[नई दिल्ली]प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह आज ब्रुनेई और इंडोनेशिया की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए।प्रधानमंत्री आसियान सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और आर्थिक सहयोग बढ़ाने के उपायों सहित महत्वपूर्ण द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे।
डॉ मन मोहन सिंह ने अपने सन्देश में कहा “आज मैं ब्रुनेई दारुस्सलाम और इंडोनेशिया की यात्रा पर रवाना हो रहा हूं। ये दोनों ही दक्षिण पूर्व एशिया में हमारे प्रमुख भागीदार हैं”
उन्होंने बताया कि आसियान सदस्य देशों के साथ हमारे संबंध हमारी पूर्व की ओर देखो नीति की बुनियाद हैं और इसके जरिए हाल के वर्षों में हमने मजबूत, व्यापक और बहुपक्षीय भागीदारी विकसित की हैजोकि अब रणनीतिक रूप धारण कर चुका है।
पी एम् ने बताया कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति+ स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन सबसे उपयुक्त मंच है। इस शिखर सम्मेलन द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय के पुनरुद्धार के संबंध में भारत की पहल का अत्यधिक समर्थन किया गया है। इस विश्वविद्यालय में अगले साल से शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू होने की उम्मीद है।
डॉ मन मोहन सिंह ने कहा” भारत और इंडोनेशिया के बीच जन स्तर पर सदियों पुराने सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक संबंध रहे हैं। आज, एक ही समुद्र तट से लगे देश होने के नाते अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, सुरक्षा अंतरिक्ष एवं विकास के क्षेत्रों में हमारे समान हित हैं।”
इस दौरान क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा
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डॉ.मनमोहन सिंह,पूर्व की ओर देखो नीति को मजबूत बनाने के लिए ब्रुनेई और इंडोनेशिया की चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए
आर्डिनेंस को वापिस लेने के दावं से फायदा पहुंचेगा या नही परन्तु शेष बची अवधि में सरकार का चेहरा बदरंग हो गया है:सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
भाजपा के वयोवृद्ध नेता और वरिष्ठ पत्रकार लालकृष्ण आडवाणी ने ‘दि इण्डियन एक्सप्रेस‘ के सम्पादकीय के माध्यम से सरकारी फैसलों में बाधा डालने के लिए राहुल गाँधी की आलोचना करते हुए इसे सरकार का बदरंग चेहरा बताया है | अपने नए ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्यलेख) में कहा है कि बेशक डॉ मन मोहन सिंह ने पी एम् पद छोड़ने की संभावनाओं से इंकार किया है केलिन उनकी शेष बचे कार्यकाल में इस्तीफे का ज्यादा तुक नहीं है।
राहुल गांधी ने विधेयकों पर अपनी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं की है।
शासन सम्बन्धी मामलों पर उनके विचार ज्ञात नहीं हैं परन्तु
सरकारी फैसलों में बाधा डालने की उनकी शक्ति साबित हुई है।
अब उनकी चुप्पी और मुखर तथा ज्यादा दुविधापूर्ण प्रतीत होगी।
आने वाले चुनावों में यह दांव कांगेस की राजनीतिक तौर पर फायदा पहुंचाएगा या नहीं परन्तु शेष बची अवधि में सरकार का चेहरा बदरंग हो गया है।
चुनावी फायदे के लिए तेलंगाना गठन को केबिनेट ने हरी झंडी क्या दी कि मंत्रियों के इस्तीफों का दौर शुरू हो गया:चिरंजीवी+सूर्य रेड्डीने मंत्री पद छोड़े
आन्ध्र प्रदेश का विभाजन करके तेलंगाना के रूप में २९वा प्रथक राज्य बनाने के लिए ब्रहस्पतिवार को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है जिससे आहात होकर फिल्म स्टार और केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी तथा रेल राज्यमंत्री सूर्य प्रकाश रेड्डी ने बृहस्पतिवार को ही केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। आंध्रप्रदेश से कांग्रेस सांसद अनंत रेड्डी+ साई प्रकाश रेड्डी +वी अरुण कुमार ने भी पार्टी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है|
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में अलग तेलंगाना राज्य को मंजूरी देते हुए दोनों राज्यों के बीच संसाधनों के बंटवारे के लिए मंत्रिमंडलीय समूह बनाने का फैसला लिया गया।बताया जा रहा है कि इस बैठक में तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीचगर्म बहस भी हुई|
जाहिर है चुनावों में फायदा उठाने के लोभ में लिए गए इस निर्णय से भी केंद्र सरकार फंसती दिख रही है।
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक गणित दुरुस्त करने के इरादे से केंद्र ने तेलंगाना के गठन को हरी झंडी दी कि कांग्रेस सांसदों के इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे पहले करीब सवा घंटे चली कैबिनेट की इस बैठक में तेलंगाना समर्थक और विरोधी मंत्रियों के बीच असंतोष के स्वरों की सुनामी बही जिसके फलस्वरूप सीमांध्र से आने वाले केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी सहित चार कांग्रेसी सांसदों ने इस्तीफा दे दिया। दिल्ली में शाम को प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी तेलंगाना विरोधी प्रदर्शन करने पहुंच गए।
इस घटना क्रम से लाभ उठाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह ने बैठक में ही हरित प्रदेश का मुद्दा उठा दिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग हरित प्रदेश बनाने के इस मुद्दे को , प्रधानमंत्री व मंत्रिमंडल के दूसरे सहयोगियों ने, कोई तवज्जो नहीं दी।
एक गाँधी,शास्त्री ढूंढो तो मिलते कई हज़ारों हज़ार हैं तभी लाल बेजार,मोहन लाचार आकाश में भी हर पल रो रहे जार जार है
मोहन के दास कर्म के आकाश में चाँद बन कर चमके तभी गाँधी बने
लाल जब बहादुर हुए तभी दुनिया भर में लाल बहादुर शास्त्री बन तने
मौजूदा दौर में एक गाँधी,शास्त्री ढूंढो तो मिलते कई हज़ारों हज़ार हैं
सोणे ते मन मोहणे पी एम् भी बेचारे इनके सामने बेजार है लाचार हैं
लाल बेजार,मोहन लाचार आकाश में भी हर पल रो रहे जार जार है
उनके नाम पर देश में लूट और आपस में रुकती नही जूतम पैजार है देश को बनाने वाले बचाने वाले दोनों ही लाखों टिकटों पर छप कर महज चिपके दरों दिवार है
नरेंदर मोदी ने केंद्र सरकार पर अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को जम कर छोड़ा
नरेंदर मोदी ने केंद्र और दिल्ली की प्रदेश सरकार पर अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को जम कर छोड़ा |
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में जनता के सामने ‘शहजादा’ और ‘सेवक’ के बीच चुनाव का विकल्प देकर मिशन 2014 का शंख फूंक दिया उन्होंने परोक्ष रूप से ‘राजतंत्र’ और ‘लोकतंत्र’ का सवाल उठा कर कांग्रेस के परिवारवाद पर तीखी चोट की। अनेको भावनात्मक बिंदुओं को छूते हुए उन्होंने एक साथ केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ कांग्रेस को भी कठघरे में डाला |
दिल्ली के जपानी पार्क से चुनावी शंखनाद करते हुए मोदी ने अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को छोड़ कर अपना लक्ष्य आसान किया । दिल्ली में रविवार को उस वक्त जहां हर ओर बारिश हुई, सभा स्थल पर हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवा थी।एस एखुश्गावर मौसम में दागियों को बचाने के अध्यादेश के सवाल पर मनमोहन और राहुल गांधी पर मोदी जम कर बरसे
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से डॉ मनमोहन सिंह को ‘देहाती औरत’ कहे जाने पर जहां नवाज को उसकी औकात की याद दिलाई वहीं इसके लिए राहुल को जिम्मेदार ठहरा कर कांग्रेस को भी लपेट लिया। अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने पी एम् द्वारा जताई गई लाचारगी को भी देश लिए शर्मनाक बताया।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने आर्डिनेंस का को नान सेन्स कह कर सरे आम अपने पी एम् की पगड़ी उछालकर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को मजबूती प्रदान की है|
मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत ही कांग्रेस में परिवारवाद से की| चुटकियों के अंदाज में उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकारों के बोझ से दब गई है। दिल्ली राज्य में एक सरकार ‘मां’ [शीला दीक्षित] की है तो दूसरी ‘बेटे’ की। जबकि केंद्र में जहां सरदार की सरकार बेअसरदार है वहीं मां और बेटे के साथ साथ ‘दामाद’ की भी सरकार चलती है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन बनता अंकगणित से लेकिन वह चलता केमिस्ट्री से है। संप्रग सरकार में वह केमिस्ट्री कभी नहीं बन पाई। लिहाजा सहयोगी दलों को भी नेतृत्व और सरकार के आचरण पर विचार करना चाहिए। भ्रष्टाचार, नीतिगत अनिर्णयता आदि का उल्लेख करते हुए मोदी ने यह भरोसा दिलाने की कोशिश की अब कांग्रेस की डर्टी टीम नहीं भाजपा की ड्रीम टीम ही देश को पुराना गौरव दिला सकती है। वी के गोएल+वी के मल होत्रा+ हर्षवर्धन+नव जोत सिंह सिद्धू+नितिन गडकरी अदि ने भी विचार व्यक्त किये
शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे
शांति के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया जबकि रालोद अध्यक्ष अपने संसदीय क्षेत्र में सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थेराष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को आज उनके संसदीय क्षेत्र बागपत जाते समय गिरफ्तार कर लिया गया उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए चौ.अजित सिंह को गिरफ्तार किया गया है जबकि रालोद अध्यक्ष का कहना है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों से बातचीत करने तथा सौहार्द स्थापित करने ही जा रहे थे।
उत्तर प्रदेश प्रशासन के अधिकारियों ने धारा 144 का हवाला देते हुए रालोद अध्यक्ष तथा उनके समर्थकों को रोक लिया। चौ. अजित सिंह ने अधिकारियों को आश्वासन दिया कि वह अकेले ही क्षेत्र में जाएंगे लेकिन उसके बावजूद भी अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से बात करके उन्हें बागपत रोड पर ट्रोनिका सिटी के पास अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
चौ. अजित सिंह ने कहा है कि मुजफ्फरनगर व आसपास के जिलों में हिंसा के लिए प्रदेश की सपा सरकार जिम्मेदार है। प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। रालोद अध्यक्ष ने सपा सरकार को बर्खास्त करने तथा राष्ट्रपति शासन की मांग की है। वह अपने संसदीय क्षेत्र में हिंसा पीडि़तों से बातचीत करने जा रहे थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें जाने नहीं दिया तथा गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने शासन-प्रशासन की निन्दा की है।
रालोद अध्यक्ष ने कहा है कि रालोद के सदस्य गांव-गांव जाकर लोगों से बात करके शान्ति बहाल कराने की पहल करेंगे तथा हिंसा के डर से जो लोग पलायन कर चुके हैं, उन्हें वापस लाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों से भाईचारे के साथ शान्ति बनाने की अपील की है।पुर्व में अजित सिंह के पुत्र सांसद और रालोद के राष्ट्रीय महा सचिव जयंत चौधरी को भी मुजफ्फर नहीं जाने दिया गया था|गौरतलब है कि मुजफ्फर नगर से भड़की हिंसा की तपिश अन्य जनपदों में भी महसूस की जा रही है जिसे लेकर प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह भी चिंता व्यक्त कर चुके हैं |
राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री और उप राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता आंदोलन में नई स्फूर्ति भरने वाले गणेश चतुर्थी महोत्सव की बधाई दी
राष्ट्रपति,प्रधान मंत्री और उप राष्ट्रपति ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर देश वासियों को बधाई दी
`राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर नागरिकों को बधाई संदेश में कहा, ” गणेश चतुर्थी के इस आनंदपूर्ण अवसर पर, मैं अपने सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं।
भगवान गणेश के जन्म के प्रतीक इस पर्व के अवसर पर सभी मतावलंबी लोग मिल कर खुशी मनाते हैं। इस त्योहार पर बड़े पैमाने पर जन समारोहों को महान स्वाधीनता सैनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए सफलतापूर्वक प्रोत्साहित किया था। इस दिन, आइए हम इस महान नेता की भावना और दृष्टिकोण को पुनर्जीवित करने का प्रण करें तथा खुद को फिर से देश के विकास और प्रगति के लिए पुनः समर्पित करें।
मैं दुआ करता हूं कि गणेश चतुर्थी से जुड़ा यह पर्व ऐसे नए, न्यायप्रिय, सशक्त और जिम्मेदार भारत के निर्माण के लिए नए प्रयासों की शुरुआत हो जहां लोग खुशी और सामंजस्य के साथ रहते हों।
आइए इस पर्व उस आस्था के साथ मनाएं जो भारत की समग्र संस्कृति में नेक, श्रेष्ठ और ईमानदार और गर्व संजोए हुए हो।
प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने कहा कि गणेश चतुर्थी महोत्सव ने स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्त्व पूर्ण भूमिका निभाई है| इस त्यौहार से हमें भाई चारे +एकता+सम्प्रादाईक सौहार्द के लिए प्रेरणा मिलती है| और राष्ट्र निर्माण में समर्पण भावना की व्रद्धि होती है|
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर अपने संदेश में कहा कि यह त्योहार देश के सभी भागों में उल्लास एवं उत्साह से मनाया जाता है जो भगवान गणेश के जन्म दिन का प्रतीक है। उन्होंने कामना की है कि इस खुशी के अवसर पर भगवान गणेश सबको बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करें। ”
भाजपा जानती है समय से पहले चुनाव नहीं होंगे फिर भी दबाब के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश का अनुरोध किया
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर उपप्रधान मंत्री लालकृष्ण आडवाणी+पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह + नेता प्रतिपक्ष[लोक सभा ] श्री मति सुषमा स्वराज और अरुण जेटली[राज्य सभा]+पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा +पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह+पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू+अनंत कुमार और रविशंकर प्रसाद ने आज राष्ट्रपति से इस संबंध में मुलाकात की।शुक्रवार को प्रणब मुखर्जी से मिलकर भाजपा के इन शीर्ष नेताओं ने देश की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए शीघ्र चुनाव करने की मांग की| राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में भाजपा ने आग्रह किया है कि नवंबर में होने वाले तीन राज्यों के साथ ही लोकसभा चुनाव भी करा लिए जाएं। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद श्री आडवाणी ने मीडिया को बताया के ‘मुझे पता है कि सरकार जल्द चुनाव नहीं कराएगी, लेकिन अगर राष्ट्रपति कोई प्रतिक्रिया देते हैं तो दबाव जरूर बनेगा।प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह आर्थिक स्थिति सुधारने के स्थान पर विपक्ष की आलोचना मात्र करने लगते हैं| उन्होंने राज्यसभा में जिस तरह का भाषण दिया वह दुखद है। रविशंकर ने व्यंगात्मक शैली में कहा कि केंद्र सरकार खुद को बीमार मानेगी तभी तो उसके इलाज के लिए कार्यवाही की जा सकेगी| प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन के वक्तव्य को निराशा, नकारात्मकता और कड़वाहट भरा बताते हुए कहा है कि इसमें ईमानदारी की कमी है।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति को यह याद दिलाने से भी नहीं चूका कि वित्त मंत्री बदहाली का ठीकरा बतौर पूर्व वित्त मंत्री उन्हीं (प्रणब) पर फोड़ रहे हैं, तो पीएम चुप रहकर इसका परोक्ष समर्थन कर रहे हैं। रविशंकर ने पत्रकारों से बातचीत में प्रणब का बचाव करते हुए कहा कि किसानों को कर्ज माफी का फैसला वर्तमान वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के ही समय में किया गया था|
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