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PM Cares Fund Sanctioned ₹322 Cr For Oxycare From DRDO

PM Cares Fund(Delhi 12 MAY21)PM Cares Fund Sanctioned ₹322 Cr For Oxycare From DRDO
Oxycare is a SpO2 based Oxygen Supply System which regulates the oxygen being administered to patients based on the sensed SpO2 levels. Under this sanction, 1,00,000 manual and 50,000 automatic Oxycare systems along with non-rebreather masks are being procured.
The DRDO has transferred the technology to multiple industries in India which will be producing the Oxycare systems.

Brahmos Missile Successfully Test-Fired

Brahmos missile was successfully test-fired for its full range of 290-km during the launch jointly conducted by DRDO and BrahMos Aerospace.
Jointly developed by India and Russia, the versatile BRAHMOS has been operationalised in the Indian Armed Forces with all the three services.
With this successful mission, the indigenous content in the formidable weapon has reached a high value, thus bolstering India’s defence indigenisation and the flagship ‘Make in India’ programme.
Raksha Mantri Shri Rajnath Singh congratulated team DRDO, BrahMos and Industries for today’s successful mission.

नरेंद्र मोदी ने झाड़ू चलाई+कूड़ाउठाया+वॉकथॉन किया और कहलवाया न तो गंदगी करेंगे और न ही करने देंगे

The Prime Minister, Shri Narendra Modi launching the cleanliness drive for Swacch Bharat Mission from Valmiki Basti,

The Prime Minister, Shri Narendra Modi launching the cleanliness drive for Swacch Bharat Mission from Valmiki Basti,

[नई दिल्ली]भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महात्मा गांधी+लाल बहादुर शास्त्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की |झाड़ू लगाया+कूड़ा उठाया+टॉयलेट का फीता काटा और लोगों से महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने का आह्वान किया।उन्होंने शपथ भी दिलाई की लोग न तो गंदगी करेंगे और न ही करने देंगे।
राजधानी में राजपथ पर स्वच्छ भारत अभियान की औपचारिक शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने भारत माता के दो महान सपूतों महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे श्री शास्त्री द्वारा ”जय जवान, जय किसान” का नारा दिए जाने के बाद किसानों ने कड़ी मेहनत की और देश को खाद्य सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने कहा कि गांधीजी के दो सपनों (भारत छोड़ो और स्वच्छ भारत) में से एक को हकीकत में बदलने में लोगों ने मदद की। हालांकि, स्वच्छ भारत का दूसरा सपना अब भी पूरा होना बाकी है। उन्होंने कहा कि एक भारतीय नागरिक होने की खातिर यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम वर्ष 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाए जाने तक उनके स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करें।
प्रधानमंत्री ने देश की सभी पिछली सरकारों और सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक संगठनों द्वारा सफाई को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत को स्वच्छ बनाने का काम किसी एक व्यक्ति या अकेले सरकार का नहीं है, यह काम तो देश के 125 करोड़ लोगों द्वारा किया जाना है जो भारत माता के पुत्र-पुत्रियां हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को एक जन आंदोलन में तब्‍दील करना चाहिए। लोगों को ठान लेना चाहिए कि वह न तो गंदगी करेंगे और न ही करने देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के मुताबिक साफ-सफाई न होने के चलते भारत में प्रति व्‍यक्ति औसतन 6500 रुपये जाया हो जाते हैं। उन्‍होंने कहा कि इसके मद्देनजर स्‍वच्‍छ भारत जन स्‍वास्‍थ्‍य पर अनुकूल असर डालेगा और इसके साथ ही गरीबों की गाढ़ी कमाई की बचत भी होगी, जिससे अंतत: राष्‍ट्रीय अर्थव्‍यवस्‍था में महत्‍वपूर्ण योगदान होगा। उन्‍होंने लोगों से साफ-सफाई के सपने को साकार करने के लिए इसमें हर वर्ष 100 घंटे योगदान करने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने शौचालय बनाने की अहमियत को भी रेखांकित किया। उन्‍होंने कहा कि साफ-सफाई को राजनीतिक चश्‍मे से नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि इसे देशभक्ति और जन स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति कटिबद्धता से जोड़ कर देखा जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्‍वच्‍छ भारत अभियान में योगदान देने और सोशल मीडिया पर इसे साझा करने के लिए उन्‍होंने नौ हस्‍तियों को आमंत्रित किया है, जिनमें [१]मृदुला सिन्‍हा[२]सचिन तेंदुलकर[३]बाबा रामदेव[४]शशि थरूर[५]अनिल अंबानी[६]कमल हसन[७]सलमान खान[८]प्रियंका चोपड़ा [९] ‘तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा’ की टीम शामिल हैं।
उन्‍होंने बताया कि इन कार्यों को अंजाम देने के लिए नौ अन्‍य लोगों को आमंत्रित किया गया है और इस तरह एक श्रृंखला-सी बना दी गई है।
प्रधानमंत्री ने स्‍वच्‍छ भारत अभियान के प्रतीक चिन्‍ह और इसके नारे से जुड़ी प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई दी। ये हैं- महाराष्‍ट्र से अनंत और गुजरात से भाग्‍यश्री। नारा है- ‘एक कदम स्‍वच्‍छता की ओर’। प्रधानमंत्री जब उपस्‍थित भीड़ को स्‍वच्‍छता की शपथ दिला रहे थे तो उस वक्‍त जाने-माने फिल्‍म अभिनेता आमिर खान ने भी मंच साझा किया।
इससे पहले प्रधानमंत्री राजघाट एवं विजयघाट गए और देश के दो महान सपूतों महात्‍मा गांधी और लाल बहादुर शास्‍त्री की जयंती पर उन्‍हें पुष्‍पांजलि अर्पित की। इसके बाद वह वाल्‍मीकि बस्‍ती गए, जहां महात्‍मा गांधी एक बार रुके थे। प्रधानमंत्री ने यहीं से स्‍वच्‍छता अभियान की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने नई दिल्‍ली स्‍थित मंदिर मार्ग पुलिस स्‍टेशन का औचक निरीक्षण भी किया। प्रधानमंत्री ने स्‍वयं एक झाडू लेकर धूल की सफाई की। बाद में उन्‍होंने पुलिस अधिकारियों से स्‍वच्‍छता बनाए रखने का आह्वान किया।डी आर डी ओ द्वारा निर्मित टॉयलेट को भी राष्ट्र को समर्पित किया
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi participating into the “Swacch Bharat Walkathon”, at India Gate, in New Delhi on October 02, 2014.

आकाश मिसाइल के मान्यता परीक्षण की सफलता से भारतीय सेना के हाथ और मजबूत हुए

आकाश मिसाइल की उड़ान के सफल परीक्षण से भारतीय सेना के हाथ और मजबूत हुए|
रेंज मि‍शन के नि‍कट काफी नि‍म्‍न ऊँचाई में आकाश मिसाइल की उड़ान का सफल परीक्षण कि‍या गया
ओडि‍शा के इंटीग्रेटेड टेस्‍ट रेंज, बालासोर से बाउंड्री मि‍शन के निकट काफी नि‍म्‍न ऊँचाई में १८ जून को आकाश मि‍साइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कि‍या गया। उड़ान का यह परीक्षण आकाश सुपरसोनि‍क मि‍साइल के पहले उत्‍पादन मॉडलों पर सेना द्वारा संचालि‍त मान्‍यता परीक्षणों में अंति‍म था।
सुपरसोनि‍क मि‍साइल में समुद्र तल से 30 मीटर की ऊँचाई पर तेजी से जा रहे काफी छोटे मानवरहि‍त बंशी वि‍मान को इंटरसेप्‍ट कि‍या जो सबसोनि‍क क्रूज मि‍साइल के प्रति‍क्षमतावान प्रणाली साबि‍त हुई।
अत्‍याधुनि‍क बहु-प्रणाली राडार के साथ जुड़ी वि‍शेषताओं के बल पर इसने कम ऊँचाई से उड़ते लक्ष्‍य का नि‍रंतर पता लगाया। समुद्र से आती बहुवि‍ध लक्ष्‍य की प्रतिध्‍वनि‍यों का पता लगाने के लि‍ए डीआरडीओ द्वारा वि‍कसि‍त वि‍शेष अल्‍गोरि‍द्म/तकनीकों ने इस मि‍शन में अच्‍छी तरह काम कि‍या।
इस उड़ान परीक्षण के साथ भारतीय सेना के पास इन मॉडलों को शामि‍ल करने के लि‍ए सभी मान्‍यता परीक्षण पूरे हो गए हैं।
रक्षा मंत्री के वैज्ञानि‍क सलाहकार, रक्षा अनुसंधान और वि‍कास वि‍भाग के सचि‍व और डीआरडीओ महानि‍देशक श्री अवि‍नाश चंदर ने डीआरडीओ की टीमों, उत्‍पादन एजेंसि‍यों और सेना को बाउंड्री मि‍शन के नि‍कट नि‍म्‍न ऊँचाई में लक्ष्‍य का पता लगाने के बारे में सफलतापूर्वक प्रदर्शन के लि‍ए बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि आकाश का‍स्‍वदेशी वि‍कास, उत्‍पादन और इसे शामि‍ल करना वायु रक्षा प्रौद्योगि‍कि‍यों में भारत की आत्‍म-नि‍र्भरता के प्रति‍अत्‍यधि‍क महत्‍वपूर्ण योगदान है।
फोटो कैप्शन
Akash, missile successfully test fired in very low altitude near boundary mission from the Integrated Test Range, Balasore, Odisha on June 18, 2014.