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दोषी राशन डीलरों ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के घर पर हाजरी भरी

[मेरठ,यूपी] दोषी राशन डीलरों ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के घर पर हाजरी भरी और अपने विरुद्ध दर्ज एफआईआर निरस्त कराने का आग्रह किया |
मेरठ उचित दर राशन डीलर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने अध्यक्ष शाहिद खान व महामंत्री संजीव कुमार के न्रेतत्व में सोमवार को भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0लक्ष्मीकांत वाजपेयी से मुलाकात करते हुए सप्लाई इंसपेक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग उठाई । गौरतलब हे के मेरठ में राशन डीलरों के भ्र्ष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठा रही है और अनेकों भ्र्ष्ट राशन डीलरों के विरुद्ध एफ आई आर भी दर्ज कराई जा चुकी है

डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने सुपात्रों को दिव्यांग उपकरण वितरित किये

iti saket main cikil vitran (4) डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने सुपात्रों को दिव्यांग उपकरण वितरित किये [/caption][मेरठ,यूपी]डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने सुपात्रों को दिव्यांग उपकरण वितरित किये|
साकेत स्थित आईटीआई परिसर में आज दिव्यांग उपकरण वितरण शिविर लगाया गया
जिसमे विशिष्ट अथिति के रूप में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मेरठशहर विधायक डॉ लक्ष्मी कांत वाजपई और सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने लाभार्थियों को दिव्यांग उपकरण दिए |प्राप्त जानकारी के अनुसार ६५६ लाभार्थियों को कानपुर की ऐमिलको के ये उपकरण दिए जाने हैं |

डॉ लक्ष्मीकांत ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने में लेटलतीफ”डीएसओ”को लताड़ा

[मेरठ,यूपी] डॉ लक्ष्मीकांत ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने में लेटलतीफ”डीएसओ”को लताड़ा
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कांत वाजपई ने डीएसओ आफिस घेरा
डा.वाजपेयी आज सोमवार को दर्जनों समर्थकों के साथ जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) कार्यालय पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने कहा के केवल 80 % कार्डों का ही आधार लिंक हुआ है
शहर के पूर्व विधायक ने धांधली की आशंका व्यक्त करते अपात्र लोगों को से विभाग की मिलीभगत का आरोप भी लगाया

भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने जिलापूर्ति विभाग को घेरा

[मेरठ,यूपी] डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने जिलापूर्ति विभाग को घेरा
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ लक्ष्य कान्त वाजपई ने एक्सीडेंट के पश्चात अब अपने चिरपरिचित रंग में आते हुए मेरठ प्रशासन के पेंच कसने शुरू किये
आज दलबल के साथ उन्होंने राशन वितरण को लेकर डीएसओ आफिस घेरा
भाजपा के शहर विधायक डा0लक्ष्मीकांत वाजपेयी आज अचानक डीएसओ कार्यालय पहुंचे और राशन की कालाबाजारी के खिलाफ आवाज उठाई
वाजपेयी ने राशन वितरण में धांधली के विरुद्ध आंदोलन छेड़ने की चेतावनी भी दी

BJP’s UP Unit Charges SP Led Government For Sponsoring Anarchy” in the State

[Lucknow,UP] BJP’s UP Unit Charge SP Led Government For Sponsoring Anarchy” in the State
Uttar Pradesh BJP chief Dr Laxmikant Bajpai today alleged “government-sponsored anarchy” ahead of block head elections in the state as candidates were being “threatened” and proposers “picked” up by police.
He alleged.”Police are committing atrocities ahead of block head elections on the behest of the state government.
There are reports of government-sponsored anarchy in 112 to 154 blocks,”
The UP BJP President & MLA From Meerut Dr Vajpai alleged.The nomination papers were being cancelled on the pretext of various shortcomings,
FilePhoto
Dr Vajpai With Wife Casting Vote

शहर के ,दुर्घटनाग्रस्त,लाडले विधायक डॉ लक्ष्मीकांत वाजपई अस्पताल से बोले”मैं ठीक हूँ”

[मेरठ ]शहर के ,दुर्घटनाग्रस्त,लाडले विधायक डॉ लक्ष्मीकांत वाजपई अस्पताल से बोले “मैं ठीक हूँ”
भाजपाके प्रदेश अध्यक्ष और सिटी के लाडले विधायक डॉ लक्ष्मीकान्त वाजपई आज सारे दिन अपने शुभचिंतकों से घिरे रहे और अस्पताल के बिस्तर से मोबाइल पर ही जनकल्याण कार्य दिखाई दिए |
हमारे रिपोर्टेर को उन्होंने बताया कि “मैं ठीक हूं। बस हल्की सी चोट चेहरे पर है +कमर पर झटका लगा है। उन्होंने दुर्घटना का चित्रण करते हुए बताया कि मेरठ में जिस कार में मैं था वह डिवाइडर पर चढ़कर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उन्होंने अपने शुभचिंतक +पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए बताया कि “मैं ठीक हूं + डाक्टरों का कहना है कि चिंता की कोई बात बिल्कुल नहीं है। एक-दो दिन में आपके बीच पुनः दौड़ता नजर आऊॅगा। आपका प्यार, स्नेह और ईश्वर का वरदहस्त मेरे साथ है।
डॉ वाजपई के हाथ+पैर+ कमर समेत शरीर के कई हिस्सों में चोट आई हैं।
Photo and Article By Nitin Sablok

नेताओं के डीएनऐ में मेरठ के मुसलमानों की समस्याएं दूर करने में अकर्मण्यता का अच्छाखासा तालमेल है

मुस्लिम बाहुल्य जली कोठी छेत्र में गंदगी के ढेर

मुस्लिम बाहुल्य जली कोठी छेत्र में गंदगी के ढेर

[मेरठ]नेताओं के डीएनऐ में मुसलमानों की समस्याएं दूर करने में अकर्मण्यता का अच्छाखासा तालमेल है|
बीते दिनों दो दिग्गज नेता मेरठ आये यहां आकर मजहबी जमीन पर मिनोरिटीस के दिलों में सियासी बाग़ लगाने के भरसक प्रयास किये |अपनी तकरीरों से हर तरफ समां बांधा |रोजा इफ्तारी में शिरकत की एक दूसरे पर जैम कर सियासी कीचड उछाला यानि मिनोरिटीस को लुभाने के लिए भरसक प्रयास किये लेकिन अकलियत की समस्याएं अनछुई ही रह गई |
६ जून को आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद असद-उद-दीन ओवैसी ने मेरठ आगमन पर सपा और भाजपा में सियासी गठजोड़ के आरोप लगा कर अपने लिए सियासी जमीन तैयार करने के लिए कदम बढ़ा दिया है|उन्होंने रोजा इफ्तार के एक कार्यक्रम में यूं पी में चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है| बेशक पश्चिमी यूं पी में इसकी सफलता दूर की कौड़ी ही नजर आरही है|इससे पूर्व यूंपी के काबीना मंत्री आजम खानभी मेरठ आये|जिला पंचायत के बजट का एलान किया| रोजा इफ्तार कराया दूसरों को जम कर कोसा और लौट गए |भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कांत वाजपई भी इसी छेत्र के हैं लेकिन आजकल वोह लखनऊ के होकर रह गए हैं शायद इसीलिए शहर में गंदगी की हुकूमत बढ़ती जा रही है|सुरक्षा की दृष्टि से भी कोई खास प्रशंसा नहीं की जा सकती | ईद आने वाली है और ईद गाह के बाहर लगे हुए लावारिस खोखे व्यवस्था को मुंह चिड़ा रहे हैं |भाजपा और सपा के विधायक इस दिशा में बेअसर होते जा रहे हैं|कांग्रेस+बसपा+रालोद+लेफ्टिस्ट आदि आदि चुनावी मौसम की तरफ टकटकी लगाये बैठे हैं
इन मंत्रियों+संतरियों को बैठे बिठाये बोतल बंद स्वच्छ पानी पीने को मिल जाये तो सडकों पर जलभराव+नालाजमाव की खैरात जनता के लिए छोड़ना लाजमी होजाता है |खास कर मुस्लिम इलाकों में गन्दगी की स्थिति खतरनाक शक्ल ले रही हैं |छेत्र में डेंगू के प्रकोप की संभावनाएं व्यक्त की जाने लगी हैं |
और गन्दगी का आलम है कि घनी मुस्लिम इलाकों में गन्दगी के ढेर लगे हुए हैं यहां यह कहाँ अनुचित नहीं होगा कि सरकारी अस्पतालों में मुस्लिम बीमारों की संख्या में चिंताजनक इजाफा हो रहा है | भाजपा और सपा आल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन+कांग्रेस+बसपा+रालोद+लेफ्ट बेशक अभी साथ साथ नहीं दीखते हैं मगर इनके डीएनऐ में मुसलमानों की समस्यायों को दूर करने में अकर्मण्यता का अच्छा खासा तालमेल दिखाई दे रहा है

स्थानीय चुनावी वैतरणी पार करने के लिए एक राष्ट्रीय चेहरे की पतवार की ही तलाश है: मेरठ में भाजपा हारी

[मेरठ]ऐतिहासिक छावनी बोर्ड के आठ वार्डों के लिए हुए चुनावों में भाजपा को करारी शिकस्त मिली है|आठ सीटों में से केवल दो सीटों पर ही सफलता मिली |
मेरठ कैंट बोर्ड चुनाव में भारतीय जनता पार्टी[भाजपा]को करारा झटका लगा है। राष्ट्रीय पार्टी को 8 वार्डों में से केवल 2 सीटों पर ही संतोष करना पडा। इन नतीजों से भाजपा के स्थानीय न्रेतत्व के सदस्यता अभियान के दावों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है | मात्र आठ सीटों के लिए हुए चुनावों में लगभग ४०,००० मतदाताओं के रुझान और ध्रुवीकरण को समझ पाने में नाकाम स्थानीय न्रेतत्व द्वारा सदस्यता अभियान के भारी भरकम दावों की सत्यता पर भी यह चुनाव सम्भवत बढ़ा प्रश्न चिन्ह है ???शायद स्थानीय भाजपा को स्थानीय चुनावी वैतरणी पार करने के लिए में अभी भी एक अदद राष्ट्रीय चेहरे की पतवार की ही तलाश है
चुनावों के नतीजे निम्न है
वार्ड एक से रिनी जैन,
वार्ड 2 से बुशरा कमाल,
वार्ड तीन से बीना वाधवा,
वार्ड चार से नीरज राठौर,
वार्ड पांच से अनिल जैन,
वार्ड 6 से मंजू गोयल,
वार्ड सात से धर्मेन्द्र सोनकर व
वार्ड आठ से विपिन सोढी विजयी रहे।
गौरतलब है कि यहाँ के विधायक[सत्यप्रकाश अग्रवाल]+सांसद [राजेंद्र अग्रवाल]भाजपा से हैं |इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपाई भी इसी शहर से हैं|शहर के मेयर[हरिकांत अहलूवालिया ] भी भाजपा के ही हैं |यहाँ तक कि स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अमित अग्रवालभी इसी छेत्र से हैं इसके बावजूद यहाँ मिली करारी हार से पार्टी की कार्यविधि पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है|
जानकारों के अनुसार प्रत्याशियों के चयन में एक वर्ग विशेष की अनदेखी से भी यह अप्रिय स्थिति उत्प्न्नहुई है|भाजपा के अपने असंतुष्टों ने ही भाजपा के विजय रथ को रोका है| देश में 62 और यूपी के 23 कैंट बोर्ड हैं अन्य की तरह मेरठ में भी भाजपा का कैंट बोर्ड चुनाव में सफाया हो गया है।
यहाँ भाजपा ने अपने सिंबल पर प्रत्याशी उतार कर प्रयोग किया था लेकिन सफलता नहीं मिली।यह अपने आप में विचारणीय है कि अधिकाँश शहरों में भाजपा ने अपने मेयरों को विजय दिलाने में सफलता पाई लेकिन इन्ही शहरों के कैंट बोर्डों में करारी हार का सामना करना पढ़ा है

झाड़ू के साथ फोटुएं खिंचवाने में माहिर भाजपा के स्थानीय न्रेतत्व के स्वछता के प्रति समर्पण भाव पर प्रश्न चिन्ह

[मेरठ]झाड़ू के साथ फोटुएं खिंचवाने में माहिर भाजपा के स्थानीय न्रेतत्व के स्वछता समर्पण भाव पर प्रश्न चिन्ह झाड़ू के साथ मीडिया में फोटुएं खिंचवाई +स्वछता अभियान में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई+ ऐसे भाजपा के स्थानीय न्रेतत्व के अपने छेत्रों में त्योहारों पर भी सफाई अव्यवस्था हावी है जिसे लेकर इनकी सफाई के प्रति समर्पण भाव पर प्रश्न चिन्ह लगने शुरू हो गए हैं |जाहिर है कि जब मीडिया में फोटो छपवाने और होर्डिंग लगवाने से ही राष्ट्रीय न्रेतत्व की नजरों में चढ़ा जा सकता है तो गवर्नेन्स दिखा कर पसीना क्यूँ बहाएं ?कौन बहाये ??किसके लिए बहाएं???
अनेकों बार प्रयास करने पर भी मेयर हरिकांत अहलूवालिया और प्रदेश अध्यक्ष डॉ एल के वाजपई से फ़ोन पर सम्पर्क नहीं हो पायाजिसके फलस्वरूप उनका पक्ष नहीं रखा जा सका है|
मेरठ के मेयर हरिकांत अहलूवालिया +कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल +सांसदराजिंदर अग्रवाल +सभी भाजपा के हैं यहाँ तक कि इस राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कांत वाजपई भी मेरठ शहर से विधायक है| हिंदूवादी पार्टी के इतने सारे ध्वजवाहकों के वजूद के बावजूद दिवाली जैसे पावन त्यौहार पर भी गंदगी के ढेर इन नेताओं के स्वच्छ भारत के अभियान में सेंध लगाने के लिए पर्याप्त हैं| स्थानीय नेताओं के ऐसे गवर्नेन्स के फलस्वरूप विधान सभा के लिए हुए उपचुनावों में नरेंद्र मोदी और अमित शाह का जादू भी फीका ही साबित हुआ |
दीपावली पर्व पर खरीददारी+प्रकाश के साथ सफाई का भी पौराणिक काल से महत्व है |लेकिन सरकारी अफसरों को इसकी अहमियत बता पाने में भाजपा न्रेतत्व नाकाम साबित हो रहा है।पिछले दिनों भाजपा और नगर निगम कर्मियों में द्वन्द युद्ध तक हुआ|अपनी जुबान और हाथों पर काबू खोने वाले भाजपा के समर्थकों की कार्यालय में ही पिटाई भी हुई यहाँ तक दोनों पक्षों में थाना कचहरी जाने की भी स्थिति बन गई|इस अप्रिय स्थिति के पश्चात दोनों पक्षों में समझौता कराने के प्रयासकिये गए |भाजयुमों के कार्यकर्ताओं से माफ़ी मंगवाने पर अड़े कर्मियों ने सफाई के कार्य से हाथ खींच लिए |त्यौहारों के इस मौसम में स्थिति को काबू कराने के लिए भाजपा और प्रदेश में सत्तारूढ़ सपा कि तरफ से कोई कारगरप्रयासनही किये गए जिसके फलस्वरूप पुराने+नए+शहर में नरक चतुर्थी के पश्चात भी नरक के दृश्य आँखों से ओझल नहीं हो पाये |
आज काल खरीददारी के लिए सड़कें सजी हैं+बाजारों में ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ है+रौनक है इसके बावजूद इसके शहर के अनेकों मुख्य मार्गों के साथ अनेकों भागों में गंदगी का साम्राज्य है। इस काले साम्राज्य के खात्मे के लिए नगर निगम में गुड गवर्नेंस सिरे से नदारद है |
अफसरों की शिथिलता और कर्मियों की लापरवाही का अंजाम लोगों को गंदगी के ढेर के रूप में झेलना पढ़ा है | गंगा नगर+ हापुड़ रोड + जैलचुंगी +गढ़ रोड,के साथ ही दिल्ली रोड पर विभिन्न इलाकों में गंदगी के ढेर लगे हैं । कुकुरमुत्तों की भांति उगे खत्ते और उन पर शासन करते बेलगाम पशुओं ने लोगों जीवन नरक बना रखा है | पुराने+ नए शहर में गवर्नेंस अनुपस्थित दिखाई देती है | साकेत एलआइसी+ बच्चा पार्क +रंगोली मंडप जैसे पॉश इलाकों के प्रवेश द्वारों के पास खत्ता साम्राज्य व्यवस्था की बदहाली की कहानी कहने के लिए पर्याप्त है । बुढ़ाना गेट से शाहपीर गेट+शास्त्रीनगर+जागृति विहार +अजंता कालोनी+ दामोदर कालोनी+पंजाबी पुरा+ब्रह्मापुरी आदि में भी गंदगी और कूडे़ के ढेरों के दर्शन किये जा सकते हैं |

“आप” ने लगाया भाजपा+सपा+कांग्रेस पर यूं पी में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश का आरोप

आम आदमी पार्टी ने भाजपा+सपा+कांग्रेस पर उत्तरप्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया
और भारतीय़ जनता पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की इस साजिश की कडे शब्दों में भर्त्सना की|
आप पार्टी का कहना है के पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम से स्पष्ट है कि मुरादाबाद के कांठ इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैलाने में भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी के धरने पर बैठने और पांच सांसदों के संवेदनशील इलाके में गिरफ्तारी देने से प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ा है।
कांग्रेस ने इस मौके पर शांति मार्च के नाम पर जो राजनीति की है उसने आग में घी डालने का ही काम किया है। सांप्रदायिक आधार पर मतों के बंटवारे की कुत्सित राजनीति में पहले प्रदेश में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ही शामिल थी। पर अब कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप पार्टी ने कांग्रेस पर विभाजन की राजनीती करने का आरोप लगाते हुए कहा के कांग्रेस ने अपने एक वरिष्ठ नेता की अगुवाई में शांतिमार्च के नाम पर विभाजन और घृणा की राजनीति की शुरूआत की है जिससे सांप्रादायिक माहौल तो बिगड़ा ही साथ ही शांति मार्च के नाम पर जमा हुए हुड़दंगियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-24 को भी जाम कर दिया जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उत्तरप्रदेश में पिछले एक साल में प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के मामलों को रोकने व उनपर नियंत्रित करने में बुरी तरह असफल रही है।
आज सहारणपुर में दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी और हिंसा इसका सबसे ताजा सबूत है। पर ज्यादा खेदजनक बात यह है कि ज्यादातर घटनाओं में समाजवादी पार्टी के नेता खुद भी शामिल रहे हैं। सांप्रदायिक राजनीति के भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रयोग ने मुज्फ्फरनगर में बड़ी तादाद में निर्दोष लोगों की जाने ली थी। अब, कांग्रेस पार्टी भी इस खेल में शामिल हो गई है। मुरादाबाद समेत पूरे पश्चिम उत्तरप्रदेश में ये राजनैतिक दल सांप्रदायिक राजनीति का भयानक प्रयोग को दुहराने की तैयारी में हैं।
आम आदमी पार्टी उत्तरप्रदेश के लोंगों से अपील की है कि वे नफरत व खूनखराबे की राजनीति के शिकार न हों।