झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ
भाजपाई चेयर लीडर
ओये झल्लेया इन कांग्रेसियों की बुढ़ापे में पोल खुलने लगी है|देख तो दूसरों को नैतिकता का पाठ पढने वाले नारायणदत्त तिवारी के बाद अब दिग्विजय सिंह ने भी बुढ़ापे में आकर कितनी बेशर्मी से अपने प्रेम प्रसंगों को केवल स्वीकार ही नहीं किया वरन ब्याह भी रचा लिया |ओये झल्लेया अब तो इनके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के विषय में भी शक पैदा होने लगा गया
झल्ला
ओ मेरे चतुर सेठ जी आपजी को मालूम होणा चाहिए कि बुढ़ापे व्हिच इश्क न छड्डे कुछ वी पल्ले बस हो जांदी ये बल्ले बल्ले
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