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AAP’s Student Wing Releases Kuldeep Bidhuri For President ship Of Delhi University

[New Delhi] AAP’s Student Wing Releases Kuldeep Bidhuri For President ship Of Delhi University
Going strong with each passing day as the voting day for the Delhi University election approaches, CYSS, the student wing of the Aam Aadmi Party today released its names of the Panel for elections. The names of the CYSS candidates for Delhi University Central panel are:
[1]Kuldeep Bidhuri – President
He is a second year B.A. Prog student from PGDAV college. He has served as PGDAV Student Union Central Councillor 2014-15. He has actively worked for the welfare of student.community.
[2]Rahul Raj Aryan – Secretary
A student of Hindu College.He is a final year student of M.A. Pol(H) Hindi.He is a university gold medalist and a national level debater.
[3]Garima Rana – Vice President
She is a state level badminton player. Holding a brilliant academic record she was a merit holder at state level. She is a second year Zoology(H) student at Hindu college.
[4]Hitanshi Chauhan – Joint Secretary
She is a second year B.A. Prog student at Satyawati College(M). She was student union Central Councillor 2014-2015. She is a university level debater.
She is gold medalist and a national level debater.

किरोड़ीमल कॉलेज के वित्तीय कुप्रबन्धक प्रधानाचार्य एसपी गुप्ता को हटाया

[नयी दिल्ली]किरोड़ीमल कॉलेज के वित्तीय कुप्रबन्धक प्रधानाचार्य एसपी गुप्ता को हटाया | दिनेश खट्टर होंगें नए प्रिंसिपल
दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कालेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल को वित्तीय कुप्रबंधन के आरोपों के बाद तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है।
कल रात शासकीय ईकाई [जीबी]की बैठक में यह फैसला किया गया।
शासकीय ईकाई के एक सदस्य के अनुसार “जीबी” ने फैसला किया है कि कार्यवाहक प्रिंसिपल एसपी गुप्ता को उनके खिलाफ जांच लंबित रहने तक पद से हटा दिया जाए और गणित विभाग के दिनेश खट्टर प्रिंसिपल के तौर पर प्रभार संभालेंगे।’’ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग :यूजीसी: द्वारा 2012-13 में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा [नेट] आयोजित कराने के लिए फंड के कुप्रबंधन के आरोपों की पृष्ठभूमि में यह फैसला आया है।
आरोपों की जांच के लिए यूजीसी द्वारा बनायी गयी एक कमेटी ने पाया कि पांच परीक्षाओं- नेट के तीन चरणों और शिक्षा अधिकारियों की भर्ती के लिए कॉलेज को आवंटित फंड को लेकर प्रधानाचार्य ने 1.5 करोड़ रूपये में 89,22,161 रूपये के लिए समुचित दस्तावेज पेश नहीं किया।

डी यूं ने अपनी हटधर्मिता छोड़ते हुए चार साल के विवादित ऍफ़ वाई यूं पी को स्क्रैप किया

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने केंद्र सरकार से टकराव को अवॉयड करते हुए चार साल के स्नातक कार्यक्रम [FYUP] को स्क्रैप कर दिया
यूजीसी के दबाव के आगे अपनी हट धर्मिता छोड़ते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय[डीयू] ने आज अपने विवादास्पद चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम[FYUP] को रद्द कर दिया और तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम के पुराने ढांचे को फिर से अपनाने की घोषणा करके विवाद को समाप्त करने की पहल कर दी है |
यूं पी ऐ सरकार के कार्यकाल से ही विवादों में घिरे डीयू के कुलपति प्रो दिनेश सिंह द्वारा जारी बयान में सभी संबद्ध विश्वविद्यालयों के प्राचार्यो से नये सत्र में दाखिला शुरू करने को कह दिया गया है। इससे हजारों छात्रों को राहत मिलेगी लेकिन जिन छात्रों ने बीते वर्ष ऍफ़ वाई यूं पी कोर्स में एडमिशन लिया था उनके भविष्य या उन्हें क्षतिपूर्ति के विषय में कोई घोषणा नहीं की गई है |गौरतलब है कि यूं पी ऐ के कद्दावर मंत्री कपिल सिब्बल के कार्यकाल में इमरजेंसी शक्तियों का प्रयोग करते हुए डी यूं में यह FYUPलागू किया गया था जिसके अंतर्गत तीन वर्ष का स्नातक कोर्स चार वर्ष का कर दिया गया|एक वर्ष के लिए अतिरिक्त फाउंडेशन कोर्स लागू किया गया लेकिन उस कोर्स की गुणवत्ता और स्तर भी हमेशा शिक्षक और छात्र संघों की आलोचना के शिकार होते रहे| इस विवादित कोर्स के रोल बैक की मांग उठती रही है |

कपिल सिब्बल की डी यूं में चार साल के ग्रेजुएशन की घरैड को अब बहुरानी स्मृति ईरानी भुगत रही हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये नई सरकार तो उच्च शिक्षा का भी बेड़ा गर्क करने पर तुल गई है |मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने यूं जी सी को [स्वायत ] दिल्ली यूनिवर्सिटी से भिड़ा दिया है |
केंद्र सरकार के अधीन यूं जी सी कह रही है कि ग्रेजुएट कोर्स चार साल के बजाय तीन साल का करो|ये तो डी यूं के लिए “करो तो भी मरो और न करो तो भी मरो” वाली स्थिति हो गई| डी यूं अगर यूं जी सी का पालन करके तीन साल का ग्रेजुएशन कोर्स करती है तो पुराने मंत्री कपिल सिब्बल से बुरा बनती है और अगर पालन नहीं करती तो मिलने वाले अनुदान+और डिग्री मान्यता दोनों हाथ से निकल सकते हैं|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी पुरानी कहावत है कि “बिच्छू के काटे का मंतर आता नहीं चले हैं सांप के बिल में हाथ देने” अरे अपने देश में चालू तीन वर्षीय शिक्षा नीति का सही तरह से पालन कराने के बजाय विदेशी तर्ज पर चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स करा डाला और चौथे साल के कोर्स को तैयार करने की कुछ तैयारी भी की नहीं |इसीलिए छात्रों ने भी बगावत की हुई है | आप जी की सरकार तो एक चतुर सास की तरह घरैड डाल कर निकल गई और ५०००० से ज्यादा छात्रों को एक साल के अप्रभावी कोर्स के लिए एक्स्ट्रा एक साल गवाना पड़ रहा है और खर्चा भुगतना पड़ रहा है |बेचारी नई नई बहुरानी स्मृति ईरानी को इस तीन और चार साल के गणित के सवाल हल करने के लिए माथा पच्ची करनी पड़ेगी | वैसे झल्ले विचारानुसार यह पहली बार नहीं हुआ है यूं पी टी यूं ने दशक पररव तीन साल का होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा शुरू कराया था उस समय कहा गया था कि यह डिप्लोमा ग्रेजुएशन के समान है लेकिन कोर्स पूरा होते ही सभी कुछ बदल गया अब वह तीन साल का डिप्लोमा केवल डिप्लोमा ही है और सैकड़ों छात्र अपनी किस्मत को रो रहे हैं |

फैसले से 64,000 छात्र प्रभावित होंगे।

स्मृति ईरानी ने शैक्षणिक डिग्री विवाद पर विराम लगाने के लिए डी यूं के निलंबित पांच कर्मियों की बहाली की अपील की

स्मृति ईरानी ने शैक्षणिक विवाद पर विराम लगाने के लिए डी यूं के निलंबित पांच कर्मियों की बहाली की अपील की|स्मृति ईरानी के अनुसार राजनीती में आने के पश्चात किसी भी आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए और वे उसके लिए तैयार हैं |
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के विवाद को विराम लगाने के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के निलंबित पांच कर्मियों की बहाली की अपील की है |
स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया है के दिल्ली विश्वविद्यालय एक स्वायत्त संस्था हैलेकिन फिर भी एक मंत्री की नहीं वरन एक सामान्य नागरिक की हैसियत से उप कुलपति से अनुरोध करती हूँ के निलंबित कर्मचारियों को बहाल किया जाये|
बीते दिन केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की शिक्षा से जुड़े तथ्यों को लीक किये जाने के आरोप में ओपन लर्निंग स्कूल के पांच नॉन टीचिंग स्टाफ को पास वर्ड डिकोड करके लीक करने के दोषी पाया गया था |
इससे पूर्व कांग्रेस के नेता अजय माकन ने स्मृति ईरानी की शिक्षा को लेकर सवाल उठाये थे जिसके उत्तर में स्मृति ने कहा था कि डिग्री के बजाय उनकी योग्यता के आधार पर मूल्यांकन किया जाना चाहिए

द हिन्दू:एन अल्टरनेटिव हिस्ट्री वेंडी डोनेगर की विकृत मानसिकता का परिचायक ;सुब्रमणियम स्वामी

भाजपा के नेता सुब्रामणियम स्वामी ने पुस्तक ‘द हिन्दू : एन अल्टरनेटिव हिस्ट्री को विकृत इतिहास लेखन और इसकी लेखिका शिकागो विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर वेंडी डोनेगर को विकृत मानसिकता का परिचायक बताया
दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट यूनियन ला सेन्टर – 1 तथा संस्कृति द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि ऐसा विकृत इतिहास लेखन लेखिका की विकृत मानसिकता का परिचायक है. |सभा को संबोधित करते हुए चेतावनी भरे अन्दाज़ में डा. स्वामी ने कहा कि यदि लेखिका वेंडी डोनेगर भारत में आती है और उन पर भारतीय दंड संहिता अंतर्गत मुकदमा चलाया जाय तो लेखिका को सारी उम्र जेल में बिताना पडेगा.
भारतीय संविधान तथा भारतीय दंड संहिता की धाराओं को पढकर बताते हुए कहा कि भारतीय दंड संहिता अंतर्गत लेखिका वेंडी डोनेगर के ऊपर एक नही कई मुकदमें दायर किया जा सकता है. |
भारत के मानचित्र में कश्मीर नही दिखाना भारतीय संविधान के विरुद्ध है. संविधान में मौलिक अधिकार संबंधी भाग में जो स्वतंत्रता के अधिकार दिए गए हैं इसमें व्यक्ति के विचारों की अभिव्यक्ति प्रमुख है. लेकिन संविधान में जितने मौलिक अधिकार दिए गए हैं, उनमे से कोई भी अधिकार ‘असीमित’ नही है. सभी अधिकारों पर कुछ न कुछ सीमाएँ हैं. इस अवसर पर डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शिक्षा बचाओ आन्दोलन समिति के मीडिया विभाग द्वारा लिखित एक पुस्तक “सफलता की कहानी” का विमोचन किया.
ध्यातव्य है कि 10 फरवरी 2014 को दीनानाथ बत्रा तथा अन्य और पेगुइन पब्लिसर्स के मध्य में सिविल सूट नं. 360/2011 के मध्य अनुबंध हुआ है जिसमें पेगुइन बुक इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने तत्काल प्रभाव से ‘द हिन्दू : एन अल्टरनेटिव हिस्ट्री’ की पुस्तक को तत्काल वापस ले लिया था तथा पकाशक पेंगुईन द्वारा अपने खर्च पर सम्पूर्ण पुस्तकें देश से एकत्रित करा ली जाएगी और उनको नष्ट कर दिया जाएगा. यह पुस्तक पुनः से प्रकाशित नहीं होगी. पुस्तक में हिन्दु देवी-देवताओं का अपमान, क्रान्तिकारियों तथा इतिहास को विकृत रूप से प्रस्तुत करने के परिणामस्वरूप यह मुकदमा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश साकेत की अदालत में केस दर्ज किया गया था.
शिक्षा बचाओ आन्दोलन समिति के संयोजक दीनानाथ बत्रा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार की आपत्तिजनक पुस्तकों से भारत पर ‘बौद्धिक आक्रमण’ के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि धूमिल की जा रही है, जो कि असहनीय है. हम इस प्रकार के बौद्धिक-आक्रमण का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है.
शिक्षा बचाओ आन्दोलन समिति के सह संयोजक अतुल कोठारी ने कहा कि लेखिका वेंडी डोनेगर की पुस्तक ‘द हिन्दू : एन अल्टरनेटिव हिस्ट्री’ को अब सन्दर्भ के रूप में उपयोग नही किया जा सकेगा. यह बहुत बडी बात है. देश के नौजवानों को इस प्रकार के बौद्धिक – आक्रमण के खिलाफ आगे आना चाहिए.
शिक्षा बचाओ आन्दोलन समिति के मीडिया प्रभारी राजीव गुप्ता ने मीडिया को बताया कि व्यक्ति की स्वतंत्रता वहीं खत्म हो जाती है, जहाँ से दूसरे की नाक शुरू होती है. अत: हमें यह दूसरे के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को ध्यान में रखकर ही आचरण करना चाहिए.
दिल्ली विश्वविद्यालय के स्टूडेंट यूनियन ला सेन्टर – 1 तथा संस्कृति द्वारा आयोजित संगोष्ठी में विधि संकाय के डीन डा. अश्वनी बंसल तथा दिल्ली विश्वविद्यालय संस्कृति प्रमुख सौरभ समेत लगभग 300 विद्यार्थियों से ने भाग लिया.