Spate of mishaps involving naval warship SindhuRatan has awaken the moral of Navy’s .top brass He Has resigned which is accepted
Navy Chief Admiral D K Joshi, ,resigned taking “moral responsibility” over the spate of mishaps involving naval warship Sindhu Ratan [in Mumbai Coast]In the last seven months.Surprisingly this resignation was promptly accepted by Defence Minister A K Antony.
Admiral Joshi, who had more then one year left in service, submitted his resignation hours after submarine INS Sindhuratna had a mishap in which seven sailors were taken seriously ill and two officers were still missing.
This ill fated Warship was Russian-origin Kilo Class submarine INS Sindhuratna,
Tag: Defence Minister A K Antony
Surprisingly Navy Chief D K Joshi’s Resignation Is Accepted promptly
सेना के तीनों अंगों में १२३७२ अधिकारी और ३९८३९ अन्य की कमी है: रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों में श्रम शक्ति की कमीको स्वीकार करते हुए इस कमी के लिए अन्य आकर्षक विकल्पों का होना एक कारण बताया है | रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी ने आज लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वर्त्तमान में सेना के तीनों अंगों में १२३७२ अधिकारी और ३९८३९ अन्य की कमी है | सशस्त्र बलों में रिक्तियों के प्रमुख कारणों पर प्रकाश डालते हुए आर एम् ने बताया [१] राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में संवृद्धि होने के कारण अन्य आकर्षक विकल्पों का होना, [२]सख्त चयन मापदंड एवं कठिन सेवा शर्तों का होना इसके साथ ही[३] अंत्यत जोखिम का होना शामिल है।
आर एम् अंटोनी ने दावा किया कि सरकार ने युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपाय अपनाए हैं। जिनमें भर्ती रैलियां, मीडिया अभियान शामिल हैं। युवाओं के लिए सशस्त्र बल की भर्तियों को आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इनमें VI केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, सशस्त्र बलों में पदोन्नति के अवसर शामिल हैं।
सशस्त्र बलों में श्रम शक्ति की कमी का ब्यौरा सेवावार नीचे दिया गया है-
[अ]सेना ===अधिकारी पी बी ओ आर
१ -१ २०१३ १-४-२०१३ की स्थिति
९५९० २२८४१
[आ] नौसेना
अधिकारी सेलर ३०-६-२०१३ की स्थिति
१९९९ १३३७३
[इ] वायु सेना
अधिकारी एयर मैन १-७-२०१३ की स्थिति
७८३ ३६२५
कुल योग १२३७२ ३९८३९
देश के ५३ छावनी परिषदों[CantonmentBoard] में अग्निशमन गाड़ियां तक नहीं हैं
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने देश के ५३ छावनी परिषदों[ CantonmentBoard] में संसाधनों की कमी को स्वीकार किया
रक्षामंत्री श्री ए. के. एंटनी ने आज लोक सभा में राकेश सिंह और वीरेंद्र कश्यप को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश की 53 छावनी बोर्ड दमकल सेवाओं के लिए राज्य सरकार अथवा स्थानीय सैनिक अधिकारियों पर निर्भर करते हैं |
जबलपुर सहित 42 छावनी बोर्ड कोहरे/ स्प्रे मशीनों का खुद रख-रखाव करते हैं।
ठंड के कारण 12 पहाड़ी छावनी बोर्डों को कोहरे की मशीनों की जरूरत नहीं पड़ती|
जिन छावनी बोर्डों के पास अपनी दमकल गाड़ियां और/ अथवा कोहरे की मशीनें नहीं हैं और वे इन सेवाओं के लिए राज्य सरकार अथवा स्थानीय सैनिक अधिकारियों पर निर्भर करते हैं,
केवल [1]दिल्ली[2] देवलाली[3] फिरोजपुर[4] कसौली]5] किर्की[6] महु[7]पुणे ]8]सेंट थॅामस माउंट और पल्लावरम के पास ही अपनी दमकल गाड़ियां हैं।
जबकि [अ] जबलपुर छावनी बोर्ड ने जबलपुर नगर-निगम से ठेके पर दमकल गाडी ली है। संसाधनों के अभाव से होने वाली किसी तरह की कठिनाई की जानकारी उन्होंने नहीं दी है।
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संसद में यूं पी ऐ का फ़ूड सिक्यूरिटी बिल अटका तो संसद के बाहर रक्षा मंत्री की बुलेट-प्रूफ गाड़ी खराब हो गई
[नयी दिल्ली]संसद के भीतर यूं पी ऐ का फ़ूड सिक्यूरिटी बिल अटका तो संसद के बाहर रक्षा मंत्री की बुलेट-प्रूफ गाड़ी खराब हो गई आज संसद के भीतर यूं पी ऐ के गेम चेंजर फ़ूड सिक्यूरिटी बिल अटक गया वही संसद के बाहर भारत सरकार के रक्षा मंत्री ए के एंटनी की बुलेट-प्रूफ गाड़ी खराब हो गई|फ़ूड सिक्यूरिटी बिल को कोयला घोटाला की कालिख से निकालने वाला कोई सशक्त दल नही मिला मगर ऐ के अंटोनी को उनके सहयोगी जय राम रमेश ने अपनी गाडी में लिफ्ट जरूर दी|
लोकसभा में नौसेना की अभागी पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक के हादसे पर रक्षा मंत्री ऐ के एंटनी के बयान के लिए आये थे उन्हें संसद भवन में छोड़ने के बाद उनका बुलेट-प्रूफ वाहन खराब हो हुआ । भाषा के अनुसार सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद जब रक्षा मंत्री साउथ ब्लॉक स्थित अपने दफ्तर जाना चाह रहे थे तो उनके साथ चलने वाले कर्मी सरगर्मी से उनके लिए किसी वाहन की तलाश में जुटे थे ।भारतीय सेना ने एयर फाॅर्स की सहायता से जहां अक्साई चीन की हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्डी पर ऐतिहासिक रनवे बना कर उसपर सुपर एयरक्राफ्ट आईएएफ सी 130जे-30 की एतिहासिक लैंडिग का विश्व कीर्तिमान बनवाया उसी भारतीय सेना द्वारा मेनटेन किये जा रहे एम्बेसडर कार की ठीक मौके पर खराबी से हास्यस्पद स्थिति देखी गई|
Defence Minister provided updates Of Adarsh Housing Society Scam In Rajy Sabha
Defence Minister Shri AK Antony in a written reply to Shri N. Balagangain in Rajya Sabha I provided updates Of Adarsh Housing Society Scam as under
[a]Ministry of Defence had handed over the investigation of the case to the Central Bureau of Investigation (CBI) and consequently, [b]CBI had registered a case vide RC No.6(A)/11, dated 29.1.2011 against 13 persons including Officers of Defence Estate Office (DEO), Mumbai, Army, Government of Maharashtra and certain private persons.
[c]Charge- sheet has been filed by CBI on 04.07.2012 in the Court of Special Judge, Mumbai. Army Officers listed in the charge-sheet filed by the CBI are, namely, Maj. Gen.(Retd) T.K. Kaul; Maj. Gen.(Retd) A.R. Kumar; Brig.(Retd) M.M. Wanchu; Brig.(Retd.) T.K. Sinha; and Col.(Retd) R.K. Bakshi.
[d]The matter is presently sub-judice.
[e]Defence land records, as available in Military Land Registers (MLRs) and General Land Registers (GLRs), have been computerized and updated from time to time. Two projects, one on Digitization of land records and the other on Survey of Defence land using modern technology have been undertaken. The guidelines for issuing No Objection Certificates for construction of buildings on lands adjoining Defence lands and instructions regarding ceding of possession of defence land have been issued. Audit of Defence lands is carried out from time to time. .Defence Minister Provides latest updates of Adarsh Housing Society Scam in Lok Sabha
Defence Minister Shri AK Antony had already Provided these updates of Adarsh Housing Society Scam ,to C. Rajendranin in Lok Sabha,In the previous Week.
लाल कृषण अडवाणी ने भी रक्षा मंत्री ऐ के अंटोनी का उपहास उड़ाया
भाजपा के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने भी अपने ब्लॉग में एक अन्य लेख के माध्यम से रक्षा मंत्री ऐ के अंटोनी का उपहास उड़ाया है |
ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्यलेख) में अडवाणी ने बताया है कि इण्डियन एक्सप्रेस के मुख्य सम्पादक शेखर गुप्ता के सम्पादकीय पृष्ठ पर ‘स्केर्ड विट्लस‘ (SCARED WITLESS) शीर्षक से लेख प्रकाशित हुआ है जिसमे ए.के. एंटोनी की तुलना शेक्सपीयर के नाटक ”जूलियस सीजर” के मार्क एंटोनी से की गई है इस लेख के साथ समाचारपत्र के कार्टूनिस्ट इ.पी. उन्नी द्वारा चोगे में रक्षामंत्री ए.के. एंटोनी के रेखाचित्र भी रेखांकित किया गया है जिसमें ऐ के अंटोनी को ‘मार्क-II एंटोनी स्पीच!‘ के रूप में वर्णित किया है |अडवाणी ने ”इतनी निर्दयता और शानदार ढंग” की इस प्रस्तुति की प्रशंसा की है।
लेख कहता है: ”आपके पास अन्य मंत्रीगण हैं और नानाविध मुद्दों पर उनके वक्तव्य हो सकते हैं। लेकिन नियंत्रण रेखा पर हुई घटना के बारे में रक्षामंत्री ऐसा करें? वह अब कहते हैं कि पहले वह ‘उपलब्ध‘ सूचनाओं के आधार पर बोले और अब वे ज्यादा अच्छा जानते हैं कि आतंकवादी सेना के वेश में न केवल पाकिस्तानी रेगुलर्स (नियमित सैनिक) बन गए अपितु उनकी विशेष फोर्स से भी हैं।
जमीन से जमीन पर 350 किमी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल का परीक्षण सफल
जमीन से जमीन पर 350 किमी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल का परीक्षण सफल
सामरिक बल कमान (एसएफसी) की मिसाइल इकाई ने आज सुबह देश में ही विकसित जमीन से जमीन पर मार करने वाली परमाणु शक्ति से सम्पन्न पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 350 किलोमीटर तक है। इसे ओडिशा तट के निकट चांदीपुर स्थित परीक्षण स्थल से छोड़ा गया था। रक्षा अनुसंधान विकास संगठन के रडारों, इलेक्ट्रा-ऑप्टिकल ट्रैकिंग प्रणाली और ओडिशा तट पर स्थित टेलीमेट्री स्टेशनों से मिसाइल की उड़ान की निगरानी की गयी। मिसाइल का निर्धारित लक्ष्य बंगाल की खाड़ी में स्थित था।
इस मिसाइल को भारत के प्रतिष्ठित समेकित मार्गदर्शित प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम (आईजीएमडीपी) के अंतर्गत रक्षा अनुसंधान विकास संगठन ने तैयार किया है। मिसाइल की उड़ान गतिविधियों का निरीक्षण करने के लिए कार्यक्रम निदेशक श्री अदालत अली, परियोजना निदेशक श्री एन. शिवा सुब्रमण्यम और अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी ने पृथ्वी-2 टीम को इस सफलता के लिए बधाई दी है।
प्रथम परमाणु पनडुब्बी, आईएनएस अरिहन्त की सफलता पर प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री ने बधाई दी
भारत में बनी प्रथम परमाणु पनडुब्बी, आईएनएस अरिहन्त पर लगे परमाणु प्रोपलशन रिएक्टर के चालू हो जाने पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का बधाई संदेश भारत में बनी प्रथम परमाणु पनडुब्बी, आईएनएस अरिहन्त पर लगे परमाणु प्रोपलशन रिएक्टर के चालू हो जाने पर प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने अपने बधाई संदेश में कहा कि मुझे यह जानकार अत्यन्त प्रसन्नता हुई है कि भारत में बनी प्रथम परमाणु पनडुब्बी, आईएनएस अरिहन्त पर लगे परमाणु प्रोपलशन रिएक्टर ने काम करना शुरू कर दिया है। मैं इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक सफलता पर उन सभी लोगों को बधाई देता हूं, जो इस उपलब्धि के लिए प्रयासरत रहे हैं। परमाणु ऊर्जा विभाग, भारतीय नौसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन इसके लिए विशेषरूप से बधाई के हकदार हैं।
आज की यह सफलता स्वेदशी प्रौद्योगिकी क्षमता बढ़ाने के हमारे प्रयासों में एक बड़ी छलांग है। यह बात का प्रमाण है कि हमारे वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और रक्षा कार्मिकों ने देश की सुरक्षा के लिए जटिल प्रौद्योगिकी हासिल करने में मिल कर काम किया है।
उन्होंने आईएनएस अरिहन्त के शीघ्र चालू हो जाने की कामना भी की | एंटनी ने आईएनएस अरिहन्त की सफलता पर रक्षा वैज्ञानिकों को बधाई दी
रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने आईएनएस अरिहन्त के परमाणु रिएक्टर के आज सुबह से चालू होने पर रक्षा वैज्ञानिकों और नौ सेना तथा अन्य संगठनों के कार्मिकों को बधाई दी है जिनके अथक प्रयासों से यह सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भता की दिशा में राष्ट्र की प्रगति में यह एक मील का पत्थर साबित होगी|
रक्षा मंत्री ने भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के बारे में अपने पूर्व ब्यान में आज संशोधन करके संसद में आये गतिरोध को समाप्त किया
रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी ने एल ओ सी के समीप भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के बारे में अपने पूर्व ब्यान में आज संशोधन करके संसद में आये गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास किया | आज के ब्यान में जहाँ एक तरफ उन्होंने देश की क्षमता का प्रदर्शन किया वहीं पाकिस्तान को भी चेतावनी दी| रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कहा कि नियंत्रण रेखा के नजदीक भारतीय गश्ती दल पर 6 अगस्त, 2013 को किए गए नृशंस और अकारण हमले ने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है। जब मैंने सदन में इस घटना की जानकारी दी, तब यह सरकार की जिम्मेदारी थी कि वह उन तथ्यों की जानकारी दे, जो उस समय उसके पास मौजूद थे और मेरा बयान उपलब्ध सूचना पर आधारित था।
सेना अध्यक्ष ने उस इलाके का अब दौरा कर लिया है और मामले की विस्तार से तहकीकात की है । अब यह स्पष्ट है कि हमले में पाकिस्तानी सेना से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त जवान शामिल थे, जिन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर के इलाके से नियंत्रण रेखा को पार करके हमारे बहादुर जवानों को मार दिया। हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तानी सेना की सहायता, सुविधा और अक्सर उसके प्रत्यक्ष रूप से शामिल हुए बिना नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की तरफ से कुछ नहीं हो सकता।
पाकिस्तान में जो लोग इस दुखद घटना और इस वर्ष के शुरू में दो जवानों की जघन्य हत्या के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें हर कीमत पर सजा़ मिलनी चाहिए। पाकिस्तान को आतंकवादी नेटवर्क, संगठनों और बुनियादी ढांचे को समाप्त करने के लिए स्पष्ट दृढ़ता दिखानी चाहिए और ऐसे प्रयास करने चाहिए जिनसे नवंबर, 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि निश्चित तौर पर पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों और नियंत्रण रेखा पर हमारे व्यवहार पर असर पड़ेगा।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे संयम को कमजोरी नहीं समझना चाहिए और हमारी सशस्त्र सेना की क्षमता को तथा हमारे इस दृढ़ निश्चय को कि हम नियंत्रण रेखा का उल्लंघन नहीं होने देंगे, कम करके नहीं आंका जाना चाहिए था।
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