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Tag: Delhi Electric Regulatory Commission

बिजली वालों ने अरविन्द केजरीवाल की बिजली कनेक्शन का बलात्कार किया

बिजली वालों ने अरविंद केजरीवाल के घर की बिजली काटी तो केजरीवाल ने खुद जोड़ लिया कटा कनेक्शन|
बिजली वालों ने आज आम आदमी पार्टी[आप] नेता अरविंद केजरीवाल के घर का बिजली कनेक्शन काट दिया जिसे बाद में केजरीवाल ने खुद जोड़ लिया. बिजली पानी आंदोलन के चलते अरविंद केजरीवाल के परिवार वालों ने भी मार्च महीने से ही गाजियाबाद स्थित अपने घर का बिजली का बिल नहीं भरा था जिसके चलते यूपी बिजली बोर्ड ने उनके कौशांबी स्थित गिरनार अपार्टमेंट के घर की बिजली काट दी.| गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कुछ कांग्रेस के वक्ताओं ने आप पार्टी पर आरोप लगाने शुरू कर दिए थे कि आप के नेता दूसरों को तो बिजली का बिल नही देने के लिए भड़का रहे हैं और खुद बिजली पानी के बिल भर रहे हैं |अब अरविन्द केजरीवाल की बिजली काट कर उन्होंने अपने ही कथन को जुठालाया है | अरविन्द केजरीवाल और मुख्य मंत्री शीला दीक्षित में मुह जबानी बहस के पश्चात अभी तक पवन खेडा के माध्यम से ही खतोखिताबत[पत्राचार] ही चल रही थीअब फिर से लड़ाई सड़क पर आती दिख रही है और सड़क की लड़ाई में आप अपने हाथ दिखा ही चुकी है कनेक्शन की इस कटौती से बेशक दिल्ली की सरकार ने रिक्शा टेम्पो के पर लगे पोस्टर वॉर से ध्यान हटाने का प्रयास किया है लेकिन बिजली के मुद्दे को चुनावों तक ज़िंदा रखने के लिए आप को यह अवसर मिल गया है|
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि “मैंने दिल्ली के लोगों से बिजली के बिल नहीं भरने की अपील की थी. मेरे परिवार ने तय किया कि बिल नहीं भरने से दिल्लीवासियों को जो परेशानी होगी उसे झेलने के लिए हम भी तैयार हैं इसलिए हमने मार्च से बिल भरना बंद कर दिया था. गांधीजी ने कहा था कि सरकार की गलत नीति का डटकर विरोध करना चाहिए और इस विरोध के चलते सरकार अगर सजा देती है तो उसे भुगतने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. मैंने सत्याग्रही का फर्ज निभाया और इसके सभी परिणाम भुगतने को तैयार हूं.”
आप पार्टी ने दिल्ली में पानी और बिजली के नाजायज बिलों के खिलाफ सत्याग्रह शुरू किया था. पार्टी ने सबूतों के साथ बिजली के बढ़े दामों का सच जनता के सामने रखा था कि किस तरह शीला दीक्षित खुलेआम बिजली कंपनियों को भारी मुनाफा पहुंचा रही हैं और इसका खामियाजा आम आदमी को महंगी बिजली के रूप में चुकाना पड़ रहा है. शीला दीक्षित की इस मिलीभगत के चलते ही दिल्ली में बिजली के दाम दो साल में दोगुना से ज्यादा बढ़ा दिए गए.
इस मुद्दे पर दिल्लीवासियों को एकजुट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने मार्च महीने में 15 दिनों का अनशन किया था. उन्होंने जनता से आह्वान किया था कि बिजली और पानी के नाजायजों बिलों के प्रति अपना विरोध जताने के लिए वह बिलों का भुगतान रोक दे. अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली में उन घरों के बिजली के कटे कनेक्शन जोड़ रहे हैं जिनकी बिजली, निजी बिजली कंपनियों ने बिलों का भुगतान न कर पाने के कारण काट दी थी.

बिजली पानी की दरों पर पुनर्विचार के लिए आप के साड़े दस लाख पत्रों को दिल्ली सरकार ने डी ई आर सी को भेजा

आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली सरकर को डिलीवर किये गए साड़े दस लाख पत्रों को डी ई आर सी के मैदान में डायवर्ट कर दिया गया है| प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजली पानी बिलों की सर्पाकार चाल के खिलाफ साड़े दस लाख पत्रों को दिल्ली सरकार ने डी ई आर सी को भेजा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली की सरकार ने सभी साड़े दस लाख पत्रों को आगे की कार्यवाही के लिए डी ई आर सी को भेज दिए हैं|यह संस्था बिजली रेट्स की नियामक[REGULATORY ] बाडी है अब बताया जा रहा है के इस संस्था ने इन पत्रों पर विचार करने के लिए आपत्तियां माँगी हैंजिसके लिए विज्ञापन के माध्यम से दो दिनों में दिल्ली वासिओं से आपत्तियां माँगी गई है| उल्लेखनीय है के यह प्रतिक्रिया पहले भी अपनी गई थी लेकिन उसके कोई पश्चात बिजली के रेट्स बड़ा दिए गए थे |इसके विरुद्ध आप पार्टी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन छेड़ कर साड़े दस लाख विरोध पत्र इकट्ठा किये और दिल्ली की सरकार को पहुंचाए थे| |
व्यंग