |पिछले दिनों डी जी सी ऐ के निदेशक के एन श्रीवास्तव ने इन लो कास्ट कैरियर्स को सावधान किया है इसके फलस्वरूप अभी तक कोई प्रगति नही दिखाई दी है|
ट्रेवल एजेंटों की संस्था टी ऐ ऐ आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल मुल्ला का कहना है कि इस सम्बन्ध में डी जी सी ऐ या एयर लाइन्स से कोई सर्कुलर नही आया है|उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि सिविल एविएशन मंत्रालय और डी जी सी ऐ के साथ इन लो कास्ट कैरियर्स कि मिली भगत है जिसके चलते लचर+अस्पष्ट आदेश दिए जाते हैं जिनके आधार पर एयर लाइन्स में लूट शुरू हो जाती है|

एलेक्शन कमिश्नर जैदी ने यूं टर्न लेते हुए एयर पोर्ट्स पर सिक्यूरिटी चेकिंग से कम्प्लीट छूट की मांग कर डाली


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सिविल एविएशन के परेशां सुरक्षा अधिकारी

ओये झल्लेया ये हसाड़े मुल्क के कर्णधारों को क्या हो रहा है|ओये एक तरफ विश्व भर में एयर पोर्ट्स पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किये जा रहे हैं|हसाडी सोणी अदालतें भी सुरक्षा में खामियों को लेकर आये दिन मंत्रालय को लताड़ लगाती रहती है |इस सब के बावजूद अब एलेक्शन कमिश्नर एस एन ऐ जैदी ने कहा है कि उनका रुतबा सुप्रीम कोर्ट के जज के बराबर है इसीलिए एयर पोर्ट पर चेकिंग से उन्हें भी छूट मिलनी चाहिए| ओये अभी एक साल पहले ही ये जैदी साहब खुद ही वी आई पी को चेकिंग में दी रही छूट की मुखालफत करते रहे हैं|ओये ये यूं टर्न कहीं लेने के देने न कर दे

झल्ला

जी जनाब आप की चिंता वाजिब हैं |दरअसल यूं पी के काबिना मंत्री आज़म खान और मुख्य मंत्री अखिलेश यादव+ सिने स्टार शाहरुख़ खान+राष्ट्रपति अब्दुल कलाम साहब की अमेरिका में जांच के किस्से इन्हें सुना देने चाहियें हो सकता है तब जाकर जनाब जैदी साहब इस मांग को वापिस ले लें और राष्ट्रहित में अपने एक साल पहले के स्टैंड पर लोट जाएँ वरना अभी तक सपाई जनाब सलमान खुर्शीद के पीछे पड़े हुए थे इसके बाद उनके तीरों का निशाना बदल न जाये

इंडिगो जैसी लो कास्ट करियर्स में प्रीमियम सीट की लूट पर एविएशन मंत्रालय का लडखडाना शुरू


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

सिविल एविएशन मंत्रालय का एक चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े एविएशन सेक्रेटरी के एन श्रीवास्तव का कमाल ओये अब हर सीट पर प्रीमियम वसूलने वाली इंडिगो एयर लाइन्स का भी हो जाएगा बुरा हाल| इंडिगो एयर लाइन्स से ख़ास सीटों की संख्या पूछ ली गई है| अब तो हवाई यात्रियों को सहूलियत मिलेगी |

झल्ला

बाऊ जी साहब आप के मंत्रालय के आदेश के बाद से ही इन इंडिगो जैसी लो कास्ट कैरियर्स ने यात्रियों को लूटकर पुरानी कहावत को इस तरह चरितार्थ किया जा रहा है:एयर लाइन्स में लूट है लूट सके तो लूट उस समय पछताएगा जब मंत्रालय आप से जाएगा छूट गया|

ट्रेवल अजेंट्स की कमीशन को चालू करवाने के लिए टी ऐ ऐ आई ने डी जी सी ऐ के समक्ष गुहार लगाई

ट्रेवल अजेंट्स के एसोसिएशन टी ऐ ऐ आई [TAAI ]ने नागरिक उड्डयन के महा निदेशक [DGCA]के दरबार में फ़रियाद लगाई है कि ट्रेवल टिकेट्स की बुकिंग व्यवसाय से जुड़े लगभग एक लाख परिवारों को राहत पहुचाने के लिए मानवीय आधार पर अजेंट्स को उनका मेहनतनामा दिलवाया जाए| टी ऐ ऐ आई के अध्यक्ष इकबाल मुल्ला ने बीते सप्ताह एक दिवसीय शटर डाउन करने के पश्चात डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा से उनके कार्यालय में मुलाकात की |उन्होंने बताया कि ट्रेवल अजेंट्स और डी जी सी ऐ में अजेंट्स कि कमीशन को लेकर आये गतिरोध को दूर करने का प्रयास किया| श्री मुल्ला ने इस मुलाक़ात को संतोषजनक बताया और बताया कि डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा टकराव नहीं चाहते |उन्हें इस विषय में गतिरोध को दूर करने के लिए मंत्रालय में बात करने का आश्वासन दिया है|उल्लेखनीय है कि पिछले तीन महीने से अजेंट्स को कमीशन नहीं मिला है|
विश्व में २०० से अधिक एयर लाइन्स हैं और लगभग ५० भारत में हैं| इनमे से ५०% एयरलाइन्स ट्रेवल अजेंट्स को कमीशन नही दे रहे हैं| इनमे से सस्ती सेवायें देने का दावा करने वाली इंडिगो+स्पाईसजेट+गो एयर के अलावा ब्रिटिश एयरवेज+लुफ्तांसा +एयर फ्रांस आदि प्रमुख है|गौरतलब है कि पहले ट्रेवल एजेंट को ९% कमीशन दी जाती थी उसके बाद इसे षड्यंत्र के रूप में लगातार घटाकर ९% से ७%फिर ५% और उसके पश्चात ३% और फिर १% किया गया अब इस पर भी कुल्हाड़ी चलाई गई है| यह षड्यंत्र २००७ से शुरू किया गया है| सरकार की अस्पष्ट निति के चलते इस घातक कार्यवाही से टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों के अलावा ७०० अन्य एजेंट और इनके साथ देश भर से लगभग एक लाख छोटे मोटे एजेंट प्रभावित हुए हैं| बताते चलें की टूरिस्ज्म इण्डस्ट्रीज में लगभग ७०% हिस्से दारी एयर ट्रेवल से आती है और वर्तमान राष्ट्रीय बजट में टूरिस्ज्म मंत्रालय के लिए ८७.६६ करोड़ रुपयों की वृद्धि करके इसे १२९७ करोड़ किया गया है लेकिन आरोप लगाए गए हैं कि एयर लाइन्स को फायदा पहुचाने के लिए धरातल पर जुड़े आम आदमी के रूप में लगभग एक लाख ट्रेवेल एजेंटों की कमीशन पर कुठाराघात किया जा रहा है और यात्रियों par अतिरिक्त बोझ डालने कि तैयारी कर ली गई है|
इस विषय में डी जी सी ऐ कार्यालय में प्रश्न मेल किये गए थे लेकिन वहां से इस विषय में कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है|

ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

[मुम्बई]१९५१ से कार्यरत ट्रेवल एजेंटों की संस्था टी ऐ ऐ आई[TAAI ]ने आज एयर ट्रेवल बुकिंग को बंद करके उड्डयन मंत्रालय की नीतियों का विरोध किया और देश भर में एक दिन में लगभग २५० करोड़ रुपयों के व्यापार को प्रभावित किया| असंतुष्ट टी ऐ ऐ आई ने अजेंट्स कमीशन ट्रेवल अजेंट्स बॉडी को पुनः चालू नहीं किये जाने के फलस्वरूप शीघ्र अपने आज के एक दिवसीय शटर डाउन को बड़े आन्दोलन में तब्दील करने की चेतावनी भी दी है|
टी ऐ ऐ आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल मुल्ला ने फोन पर बातचीत के दौरान आज के शटर डाउन को बड़ी सफलता माना है श्री मुल्ला के अनुसार पहले केवल टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों द्वारा ही शटर डाउन किये जाने थे लेकिन आज पहले दिन ही देश भर में साड़े तीन हज़ार एजेंटों ने साथ दिया और अपने आक्रोश को व्यक्त किया|
श्री मुल्ला ने एयर लाइन्स और उनके माध्यम से नियामक डी जी सी ऐ और नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर निशाना साधते हुए बताया के पहले ट्रेवल एजेंट को ९% कमीशन दी जाती थी उसके बाद इसे षड्यंत्र के रूप में लगातार घटाकर ९% से ७%फिर ५% और उसके पश्चात ३% और फिर १% किया गया अब इस पर भी कुल्हाड़ी चलाई गई है| यह षड्यंत्र २००७ से शुरू किया गया है| सरकार की अस्पष्ट निति के चलते इस घातक कार्यवाही से टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों के अलावा ७०० अन्य एजेंट और इनके साथ देश भर से लगभग एक लाख छोटे मोटे एजेंट प्रभावित हुए हैं|
श्री मुल्ला ने एयर ट्रेवेलर्स के हित में यात्री यानों के किराए में पारदर्शिता के साथ ही एजेंसी कमीशन को पुनः चालू किये जाने की मांग की है |सीट+खाना+स्नैक्स +सॉफ्ट / हार्ड ड्रिंक्स आदि के नाम पर अतिरिक्त शुल्क को टिकेट्स में ही शामिल किये जाने की भी मांग की गई है|
बताते चलें की टूरिस्ज्म इण्डस्ट्रीज में लगभग ७०% हिस्से दारी एयर ट्रेवल से आती है और वर्तमान राष्ट्रीय बजट में टूरिस्ज्म मंत्रालय के लिए ८७.६६ करोड़ रुपयों की वृद्धि करके इसे १२९७ करोड़ किया गया है लेकिन आरोप लगाए गए हैं के एयर लाइन्स को फायदा पहुचाने के लिए धरातल पर जुड़े आम आदमी के रूप में लगभग एक लाख ट्रेवेल एजेंटों की कमीशन पर कुठाराघात किया जा रहा है|
श्री मुल्ला के अनुसार इस शटर डाउन से एक लाख एजेंटों में असंतोष और देश को बेशक २५० करोड़ रुपयों का व्यापार प्रभावित हुआ है लेकिन सरकार की तरफ से कोई ब्रेक थ्रू का प्रयास नही किया गया है|यह अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है| शीघ्र ही राष्ट्रीय स्तर पर एक आन्दोलन को गति देने के लिए २० मेम्बर्स की एक कमेटी गठित की जायेगी|