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अमेरिकी कांग्रेस ने 740 अरब $ के रक्षा विधेयक पर ट्रंप के वीटो को किया खारिज

अमेरिकी कांग्रेस ने 740 अरब $ के रक्षा विधेयक पर ट्रंप के वीटो को किया खारिज
कार्यकाल के अंतिम दिनों में यह बड़ा झटका है।
नव वर्ष के दिन आयोजित विशेष सत्र में रिपब्लिकन बहुल सीनेट ने राष्ट्रपति के वीटो को आसानी से खारिज कर दिया और 740 अरब डॉलर के विधेयक को लेकर ट्रंप की आपत्ति को दरकिनार करते हुए उन्हें ऐसे समय में झटका दिया है, जब उनका कार्यकाल महज कुछ ही सप्ताह में समाप्त होने जा रहा है।
सीनेट ने 81-13 के बहुमत वोट से ट्रंप के वीटो को खारिज कर दिया। इस विधेयक में अमेरिकी सैनिकों के वेतन में तीन फीसदी बढ़ोतरी और रक्षा नीति से संबंधित नियम हैं जिससे सैनिकों की संख्या, नई हथियार प्रणाली, सैन्य तैयारियों और सैन्यकर्मियों से जुड़ी नीतियों और अन्य सैन्य लक्ष्यों से जुड़े फैसलों पर मुहर लगाई गई है।
इस विधेयक को मंजूरी मिलने पर ही सैन्य निर्माण समेत कई अन्य कार्यक्रम प्रभावी होते हैं।
फ़ाइल फोटो

प्रवासी भारतीय अमेरिका में अपनी साँसों को एलेक्शन्स तक काबू में रखें

20130908_004#प्रवासी भारतीय
ओए झल्लेया! ये हसाडे नाल #अमेरिका में क्या मजाक हो रहा है ??
ओये #केलिफोर्निया के न्यायाधीश जेफरी वाइट ने #एच1वीजा पर पाबंदी के प्रेजिडेंट #डोनाल्डट्रंप के अमानवीय निर्णय को पलट कर हमें राहत की सांस दी तो सांसद ब्रुक्स ने #प्रतिनिधिसभा मे विधेयक पेश करके हमारी साँसों की रफ्तार बढ़ा दी।ओये हमारे दम पर यहां का टूरिज्म +रियल एस्टेट और आई टी छेत्र आबाद है और हमे ही परेशान किया जा रहा है
#झल्ला
सर् जी चुनांवों तक साँसों को काबू में रखो।ऐसा उतार चढ़ाव तो होता रहेगा

सोनिया और राहुल ने कोविड को लेकर पीएम मोदी पर हमला किया

(नई दिल्ली) सोनिया और राहुल ने कोविड को लेकर पीएम मोदी पर हमला किया
सोनिया और राहुल ने कोविड को लेकर अलग अलग पीएम मोदी पर हमला किया #कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने सांसदों के वेतन से कटौती के सुझाव का तो स्वागत किया लेकिन इसके साथ ही उन्होंने सरकार के विज्ञापन आदि के खर्च में भी 30 फीसदी की कटौती और ‘सेंट्रल विस्टा’ परियोजना के स्थगन का सुझाव दिया
इसके अलावा उन्होंने मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर दो वर्ष की रोक लगाने की भी मांग कर डाली
अब जाहिर है प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर विदेशों में यात्राएं करते आ रहे हैं
इसके अतिरिक्त जीवन रक्षा दवाओं के निर्यात पर से अस्थाई रोक हटाने के नवीनतम फैंसले पर राहुल गांधी ने कहा के
भारत को सभी देशों की सहायता करनी चाहिए लेकिन जीवनरक्षक दवाइयां पहले भारतीयों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए
विदेश मंत्रालय के नए बने प्रवक्ता श्रीवास्तव के अनुसार भारत ने प्रत्येक मामले के हिसाब से पड़ोसी देशों समेत अन्य को मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन निर्यात करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस वैश्विक से निपटने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप यह फैसला किया गया है। जबकि सोशल मीडिया में यह खबर वायरल हो रही है के मलेरिया आदि दवाओं के लिए यू एस प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को चेतावनी दी है तभी भारत ने दवाओं के निर्यात पर लगाई रोक को मात्र दो हफ्तों में ही वापिस ले लिया है

ई-सिगरेट पर अध्यादेश जारी:एक साल तक की सजा+एक लाख रु तक का जुर्माना

[नयी दिल्ली]ई-सिगरेट पर अध्यादेश जारी:एक साल तक की सजा+एक लाख रु तक का जुर्माना
अमेरिका में ट्रम्प ने भी इस पर प्रतिबन्ध लगाया है|
केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रानिक सिगरेट यानी ई- सिगरेट के उत्पादन, बिक्री, भंडारण, प्रचार, लाने-ले जाने और आयात- निर्यात को प्रतिबंधित करने के लिए बृहस्पतिवार को एक अध्यादेश जारी किया।
अध्यादेश के अनुसार,
पहली बार इसका उल्लंघन करने वालों को एक साल तक की सजा होगी और एक लाख रुपये तक का जुर्माना लगेगा। इस प्रतिबंध का लगातार उल्लंघन करने वालों को
तीन साल तक की सजा हो सकती है या पांच लाख रुपये का जुर्माना भी हो सकता है या दोनों सजाएं साथ हो सकती हैं।
ई-सिगरेट का भंडारण करने पर अब छह महीने तक की जेल की सजा हो सकती है और 50,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है या जेल की सजा और जुर्माना दोनों देना पड़ सकता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा था कि मंत्रिमंडल ने ई-सिगरेट पर रोक लगाने का निर्णय किया है। इसमें ई सिगरेट के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, भंडारण सभी पर पूरी तरह रोक होगी।

अमेरिकी हिरासत में अवैध भारतीय प्रवासी वकीलों से मिल सकेंगे:खबर

[वाशिंगटन,डी सी]अमेरिकी हिरासत में अवैध भारतीय प्रवासी वकीलों से मिल सकेंगे:खबर
मीडिया के अनुसार अमेरिका के एक न्यायाधीश ने ऑरेगन की संघीय जेल में रखे गये 52 भारतीयों समेत 120 आव्रजकों को, तत्काल वकीलों को उनसे मिलने की इजाजत देकर कानूनी सहायता मुहैया कराये जाने का आदेश दिया है।इससे पूर्व आव्रजकों को उनके बच्चों के साथ ही रखे जाने की सुविधा जी जा चुकी है|
अमेरिकी की दक्षिणी सीमा से देश में अवैध रुप से दाखिल होने के आरोप में करीब 100 भारतीय हिरासत में लिये गये हैं। इनमें से अधिकतर पंजाब के हैं।
अधिकारियों के अनुसार करीब 40-45 भारतीय दक्षिणी अमेरिकी राज्य न्यू मैक्सिको के संघीय हिरासत केंद्र में हैं
जबकि 52 भारतीय ऑरेगन में हैं।
इन 52 लोगों में से ज्यादातर सिख एवं ईसाई हैं।
मालूम हो के इस प्रकार की सुविधाओं के चलते अवैध प्रवासियों के मुकदमे वर्षों तक लटके रहते हैं इसी से बचने के लिए मौजूदा रिपब्लिकन सरकार के मुखिया डोनाल्ड जे ट्रम्प ने अप्रवासन निति को सुधारने का बीड़ा उठाया है|यदि सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा तो ऐसे अवैध प्रवासियों को कानूनी हथकंडे अपनाने से रोकने के लिए एक निति बनाई जाएगी जिसके अंतर्गत इन्हे बॉर्डर से ही वापिस भेजने की व्यवस्था की जाएगी

इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ ट्रम्प और मोदी मिल कर जिहाद छेड़ सकते हैं?

[वाशिंगटन,दिल्ली]इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ ट्रम्प और मोदी मिल कर जिहाद छेड़ सकते हैं?
रिपब्लिकन ट्रम्प के पहले भाषण के पश्चात् इस नए समीकरण की संभावनाएं बनती दिखाई देने लगी है
अमेरिका के ४५ वें राष्ट्रपति डॉनल्ड जे ट्रम्प ने ऐतिहासिक कैपिटलहिल्स से दिए एक स्लोगन से दो व्यवसाईक महा देशों को टारगेट किया ट्रम्प ने कहा अमेरिका अमेरिकन्स के लिए है इसीलिए अब अमेरिकी प्रोडक्ट्स खरीदो और अमेरिकन को नौकरी दो [BuyAmericanHireAmerican]
ट्रम्प अपने चुनावी अभियान में भी इसी भावना को उठाते आ रहे हैं इसीलिए अमेरिका की सत्ता प्राप्त करने के पश्चात् अभियान को संक्षेप में दोहराना आवश्यक था |
चीन के सस्ते उत्पादों के तिलिस्म से ग्रेट अमेरिका भी बच नहीं पाया है सम्भवत इसके फलस्वरूप अमेरिकी डॉलर चीन की ताकत को लगातार बढ़ा रहा है
इसके साथ ही अमेरिकन कंपनियों के लिए भारत के कंप्यूटर विशेषज्ञ एक विशेष आकर्षण का केंद्र रहे हैं जिसके फलस्वरूप ट्रम्प का मानना है के अमेरिकियों को नौकरियां नहीं मिल रही |
इन दो लक्ष्यों के आलावा ट्रम्प ने इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ जिहाद छेड़ने की बात दोहराई है |चूँकि चीन पाकिस्तान के जरिये इस्लामिक आतंकवाद को प्रोत्साहित कर रहा है ऐसे में इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ट्रम्प को भारत का सहयोग लेना आवश्यक होगा |यह आसान भी होगा क्योंकि एक प्रतिशत भारत मूल के निवासी होने के उपरान्त भी वर्तमान सत्ता में इनकी भागेदारी भी एक प्रतिशत हो गई है|
इसके आलावा ट्रम्प और मोदी में अनेकों समानताएं देखी जा रही है
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ट्रम्प की भांति ही भारत की सत्ता तक राष्ट्रीयता की भावना के आधार पर ही पहुंचे हैं |
और भारत भी आतंकवाद के दंश से अभिशिप्त है |भारत और अमेरिका मिल कर इस्लामिक आतंकवाद के विरुद्ध सफल जिहाद छेड़ सकते हैं |लेकिन इसके लिए पहले अमेरिका को आतंकवादका प्रायः बन चुके पाकिस्तान के प्रति प्रेम का त्याग करना होगा|
सम्भवत इसीलिए जब ट्रम्प कैपिटलहिल्स से हायर अमेरिकन की बात कर रहे थे उसके तत्काल पश्चात् मोदी ने उन्हें बधाई भेजी और सहयोग की अपेक्षा की