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आप” ने दिल्ली में नया ट्रांसपोर्ट घोटाला उजागर किया और दुर्गा शक्ति नागपाल को पार्टी ज्वाईन करने का न्यौता भी दिया

आम आदमी पार्टी[आप]ने दिल्ली सरकार का एक और घोटाला उजागर करने और उसकी जांच जनलोकायुक्त से कराने की घोषणा की है|
“आप ” ने निलंबित एस डी एम् दुर्गा शक्ति नागपाल को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ पार्टी टिकट पर दिया चुनाव लड़ने का न्यौता भी दिया है|
लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरीं शीला दीक्षित की दिल्ली सरकार का एक और भ्रष्टाचार उजागर हुआ है| संचार माध्यमों से परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री अनिल चिकारा की एक सी डी चैनलों पर दिखाई जा रही है,| वाहन फ़िटनेस प्रमाणपत्र (Vehicle Fitness Certificate) जारी करने के ठेकों में भारी गड़बड़ियों को उजागर करने पर उन्होंने जान-माल का खतरा बताया है. उनके अनुसार बिना टेंडर के अपनी मनचाही कम्पनी से रिश्वत लेकर काम देने का यह खुलासा जो वो कर रहे हैं, उसके कारण उनकी जान को खतरा हो गया है. इस सी डी में उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें कुछ भी हुआ तो इसकी सीधी ज़िम्मेदार दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित होंगी।
‘आप पार्टी’ ने घोषणा की है कि दिल्ली में सरकार गठन के 15 दिन के अंदर अन्ना हज़ारे वाला जनलोकपाल कानून पास कराया जाएगा और इस जनलोकायुक्त को सरकार की ओर से जो पहली तीन जांच करने के लिए कहा जाएगा उनमें
[1]बिजली घोटाला,
[२]पानी घोटाला और
[३] ट्रांसपोर्ट घोटाला होगा।
उत्तर प्रदेश में भी खनन माफ़िया के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली ईमानदार भा. प्र.अधि. दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ पहले दिन से आन्दोलन कर रही है.|
आज ग्रेटर नोएडा में तीन दिन से अनशन कर रहीं ‘आम आदमी पार्टी’ की कार्यकर्त्ता सविता शर्मा और चन्द्रमोहन शर्मा को समर्थन देने पहुँचें डॉ. कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया ने उनका अनशन तुड़वाया और ‘आम आदमी पार्टी’ की राजनीतिक सलाह कमिटी के निर्णय से कार्यकर्त्ताओं को अवगत कराते हुए श्रीमति दुर्गा शक्ति नागपाल को खुला आमंत्रण दिया कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में इस भ्रष्ट दमनकारी सरकार के मुखिया श्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ के प्रत्याशी के रूप में नामांकन करें.
‘आम आदमी पार्टी’ अपनी पूरी शक्ति से उन्हें चुनाव लड़वाकर लोकसभा में पहुंचायेगी ताकि वहाँ ऐसा कानून बनाया जा सके जिससे आगे किसी ईमानदार अधिकारी का दमन माफ़िया राज पर चलने वाली कोई भी भ्रष्ट सरकार न कर सके.

आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार को हराने के लिए चुनावों में ” झाड़ू” लेकर उतरेगी

आम आदमी पार्टी [आप] को झाड़ू [ ‘Broom’ ]चुनाव चिन्ह आवंटित हो गया है | एलेक्शन कमीशन द्वारा जारी इस चुनाव चिन्ह को प्राप्त करके पार्टी ने प्रसन्नता व्यक्त की है| सोश्लाईट से पोलिटिक्स में आये और दिल्ली में भाग्य आजमाने उतरे अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का कहना है कि झाड़ू श्रम गरिमा+गौरव का महत्त्व स्थापित करता है अब इस झाड़ू के चुनाव चिन्ह से दिल्ली की समस्त ७० विधान सभाओं में राजनीती+प्रशासन पर जमी दशकों की गर्द को साफ किया जायेगा| भ्रष्ट सरकार को साफ़ किया जाएगा| और इस झाड़ू के चिन्ह को ३ अगस्त को लांच किया जाएगा|सी एस डी एस+सी वोटर+टोटल टी द्वारा कराये गए सर्वेक्षणों के नतीजों से उत्साहित पार्टी ने इस चुनाव चिन्ह से दिल्ली की सरकार को साफ़ करने का संकल्प दोहराया है|

बिजली पानी की दरों पर पुनर्विचार के लिए आप के साड़े दस लाख पत्रों को दिल्ली सरकार ने डी ई आर सी को भेजा

आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली सरकर को डिलीवर किये गए साड़े दस लाख पत्रों को डी ई आर सी के मैदान में डायवर्ट कर दिया गया है| प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजली पानी बिलों की सर्पाकार चाल के खिलाफ साड़े दस लाख पत्रों को दिल्ली सरकार ने डी ई आर सी को भेजा सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली की सरकार ने सभी साड़े दस लाख पत्रों को आगे की कार्यवाही के लिए डी ई आर सी को भेज दिए हैं|यह संस्था बिजली रेट्स की नियामक[REGULATORY ] बाडी है अब बताया जा रहा है के इस संस्था ने इन पत्रों पर विचार करने के लिए आपत्तियां माँगी हैंजिसके लिए विज्ञापन के माध्यम से दो दिनों में दिल्ली वासिओं से आपत्तियां माँगी गई है| उल्लेखनीय है के यह प्रतिक्रिया पहले भी अपनी गई थी लेकिन उसके कोई पश्चात बिजली के रेट्स बड़ा दिए गए थे |इसके विरुद्ध आप पार्टी ने सविनय अवज्ञा आन्दोलन छेड़ कर साड़े दस लाख विरोध पत्र इकट्ठा किये और दिल्ली की सरकार को पहुंचाए थे| |
व्यंग

आम आदमी पार्टी १९ मई को दिल्ली के सभी विधायकों का घेराव करेगी:विधायकों ने दी टाँगे तोड़ने की धमकी .

आम आदमी पार्टी [आप] ने लगता है कि दिल्ली कि राजनीति में अपना प्रभाव स्थापित कर लिया है तभी पार्टी के हर कदम पर सरकार के साथ अब सत्ता रुड दल के विधायकों की बौखलाहट सामने आने लगती है | दिल्ली पोलिस के बल पर अपना प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिशें शुरू हो जाती हैं| अब तो विधायक गण अपनी कुंठा निकालने के लिए आम आदमी पार्टी को के कार्यकर्ताओं को धमकी भी देने लग गए हैं||यह आरोप आप पार्टी ने लगाते हुए १९ मई की सुबह विधायकों का घेराव करने का एलान किया है |
पार्टी की प्रवक्ता अस्वति मुरलीधरन ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि जनता के सवालों पर दिल्ली के विधायक कितने बौखला जाते हैं इसकी बानगी आज दिल्ली में कई जगह देखने को मिली. जंगपुरा से कांग्रेस विधायक तर्जिंदर मारवाह ने तो आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धमकी ही दे दी की अगर “कल जनता को लेकर आये तो टांगे तुड़वा दूंगा”. लक्ष्मी नगर से कांग्रेस विधायक और सरकार में वरिष्ठ मंत्री डॉक्टर ए. के. वालिया के यहाँ कल के लिए मुलाकात का समय मांगने गए कार्यकर्ताओं को वालिया के स्टाफ ने पुलिस बुला कर थाने में बंद करवा दिया.
यह भ्रष्ट विधायकों की जनता के सवालों से बचने की ऐसी कोशिश है जिसमे वो कामयाब नहीं हो पायेगें. आम आदमी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता कल दिल्ली के सभी विधायकों का घेराव करेंगे और जनता के साथ मिलकर बिजली-पानी के बेहताशा बढ़ते दाम और महिलाओं की सुरक्षा से सम्बंधित सवालों पर जवाब मांगेंगे.
हर इलाके में बड़ी संख्या में लोग अपने-अपने क्षेत्र के विधायक के घर पहुचेंगे और उनसे निम्नलिखित तीन सवाल पूछेंगे-
[१]. बिजली-पानी के दम जब बेतहाशा बढ़ाये जा रहे थे तब अपने विधान सभा में कितनी बार आवाज़ उठाई?
[२]. DERC के चेयरमैन ब्रिजेंदर सिंह ने बिजली के दम आधे से भी कम करने का आदेश बनाया तो शीला दीक्षित ने उसे रुकवा दिया. तब अपने इसके खिलाफ क्या किया था?
[3.] हमारी बहु-बेटियों की सुरक्षा के लिए आपने क्या प्रयास किया? जब पूरी दिल्ली दामिनी और गुड़िया के साथ हुए अन्याय के खिलाफ सडकों पर पुलिस की लाठियां खा रही थी तब आप कहाँ थे?
यह जनता के सुलागते सवाल हैं और जनता जानना चाहती है कि उनके विधायक ने आख़िरकार पिछले 5 साल में विधानसभा में बैठकर क्या किया?
कल के लिए हर विधायक के यहाँ चिट्ठी देकर सूचना दी गई है कि कल सुबह 11 बजे जनता आपसे सवाल पूछने आएगी. दिल्ली के कई विधायकों ने ये चिट्ठी आसानी से स्वीकार कर ली लेकिन कई ने तो मिलने की चिट्ठी लेने तक को मना कर दिया.
कांग्रेस के ही एक और विधायक (मुस्तफाबाद से) हसन अहमद से जब कार्यकर्ताओं ने मिलने का समय माँगा तो थोड़ी देर बाद कार्यकर्ताओं के पास इलाके के SHO का धमकी भरा फ़ोन आ गया.
· उधर कोंडली में कांग्रेस विधायक अम्बरीश गौतम के बेटे ने मिलने की चिट्ठी तो ले ली लेकिन रिसीविंग मांगने पर कार्यकर्ताओं को धमकाने लग गये कि हिम्मत है तो आप लोग UP में काम करो.
· सबसे अधिक अहंकार की गंध राजौरी गार्डन के कांग्रेसी विधायक के बयान से आती है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘हम लोग राज घराने से है और राज करना हमारा अधिकार है. उन्होंने कहा झुग्गी-झोपड़ी में कोई मेरे सामने मुहं खोलता है तो मैं एक चांटे में उसका मुहं बंद कर देता हूँ’. चंदेला ने राजौरी गार्डन विधानसभा के कई इलाकों के नाम लेते हुए, AAP कार्यकर्ताओं को वहां न जाने की चेतावनी भी दी.
· [ Exceptions] हालांकि सभी विधायक चिट्ठी लेने या मिलने से मना कर रहे हों ऐसा नहीं है. उत्तम नगर से कांग्रेस विधायक मुकेश शर्मा ने तो चुनौती दी है कि आप मुझसे सवाल पूछिए और मैं आपसे सवाल करूंगा. नजफगढ़ में INLD (इंडियन नेशनल लोक दल) विधायक भारत सिंह ने भी कार्यकर्ताओं को घर पर आने को कहा है. ग्रेटर कैलाश से BJP विधायक वी. के. मल्होत्रा के स्टाफ ने भी आराम से चिट्ठी ले ली और कल 11 बजे मिलने का समय दिया है.
आम आदमी पार्टी राजनीति के इसी दोगलेपन का उजागर करेगी. कल 19 मई को सुबह 11 बजे सभी इलाकों में विधायकों का घेराव कर उनसे जनता के सवालों का जवाब माँगा जायेगा. पार्टी कार्यकर्ता मनीष सिसोदिया कल पुलिस बुलाने वाले ए.के. वालिया के घर जाकर सवाल करेंगे. मनीष सिसोदिया का घर पांडव नगर इलाके में है जो ए. के. वालिया के विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मी नगर में ही आता है. पार्टी के दूसरे सदस्य संजय सिंह, खुद को राजा कहने वाले राजौरी गार्डन के विधायक चंदेला के घर, जनता के सवाल लेकर जायेंगे. वहीँ गोपाल राय बाबरपुर विधानसभा के विधायक नरेश गौड़ के घर का घेराव करेंगे.

बिजली पानी सम्बंधित पत्र तो लिए नहीं फिर दिल्ली सरकार ने किस चमत्कारी यन्त्र से इनकी सत्यता जाँची

असहयोगियों के बिजली पानी सम्बंधित पत्र तो लिए नहीं फिर दिल्ली सरकार ने किस चमत्कारी यन्त्र से इनकी सत्यता जाँची यह यक्ष्य प्रशन आप पार्टी के नेता मनीष शिशोदिया ने आज उठाया है|आम आदमी पार्टी[आप] को एक बार फिर आन्दोलन छेड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है|अब की बार दिल्ली की प्रदेश सरकार स्वयम यह अवसर प्रदान करती दिख रही है| आप पार्टी और दिल्ली की सरकार में आये गतिरोध के टूटने की कोई संभावना नही बनी है|आप द्वारा एकत्र साडे दस लाख पत्रों को प्राप्त करवाने के स्थान पर अब दिल्ली सरकार ने इन पत्रों की सत्यता पर सवालिया निशान लगाने शुरू कर दिए है|इस पर आप पार्टी के नेता मनीष शिशोदिया ने दिल्ली सरकार की हट धर्मी पर सवालिया निशान लगाते हुए पूछा है के जब पहले मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के निवास से ५ किलोमीटर पहले ही सत्याग्रहियों को रोक कर उन्हें लौटा दिया गया और अभी तक असहयोगियों के साडे दस लाख पत्रों को प्राप्त करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है |सारे पत्र आप पार्टी के पोजेशन में हैं ऐसे में दिल्ली सरकार ने किस चमत्कारी यंत्र से इन पत्रों की सत्यता की जांच करने में सफलता प्राप्त कर ली है?
गौरतलब है के आम आदमी पार्टी [आप]के, बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार को लेकर, 23 अप्रैल को दिल्ली की मुख्य मंत्री को लिखे पत्र पर अभी तक दिल्ली सरकार की तरफ से कोई उत्तर नहीं दिया गया है |अरविन्द केजरीवाल द्वारा बिजली पानी के बिलों को लेकर लिखे पत्र पर दिल्ली सरकार का मौन जारी है जबकि आप ने २८ अप्रैल तक का नोटिस दिया हुआ है| आप पार्टी के नेता मनीष शिशोदिया ने फोन पर बताया है कि श्री मति शीला दीक्षित कि तरफ से कोई कार्यवाही की सूचना नहीं आई है |उलटे साडे दस लाख दिल्ली वासिओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए उनकी सत्यता पर प्रशन चिन्ह लगाए जा रहे हैं|यह सत्ता का दंभ ही दर्शाता है|
मालूम हो कि दिल्ली में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार को लेकर आप पार्टी ने १५ दिन तक असहयोग आन्दोलन छेड़ा था जिसके फलस्वरूप साडे दस लाख दिल्ली वासियों ने आप पार्टी के माध्यम से दिल्ली सरकार को पत्र लिखे हैं|इन्हें डिलीवर करने के लिए पहले दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के निवास की तरफ मार्च किया गया था|जिसे दिल्ली पोलिस की सहायता से असफल कर दिया गया था|उस समय कहा गया था कि आप पार्टी ने पूर्व सूचना नहीं दी थी संभवत अब २३ अप्रैल को पूर्व सूचना के तौर पर आप पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती दीक्षित को पत्र लिख कर यह ओपचारिकता पूरी कर दी है|लेकिन अभी तक असहयोगी बने साडे दस लाख दिल्ली वासियों के पत्रों को रिसीव करने के लिए दिल्ली की सरकार द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है|उलटे अब असहयोगियों के पत्रों पर प्रश्न चिन्ह लगा कर टकराव का रास्ता बनाया जा रहा है |अब चूंकि आप पार्टी द्वारा दी गई डेड लाईन[२८ अप्रैल ] तक गतिरोध टूटने के कोई आसार नज़र नही आ रहे ऐसे में जंतर मंतर पर बिजली +पानी के बिलों से पीड़ित दिल्ली वासियों का एकट्ठ होगा और वहां से दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के निवास की तरफ मार्च की भूमिका बन गई है|