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Tag: Economy

Rahul Gandhi Preaches Modi Govt to Spend not Lend

(New Delhi) Rahul Gandhi Preaches Modi Govt to Spend not Lend
Congress leader Rahul Gandhi attacked Modi government over the state of the economy and said it needs to give money to the poor to restart the economy through consumption.
Gandhi said “distractions” through media won’t help the poor or make the “economic disaster disappear”.
His attack on the government came after the Reserve Bank of India (RBI) said on Tuesday that demand in the economy will take quite some time to mend and that an assessment of aggregate demand during the year so far suggests that the shock to consumption is severe.
“Give money to the poor, not tax cuts to industrialists. Restart economy by consumption,” the former Congress chief tweeted.

नरेंद्रमोदी,विकास के लिए,विदेशी परवाज के साथ देश में लोगो से संवाद के लिए”इंस्टाग्राम”से भी जुड़े

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज एक बार फिर यह साबित कर दिया कि विकास के लिए विदेशी आसमान में परवाज करने के साथ ही देश की राजनीती पर अपनी पकड़ बनाये रखने के लिए सोशल मीडिया में बने रहना भी जरूरी है|शायद इसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए नरेंद्र मोदी ने एक और फ्री सोशल साइट इंस्टाग्राम [Instagram]पर आमद दर्ज करा दी है |विदेश में रहते हुए भी अपने लोगों से देश में जुड़े रहने के लिए सोशल साइट्स में महारत हासिल करते जा आरहे हैं |इस माध्यम से निशुल्क ग्लोबली लोग बढ़ी संख्या में श्री मोदी के साथ जुड़े हैं इनके स्वच्छ भारत आदि अभियानों को लोकप्रियता मिली है |
श्री मोदी आजकल तीन देशों के लिए १० दिनों की यात्रा पर हैं |
प्रधानमंत्री श्री मोदी आसियान और पूर्वी एशिया शिखर बैठकों में भाग लेने के लिए अपनी तीन देशों की वर्तमान दस दिवसीय यात्रा के पहले चरण में म्यामांर की राजधानी पहुंच गए।जहां से वह आस्ट्रेलिया और फिजी भी जाएंगे।
व्यापार और लोगों के बीच आदान प्रदान को बढ़ावा देकर क्षेत्रीय संपर्क में सुधार करने और आसियान समूह के 10 देशों के साथ संवाद बढ़ाने की मजबूत जमीन तैयार करने की उम्मीद लेकर वे इस यात्रा पर निकले हैं |जापान+चीन+अमेरिका जैसे दिग्गज व्यापारी देशों को भारत के महत्व का अहसास करने के बाद अब उन्होंने मलेशियाई कंपनियों को बड़े पैमाने पर भारत में आमंत्रित करते हुए कहा है कि वहां उनके लिए ‘‘बहुत सी संभावनाएं हैं’’ क्योंकि वह महत्वाकांक्षी ‘‘मेक इन इंडिया’’ अभियान को काफी महत्व दे रहे हैं\
इधर बेशक पीएम के विदेशी दौरों का आलोचना करते हुए विपक्षी कांग्रेस द्वारा पीएम को टूरिस्ट पीएम कहा जा रहा है और श्री मोदी से सीधे टकराने के लिए जे एल नेहरू की १२५ वीं जयंती पर मोदी को नहीं बुलाने को जोर शोर से फैलाया जा रहा है |इसके अलावा प्रदेशों में पिछड़ चुके छेत्रिय डालो अभी भी महाजुगाड़ को ही उलझे हुए हैं | ऐसे में भाजपा के प्रधानमंत्री श्री मोदी ने फेस बुक+ट्विटर [ Facebook, TwitterGoogle+Stumbleupon, Pinterest, Tumblr LinkedIn. Flickr ]आदि के बाद अब इंस्टाग्राम पर भी छा जाने की तैयारी कर ली है |पीएमओ द्वारा बताया गया है कि नरेंद्र मोदी आज से इंस्टाग्राम पर भी हैं |

डॉ मन मोहन सिंह ने एन सी ऐ ई आर केंद्र की आधारशिला रखते हुए सामाजिक उत्साह को आर्थिक विज्ञान की शुरुआत बताया

डॉ मन मोहन सिंह एन सी ऐ ई आर केंद्र की आधारशिला रखते हुए

डॉ मन मोहन सिंह एन सी ऐ ई आर केंद्र की आधारशिला रखते हुए

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में नए राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद [ NCAER ]केंद्र की आधारशिला रखी। इस अवसर डॉ मन मोहन सिंह ने अर्थशास्त्र के गुर भी बताये उन्होंने कहा कि उद्देश्यपूर्ण+ अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान की आवश्यकता कम नहीं हुई है, वास्तव में यह और बढ़ गई है” अर्थशास्त्र के अध्ययन का उद्देश्य अनियत और मुश्किल सवालों के नियत जवाब उपलब्ध कराना है लेकिन कभी-कभी अर्थशास्त्री को और व्यापक स्तर पर दुनिया को चेतावनी देना भी है कि चतुर सरकार द्वारा कैसे दिग्भ्रमित नहीं हो। जब हमने अर्थशास्त्र का अध्ययन किया तो हमारी प्रेरणा दार्शनिक की प्रेरणा -ज्ञान के लिए ज्ञान – नहीं थी बल्कि उसके लिए थी कि ज्ञान जिसे लाने में मदद कर सके। चिंतकों ने कहा है: आश्चर्य दर्शन शास्त्र की शुरुआत है लेकिन यह आश्चर्य नहीं है, सामाजिक उत्साह है जो नियत जीवन और मुख्यधारा की व्यवस्था के विरुद्ध विद्रोह करता है , जो आर्थिक विज्ञान की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद के नए केंद्र की आधारशिला रखने के अवसर पर उपस्थित होकर मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है। यह संस्थान हमारे लिए बहुत बड़ी परिसंपत्ति है तथा यह हमारा दायित्व है कि वे सब जिन्होंने यहां कार्य किया या इस शानदार संस्थान से संबंधित रहे उन्होंने अपने एनसीअइआर संस्थापक की दूरदृष्टि से कभी नजर नहीं फेरी। उन्होंने संस्थान के पहले महानिदेशक डॉ. पी.एस. लोकनाथन की सेवाओं को भी याद किया
उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि यह संस्थान न आदर्शों के प्रति आस्थावान बना रहेगा जो इसके संस्थापक के आदर्श थे। मैं निश्चय के साथ कहता हूं कि समय के साथ उद्देश्यपूर्ण, अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान की आवश्यकता कम नहीं हुई है, वास्तव में यह और बढ़ गई है। एनसीएइआर के पिछले अध्यक्ष और पूर्व सदस्यों ने सार्थक अनुसंधान किया। मुझे उम्मीद है कि यह भवन जो अब बनने वाला है, अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराएगा। इन शब्दों के साथ मैं एक बार फिर इस समारोह से जुड़कर अपनी खुशी जाहिर करता हूं। ”

नरेन्द्र मोदी ने समस्यायों के साथ उनके रोचक उपाय बता कर राष्ट्रीय न्रेतत्व की क्षमता का सराहनीय प्रदर्शन किया

गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजधानी के होटल ताज में चल रहे इंडिया टुडे कॉनक्‍लेव में समस्यायों के साथ उनके हल बता कर अपनी राष्ट्रीय क्षमता का प्रदर्शन किया| अपने भाषण में मोदी चार बार पानी के घूँट भरते हुए हर एक मिनट को बांध कर रखा।उन्होंने इस कॉनक्‍लेव में पूर्व की भांति एक गुजराती या किसी वर्ग विशेष की तरह बात नहीं की बल्कि बतौर भारतीय भाषण दिया। हाँ उन्होंने गुजरात में कराये जा रहे विकास के कार्यों पर देश को चलाये जाने की इच्छा जरुर प्रगट की| उन्‍होंने कहा कि भारत को पड़ोसी देशों से मित्रवत रिश्‍ते बनाने की जरूरत है, लेकिन हमारे हितों को दरकिनार करके नहीं। उन्‍होंने कहा, “मेरा सपना है कि एक दिन भारत खुद हथियार बनाये और दूसरे देशों को सप्‍लाई करे। ऐसा करने से गंदे हथियार दलालों से छुटकारा मिलेगा,और हम आत्‍मनिर्भर भी होंगे, हमारा देश गर्व के साथ खड़ा हो[हथियारों कि यह बात उन्होंने पूर्व जनरल वी पी मालिक के एक प्रश्न के उत्तर में कही] लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज फौज या आर्थिक शक्ति के बजाये ज्ञान के आधार पर विश्व में शिखर पर पहुंचा जा सकता है|और ज्ञान के मामले में भारत हमेशा आगे रहा है|इस अवसर पर दंगों और पी एम् के प्रश्नों पर बचते भी दिखाई दिए

नरेन्द्र मोदी ने समस्यायों के साथ उनके रोचक उपाय बता कर राष्ट्रीय न्रेतत्व की क्षमता का सराहनीय प्रदर्शन किया

नरेन्द्र मोदी ने समस्यायों के साथ उनके रोचक उपाय बता कर राष्ट्रीय न्रेतत्व की क्षमता का सराहनीय प्रदर्शन किया

उन्‍होंने गुड गवर्नेन्‍स से लेकर यूपीए सरकार की खामियों तक हर बात पर प्रकाश डाला और भारत के संघीय ढांचे को बनाये रखने पर जोर दिया। इस भाषण में आम आदमी को बहुत करीब से देखने वाले एक दूरदर्शी राजनीतिज्ञ की झलक मिली |जनता से संवाद कायम करने की अटल बिहारी वाजपई की झलक आज उनके [संभवत] उत्तराधिकारी मोदी में मिली |उन्होंने ना केवल विकास का मार्ग बताया वरन अपने भाषण में रोचकता बनाए रखने के लिए हलके फुल्के व्यंगात्मक तीर भी छोड़े| उन्‍होंने हर उस मुद्दे को उठया, जो आम जनता से जुड़े हैं| उन्‍होंने नरेगा की जगह डेवलपमेंट गारंटी स्‍कीम को जरुरी बताते हुए कहा कि इससे लोगों को खुद ब खुद रोजगार मिलता।
उन्‍होंने कहा कि देश का समुचित विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक हम लोगों को यह अहसास नहीं दिलायेंगे कि वो जो कर रहे हैं वो राष्‍ट्र के लिये कर रहे हैं।उन्होंने वोट बैंक की राजनीती से ऊपर उठ कर तकनीक+निज़ीकरण और यहाँ तक हथियारों के एक्सपोर्ट को जरुरी बताया| रेलवे की पटरियों पर निजी ट्रेन चलवाने के एक अनूठे मार्ग को उजागर किया| जब राहुल ने मोदी से पूछा कि क्‍या उनकी मां ने सोचा है कि आप प्रधानमंत्री बनें, मोदी ने जवाब दिया यहां चर्चा विकास की चल रही है, माता और पिता ऐसे में कोई मायने नहीं रखते| कोई भावुक्‍तापूर्ण कथा काम नहीं आती, कोई मां रोती नहीं, सिर्फ काम बोलता है। हर मुद्दे पर मोदी ने तथ्‍यों के साथ जवाब दिये। चाहे बात सॉलिड वेस्‍ट मैनेजमेंट की हो, या सोलर पावर प्रोजेक्‍ट की। मोदी ने आंकड़ों के साथ जवाब दिये। मोदी तैयारी के साथ नहीं आते, बल्कि वो हमेशा तैयार रहते हैं|उन्होंने अपने विपक्षपर कटाक्ष करने की परिपाटी का भी पालन किया |उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ने मोदी के विकास के सुझाव स्वीकारे मगर उनपर अमल नहीं करवा पाए